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1
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अगर आपको करते हैं अपने पड़त पड़त पड़त पड़त पड़त पड़त पड़त पड़त पड़त पड़त पड़त पड़त पड़त पड़
2
00:00:30,000 --> 00:00:34,560
आरा क्रेष्न.. क्रेष्न..क्रेष्न..
3
00:00:43,600 --> 00:00:44,840
फिर से!
4
00:00:46,600 --> 00:00:49,000
फिर से मेरे माग में आये तुम!
5
00:00:50,440 --> 00:00:54,240
यिय यक्य तेव कि कि अठवे पुत्र की खोछ के लिये था!
6
00:00:56,240 --> 00:00:57,800
पर तुम नहीं छाँते,
7
00:00:57,800 --> 00:00:59,720
कि मैं यह पता लगा सकूमतल करते हूँ.
8
00:01:01,160 --> 00:01:03,920
कि वो भविश्यवाणी वाला पालक कौन है?
9
00:01:04,600 --> 00:01:05,600
कहाँ है?
10
00:01:08,200 --> 00:01:11,600
इसलिए अपने खेल से मेरे यक्यों को भंग कर दिया.
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00:01:13,720 --> 00:01:16,400
कहते हैं, इस प्रित्वी के पालन हारों तुम.
12
00:01:18,840 --> 00:01:19,840
तो ठीक है.
13
00:01:20,400 --> 00:01:21,400
तो ठीक है.
14
00:01:22,760 --> 00:01:24,640
तुम्हारे किये का दंड भी
15
00:01:25,360 --> 00:01:28,640
इस प्रित्वी पर सबकों मिलेगा.
16
00:01:33,760 --> 00:01:34,760
अकरूर.
17
00:01:34,840 --> 00:01:35,840
आगे महराज.
18
00:01:36,840 --> 00:01:38,800
ये पात्र कहां से मन कर आये था?
19
00:01:38,960 --> 00:01:41,520
महराज, बरसना के कुमबकार ने
20
00:01:42,520 --> 00:01:43,760
ये पात्र बनाया था.
21
00:01:49,840 --> 00:01:51,840
आगे महराज, बरसना के कुमबकार ने
22
00:01:51,920 --> 00:01:53,120
ये पात्र बनाया था.
23
00:01:53,200 --> 00:01:54,800
महराज, बरसना के कुमबकार ने
24
00:01:54,880 --> 00:01:56,000
ये पात्र बनाया था.
25
00:01:56,080 --> 00:01:57,640
महराज, बरसना के कुमबकार ने
26
00:01:57,720 --> 00:01:58,800
ये पात्र बनाया था.
27
00:01:58,880 --> 00:02:00,280
महराज, बरसना के कुमबकार ने
28
00:02:00,360 --> 00:02:01,480
ये पात्र बनाया था.
29
00:02:01,480 --> 00:02:03,480
महराज, बरसना के कुमबकार ने
30
00:02:03,560 --> 00:02:04,760
ये पात्र बनाया था.
31
00:02:04,840 --> 00:02:06,600
महराज, बरसना के कुमबकार ने
32
00:02:06,680 --> 00:02:07,840
ये पात्र बनाया था.
33
00:02:07,920 --> 00:02:09,760
महराज, बरसना के कुमबकार ने
34
00:02:09,840 --> 00:02:11,160
ये पात्र बनाया था.
35
00:02:11,240 --> 00:02:13,240
महराज, बरसना के कुमबकार ने
36
00:02:13,320 --> 00:02:14,720
ये पात्र बनाया था.
37
00:02:14,720 --> 00:02:17,720
जानते हों कुमार, क्या कर दिया तुमने?
38
00:02:29,480 --> 00:02:32,480
जानते हों कुमार, क्या कर दिया तुमने?
39
00:02:44,800 --> 00:02:46,720
तुम्हारे बनाय पात्र के कार
40
00:02:47,640 --> 00:02:49,120
मेरा यग्गी भंग हो गया.
41
00:02:49,840 --> 00:02:51,640
सारा पहिश्रम फेर्थ हो गया.
42
00:02:53,920 --> 00:02:55,200
यग्गी पुन हो था
43
00:02:56,440 --> 00:02:58,520
तो वो बालक सामने आ था.
