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20 00:01:42,000 --> 00:01:45,759 काली कुछ लोग सुख से 21 00:01:45,759 --> 00:01:49,479 जीते बाकी आंसू 22 00:01:49,479 --> 00:01:53,159 पीते यह देश की सूरत 23 00:01:53,159 --> 00:01:58,320 है अब आओ जरूरत 24 00:01:58,840 --> 00:02:04,079 है लाखों सुदामा हों की है 25 00:02:04,079 --> 00:02:07,680 सुनसान मढ़ैया 26 00:02:09,000 --> 00:02:13,519 भारत में फिर से आ जाओ 27 00:02:13,519 --> 00:02:16,010 बलराम 28 00:02:16,010 --> 00:02:19,600 [संगीत] 29 00:02:28,760 --> 00:02:32,519 कन्हैया सोच रहे हैं 30 00:02:32,519 --> 00:02:36,239 सभी ऐसा था ना वक्त 31 00:02:36,239 --> 00:02:39,920 कभी बच्चे ना दूध 32 00:02:39,920 --> 00:02:43,560 पाते मां बाप 33 00:02:43,560 --> 00:02:47,319 छटपटाते हे दीन बंधु 34 00:02:47,319 --> 00:02:51,180 आओ करुणा के सिंधु 35 00:02:51,180 --> 00:02:52,840 [संगीत] 36 00:02:52,840 --> 00:03:01,760 आओ कटती लाखों हर साल यहां गोपाल तेरी गई 37 00:03:02,239 --> 00:03:07,519 या भारत में फिर से आ जाओ 38 00:03:07,519 --> 00:03:09,670 बलराम 39 00:03:09,670 --> 00:03:11,480 [संगीत] 40 00:03:11,480 --> 00:03:19,959 कन्हैया इस देश की है आज भी तूफान में 41 00:03:20,760 --> 00:03:25,959 नैया भारत में फिर से आ जाओ 42 00:03:25,959 --> 00:03:28,680 बलराम 43 00:03:28,680 --> 00:03:29,690 कन्हैया 44 00:03:29,690 --> 00:03:40,430 [संगीत] 45 00:03:46,110 --> 00:04:02,240 [संगीत] 46 00:04:08,920 --> 00:04:15,280 नारायण नारायण देवर्ष पधारी धन्य है प्रभु 47 00:04:15,280 --> 00:04:19,358 आपका भी बचपन गया पर बचपना नहीं गया आज भी 48 00:04:19,358 --> 00:04:22,400 मथुरा में बैठ ऐसे चैन की बंसी बजा रहे 49 00:04:22,400 --> 00:04:25,960 हैं जैसे संसार की कोई चिंता ही नहीं 50 00:04:25,960 --> 00:04:28,440 संसार की चिंता में आप तो दुबले हो रहे 51 00:04:28,440 --> 00:04:32,080 हैं देव अब क्या मुझसे भी मुरली के बदले 52 00:04:32,080 --> 00:04:35,199 तंबोरा बजवाना चाहते हैं आप छो प्रभ आप तो 53 00:04:35,199 --> 00:04:37,639 मेरी बात को हसी ठठे में उड़ा देते हैं 54 00:04:37,639 --> 00:04:40,320 इसलिए चाहते हुए भी अब मैं यह कहना नहीं 55 00:04:40,320 --> 00:04:43,120 चाहता कि राजकुमारी रुक्मिणी के हृदय पर 56 00:04:43,120 --> 00:04:45,560 क्या बीत रहा है रुक्मिणी के और मेरे हृदय 57 00:04:45,560 --> 00:04:51,280 में कोई अंतर नहीं हमारा संबंध दो मूर्ति 58 00:04:51,280 --> 00:04:55,479 और एक जोत के समान है इस मुरली के भी एक 59 00:04:55,479 --> 00:05:00,199 एक छेद में उन्हीं के हृदय का स्वर और एक 60 00:05:00,199 --> 00:05:03,479 एक स्वर में उन्हीं की याद गूंजती है 61 00:05:03,479 --> 00:05:06,840 नारायण नारायण तो प्रभु जल्दी से जल्दी आप 62 00:05:06,840 --> 00:05:09,720 दोनों के हाथ पीले हो जाए तो एक चिंता से 63 00:05:09,720 --> 00:05:11,080 मेरा पीछा 64 00:05:11,080 --> 00:05:15,080 छूटे पीछा कैसे छूटेगा देवर्ष आर्य परिवार 65 00:05:15,080 --> 00:05:17,240 में जब तक बड़े भाई का विवाह ना हो तो 66 00:05:17,240 --> 00:05:19,759 छोटा भाई कैसे कर सकता है और यह तो सब कुछ 67 00:05:19,759 --> 00:05:24,039 समय के आधीन है प्रभु कहीं ऐसा ना हो इधर 68 00:05:24,039 --> 00:05:27,400 समय की प्रतीक्षा करते रहे और उधर समय बीच 69 00:05:27,400 --> 00:05:30,319 में से ही न 11 हो जाए क्योंकि राजकुमार 70 00:05:30,319 --> 00:05:33,840 रुक्मी जरान के दबाव से अपनी बहन रुक्मिणी 71 00:05:33,840 --> 00:05:37,000 का विवाह शिशुपाल के साथ करना चाहता है इस 72 00:05:37,000 --> 00:05:40,240 विवाह के बहाने जरास शिशुपाल को प्रसन्न 73 00:05:40,240 --> 00:05:43,680 रखना चाहता है और उसके सहयोग से अपने जवाई 74 00:05:43,680 --> 00:05:46,280 राजा क्रं की मृत्यु का बदला लेने के लिए 75 00:05:46,280 --> 00:05:49,000 मथुरा पर आक्रमण करने की विशाल योजना भी 76 00:05:49,000 --> 00:05:52,199 बना रहा योजनाएं तो बनती ही रहती है 77 00:05:52,199 --> 00:05:55,880 देवर्ष परंतु कोई भी योजना सफल तभी होती 78 00:05:55,880 --> 00:06:00,639 है जब उसके पीछे रचनात्मक संगठन हो प्रभु 79 00:06:00,639 --> 00:06:03,479 सभी असंतुष्ट राजाओं ने मिलकर एक संयुक्त 80 00:06:03,479 --> 00:06:05,960 विरोधी दल का संगठन भी कर लिया है जिसमें 81 00:06:05,960 --> 00:06:10,280 काशीराज बाणासुर रुक्मी और शिशुपाल भी है 82 00:06:10,280 --> 00:06:11,759 मैं चंदी राज 83 00:06:11,759 --> 00:06:16,280 शिशुपाल यह चेतावनी दे रहा हूं यदि कंस की 84 00:06:16,280 --> 00:06:19,639 मृत्यु का बदला उस कृष्ण से नहीं लिया गया 85 00:06:19,639 --> 00:06:22,400 तो कल वह हमारे विरुद्ध भी सिर उठाने का 86 00:06:22,400 --> 00:06:28,759 साहस कर सकता है हम महा पराक्रमी नवी राजा 87 00:06:28,759 --> 00:06:30,560 बली की 88 00:06:30,560 --> 00:06:33,840 बाणा सुर है हमारे पिता श्री 89 00:06:33,840 --> 00:06:39,360 को इस विष्णु ने मस्तक पर पाव रखकर पाताल 90 00:06:39,360 --> 00:06:41,080 पहुंचा दिया 91 00:06:41,080 --> 00:06:44,720 है उस विष्णु के अवतार कृष्ण के 92 00:06:44,720 --> 00:06:49,120 विरुद्ध हमारे हृदय में अभी तक प्रतिशोध 93 00:06:49,120 --> 00:06:53,039 की ज्वाला धक रही है मैं विदर्भ राजकुमार 94 00:06:53,039 --> 00:06:56,800 रुक्मी मेरी मूर्ख बहन रुक्मिणी सपने में 95 00:06:56,800 --> 00:07:00,080 भी जिस कृष्ण का नाम लेकर बड़बड़ा करती है 96 00:07:00,080 --> 00:07:02,199 मैं उसी कृष्ण को पृथ्वी से मिटा देना 97 00:07:02,199 --> 00:07:04,360 चाहता हूं किंतु यह मत 98 00:07:04,360 --> 00:07:07,440 भूलिए हमें कृष्ण के ल कपड़ से सावधान 99 00:07:07,440 --> 00:07:08,599 रहकर 100 00:07:08,599 --> 00:07:12,400 महाबली बलराम से टक्कर लेनी होगी हम सब 101 00:07:12,400 --> 00:07:16,840 तयार है हम सब तयार है सबका कोई काम नहीं 102 00:07:16,840 --> 00:07:20,319 जिस जरास ने अपने बाहुबल से बड़े बड़े 103 00:07:20,319 --> 00:07:23,639 बलवान राजाओं को बंधी बना रखा है वो बलराम 104 00:07:23,639 --> 00:07:26,919 जैसे गवार गवाले की गर्दन तोड़ने के लिए 105 00:07:26,919 --> 00:07:32,479 अकेला ही बहुत है ण नारायण मथुरा पर मगद 106 00:07:32,479 --> 00:07:35,319 की ध्वजा फहरा देने का ये अच्छा अवसर है 107 00:07:35,319 --> 00:07:39,319 मगध राज क्योंकि बलराम जी राजा कंस के डर 108 00:07:39,319 --> 00:07:42,199 से भागे हुए यादवों को मथुरा में फिर से 109 00:07:42,199 --> 00:07:44,960 बसाने के लिए अनर्थ देश में ढूंढते फिर 110 00:07:44,960 --> 00:07:48,240 रहे हैं नारद जी मैं अनर देश का राजा 111 