44
00:02:59,280 --> 00:03:00,280
महराज.
45
00:03:00,800 --> 00:03:03,040
उसकी आओती इस यग्गी में दिता.
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00:03:04,520 --> 00:03:06,000
तुम्हारे कारण वो
47
00:03:06,600 --> 00:03:08,120
आओती हो नहीं पाई.
48
00:03:08,280 --> 00:03:09,960
और यग्गी भिना आओती रह जाए
49
00:03:11,400 --> 00:03:14,920
तो इससे महराज घन्स के यश्व को ठेस भूचेगी.
50
00:03:15,800 --> 00:03:16,800
महराज.
51
00:03:18,840 --> 00:03:20,520
इसलिए इस यग्गी में
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00:03:22,120 --> 00:03:24,040
तुम्हारे आओती दिधी जाएगी.
53
00:03:31,320 --> 00:03:32,320
महराज.
54
00:03:32,800 --> 00:03:33,800
महराज.
55
00:03:38,120 --> 00:03:39,120
महराज.
56
00:03:48,200 --> 00:03:50,000
तुझे मार दिया तो मुक्त हो जाएगा.
57
00:03:50,720 --> 00:03:51,840
हर कश्ट से.
58
00:03:53,520 --> 00:03:55,120
ये बहुत सरल दंड होगा.
59
00:03:58,160 --> 00:04:01,080
और गंस के यग्गी को बंग करने का दंड
60
00:04:02,120 --> 00:04:03,480
प्रचंड होना चाहिए.
61
00:04:08,920 --> 00:04:12,920
को मारगनत को संगनत को चक्रदरत को दर्शणम
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00:04:12,920 --> 00:04:16,880
तो दिन को पंत गानी क्रोध रूप कंस दूर तं
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00:04:20,880 --> 00:04:24,880
असम्य अध्याचारिन अशिष्ट तं अभध्रतं
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00:04:24,880 --> 00:04:28,920
तो रात्मा अनन्थ दुख दाई दुश्ट दूर जनम
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00:04:28,920 --> 00:04:58,920
गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, गंस, �
66
00:04:59,920 --> 00:05:08,920
ये ऐसा एक भरेश है, दयाना जिसमें लेश है, मनुष्य का नशेश है, अहम है, आग द्वेश है,
67
00:05:11,920 --> 00:05:20,920
अनिष्ट कारी, निर्दाई, नुरिशंस है, ये कंस है, ये छल, कपड का जंश है,
68
00:05:21,000 --> 00:05:31,860
कुमार,
69
00:05:32,800 --> 00:05:37,080
जब तक जियोगई उस शण के लिए पहस्टा ।
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00:05:38,880 --> 00:05:42,880
जब तुम ने ये पात्र बनाया,
71
00:05:43,520 --> 00:05:47,160
तुमारी भूल का धर्ण इसलिए इसलिए तुमेंっ vit="Notify".
72
00:05:47,160 --> 00:05:49,840
तुम्हारी भूल का धन सिर्फ तुम्हे ही नहीं
73
00:05:51,920 --> 00:05:54,120
पूरे कुमार संग को मिलेगा.
74
00:05:56,520 --> 00:05:57,440
आज से तुम
75
00:05:59,280 --> 00:06:00,400
तुमारा परिवार
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00:06:04,200 --> 00:06:06,120
और बर्साने का पूरा कुमार संग
77
00:06:06,760 --> 00:06:08,080
बैशक्रित हुआ.
78
00:06:11,000 --> 00:06:12,680
ना तुम पात्र बनाओगे
79
00:06:13,880 --> 00:06:14,960
ना बैचोगे.
80
00:06:15,960 --> 00:06:19,560
ज़िवन व्यापन के लिए किसी ओर आजी में जाकर बसना चाहो
81
00:06:22,240 --> 00:06:24,720
तो यह अनुमति भी नहीं है.
82
00:06:27,720 --> 00:06:28,720
एक बात और
83
00:06:29,000 --> 00:06:30,920
तुम से किसी ने पात्र कहरीदा
84
00:06:31,480 --> 00:06:34,080
यह तुमारी साइता करने के चेष्टा की
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00:06:34,280 --> 00:06:37,640
तो वो महराज कन्स के कोप का भागी होगा.