00:07:48,240 --> 00:07:52,039 कुसना बलराम जैसे गीदड़ को सिंह की तरह 112 00:07:52,039 --> 00:07:56,000 गरज कर खर दूंगा राजा कुसना तुम्हारे सिर 113 00:07:56,000 --> 00:07:58,759 पर तो रैवत तक का राजा ककु में ही गर्ज 114 00:07:58,759 --> 00:08:00,720 रहा है 115 00:08:00,720 --> 00:08:03,440 वो कायर तो हार कर रव तक की गुफाओ में 116 00:08:03,440 --> 00:08:06,840 मुंह छुपाता फिर रहा है इस घमंड में फूलकर 117 00:08:06,840 --> 00:08:09,280 कहीं उसकी कन्या रेवती से सामना ना कर 118 00:08:09,280 --> 00:08:13,039 बैठना कुछ ना वह रूप में जैसी रमणी वैसी 119 00:08:13,039 --> 00:08:16,240 ही रण में रण चंडी भी 120 00:08:16,240 --> 00:08:19,429 [प्रशंसा] 121 00:08:19,980 --> 00:08:24,959 [संगीत] 122 00:08:28,240 --> 00:08:31,240 है 123 00:08:54,710 --> 00:08:56,160 [संगीत] 124 00:08:56,160 --> 00:08:59,440 वो मारा हमारी राजकुमारी रेवती का निशाना 125 00:08:59,440 --> 00:09:03,240 चुक नहीं सकता चलो अपना शिकार देखें मरा 126 00:09:03,240 --> 00:09:06,200 हुआ शिकार क्या देखना वो भी पशु और क्या 127 00:09:06,200 --> 00:09:09,120 अरे देखना ही है तो कोई वीर पुरुष देखे जो 128 00:09:09,120 --> 00:09:14,320 रेवती के नैन बान लगते ही चट घायल और 129 00:09:17,519 --> 00:09:21,200 पट अरे देखने की आवश्यकता ही क्या है 130 00:09:21,200 --> 00:09:24,000 ब्रह्मा जी ने तो कह दिया है कि रेवती का 131 00:09:24,000 --> 00:09:26,519 ब्याह श्री कृष्ण के बड़े भाई बलराम जी से 132 00:09:26,519 --> 00:09:29,959 होगा सो तो ठीक है रे पर कौन जा बलराम जी 133 00:09:29,959 --> 00:09:32,839 मिले कि ना मिले मिले तो कब मिले कहां 134 00:09:32,839 --> 00:09:36,000 मिले अरे भाई हमारी सखी को बहुत उताव है 135 00:09:36,000 --> 00:09:39,680 तो हम मथुरा चली चले ठीक है ना चल हट 136 00:09:39,680 --> 00:09:42,160 निर्लज 137 00:09:42,600 --> 00:09:47,240 क राजकुमारी जीक पर्वत को कुछ नाव की सेना 138 00:09:47,240 --> 00:09:50,600 ने घेर लिया है राजा कुछ नाव इधर ही आ रहा 139 00:09:50,600 --> 00:09:54,360 है रेवती भी उसी की बाट देख रही है पिता 140 00:09:54,360 --> 00:09:57,200 का बदला पुत्री 141 00:09:58,120 --> 00:09:59,640 लेगी 142 00:09:59,640 --> 00:10:02,519 कहां है उसकी बेटी रेवती आज मैं उसको अपनी 143 00:10:02,519 --> 00:10:06,760 दासी बनाने आया हूं कहां है निर्लज तू जिस 144 00:10:06,760 --> 00:10:09,920 रेवती को दासी बनाने का सपना देख रहा है 145 00:10:09,920 --> 00:10:13,600 वह तेरा काल बनकर तेरे सिर पर खड़ी है कौन 146 00:10:13,600 --> 00:10:15,000 रेवती 147 00:10:15,000 --> 00:10:18,680 आहा अरे तेरी सुंदरता पर मैं तो वैसे ही 148 00:10:18,680 --> 00:10:21,560 लाख बार मरने को तैयार हूं सुंदरी यदि तू 149 00:10:21,560 --> 00:10:24,480 इन हाथों से हथियार के बदले फूलों की माला 150 00:10:24,480 --> 00:10:27,160 मेरे गले में डाल दे और मेरे साथ कुश 151 00:10:27,160 --> 00:10:30,320 स्थली चले मादा मैं कुश स्थले अवश्य 152 00:10:30,320 --> 00:10:34,200 जाऊंगी पर वहां की राजकुमारी बन कर तुझ 153 00:10:34,200 --> 00:10:38,600 जैसे नीच और विलासी राजा को यमलोक भेज 154 00:10:42,120 --> 00:10:52,160 [संगीत] 155 00:10:52,160 --> 00:10:56,000 कर यर पुरुष एक लड़की पर गदा उठाते हुए 156 00:10:56,000 --> 00:10:58,600 तुझे लज्जा नहीं आई यदि तुझे अपने बल का 157 00:10:58,600 --> 00:11:02,780 इतना है तो आ मैं म 158 00:11:02,780 --> 00:11:20,750 [संगीत] 159 00:11:25,520 --> 00:11:27,959 [संगीत] 160 00:11:27,959 --> 00:11:30,959 देता 161 00:11:33,440 --> 00:11:54,589 [संगीत] 162 00:11:57,959 --> 00:12:00,959 स 163 00:12:03,780 --> 00:12:14,820 [संगीत] 164 00:12:24,510 --> 00:12:27,880 [संगीत] 165 00:12:27,880 --> 00:12:30,390 हा 166 00:12:30,390 --> 00:12:33,450 [संगीत] 167 00:12:37,880 --> 00:12:40,600 कहां है कहा 168 00:12:40,600 --> 00:12:45,000 है पिताजी कहां है मेरा राज पने वाला 169 00:12:45,000 --> 00:12:50,360 दु कहां है कहां है वो पापी दुराचारी क है 170 00:12:50,360 --> 00:12:55,680 पिताजी शत्रु मारा गया आप जाकर विश्राम 171 00:12:56,000 --> 00:12:59,720 कीजिए महाराज की जय हो श की सेना हमारी 172 00:12:59,720 --> 00:13:03,519 शरण में आ गई है यही तो यही तो मैं सुनना 173 00:13:03,519 --> 00:13:08,560 चाहता था यही मैं चाहता था यही मैं 174 00:13:08,560 --> 00:13:12,040 चाहता पिताजी को 175 00:13:18,199 --> 00:13:25,320 आवा अरे कहां गए कौन थे मधुमती रेनुका 176 00:13:25,320 --> 00:13:27,760 देखो तो किधर चले गए ढूंढो 177 00:13:27,760 --> 00:13:30,760 तु 178 00:13:35,480 --> 00:13:36,580 वीर 179 00:13:36,580 --> 00:13:41,920 [संगीत] 180 00:13:41,920 --> 00:13:45,839 पुरुष वीर पुरुष अनुमति बिना अतिथि नहीं 181 00:13:45,839 --> 00:13:49,360 जा सकती मैं अचानक आ पहुंचा हूं अतिथि 182 00:13:49,360 --> 00:13:53,959 नहीं किंतु जहां आप आए व भूम हमारी है 183 00:13:53,959 --> 00:13:55,880 सत्कार किए बिना आपको नहीं जाने दिया 184 00:13:55,880 --> 00:13:58,440 जाएगा तुम्हारी इस भावना से मैंने सत्कार 185 00:13:58,440 --> 00:13:59,320 पा 186 00:13:59,320 --> 00:14:02,959 कुरी बात केवल सत्कार की ही नहीं 187 00:14:02,959 --> 00:14:07,320 है आपने मेरा जो उपकार किया है उपकार नहीं 188 00:14:07,320 --> 00:14:10,320 बल्कि विजय का यश तुमसे छीनकर मैंने अपकार 189 00:14:10,320 --> 00:14:14,800 किया है और क्षमा ना मांगने का अपराध भी 190 00:14:14,800 --> 00:14:17,639 इसका दन देने के लिए रोकना चाहती हो तो 191 00:14:17,639 --> 00:14:20,360 मुझे कोई विरोध नहीं 192 00:14:20,360 --> 00:14:23,880 धन्यवाद मैं पिताजी को वीर पुरुष का परिचय 193 00:14:23,880 --> 00:14:27,000 क्या दू मैं मथुरा के यदुवंशी वसुदेव का 194 00:14:27,000 --> 00:14:28,840 पुत्र बलराम 195 00:14:28,840 --> 00:14:32,029 [संगीत] 196 00:14:34,060 --> 00:14:36,320 [संगीत] 197 00:14:36,320 --> 00:14:39,639 बलराम युग युग से मैं जिनकी बात देख रहा 198 00:14:39,639 --> 00:14:42,480 था वही 199 00:14:42,560 --> 00:14:47,160 पर मैं बिछ से उठने की अवस्था में नहीं 200 00:14:47,160 --> 00:14:50,680 हूं बलराम जी क्षमा 201 00:14:50,680 --> 00:14:57,560 करके मेरी ओर से सत्कार स्वीकार कीजिए 202 00:14:57,680 --> 00:15:00,680 बराज 203 00:15:01,000 --> 00:15:03,040 ब्रह्मा के वचना 204 00:15:03,040 --> 00:15:07,480 अनुसार आज मैं अपनी इस कन्या रिती को आपके 205 00:15:07,480 --> 00:15:11,320 सबल हाथों में सौंप हूं रेवती के साथ-साथ 206 00:15:11,320 --> 00:15:15,160 