86
00:06:40,080 --> 00:06:41,440
अब हर्षिन मनना
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00:06:42,240 --> 00:06:45,240
तुमारे बच्चों को भूँग से पिलगता देखकर
88
00:06:46,000 --> 00:06:48,960
तुमारे कुड़म को निर्दन्ता से लड़ता देखकर
89
00:06:49,080 --> 00:06:50,080
अब तुमें
90
00:06:51,520 --> 00:06:54,080
और पूरे ब्रिज़ को समझ में आएगा
91
00:06:54,480 --> 00:06:57,280
कि महराज कन्स के इस यग्य का
92
00:06:59,680 --> 00:07:01,480
क्या महत्तु था.
93
00:07:02,480 --> 00:07:05,280
सत्य में, बड़े प्यारे हैं अबामाश्री.
94
00:07:05,880 --> 00:07:10,280
धन्यवाद, मेरे और राधा की मिलन का कारण बनने के लिए.
95
00:07:11,880 --> 00:07:17,160
ब्रिज़ श्रिंगार श्रीद
96
00:07:18,280 --> 00:07:24,440
राधा राणी
97
00:07:25,080 --> 00:07:30,520
राधा राणी
98
00:07:31,320 --> 00:07:38,360
देव्य मनोः हर
99
00:07:39,320 --> 00:07:44,360
सुघर सुहाणी
100
00:07:45,320 --> 00:07:51,320
निरक निरक छवी मन हर शाहे
101
00:07:51,720 --> 00:07:59,320
थिरक थिरक ब्रिज़ धाम ये गाए
102
00:08:00,600 --> 00:08:06,120
देव्य मनोः हर
103
00:08:08,600 --> 00:08:14,360
सुघर सुहाण खोर तक भगफरमान
104
00:08:15,080 --> 00:08:22,600
छुँ चुँ चरण जुंट चरण, जुंत चरण, जूण जुंट छट
105
00:08:22,600 --> 00:08:25,720
जरन जुन जुन जरन जरन जरन जरन जरन के गर जन्या
106
00:08:25,720 --> 00:08:29,000
मंद गुमन लहराय जली ते राय जली वर्काय जली
107
00:08:29,000 --> 00:08:32,600
जब जान जुनर को छोर जून सब सुन गुत आदी गुमाय जली
108
00:08:35,800 --> 00:08:39,480
गड़ारे नैन मिस्री से बैन
109
00:08:39,480 --> 00:08:43,000
मुस्कान अधर पे छाय रही
110
00:08:43,000 --> 00:08:46,440
गुमन का बोल ममरित से बोल
111
00:08:46,440 --> 00:08:50,280
सुन खड़ता स्वयम रजाय रही
112
00:08:53,400 --> 00:08:57,080
जमना के तीर होंके अदीर
113
00:08:57,080 --> 00:09:00,600
नैना बिचाय मिन राह थके
114
00:09:00,600 --> 00:09:04,120
मंद वारी नौन ब्रिज़ कांसिवार
115
00:09:04,120 --> 00:09:07,960
ये रूम देख मरवान थके
116
00:09:13,000 --> 00:09:17,320
जमना के तीर होंके अदीर
117
00:09:17,320 --> 00:09:20,520
नैन मिस्री से बैन
118
00:09:20,520 --> 00:09:25,320
मुस्कान अधर पे छाय रही
119
00:09:25,320 --> 00:09:30,920
गुमन का बोल मुस्कान अधर पे छाय
120
00:09:30,920 --> 00:09:34,760
जमना के तीर होंके अदीर
121
00:09:34,760 --> 00:09:38,440
नैन मिस्री से बैन
122
00:09:38,440 --> 00:09:42,920
मुस्कान अधर पे छाय रही
123
00:09:42,920 --> 00:09:48,840
गुमन का बोल मुस्कान अधर पे छाय
124
00:09:48,840 --> 00:09:54,840
जमना के तीर होंके अधर पे छाय
125
00:09:54,840 --> 00:10:00,840
जमना के तीर होंके अधर पे छाय
126
00:10:00,840 --> 00:10:06,840
जमना के तीर होंके अधर पे छाय
127
00:10:06,840 --> 00:10:12,840
जमना के तीर होंके अधर पे छाय
128
00:10:12,840 --> 00:10:18,760
LANDA
129
00:10:18,760 --> 00:10:25,160
BHAIBHAYA
130
00:10:25,160 --> 00:10:27,600
Few minutes later
131
00:10:34,600 --> 00:10:36,360
वैसे आष्चर है कानय?
132
00:10:36,360 --> 00:10:38,400
इतने वर्षोमें
133
00:10:38,400 --> 00:10:40,720
पहली बार तुमने Baba से कहा
134
00:10:40,720 --> 00:10:44,120
कि तुम्हें माखन के लिए मटकियां खरीदने हाड जाना है
135
00:10:45,000 --> 00:10:48,360
भला, इतना बड़ा परिवर्तन तुम्हें कैसे?
136
00:10:48,880 --> 00:10:51,600
ऐसी, अब बड़ा हो गया हो न?
137
00:10:52,480 --> 00:10:54,480
सोचा, बाबा का हाथ बटाया करो.
138
00:10:55,480 --> 00:10:59,600
अपनी बातों में न, भुले-भाले बाबा और मईया को फ़साना
139
00:11:00,600 --> 00:11:01,600
मुझे नहीं.
140
00:11:04,080 --> 00:11:06,480
बड़े आये, हाथ बटाने वाले.
141
00:11:08,920 --> 00:11:10,000
यूँ कहो न,
142
00:11:11,720 --> 00:11:15,480
कि जिसका हाथ थामना है, उसे देखने जा रहे हो.
143
00:11:17,760 --> 00:11:18,760
क्यों?
144
00:11:21,240 --> 00:11:23,040
राधा भी आ रही है न, वाँ?
145
00:11:24,480 --> 00:11:26,000
पर होगा क्या, कानहा?
146
00:11:26,720 --> 00:11:28,480
उसे याद तो आओगे नहीं तो.
147
00:11:31,440 --> 00:11:33,840
उसे याद दिलाने जा भी कौन रहा है, दाओ?
148
00:11:34,400 --> 00:11:36,480
मैं तो चाहता हूँ कि मुझे मिलने के पश्चाद
149
00:11:37,200 --> 00:11:39,120
वो मुझे भुलाने का प्रयास करें.
150
00:11:42,000 --> 00:11:43,000
अच्छा?
151
00:11:44,400 --> 00:11:45,600
पर उससे क्या बतलेगा?
152
00:11:45,600 --> 00:11:48,400
क्योंकि जिसे जितना भुलाने का प्रयास कर
153
00:11:49,520 --> 00:11:51,520
वो उतना ही याद आता है.
154
00:12:16,080 --> 00:12:17,160
Radha..
155
00:12:28,840 --> 00:12:30,480
Radha, राधा..
156
00:12:31,280 --> 00:12:32,280
यहाँ होँऻा?
157
00:12:32,520 --> 00:12:33,720
कुछ नहीं मा,
158
00:12:39,600 --> 00:12:42,280
मा, यह इतने सारे लोग क्यों आये हैं?
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00:12:45,600 --> 00:12:48,040
महराज कन्स ने हमारा बहिशकार कर रखा है।
160
00:12:48,560 --> 00:12:51,120
हम जीवन यपन के लिए कहा जाया, आप बताईये।
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00:12:52,720 --> 00:12:54,960
महराज कन्स के महायज्जी के लिए
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00:12:55,440 --> 00:12:57,520
पात्र हमारे हाँ से गय थे।
163
00:13:00,960 --> 00:13:04,000
हाँ से तुम और बर्साने का पुरा कुमार संग
164
00:13:04,000 --> 00:13:05,520
बहिशकरित हुआ।
165
00:13:07,200 --> 00:13:10,480
जीवन व्याबन के लिए किसी ओर राजी में जाकर बसना चाहो
166
00:13:10,560 --> 00:13:12,560
तो ये हनुमती भी नहीं है।
167
00:13:17,280 --> 00:13:18,960
तुम से किसी ने पात्र करिदा
168
00:13:19,040 --> 00:13:21,280
यो तुमारी साइता करने के जेश्टा की
169
00:13:21,360 --> 00:13:24,960
तो वो महाराज कन्स के कोप का भागी होगा।
170
00:13:25,120 --> 00:13:28,080
चोटे-चोटे बालक, गुडे माता-पिता
171
00:13:28,720 --> 00:13:30,160
कैसे पालन होगा?