कुश स्थली भी आप ही को दहेज में देता हूं 207 00:15:15,160 --> 00:15:18,160 विवाह मैं तो यादवों के संगठन का काम पूरा 208 00:15:18,160 --> 00:15:21,759 करके ही आपकी सेवा में लौटूंगा तब तक आप 209 00:15:21,759 --> 00:15:25,839 मेरे पिता और भाई कृष्ण को यही बुला ले 210 00:15:25,839 --> 00:15:30,410 विवाह उनकी अनुमति से ही करना उचित होगा 211 00:15:30,410 --> 00:15:46,680 [संगीत] 212 00:15:46,680 --> 00:15:48,639 सुखी 213 00:15:48,639 --> 00:15:51,360 रहो तुम्हारा दांपत्य 214 00:15:51,360 --> 00:15:55,430 जीवन संसार के लिए आदर्श 215 00:15:55,430 --> 00:15:57,600 [संगीत] 216 00:15:57,600 --> 00:15:59,440 बने 217 00:15:59,440 --> 00:16:01,880 भाभी मुझे आशीर्वाद 218 00:16:01,880 --> 00:16:05,880 दीजिए वासुदेव आपको आशीर्वाद देने वाली 219 00:16:05,880 --> 00:16:08,079 मैं कौन हूं 220 00:16:08,079 --> 00:16:12,440 भाभी हमारी आर्य सभ्यता में भाभी माता के 221 00:16:12,440 --> 00:16:13,839 समान होती 222 00:16:13,839 --> 00:16:17,959 हैं किंतु मेरे देवज तो स्वयं जगत पिता है 223 00:16:17,959 --> 00:16:22,560 हा भाभी ऐसी बात फिर ना कीजिएगा संसार में 224 00:16:22,560 --> 00:16:25,639 कार्य सिद्धि के लिए बहुत कुछ करना पड़ता 225 00:16:25,639 --> 00:16:29,680 है मैं तो वसुदेव का पुत्र बृज का ग्वाला 226 00:16:29,680 --> 00:16:33,800 कृष्ण कन्हैया ही ठीक हूं भाभी मथुरा चलने 227 00:16:33,800 --> 00:16:37,279 पर भी आप मुझे देवर ही 228 00:16:40,839 --> 00:16:44,240 मानिए देवी क्या दसियों को छुट्टी दे दी 229 00:16:44,240 --> 00:16:48,319 है नहीं तो तो फिर क्या बात है उनका भी 230 00:16:48,319 --> 00:16:51,639 काम तुम ही कर रही हो सुना है कि मधुरा के 231 00:16:51,639 --> 00:16:54,120 राज पुरुष पत्नियों से अधिक दसियों पर दया 232 00:16:54,120 --> 00:16:56,399 रखते 233 00:16:57,000 --> 00:16:59,800 हैं भैया 234 00:16:59,800 --> 00:17:03,639 भैया गुप्त ज समाचार लाया है कि कंस के 235 00:17:03,639 --> 00:17:06,679 बाद कुछ नाव की मृत्यु सुनकर जरास विशाल 236 00:17:06,679 --> 00:17:10,240 सेना लेकर मथुरा पर आक्रमण करने आ रहा है 237 00:17:10,240 --> 00:17:13,880 जरास का साहस चूर करने के लिए मेरी बुझाए 238 00:17:13,880 --> 00:17:16,640 भी फड़क रही है 239 00:17:27,400 --> 00:17:30,400 आओ 240 00:17:37,000 --> 00:17:40,320 मगद राज के आगमन का समाचार सुनते ही हम 241 00:17:40,320 --> 00:17:43,000 स्वागत के लिए दौड़े आए हैं जरास भी अपने 242 00:17:43,000 --> 00:17:46,039 जवाई राजा कंस की हत्या का तुमसे लेने के 243 00:17:46,039 --> 00:17:48,480 लिए आया है कप 244 00:17:48,480 --> 00:17:51,200 जरास बड़े भाई के होते हुए छोटे भाई का 245 00:17:51,200 --> 00:17:54,360 कोई भी बा नहीं कर 246 00:17:57,400 --> 00:18:00,400 सकता 247 00:18:00,820 --> 00:18:02,140 [संगीत] 248 00:18:02,140 --> 00:18:05,199 [प्रशंसा] 249 00:18:11,490 --> 00:18:20,920 [संगीत] 250 00:18:40,180 --> 00:18:43,309 [संगीत] 251 00:18:57,320 --> 00:18:59,280 श 252 00:18:59,280 --> 00:19:01,530 उठाओ 253 00:19:01,530 --> 00:19:04,039 [संगीत] 254 00:19:04,039 --> 00:19:07,559 गदा उठाओ 255 00:19:08,180 --> 00:19:13,339 [संगीत] 256 00:19:27,240 --> 00:19:30,240 गदा 257 00:19:44,960 --> 00:19:51,120 भैया रुक जाइए भैया जरास को मारिए 258 00:19:51,159 --> 00:19:55,559 मत जरास मैं तो एक हाथ और दो टुकड़े मानता 259 00:19:55,559 --> 00:19:58,600 हूं किंतु कन्हैया के कहने से तुम्हें 260 00:19:58,600 --> 00:20:01,559 जीवन दान दे रहा हूं 261 00:20:01,559 --> 00:20:06,080 जाओ राम श्री कृष्णा की पकड़ने की क्या आव 262 00:20:06,080 --> 00:20:09,360 सकता है मैं तो वैसे ही चलने को तैयार हूं 263 00:20:09,360 --> 00:20:12,559 मैं किसी का शत्रु नहीं अरे चल चल पड़ा 264 00:20:12,559 --> 00:20:13,960 ब्राह्मण बढ 265 00:20:13,960 --> 00:20:19,200 के वंदना कर महाराज को नारद जी तो संसार 266 00:20:19,200 --> 00:20:23,400 में सबकी वंदना करते हैं अरे मूर्ख हो ये 267 00:20:23,400 --> 00:20:26,600 किनको पकड़ ना है ये तो सबका कल्याण चाहने 268 00:20:26,600 --> 00:20:31,600 वाले मुनिराज नारद जी क्षमा कीजिए 269 00:20:31,600 --> 00:20:34,559 गुरुदेव नारायण 270 00:20:34,559 --> 00:20:36,440 नाराय 271 00:20:36,440 --> 00:20:40,520 कालि तुम्हारा प्रेम देखकर मेरी इच्छा तो 272 00:20:40,520 --> 00:20:45,000 हुई कि तुम्हारी भलाई की एक बात बता 273 00:20:45,000 --> 00:20:49,880 द किंतु कहीं तुमने ढोल पीटा यह बात नारद 274 00:20:49,880 --> 00:20:52,679 जी बता कर गए तो कृष्ण से मेरा मन मुठ हो 275 00:20:52,679 --> 00:20:56,960 जाएगा इसलिए रहने दो नहीं नहीं मुनिराज 276 00:20:56,960 --> 00:21:00,640 कृष्ण के बारे में बा हो तो जल्दी बताइए 277 00:21:00,640 --> 00:21:04,960 इतने आसर हो तो बता ही देता हूं चक्रवर्ती 278 00:21:04,960 --> 00:21:08,240 बनने की इच्छा पूरी करना चाहते हो तो यह 279 00:21:08,240 --> 00:21:12,320 सुंदर अवसर है इस बार तो बलराम कृष्ण से 280 00:21:12,320 --> 00:21:16,279 रासन पराजित हो गया किंतु वह दोबारा चढ़ाई 281 00:21:16,279 --> 00:21:20,400 करने की तैयारी कर रहा उससे पहले ही मथुरा 282 00:21:20,400 --> 00:21:25,000 को यमना दिप काल यवन जीत ले तो बस बस नारद 283 00:21:25,000 --> 00:21:28,840 जी क्या दूर की सोची है समझ कि मैंने 284 00:21:28,840 --> 00:21:31,720 मथुरा जीत ली 285 00:21:31,720 --> 00:21:35,360 महाराज हमें हर बार कृष्ण की कपट नीति से 286 00:21:35,360 --> 00:21:38,640 नीचा देखना पड़ा है इसलिए इस बार केवल बल 287 00:21:38,640 --> 00:21:41,919 से नहीं कल से काम लेना होगा नारायण 288 00:21:41,919 --> 00:21:46,440 नारायण बल आपके पास और कल मेरे पास मगद 289 00:21:46,440 --> 00:21:51,000 पति किंतु नारद जी आप तो हमारी भलाई चाहने 290 00:21:51,000 --> 00:21:55,919 वाले हैं बताइए तो सुनिए इस समय मथुरा पर 291 00:21:55,919 --> 00:21:58,559 काल यवन भी आक्रमण करने जा रहा 292 00:21:58,559 --> 00:22:01,320 यादवों के नेता बलराम श्री कृष्ण मोर्चा 293 00:22:01,320 --> 00:22:05,039 संभालने में उधर जुटे रहेंगे और इधर आप 294 00:22:05,039 --> 00:22:08,559 बिना परिश्रम मथुरा पर मगद की ध्वजा फहरा 295 00:22:08,559 --> 00:22:11,960 दीजिए उपकार मुनिराज श्री बलाम जी श्री 296 00:22:11,960 --> 00:22:14,679 कृष्ण जी रक्षा कीजिए काल जवन के सैनिक 297 00:22:14,679 --> 00:22:17,200 हमारे गांव गांव में घुसकर उत्पात मचा रहे 298 00:22:17,200 --> 00:22:20,000 हैं निर्दोष जनता को लूट पीट रहे हैं खेतो 299 00:22:20,000 --> 00:22:22,120 