172
00:13:30,720 --> 00:13:33,280
हम तो भूखे मार जाएंगे, मुखिया जी.
173
00:13:36,080 --> 00:13:37,760
आप तो हमारे मुखिया है.
174
00:13:38,080 --> 00:13:40,000
विपत्ती में साइता कीजिए.
175
00:13:40,080 --> 00:13:41,760
प्रियास करके देख चुके हैं
176
00:13:42,720 --> 00:13:44,240
पर कोई लाब नहीं होगा.
177
00:13:44,400 --> 00:13:47,760
कोई और समस्या होती, तो हम उसका निदान कर देखें.
178
00:13:49,760 --> 00:13:51,040
पर शमाँ चाहते हैं,
179
00:13:52,720 --> 00:13:55,280
महाराज कन्स का घिरोध मैं भी नहीं कर सकता।
180
00:13:57,120 --> 00:14:00,800
आपी हाथ खड़े कर लेंगे तो, हमारा हाथ कौन था मेगा?
181
00:14:01,280 --> 00:14:02,800
आप तो हमारे मुखिया है.
182
00:14:02,880 --> 00:14:04,240
मुखिया नहीं कर देखें.
183
00:14:04,560 --> 00:14:05,680
वही तो समस्या है.
184
00:14:11,040 --> 00:14:13,200
मेरे पिता बरसाने के मुखियां है.
185
00:14:13,520 --> 00:14:15,480
उन्पर केवल आपकी हिनदा नहीं होती,
186
00:14:15,840 --> 00:14:17,040
वो पिता भी पीछते हैं,
187
00:14:17,600 --> 00:14:18,960
तो कोई लाइव का जाएगा.
188
00:14:19,280 --> 00:14:20,240
मैं पुछा लाइव का जाएगा,
189
00:14:20,960 --> 00:14:22,320
मैं पुछा लाइव का जाएगा.
190
00:14:22,320 --> 00:14:25,520
वही तो समस्या है.
191
00:14:30,720 --> 00:14:32,680
मेरे पित्ता बर्साने के मुख्यां हैं.
192
00:14:33,040 --> 00:14:34,600
उन्पर केवल आपकी ही नहीं
193
00:14:34,920 --> 00:14:37,320
पूरे बर्साने के सुरक्षा का उतरदायत्व है.
194
00:14:38,280 --> 00:14:40,080
उन्पर पतका भार भी होगा
195
00:14:40,880 --> 00:14:43,080
और कन्स के गुप्सचरों के दृश्टी भी.
196
00:14:43,440 --> 00:14:45,360
वो आपकी सहायता नहीं कर पाएंगे.
197
00:14:48,000 --> 00:14:49,960
किन्टु मैं ना मुख्या हूँ
198
00:14:50,360 --> 00:14:52,360
ना ही मुझे किसी पत का दबाव है.
199
00:14:57,520 --> 00:14:59,120
मैं करूँगे आपकी सहायता.
200
00:15:05,320 --> 00:15:06,560
यह हासी खेल नहीं है, रादा.
201
00:15:07,000 --> 00:15:08,040
समस्या विकट है.
202
00:15:09,240 --> 00:15:10,800
हम मत्रा जनपत के आधीन हैं.
203
00:15:11,400 --> 00:15:13,080
महाराजा कंस के विरुद कोई नहीं जा सकता.
204
00:15:13,600 --> 00:15:15,120
हम मत्रा जनपत पर आश्रित हैं
205
00:15:15,200 --> 00:15:16,920
तो यह कुमार हम पर आश्रित है, बाबा.
206
00:15:17,320 --> 00:15:18,480
क्या दोश्य है इनका?