और घरों को जलाकर नष्ट कर रहे हैं पशुओं 300 00:22:22,120 --> 00:22:24,799 का हरण करने के साथ-साथ बह बेटियों की लाज 301 00:22:24,799 --> 00:22:28,080 भी कन्हैया बह बेटियों की लाय लूटने वाला 302 00:22:28,080 --> 00:22:30,760 का लहू पीने के लिए मेरा हल उतावला हो रहा 303 00:22:30,760 --> 00:22:35,799 है उठो नारायण नारायण आक्रमण एक ही और से 304 00:22:35,799 --> 00:22:39,120 नहीं दोदो और से होने जा रहा है बलराम जी 305 00:22:39,120 --> 00:22:41,919 कौन है दूसरा आक्रमणकारी अंतर्यामी 306 00:22:41,919 --> 00:22:44,679 वासुदेव से क्या छिपा है ये स्वयं बता 307 00:22:44,679 --> 00:22:48,440 देंगे नारद जी जल्दी बताइए वरना मेरा हाल 308 00:22:48,440 --> 00:22:51,000 शत्रुओं पर उठने से पहले कहीं बम हत्या 309 00:22:51,000 --> 00:22:54,360 नारायण नारायण भगवन मेरी हड्डी पतली 310 00:22:54,360 --> 00:22:57,400 तुड़वा क्यों चाहते हैं बता दीजिए ना जरा 311 00:22:57,400 --> 00:22:59,240 सन की बात 312 00:22:59,240 --> 00:23:01,080 जरास हां 313 00:23:01,080 --> 00:23:05,919 भैया एक ओर से कालयवन और दूसरी ओर से जरास 314 00:23:05,919 --> 00:23:09,240 आक्रमण करने आ रहा है ताकि यादव की सेना 315 00:23:09,240 --> 00:23:11,919 दो भागों में बढ़ जाए और हमारा सैन्य बल 316 00:23:11,919 --> 00:23:15,400 कम हो जाए किंतु वे नहीं जानते कि हम 317 00:23:15,400 --> 00:23:19,000 दोनों का बल अखंड है हमारी सेना का मनोबल 318 00:23:19,000 --> 00:23:22,760 बहुत ऊंचा है हम अभी कुछ बोलते हैं नहीं 319 00:23:22,760 --> 00:23:26,720 भैया पहले हम मथुरा को खाली करा के उद्धव 320 00:23:26,720 --> 00:23:29,039 जी के साथ भाभी और सारी यादव को द्वारका 321 00:23:29,039 --> 00:23:34,279 भेज दे द्वारका हां भैया कुश स्थली अब 322 00:23:34,279 --> 00:23:36,640 यादव के नए सुखी जीवन का प्रवेश द्वार 323 00:23:36,640 --> 00:23:39,960 होगी इसलिए उसे हम द्वारका के नाम से 324 00:23:39,960 --> 00:23:42,760 पुकारेंगे उधर द्वारका में यादव सेना का 325 00:23:42,760 --> 00:23:46,360 संगठन होता रहे और इधर शत्रु ये समझ बैठे 326 00:23:46,360 --> 00:23:49,840 कि उनके डर से यादव भाग गए फिर मैं जरा 327 00:23:49,840 --> 00:23:53,320 संध को यमलोक पहुंचा दूं और तुम काल यमन 328 00:23:53,320 --> 00:23:57,320 को हां भैया परंतु मैं काल यमन को शक्ति 329 00:23:57,320 --> 00:23:58,640 से नहीं 330 00:23:58,640 --> 00:24:02,200 युक्ति से मारूंगा फिर रह जागा जरास उसे 331 00:24:02,200 --> 00:24:04,520 अपने दांव में लेने के लिए मथुरा से भाग 332 00:24:04,520 --> 00:24:08,080 जाने का दिखावा करेंगे क्या 333 00:24:08,080 --> 00:24:11,720 कहा अपने देश की रक्षा के लिए बलराम अपना 334 00:24:11,720 --> 00:24:14,720 बलिदान दे सकता है किंतु युद्ध से मुह 335 00:24:14,720 --> 00:24:17,600 नहीं मोड़ सकता पला नहीं कर सकता शत्रु को 336 00:24:17,600 --> 00:24:22,559 पीठ नहीं दिखा सकता कभी नहीं कभी 337 00:24:22,559 --> 00:24:25,880 नहीं श्री 338 00:24:26,799 --> 00:24:30,360 कृष्ण सांसारिक माया के प्रभाव से शेष 339 00:24:30,360 --> 00:24:32,520 अवतार कभी-कभी नारायण के सामर्थ्य को भूल 340 00:24:32,520 --> 00:24:36,039 जाते हैं शेष नाथ फू का नहीं करेंगे तो और 341 00:24:36,039 --> 00:24:39,440 कौन करेगा भाभी किंतु भैया का क्रोध शांत 342 00:24:39,440 --> 00:24:42,919 कैसे किया जाए भाभी मैं शांत करूंगी 343 00:24:42,919 --> 00:24:46,279 वासुदेव ऐसे करते रगा भाभी कि भैया का मान 344 00:24:46,279 --> 00:24:48,720 भी रहे और मेरा काम भी होता रहे क्योंकि य 345 00:24:48,720 --> 00:24:51,000 तो बारबार होता रहेगा भाभी अच्छा मेरे 346 00:24:51,000 --> 00:24:53,799 नटखट देव 347 00:24:56,760 --> 00:24:58,880 जी 348 00:24:58,880 --> 00:25:02,279 स्वामी आपकी सामर्थ्य को कौन नहीं जानता 349 00:25:02,279 --> 00:25:05,480 आप बड़े हैं बड़ों को क्रोध नहीं क्षमा 350 00:25:05,480 --> 00:25:09,080 शोभा देती है श्री कृष्ण जो कहते हैं वह 351 00:25:09,080 --> 00:25:11,840 तो शत्रु को पराजय देने के लिए युद्ध नीति 352 00:25:11,840 --> 00:25:15,039 का एक मार्ग है और फिर श्री कृष्ण कौन है 353 00:25:15,039 --> 00:25:16,760 आपसे यह कहने वाले मैं कौन 354 00:25:16,760 --> 00:25:25,230 [संगीत] 355 00:25:25,230 --> 00:25:26,679 [प्रशंसा] 356 00:25:26,679 --> 00:25:29,679 हूं 357 00:25:30,590 --> 00:25:33,670 [प्रशंसा] 358 00:25:40,970 --> 00:25:42,460 [संगीत] 359 00:25:42,460 --> 00:25:44,360 [प्रशंसा] 360 00:25:44,360 --> 00:25:53,919 [संगीत] 361 00:25:53,919 --> 00:25:57,120 देवी यह सब कन्हैया की ही माया है जो मुझे 362 00:25:57,120 --> 00:26:00,880 बमा दे दे 363 00:26:01,040 --> 00:26:05,980 [संगीत] 364 00:26:11,110 --> 00:26:14,159 [संगीत] 365 00:26:14,159 --> 00:26:17,039 कन्हैया पकड़ना हमारा काम है छोड़ना 366 00:26:17,039 --> 00:26:20,200 महाराज की इा पर है क्या तुमने का के कहै 367 00:26:20,200 --> 00:26:22,910 का नाम नहीं सुना है नाम हम नहीं 368 00:26:22,910 --> 00:26:26,600 [संगीत] 369 00:26:26,600 --> 00:26:28,370 सुनते 370 00:26:28,370 --> 00:26:34,399 [संगीत] 371 00:26:34,399 --> 00:26:35,230 आ ग 372 00:26:35,230 --> 00:26:51,890 [संगीत] 373 00:26:56,600 --> 00:26:59,600 मुरली 374 00:27:05,060 --> 00:27:14,010 [संगीत] 375 00:27:23,279 --> 00:27:25,840 बंद 376 00:27:26,520 --> 00:27:29,279 करो बंद 377 00:27:29,279 --> 00:27:31,799 करो बंद 378 00:27:31,799 --> 00:27:36,480 करो ये सब क्या हो रहा है तुम लोग पहरा दे 379 00:27:36,480 --> 00:27:42,279 रहे हो या नाच कर रहे हो वो भी दुष्ट पापी 380 00:27:42,279 --> 00:27:47,159 कृष्ण की मुरली धवन पर 381 00:27:48,279 --> 00:27:52,039 बोलो बोलते क्यों 382 00:27:52,320 --> 00:27:55,519 नहीं उतर 383 00:27:55,519 --> 00:27:59,519 जाओ उतर नहीं 384 00:28:02,640 --> 00:28:06,720 देते ये तुम सबको क्या हो गया है किसने 385 00:28:06,720 --> 00:28:09,080 जादू किया तुम 386 00:28:09,080 --> 00:28:12,420 [संगीत] 387 00:28:17,930 --> 00:28:26,440 [संगीत] 388 00:28:26,440 --> 00:28:29,100 पर 389 00:28:29,100 --> 00:28:56,399 [संगीत] 390 00:28:56,399 --> 00:28:57,640 बंद 391 00:28:57,640 --> 00:29:04,729 [संगीत] 392 00:29:11,000 --> 00:29:16,420 [संगीत] 393 00:29:18,670 --> 00:29:21,080 [संगीत] 394 00:29:21,080 --> 00:29:23,559 क 395 00:29:26,320 --> 00:29:29,320 गया 396 00:29:33,800 --> 00:29:35,840 [संगीत] 397 00:29:35,840 --> 00:29:40,519 कायल कृष् कालयवन से मुंह छुपाने के लिए 398 00:29:40,519 --> 00:29:44,840 पीतांबर ड़कर सोने का बहाना कर रहा है उठ 399 00:29:44,840 --> 00:29:48,320 ठ खड़ा हो 400 00:29:50,480 --> 00:29:55,450 [संगीत] 401 00:29:56,320 --> 00:29:59,320 जा 402 00:30:00,130 --> 00:30:03,480 [संगीत] 403 00:30:03,480 --> 00:30:04,720 नारायण 404 00:30:04,720 --> 00:30:09,720 भगवान मैं तो बृज का गवाला कृष्ण 405 00:30:09,760 --> 00:30:14,480 हूं नहीं प्रभु मैं मान धाता का पुत्र मुझ 406 00:30:14,480 --> 00:30:17,960 कुंद मुझे इंद्र का वरदान है कि जब मेरी 407 00:30:17,960 --> 00:30:21,000 निद्रा टूटेगी मेरी आंखों के सामने स्वयं 408 00:30:21,000 --> 00:30:24,760 नारायण भगवान होंगे कृपा करके मुझे उसी 409 00:30:24,760 --> 00:30:28,240 रूप का दर्शन दीजिए भगवान मुझे मुक्ति दी 410 00:30:28,240 --> 00:30:31,919 जी सो 411 00:30:35,640 --> 00:30:39,039 हम राजर्षि मुचकुंद 412 00:30:39,039 --> 00:30:43,840 जो पुरुष मेरी शरण में आ जाता है उसके लिए 413 00:30:43,840 --> 00:30:47,320 फिर कोई ऐसी वस्तु नहीं रह जाती जो शोक का 414 00:30:47,320 --> 00:30:49,000 कारण बन 415 00:30:49,000 --> 00:30:53,039 सके तुमने पहले मेरी बहुत आराधना की है 416 00:30:53,039 --> 00:30:56,159 किंतु क्षत्रिय धर्म का आचरण करते समय 417 00:30:56,159 --> 00:30:59,559 तुमने अनेक दूष पशुओं का वध किया है इसलिए 418 00:30:59,559 --> 00:31:01,559 अगले जन्म में ब्राह्मण 419 00:31:01,559 --> 00:31:06,000 बनकर समस्त जीवों के हितेश बनकर इस जन्म 420 00:31:06,000 --> 00:31:09,279 के पाप धो डालोगे फिर दूसरे जन्म में 421 00:31:09,279 --> 00:31:13,600 मुक्ति पाओगे यह मेरा आशीर्वाद है मैं ठंड 422 00:31:13,600 --> 00:31:15,600 हो गया प्रभु मैं ठंड हो 423 00:31:15,600 --> 00:31:20,159 गया उद्धव जी महादेवी सारी रात यात्रा की 424 00:31:20,159 --> 00:31:23,559 है अब कहीं थोड़ा विश्राम कर ले सामने 425 00:31:23,559 --> 00:31:26,559 कुंडलपुर का गौरी मंदिर है वहीं विश्राम 426 00:31:26,559 --> 00:31:29,080 करेंगे कुंडलपुर 427 00:31:29,080 --> 00:31:33,279 हां विदर्भ की यह राजधानी है जहां के राजा 428 00:31:33,279 --> 00:31:36,559 भीष्म है जिनका बेटा रुक्मी मथुरा पर 429 00:31:36,559 --> 00:31:40,000 चढ़ाई करने में जरास का साथ दे रहा है हां 430 00:31:40,000 --> 00:31:43,120 रुक्मी की एक कुवारी बहन भी है जिसका नाम 431 00:31:43,120 --> 00:31:44,420 रुक्मिणी 432 00:31:44,420 --> 00:31:47,739 [संगीत] 433 00:31:49,930 --> 00:31:53,349 [संगीत] 434 00:31:56,159 --> 00:31:59,159 है 435 00:32:00,720 --> 00:32:04,159 कोई बता 436 00:32:04,159 --> 00:32:08,399 दो पता दिया 437 00:32:08,399 --> 00:32:10,000 का 438 00:32:10,000 --> 00:32:15,320 कहां मेरा चित 439 00:32:15,320 --> 00:32:19,840 चोर मैं वो प्रेम 440 00:32:19,840 --> 00:32:21,960 [संगीत] 441 00:32:21,960 --> 00:32:24,960 दीवानी 442 00:32:25,039 --> 00:32:28,040 जिसका प्रीत 443 00:32:28,040 --> 00:32:29,559 [संगीत] 444 00:32:29,559 --> 00:32:30,900 नंद 445 00:32:30,900 --> 00:32:32,799 [संगीत] 446 00:32:32,799 --> 00:32:38,919 किशोर जिसकी सोहनी है सूरत मनमोहनी है 447 00:32:38,919 --> 00:32:45,440 मूरत ऐसे सांवरिया से जाने कब होगा मिलन 448 00:32:45,440 --> 00:32:51,960 ऐसे सांवरिया से जाने कब होगा मिलन जिसके 449 00:32:51,960 --> 00:32:57,880 सोहनी है सूरत मनमोहिनी है मूरत ऐसे 450 00:32:57,880 --> 00:33:04,440 समरिया से जाने कब होगा मिलन ऐसे समरिया 451 00:33:04,440 --> 00:33:07,310 से जाने कब होगा 452 00:33:07,310 --> 00:33:25,960 [संगीत] 453 00:33:25,960 --> 00:33:28,960 मिलन 454 00:33:29,279 --> 00:33:34,080 दूर दिशा में मुरलिया 455 00:33:34,080 --> 00:33:39,740 बोली तान तान पर जिया मेरा 456 00:33:39,740 --> 00:33:42,839 [संगीत] 457 00:33:45,360 --> 00:33:51,120 डोली दूर दिशा में मुरलिया 458 00:33:51,120 --> 00:33:57,519 बोने तान तान पर किया मेरा डू ने 459 00:33:57,519 --> 00:33:59,240 मुरलिया 460 00:33:59,240 --> 00:34:05,360 बोले चेहरा डोले जिसका नाम बरसे वाला 461 00:34:05,360 --> 00:34:12,119 जिसने छुप छुप जादू डाला ऐसे नटखट मेरे कब 462 00:34:12,119 --> 00:34:18,719 लड़ेंगे नयन ऐसे नटखट मेरे कबुल न देंगे 463 00:34:18,719 --> 00:34:25,879 नयन जिसके सोहनी है सूरज मनमोहिनी है मूरत 464 00:34:25,879 --> 00:34:27,480 ऐसे 465 00:34:27,480 --> 00:34:34,000 से जाने कब होगा मिलन ऐसे समरिया से जाने 466 00:34:34,000 --> 00:34:35,790 कब होगा 467 00:34:35,790 --> 00:34:39,650 [संगीत] 468 00:34:44,280 --> 00:34:52,329 [संगीत] 469 00:34:55,879 --> 00:34:57,440 मिलन 470 00:34:57,440 --> 00:35:02,119 जाने किस दिन आएंगे 471 00:35:02,119 --> 00:35:05,000 सैया प्यार से 472 00:35:05,000 --> 00:35:08,960 मोरी पकड़ेंगे 473 00:35:09,370 --> 00:35:13,280 [संगीत] 474 00:35:13,280 --> 00:35:19,079 भैया जाने किस दिन आएंगे 475 00:35:19,079 --> 00:35:21,960 सैया प्यार से 476 00:35:21,960 --> 00:35:28,280 मोरी पकड़ेंगे भैया आएंगे सैया 477 00:35:28,280 --> 00:35:33,960 पकड़ेंगे भैया जिनका सुंदर है भजन जिनका 478 00:35:33,960 --> 00:35:38,920 रूप मनमोहन ऐसे प्रभु मुझे 479 00:35:38,920 --> 00:35:44,520 देंगे कब दर्शन ऐसे प्रभु मुझे 480 00:35:44,520 --> 00:35:50,920 देंगे कब दर्शन जिसके सोहनी है सूरत मन 481 00:35:50,920 --> 00:35:56,880 मोहिनी है मूरत ऐसे सावरिया से जाने कब 482 00:35:56,880 --> 00:36:05,200 होगा मिलन ऐसे कमरीया से जाने कब होगा 483 00:36:06,600 --> 00:36:21,260 [संगीत] 484 00:36:23,839 --> 00:36:29,599 मिलन जब जब लब में बधन 485 00:36:29,599 --> 00:36:36,480 छाती मुझे न शान मेरे बड़ी याद 486 00:36:40,839 --> 00:36:46,560 आते जब जब नग में बादल 487 00:36:46,560 --> 00:36:54,640 छती मुझे घन श्याम मेरे बड़े याद आती बादल 488 00:36:54,640 --> 00:36:57,839 छाती यादब आ 489 00:36:57,839 --> 00:37:03,640 जिसको माना मन ही मन मैंने अपना जीवन धन 490 00:37:03,640 --> 00:37:10,200 ऐसे पियाज की मैं कब बनूंगी दुल्हन ऐसे 491 00:37:10,200 --> 00:37:16,640 पियाज की मैं कब बंगी तो हम जिसके सोहनी 492 00:37:16,640 --> 00:37:22,680 है सूरत मनमोहिनी है मूरत ऐसे सावरिया से 493 00:37:22,680 --> 00:37:27,200 जाने कब होगा मिलन ऐसे 494 00:37:27,200 --> 00:37:32,530 कया से जाने कब होगा 495 00:37:32,530 --> 00:37:35,719 [संगीत] 496 00:37:37,880 --> 00:37:42,319 मिर कुमारी तुम कौन हो मैं वितर पराज 497 00:37:42,319 --> 00:37:45,720 कलिया रुक्मण आप कौन है कहां से आई है कहा 498 00:37:45,720 --> 00:37:49,800 जा रही है मैं प्रवासी हूं मथुरा से आई 499 00:37:49,800 --> 00:37:51,680 हूं मथुरा 500 00:37:51,680 --> 00:37:57,440 से तब तो श्री कृष्ण को जानती होंगी 501 00:37:57,440 --> 00:38:00,680 अच्छी तरह देवर को भाभी नहीं जानेगी तो 502 00:38:00,680 --> 00:38:02,880 कौन 503 00:38:04,590 --> 00:38:07,640 [संगीत] 504 00:38:07,640 --> 00:38:10,440 जानेगा तो आप ही बलराम जी की अर्धांगिनी 505 00:38:10,440 --> 00:38:11,839 रेवती 506 00:38:11,839 --> 00:38:16,720 ह अरे लजा करर भागने कहां लगी तुम तो हाका 507 00:38:16,720 --> 00:38:20,040 करती थी मथुरा का कोई पंछी भी मिल जाए तो 508 00:38:20,040 --> 00:38:23,200 यह कहूंगी वो कहूंगी ऐसा करूंगी वैसा 509 00:38:23,200 --> 00:38:28,119 करूंगी अब मुह में ताला लग गया अरे संदेशा 510 00:38:28,119 --> 00:38:32,520 नहीं तो उलाना ही दे दो चुप र निल क क्या 511 00:38:32,520 --> 00:38:35,240 बात है राजकुमारी श्री कृष्ण ने कोई अपराध 512 00:38:35,240 --> 00:38:38,640 किया है अजी ऐसा अपराध कि श्री कृष्ण के 513 00:38:38,640 --> 00:38:40,760 नाम से मेरे सखी को लज्जा आती 514 00:38:40,760 --> 00:38:45,520 है ना क्षमा कर सकती ना दंड दे 515 00:38:45,520 --> 00:38:49,359 सकती मेरे देवर है ही दंड पाने की योग्य 516 00:38:49,359 --> 00:38:52,040 मुझे यह पता होता राजकुमारी तो उन्हे भी 517 00:38:52,040 --> 00:38:55,599 अपने साथ अवश्य ले आती देवी जी उन्हे साथ 518 00:38:55,599 --> 00:38:58,920 ना लाकर अच्छा ही किया वरना श्री कृष्ण 519 00:38:58,920 --> 00:39:02,040 अभी तो रुक्मणी जी के मन में बसे हैं कहीं 520 00:39:02,040 --> 00:39:04,920 आंखों में भी समा जाते तो बंदी होने के 521 00:39:04,920 --> 00:39:08,160 सिवा छुटकारा नहीं था 522 00:39:08,160 --> 00:39:12,480 पल्लवी देवी जी आज आप मेरे अतिथि बनिए 523 00:39:12,480 --> 00:39:14,000 चलिए राजभवन 524 00:39:14,000 --> 00:39:16,680 में मैं तुम्हारे इस प्रेम का आदर करती 525 00:39:16,680 --> 00:39:20,359 हूं राजकुमारी किंतु पति आज्ञा का अनादर 526 00:39:20,359 --> 00:39:21,599 नहीं कर 527 00:39:21,599 --> 00:39:25,240 सकती मुझे जल्दी यात्रा पूरी करनी है मेरे 528 00:39:25,240 --> 00:39:27,200 साथ अन्य यादव भी है 529 00:39:27,200 --> 00:39:31,280 वे आगे मेरी बाठ देखते होंगे जैसे आपकी 530 00:39:31,280 --> 00:39:34,880 इच्छा जय श्री 531 00:39:35,800 --> 00:39:42,680 कृष्ण वो देखो रहे दोन चलो 532 00:39:53,319 --> 00:39:58,200 चलो सुनो पवत के चार आग लगा दो और कड़ा 533 00:39:58,200 --> 00:40:01,680 ध्यान रखो ताकि चुहा भी बाहर ना निकले आज 534 00:40:01,680 --> 00:40:05,380 दोनों भाई जलकर राग हो जाएंगे 535 00:40:05,380 --> 00:40:09,979 [संगीत] 536 00:40:23,319 --> 00:40:28,359 चलो बलराम कृष्ण की राख तो उड़ 537 00:40:29,319 --> 00:40:33,040 होगी शिपाल अब तुमको दिया हु वचन हमें 538 00:40:33,040 --> 00:40:37,400 पूरा करना है रुक्मी तुम कुंदनपुर जाओ और 539 00:40:37,400 --> 00:40:40,520 अपनी बहन रुक्मिणी के स्वयं की तैयारी करो 540 00:40:40,520 --> 00:40:44,200 ध्यान रहे स्वयंबर नाम का हो और वरमाला 541 00:40:44,200 --> 00:40:47,880 शिशुपाल के गले में पड़नी चाहिए रुम तुझे 542 00:40:47,880 --> 00:40:50,800 स्वर में शिशुपाल को ही वरमाला पहनी 543 00:40:50,800 --> 00:40:54,680 होगी वरमाला पति को ही पहनाई जाती है 544 00:40:54,680 --> 00:40:59,640 भैया और मैं अपना पति श्री नंद किशोर को 545 00:40:59,640 --> 00:41:03,000 मान चुकी हूं इसके लिए तुझे स् में नहीं 546 00:41:03,000 --> 00:41:05,160 सुमन में जाना 547 00:41:05,160 --> 00:41:09,440 होगा स्मशान तो नहीं जीवन का प्रवेश द्वार 548 00:41:09,440 --> 00:41:10,640 है 549 00:41:10,640 --> 00:41:15,160 भैया मैं अपनी मनोकामना पूरी करने के 550 00:41:15,160 --> 00:41:19,520 लिए वहां भी जाऊंगी तो सुन ले बलराम और 551 00:41:19,520 --> 00:41:22,920 कृष्ण कब के परवन पर्वत पर जलकर रात हो 552 00:41:22,920 --> 00:41:26,640 गए यह सुनाकर मेरी आत्मा को तुम भले ही 553 00:41:26,640 --> 00:41:31,800 जला भैया पर मेरी सुहाग को आज नहीं आ 554 00:41:31,800 --> 00:41:35,400 सकती यह मेरा विश्वास है यह विश्वास नहीं 555 00:41:35,400 --> 00:41:38,960 हट है रुक्मण और तेरा यह हट मैं पूरा नहीं 556 00:41:38,960 --> 00:41:39,880 होने 557 00:41:39,880 --> 00:41:44,839 दूंगा तुझे शिशुपाल से ही विवाह करना 558 00:41:45,560 --> 00:41:47,330 होगा चलिए पिताजी 559 00:41:47,330 --> 00:41:55,240 [संगीत] 560 00:41:55,240 --> 00:41:59,119 द्वारिका के इस राज भवन में मन कैसे लगता 561 00:41:59,119 --> 00:42:03,160 होगा नारद जी द्वारका के इस राज भवन में 562 00:42:03,160 --> 00:42:06,560 मन लगने के लिए तो मुझे देवरानी और 563 00:42:06,560 --> 00:42:09,800 सुभद्रा को एक और भाभी चाहिए आप ही मेरे 564 00:42:09,800 --> 00:42:12,839 देवर जी को समझाइए द्वारका नगरी तो 565 00:42:12,839 --> 00:42:16,040 इन्होने बसा ली अब अपनी गृहस्थ भी बसा ले 566 00:42:16,040 --> 00:42:19,599 नारायण नारायण मैं ब्रह्मचारी घर गृहस्थ 567 00:42:19,599 --> 00:42:22,760 की बात क्या जान महादेवी देवर्ष अब मुझे 568 00:42:22,760 --> 00:42:26,240 भी आप ही का शिष्य बनना है कन्हैया 569 00:42:26,240 --> 00:42:28,760 तुम्हारे विवाह के बारे में तुम्हारी भाभी 570 00:42:28,760 --> 00:42:31,359 से मेरा विवाद होता ही रहता है अब तुम्हें 571 00:42:31,359 --> 00:42:33,440 निर्णय कर लेना चाहिए निर्णय ये क्या 572 00:42:33,440 --> 00:42:36,839 करेंगे मैंने कर लिया है हां कन्या भी देख 573 00:42:36,839 --> 00:42:39,680 रखी है नारायण नारायण 574 00:42:39,680 --> 00:42:43,400 देवर्ष कन्या की बात मैं मैं नहीं लाया 575 00:42:43,400 --> 00:42:45,760 हूं प्रभु मैंने तो रेवती जी से इतना ही 576 00:42:45,760 --> 00:42:48,760 कहा है कि कुंडलपुर में विदर्भ राजकुमारी 577 00:42:48,760 --> 00:42:52,040 रुक्मिणी का स्वयंवर होने जा रहा और मैंने 578 00:42:52,040 --> 00:42:55,640 द्वारका आते समय रुक्मिणी को देखा है तभी 579 00:42:55,640 --> 00:42:57,079 से ठान 580 00:42:57,079 --> 00:43:00,160 कि देवजी का विवाह कराना है उसी के 581 00:43:00,160 --> 00:43:04,200 साथ यह कैसे हो सकता है भाभी स्वयं का 582 00:43:04,200 --> 00:43:07,640 निमंत्रण तो आया नहीं देवर जी प्रेम में 583 00:43:07,640 --> 00:43:10,400 नेम और शिष्टाचार नहीं देखा जाता 584 00:43:10,400 --> 00:43:13,680 द्वारकाधीश की जय हो विदर्भ राज पुरोहित 585 00:43:13,680 --> 00:43:15,480 स्वागत भवन में श्री कृष्ण जी की 586 00:43:15,480 --> 00:43:18,440 प्रतीक्षा कर रहे 587 00:43:19,119 --> 00:43:24,720 