207
00:15:19,480 --> 00:15:21,560
कि महाराज के यग्ये के लिए पात्र बनाए?
208
00:15:23,960 --> 00:15:25,840
अपनी मृत्यों की भविष्यवानी का दंड
209
00:15:25,880 --> 00:15:27,000
इन निर्दनों पर क्यूं?
210
00:15:29,120 --> 00:15:30,600
मनुष्य की तो सांसो का ही नहीं पता
211
00:15:30,680 --> 00:15:31,520
कब तूट जाए.
212
00:15:31,600 --> 00:15:33,720
मृत्यों आ जाने पर कोई अमराज को दंड देता है.
213
00:15:34,640 --> 00:15:36,280
तो एक पात्र के तूटने का दंड
214
00:15:36,360 --> 00:15:38,560
इन अभोत बालको और विरुदों को क्यूं, बाबा?
215
00:15:39,560 --> 00:15:41,840
जीत जी तो मार डाला, महाराज कंस ने इन्हें.
216
00:15:42,080 --> 00:15:44,080
ना यहां रहकर कोई काम कर सकते हैं
217
00:15:44,160 --> 00:15:45,960
ना यहां से कहीं भार जा सकते हैं.
218
00:15:49,120 --> 00:15:51,840
यदि बर्साने में ये भूँक से बिलख कर मरेंगे
219
00:15:51,920 --> 00:15:54,520
तो क्या मन का एक भी दाना खा पाएंगे, बाबा?
220
00:15:54,520 --> 00:15:56,320
आप सीमा तोड रही हैं, रादा जी जी.
221
00:16:01,400 --> 00:16:04,280
आप बाबा की लाडली हैं, इसका अर्थ ये नहीं
222
00:16:04,720 --> 00:16:07,800
कि आप भरी सभा में बाबा की निर्णे के विरुद जायें.
223
00:16:09,840 --> 00:16:12,840
मत्थुरा के महाराज के विरुद जाना भरीती नहीं है.
224
00:16:13,840 --> 00:16:16,800
मत्थुरा के महाराज के विरुद जाना भरीती नहीं है.
225
00:16:17,320 --> 00:16:19,880
मैं बाबा के विरुद कभी नहीं जा सकती, दामा.
226
00:16:21,560 --> 00:16:23,880
पर इन अवसाहायों का साथ देना चाहती हूँ.
227
00:16:24,680 --> 00:16:26,040
और रही बात रीती की,
228
00:16:26,600 --> 00:16:29,400
सामाज की रीती तो एक शक्तिशाली व्यक्ति ही निश्चत करता है.
229
00:16:30,400 --> 00:16:33,160
निर्बल को तो बस उसे बोच समझ कर ढोना पड़ता है.
230
00:16:35,360 --> 00:16:37,920
मुझे आज बोलना पड़ा क्योंकि बाबा नहीं सिखाया है
231
00:16:38,560 --> 00:16:40,600
कि उचित और अनुचित में अंतर करके
232
00:16:40,680 --> 00:16:42,160
उचित का साथ देना चाहिए.
233
00:16:47,240 --> 00:16:48,680
अब आप ही बताईए, बाबा.
234
00:16:49,480 --> 00:16:51,480
क्या इन्हें भूखे मरने देना उचित होगा?
235
00:16:52,040 --> 00:16:54,480
सुन रहे हैं, बाबा. समझाए जीजी को.
236
00:16:55,200 --> 00:16:58,480
जीजी का ये प्रयास पुरे परिवार का मानसमान भंग कर देगा.
237
00:16:58,560 --> 00:17:00,480
और मेरा ये मानना है कि मेरे प्रयास से
238
00:17:00,560 --> 00:17:02,280
ना केवल बाबा के मानसमान की
239
00:17:02,880 --> 00:17:05,880
बल्कि उनकी देख कर्तव्य की, उनकी वचन की भी रक्षा होगी.
240
00:17:06,480 --> 00:17:09,080
किस वचन, किस कर्तव्य की विशय में बात कर रही हैं तुम, रादा?
241
00:17:13,480 --> 00:17:16,560
ये लोग आज आपके सामने अपने जीवन की आशा लेकर आए हैं, बाबा.