हैं नारायण नारायण अब मैं भी 588 00:43:25,079 --> 00:43:28,079 चलता 589 00:43:28,319 --> 00:43:32,280 नाथ मेरा मन कहता है कि रुक्मिणी ने विवाह 590 00:43:32,280 --> 00:43:36,440 के लिए श्री कृष्ण को संदेश भेजा 591 00:43:36,440 --> 00:43:40,240 है देवी तुम भी वो बात करती हो कि बनिया 592 00:43:40,240 --> 00:43:43,599 दे ना दे और ग्राह कहे पूरा तलना कन्हैया 593 00:43:43,599 --> 00:43:46,200 विवाह के लिए तैयार नहीं और तुम हो कि 594 00:43:46,200 --> 00:43:49,400 अपने मन के लड्डू खाए जा रही हो आप नहीं 595 00:43:49,400 --> 00:43:53,079 समझते नाथ ऐसी बातों में अपने बड़ों के 596 00:43:53,079 --> 00:43:56,170 आगे मुंह खोलकर कोई हां करता है 597 00:43:56,170 --> 00:43:58,720 [हंसी] 598 00:43:58,720 --> 00:44:02,359 मैं विदर्भ राज पुरोहित सुदेव विराजी 599 00:44:02,359 --> 00:44:05,839 यदुनंदन की सेवा में विदर्भ राजकुमारी 600 00:44:05,839 --> 00:44:09,480 रुक्मिणी का यह 601 00:44:13,410 --> 00:44:16,660 [संगीत] 602 00:44:16,660 --> 00:44:22,930 [प्रशंसा] 603 00:44:25,000 --> 00:44:28,000 पत्र 604 00:44:28,319 --> 00:44:30,440 ब्राह्मण 605 00:44:30,440 --> 00:44:33,119 देवता जिसको मुझसे प्रेम 606 00:44:33,119 --> 00:44:36,079 है मैं भी उसी का 607 00:44:36,079 --> 00:44:41,040 हूं राजकुमारी की मनोकामना अवश्य पूरी 608 00:44:41,040 --> 00:44:44,720 होगी राजकुमारी जी मगध पति जरास अपनी सेना 609 00:44:44,720 --> 00:44:47,920 लेकर आ गया अपने दल बल के साथ शिशुपाल भी 610 00:44:47,920 --> 00:44:50,160 आ 611 00:44:53,720 --> 00:44:56,720 पहुंचा अभ 612 00:44:56,720 --> 00:45:00,920 नं किशोर नहीं आए पधारे यदुनंदन श्री 613 00:45:00,920 --> 00:45:03,920 कृष्ण चंद्र जी पधारे 614 00:45:03,920 --> 00:45:08,800 पधारे प्राण बल्ल हा हा वे गौरी पूजन के 615 00:45:08,800 --> 00:45:12,359 समय मंदिर पर उपस्थित रहेंगे आपकी 616 00:45:12,359 --> 00:45:15,810 मनोकामना पूरी करेंगे मेरा आशीर्वाद 617 00:45:15,810 --> 00:45:19,070 [संगीत] 618 00:45:20,440 --> 00:45:23,559 हैता के रा 619 00:45:23,559 --> 00:45:28,960 ल गा ना के आकाश में उ आज मेरा मन आने से 620 00:45:28,960 --> 00:45:31,119 पागल हो रहा 621 00:45:31,119 --> 00:45:34,000 है बहुत प्रसन्न दिख रही है रुक्मण 622 00:45:34,000 --> 00:45:36,079 प्रसन्न होने का इससे अच्छा अवसर फिर कौन 623 00:45:36,079 --> 00:45:40,000 सा होगा भैया गौरी पूजन करने जाना है ना 624 00:45:40,000 --> 00:45:43,760 अच्छा तो गौरी मा ने तेरी मति फेर दी बहुत 625 00:45:43,760 --> 00:45:46,440 अच्छा हु तू गौरी पूजन की तैयारी कर और 626 00:45:46,440 --> 00:45:48,720 मैं 627 00:45:52,760 --> 00:45:54,880 स् 628 00:45:54,880 --> 00:45:56,630 सुभद्रा 629 00:45:56,630 --> 00:46:01,680 [संगीत] 630 00:46:01,680 --> 00:46:03,319 सुभद्रा 631 00:46:03,319 --> 00:46:06,800 ओहो आज तो भाभी के पांव धरती पर टिकते ही 632 00:46:06,800 --> 00:46:11,000 नहीं किस आनंद में उछल रही हो भाभी ननद 633 00:46:11,000 --> 00:46:13,359 रानी सुभद्रा का मन एक भाभी से भरता नहीं 634 00:46:13,359 --> 00:46:17,760 था ना अब दूसरी आ रही है अच्छा तो ये 635 00:46:17,760 --> 00:46:20,839 दूसरा मोर्चा कहां खुला है कुंडलपुर में 636 00:46:20,839 --> 00:46:24,559 मेरे देवजी रुक्मिणी का हरण करने गए हैं ओ 637 00:46:24,559 --> 00:46:27,319 तोत ये क्यों नहीं कहती भाभी कि भैया के 638 00:46:27,319 --> 00:46:30,280 ऊपर बस नहीं चलता तो मेरे ऊपर शासन चलाने 639 00:46:30,280 --> 00:46:33,520 के लिए तुम अपनी संख्या बढ़ा रही हो क्यों 640 00:46:33,520 --> 00:46:36,480 ना बढ़ाऊ तुम्हारे भैया भी अच्छी तरह 641 00:46:36,480 --> 00:46:40,079 समझते हैं कि कुंवारी बहन पर कड़ा पहरा 642 00:46:40,079 --> 00:46:42,480 होना चाहिए हटो भाभी भैया का नाम लगाओगी 643 00:46:42,480 --> 00:46:45,920 तो मैं भी तुम्हे गाली दूंगी हां दे लेना 644 00:46:45,920 --> 00:46:48,440 अभी तो मंगल कलश लेकर भैया और भाभी के 645 00:46:48,440 --> 00:46:50,480 स्वागत के लिए तैयार हो 646 00:46:50,480 --> 00:46:56,480 जाओ गौरी माता अपनी दया की भी से 647 00:46:56,480 --> 00:47:02,280 मेरी प्रीत की ली भर दो मां मेरी मनोकामना 648 00:47:02,280 --> 00:47:04,120 पूरी 649 00:47:04,120 --> 00:47:11,239 [संगीत] 650 00:47:17,520 --> 00:47:22,909 [संगीत] 651 00:47:24,720 --> 00:47:25,840 करो 652 00:47:25,840 --> 00:47:33,469 [संगीत] 653 00:47:38,680 --> 00:47:41,780 [संगीत] 654 00:47:48,960 --> 00:47:52,839 मैं वसुदेव का पुत्र कृष्ण रुक्मिणी का 655 00:47:52,839 --> 00:47:57,119 हरण करके द्वार का पुरी ले जा रहा 656 00:47:57,119 --> 00:48:01,300 जिसम शक्ति हो वो मुझे रोकने 657 00:48:01,300 --> 00:48:07,079 [संगीत] 658 00:48:07,079 --> 00:48:11,480 आए महाराज को समाचार 659 00:48:13,319 --> 00:48:18,960 दोट आप सेना लेकर आइए मैं का विय करता 660 00:48:22,760 --> 00:48:26,590 हूं फरी बा थ 661 00:48:26,590 --> 00:48:54,599 [संगीत] 662 00:48:54,599 --> 00:48:57,599 की 663 00:48:57,810 --> 00:49:02,280 [संगीत] 664 00:49:02,280 --> 00:49:04,760 नाम के साथ यु करने से तुम्ह रुक्मण तो 665 00:49:04,760 --> 00:49:07,160 मिलेगी नहीं किंतु शिशुपाल तुम्हारे इस 666 00:49:07,160 --> 00:49:09,960 अपमान का ऐसा बदला लेंगे कि देख के संसार 667 00:49:09,960 --> 00:49:13,720 की आंखें फट जाएंगी इस समय कड़वा खटकर लौट 668 00:49:13,720 --> 00:49:17,680 चलना है ठीक है अच्छा लट 669 00:49:24,520 --> 00:49:26,000 चलो 670 00:49:26,000 --> 00:49:32,880 [संगीत] 671 00:49:37,180 --> 00:49:40,040 [संगीत] 672 00:49:40,040 --> 00:49:44,240 रो नहीं प्रभु र मत लो मेरे भाई रुक में 673 00:49:44,240 --> 00:49:48,079 आते ब देने साला आए और बहन उसे मिले ऐसा 674 00:49:48,079 --> 00:49:50,160 कभी हो सकता 675 00:49:50,160 --> 00:49:51,760 [संगीत] 676 00:49:51,760 --> 00:49:54,520 है सावधान 677 00:49:54,520 --> 00:49:56,790 रुमी 678 00:49:56,790 --> 00:50:03,920 [संगीत] 679 00:50:09,350 --> 00:50:17,389 [संगीत] 680 00:50:17,920 --> 00:50:20,640 रस्सी जल गई पर नहीं 681 00:50:20,640 --> 00:50:23,359 गई 682 00:50:23,359 --> 00:50:26,559 कन्हैया को मारो मत 683 00:50:26,559 --> 00:50:29,359 अपनी कुलवधू के सामने उसके भाई की हत्या 684 00:50:29,359 --> 00:50:31,599 मैं नहीं होने दूंगा इ छोड़ 685 00:50:31,599 --> 00:50:34,480 दो आपकी आज्ञा का पालन करने के लिए मैं 686 00:50:34,480 --> 00:50:36,280 छोड़ देता हूं 687 00:50:36,280 --> 00:50:40,960 भैया परंतु खल को दंड दि