242
00:17:16,800 --> 00:17:19,800
इन लोगों की सहायता करने से ही आपका मानसमान बढ़ेगा.
243
00:17:21,360 --> 00:17:24,720
हर मुख्या का कर्तव्य होता है, अपने लोगों की रख्षा.
244
00:17:25,320 --> 00:17:28,560
हर मुख्या पद ग्रहन करते समे अपने लोगों की सुरख्षा
245
00:17:28,560 --> 00:17:32,000
वचन देता है, जो आपने भी तो लिया है.
246
00:17:33,920 --> 00:17:35,680
अपने वचन पर बने रहने के सीख
247
00:17:35,720 --> 00:17:37,200
आपी से तो मिली है, बाबा.
248
00:17:38,320 --> 00:17:40,320
तो आपको वचन तोड़ते कैसे देखूँ मैं?
249
00:17:54,080 --> 00:17:56,360
आज तक तुम्हें आशिवात देता आया हूं, मेरा दाव.
250
00:17:57,240 --> 00:17:59,640
धन्यवाद कैसे दो, सब समझ में नहीं आते.
251
00:18:01,440 --> 00:18:03,720
कभी-कभी माता-पिता स्वेम वो सीख गुल जाते हैं
252
00:18:04,320 --> 00:18:06,880
जो वो जीवन भार पिर संतान को देते हैं.
253
00:18:08,600 --> 00:18:11,840
तुमने वो सीख याद दिलाकर मुझे एक अपराद करने से रोग दिया.
254
00:18:12,840 --> 00:18:16,160
बोलो, रादा. कैसे करें हम इनकी साथा?
255
00:18:16,760 --> 00:18:20,120
आप बस प्रयास कीजे कि किसी प्रकार महाराज कन्स तक
256
00:18:20,440 --> 00:18:21,960
इनकी आचना पहुँचा सकें.
257
00:18:23,040 --> 00:18:26,000
इनकी विकट परिस्तिती समझाकर उनका मन बदल सकें.
258
00:18:27,160 --> 00:18:30,760
तब तक, इनके बनाय पात्रो हाट में बेचने मैं जाओंगे.
259
00:18:42,840 --> 00:18:43,840
असम्बव.
260
00:18:45,720 --> 00:18:48,720
बाबा, उस्पास है ना मुझे?
261
00:18:53,040 --> 00:18:56,200
उम्पर है, कन्स के सैनिकों पर नहीं.
262
00:19:00,680 --> 00:19:03,520
उन्हें जात ही नहीं होगा कि पात्रो बरसाने से आये है.
263
00:19:04,160 --> 00:19:05,840
अनुमती दीजे ना, बाबा.
264
00:19:12,840 --> 00:19:17,320
एक शर्त पर, तुम्हारे साथ सुरक्षा के लिए कुछ लोग जाएंगे.
265
00:19:18,320 --> 00:19:19,320
स्विकार है.
266
00:19:42,840 --> 00:19:44,120
कैसा बनाएं, काटी?
267
00:19:44,400 --> 00:19:46,040
वस्तु का आकार नहीं.
268
00:19:46,680 --> 00:19:50,480
उसे बनाने में लगी सोच का आधार बड़ा होता है, बिट्या.
269
00:19:50,560 --> 00:19:52,400
इसका आकार जैसा हो.
270
00:19:52,680 --> 00:19:55,840
तुम्हारी मम्ता में इस सोच का तेज इसमें जलग रहा है.
271
00:19:58,960 --> 00:20:00,040
राधा, सुनो.
272
00:20:00,040 --> 00:20:02,800
हम जो कर रहे हैं, वो उचित तो है न, राधा?
273
00:20:03,160 --> 00:20:05,800
हाँ, विशाखा. हम उचित कर रहे हैं.
274
00:20:06,040 --> 00:20:08,520
नजाने क्यों मुझे बार-बार आभास हो रहा है
275
00:20:09,520 --> 00:20:13,520
कि ये घटना, किसे शुब यात्रा को जनन देने वाली है.
276
00:20:30,040 --> 00:20:31,040
फुर्रा!
277
00:20:32,840 --> 00:20:33,840
फुर्रा!
278
00:20:50,040 --> 00:20:51,040
क्या बात है दाओ?
279
00:20:52,560 --> 00:20:55,160
आज कस्र इतनी हुई यहाँ बेलो को भोजन नहीं मिला.
280
00:20:55,680 --> 00:20:58,200
यह बैल गाड़ी कुछ अधिखार है.
281
00:20:58,200 --> 00:21:00,960
ये बहलगारी कुछ अधीक ही दीले नहीं चलरी?
282
00:21:01,720 --> 00:21:02,560
हाँ.
283
00:21:03,360 --> 00:21:04,760
क्योंकि आज मेरा मन
284
00:21:05,200 --> 00:21:07,640
शीतल हवा खाते खाते जाने का कर रहा है.
285
00:21:09,400 --> 00:21:10,240
क्योंतो
286
00:21:11,360 --> 00:21:13,400
तुम्हारा मन शीगर पहुँचने के लिए
287
00:21:13,480 --> 00:21:15,040
इतना क्यों मचल रहा है, काना?
288
00:21:15,480 --> 00:21:17,560
यही तो प्रेम की विशेष्टा है न, दाव?
289
00:21:19,440 --> 00:21:20,360
अब देखिए न,
290
00:21:20,800 --> 00:21:23,880
सागर से मिलने के लिए नदिया लंबी यात्रा देख करती है.
291
00:21:24,920 --> 00:21:26,680
पर जब सागर सामनी हो
292
00:21:28,600 --> 00:21:30,680
धीरज कतक छूट ही जाता है.
293
00:21:33,400 --> 00:21:35,200
बस अब और प्रतिक्षा नहीं.
294
00:21:42,240 --> 00:21:43,080
अरे!
295
00:21:45,560 --> 00:21:46,360
अरे!
296
00:21:58,240 --> 00:21:59,320
कहा भागे जा रहे हो?
297
00:21:59,560 --> 00:22:00,520
अरे, रुखो!
298
00:22:00,600 --> 00:22:03,840
दाव, दो प्रेमीयों के मिलन के बीच में बादा नहीं बनते.
299
00:22:08,040 --> 00:22:09,360
मैं आ रहा हूँ, रादिया.
300
00:22:15,040 --> 00:22:16,640
प्रेमीयों के बीच में बादा नहीं बनते.
301
00:22:16,720 --> 00:22:17,640
अरे, रुखो!
302
00:22:17,720 --> 00:22:20,000
दाव, दो प्रेमीयों के मिलन के बीच में बादा नहीं बनते.
303
00:22:20,080 --> 00:22:21,040
अरे, रुखो!
304
00:22:21,120 --> 00:22:23,320
दाव, दो प्रेमीयों के बीच में बादा नहीं बनते.
305
00:22:23,400 --> 00:22:24,320
अरे, रुखो!
306
00:22:24,580 --> 00:22:26,540
दाव, दो प्रेमीयों के बीच में बदा नहीं बनते.
307
00:22:26,620 --> 00:22:27,620
अरे, रुखो!
308
00:22:27,700 --> 00:22:29,180
दाव, दो प्रिमीयों के बीच में बनते.
309
00:22:29,260 --> 00:22:30,300
सम्माल करें!
310
00:22:31,140 --> 00:22:33,180
बहुत बतलवार वो किलिए!
311
00:22:33,180 --> 00:22:41,580
वालिया यूट्यूब पर तो पर प्रावोर् auspicious to be with you forever.
312
00:22:44,300 --> 00:22:48,180
तुम प्रेम हो..
313
00:22:48,260 --> 00:22:51,180
मेरे नेत्रों में तुम्हारी रूप का प्रवेश तो हो गया है।
314
00:22:51,300 --> 00:22:52,380
मेरी वास..
315
00:22:52,460 --> 00:22:56,100
अब समय आगया है कि इस कहानी में मेरा प्रवेश हो जाये।
316
00:22:56,100 --> 00:23:08,100
तुम प्रेम हो तुम पीत हो मनमीत हो राधे मेरी मनमीत हो
317
00:23:08,100 --> 00:23:13,100
मैं बरसाना की एक लड़की से प्रेम करता हूँ
34524
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