बिना नहीं जाने 688 00:50:40,960 --> 00:50:44,229 [संगीत] 689 00:50:46,359 --> 00:50:48,040 दूंगा 690 00:50:48,040 --> 00:50:52,480 रुक्मी अब तुम जा सकते 691 00:50:54,440 --> 00:50:56,320 हो 692 00:50:56,320 --> 00:51:00,780 [संगीत] 693 00:51:02,040 --> 00:51:05,079 तुम्हारे भाई के साथ कन्हैया के इस बर्ताव 694 00:51:05,079 --> 00:51:07,799 के लिए मैं तुमसे क्षमा मांगता हूं क्षमा 695 00:51:07,799 --> 00:51:11,559 तो मुझे अपने भाई के कहे हुए अपशब्दों के 696 00:51:11,559 --> 00:51:16,280 लिए मांगनी चाहिए किंतु भाई से अधिक मुझ 697 00:51:16,280 --> 00:51:20,680 उस कुल का सम्मान प्यारा है जिसकी मैं 698 00:51:20,680 --> 00:51:23,720 कुलवधू बनने जा रही हूं किंतु कुल वधु के 699 00:51:23,720 --> 00:51:27,400 रूप में तुम मेरा आशी तब पाओगी जब धूमधाम 700 00:51:27,400 --> 00:51:31,520 से द्वारका में विवाह की विधि पूरी 701 00:51:33,280 --> 00:51:45,720 [संगीत] 702 00:51:45,720 --> 00:51:48,880 करवाऊंगी तरर जाना मना है मुझे श्री कृष्ण 703 00:51:48,880 --> 00:51:51,920 से मिलना है इस समय नहीं मिल 704 00:51:51,920 --> 00:51:54,799 सकते आज्ञा का पालन करना तुम्हारा काम है 705 00:51:54,799 --> 00:51:58,079 दासी जाकर सूचना दो उससे पहले मैं तुम 706 00:51:58,079 --> 00:52:00,760 आज्ञा देती हूं जिस रास्ते से आए हो उसी 707 00:52:00,760 --> 00:52:03,760 रास्ते से लेकर लट जा अस 708 00:52:03,760 --> 00:52:07,640 ज तुम्हारा यह साहस मेरे साहस का परिचय 709 00:52:07,640 --> 00:52:10,880 तुम अभी मिल जाता है 710 00:52:16,720 --> 00:52:22,280 रो आगे बढ़ने का साहस मत करो वही खड़ 711 00:52:24,280 --> 00:52:26,359 रहो 712 00:52:26,359 --> 00:52:29,760 लो काजल तो लगाया ही नहीं कहीं नटखट दुलहा 713 00:52:29,760 --> 00:52:32,160 जी को किसी की नजर ना लग जाए अपनी नजर 714 00:52:32,160 --> 00:52:35,680 संभालना बहुरानी देवर को भाभी की नजर पहले 715 00:52:35,680 --> 00:52:36,720 लग जाती 716 00:52:36,720 --> 00:52:41,359 है बड़ा आया धली वाला सुभद्रा मैं अभी 717 00:52:41,359 --> 00:52:42,760 साहस दिखाती 718 00:52:42,760 --> 00:52:47,319 हूं अरे ननद रानी की तो तेवरी चड़ी हुई है 719 00:52:47,319 --> 00:52:50,240 क्या बात है आज यह निशाना किस पर साधने 720 00:52:50,240 --> 00:52:52,440 चली द्वार पर कोई धनुही वाला मेरा साहस 721 00:52:52,440 --> 00:52:55,960 दिखना चाहता है धनुही वाला हां कौन है वो 722 00:52:55,960 --> 00:52:59,079 कोई गवार पागल चक्रम आप ही से मिलने आया 723 00:52:59,079 --> 00:53:02,799 है मैं अभी उसे रस्ता दिखाती हूं खर सुबरा 724 00:53:02,799 --> 00:53:06,440 मैं चलता हूं तुम्हारे साथ 725 00:53:06,630 --> 00:53:11,000 [संगीत] 726 00:53:11,000 --> 00:53:14,940 चलो ये हैन कन 727 00:53:14,940 --> 00:53:19,429 [संगीत] 728 00:53:20,520 --> 00:53:24,280 भगवान बाहर क्यों खड़े रहे मित्र भीतर ही 729 00:53:24,280 --> 00:53:25,799 चले आते 730 00:53:25,799 --> 00:53:28,839 द्वारपालो की जगह ऐसी उजड दसियों से भवन 731 00:53:28,839 --> 00:53:31,359 भरा हो तो भीतर कोई कैसे आ सकता है किसी 732 00:53:31,359 --> 00:53:34,640 ने मुझे आने नहीं दिया 733 00:53:34,720 --> 00:53:38,400 अच्छा यह तो मेरी बहन सुभद्रा है अर्जुन 734 00:53:38,400 --> 00:53:41,400 सुद 735 00:53:44,120 --> 00:53:54,160 [संगीत] 736 00:53:54,160 --> 00:53:56,050 कीन 737 00:53:56,050 --> 00:54:14,599 [संगीत] 738 00:54:14,599 --> 00:54:18,920 भीतर जाना मना है मुझे भाभी से मिलना है 739 00:54:18,920 --> 00:54:23,119 इस समय भाभी से भैया ही मिल सकते हैं ये 740 00:54:23,119 --> 00:54:27,400 किसकी आज्ञा है द्वारपाल की 741 00:54:27,400 --> 00:54:31,640 ओ अच्छा हुआ मुझे दासी पद से छुट्टी तो 742 00:54:31,640 --> 00:54:34,760 मिली अब मैं चलती 743 00:54:34,760 --> 00:54:38,880 हूं आज्ञा बिना 744 00:54:40,280 --> 00:54:42,740 ही पड़ 745 00:54:42,740 --> 00:54:45,880 [संगीत] 746 00:54:47,559 --> 00:54:51,839 भया सच पूछो तो मैं तुम्हारे योग्य नहीं 747 00:54:51,839 --> 00:54:55,599 कैसे होंगे कहां चौध भवन के स्वामी और 748 00:54:55,599 --> 00:54:59,640 कहाय चरणों की दासी पर ये मत समझिए कि 749 00:54:59,640 --> 00:55:02,559 आपकी आड़ टे बातो से मैं लाल पीड़ हो 750 00:55:02,559 --> 00:55:05,040 जाऊंगी आसू 751 00:55:05,040 --> 00:55:06,920 बहाओी मैं 752 00:55:06,920 --> 00:55:12,440 आपको आज चना नारायण 753 00:55:12,440 --> 00:55:16,119 नारायण अपरिचित को तो चकमा देना सहज हो 754 00:55:16,119 --> 00:55:21,240 सकता है प्रभु किंतु परिचित को छका ी खीर 755 00:55:21,240 --> 00:55:25,599 है लो नारद जी को समय कु समय ध्यान ही 756 00:55:25,599 --> 00:55:29,400 नहीं रहता राज देव ध्यान तो आपका रहता है 757 00:55:29,400 --> 00:55:33,200 प्रभु दर्शन का संयोग झुट गया तो समय नहीं 758 00:55:33,200 --> 00:55:37,400 तो कु जाते जाते इच्छा हुई जगदीश्वर के 759 00:55:37,400 --> 00:55:41,480 साथ साथ जगदंबा का भी दर्शन करता 760 00:55:41,480 --> 00:55:46,559 चल केवल दर्शन कीजिएगा जीप में चलाएगा 761 00:55:46,559 --> 00:55:50,359 नारायण नारायण जी पर तो आप ही का नाम है 762 00:55:50,359 --> 00:55:54,000 प्रभु देव आप तो त्रिकाल ज्ञानी 763 00:55:54,000 --> 00:55:55,799 है 764 00:55:55,799 --> 00:55:58,160 मेरी हस्तर रेखा देखिए ना क्षमा कीजिए 765 00:55:58,160 --> 00:56:02,039 महादेवी एक बार एक राजकुमारी की हस्तर 766 00:56:02,039 --> 00:56:05,160 रेखा देखी थी तो आपके स्वामी ने मुझे बंदर 767 00:56:05,160 --> 00:56:09,280 बना दिया था आज आपकी देखूं तो क्या जाने 768 00:56:09,280 --> 00:56:12,079 मुझे लंगूर बना दे मैं तो स्वामी के सामने 769 00:56:12,079 --> 00:56:15,520 ही पूछ रही हूं देवर्ष 770 00:56:15,520 --> 00:56:21,039 बताइए मुझ पर इनका प्रेम ऐसा ही अटल रहेगा 771 00:56:21,039 --> 00:56:25,920 ना आप तो मुझे संकट में डाल रही है देवी 772 00:56:25,920 --> 00:56:27,839 [संगीत] 773 00:56:27,839 --> 00:56:31,200 रेखा कहती है रेखा क्या कहती है देवऋषि 774 00:56:31,200 --> 00:56:34,480 छोड़ प्रभु इसलिए तुम्हे देखना नहीं चाहता 775 00:56:34,480 --> 00:56:37,280 नहीं नहीं देव अधूरी बात कहकर मुझे शंका 776 00:56:37,280 --> 00:56:38,640 में मत 777 00:56:38,640 --> 00:56:43,960 डालिए भगवन जो कहने आए हैं व कह डालिए देव 778 00:56:43,960 --> 00:56:46,960 नारायण 779 00:56:47,000 --> 00:56:48,960 नारायण देवी 780 00:56:48,960 --> 00:56:52,079 जी आपके पति के भाग्य 781 00:56:52,079 --> 00:56:55,640 में आठ पटनिया 782 00:56:55,640 --> 00:56:57,119 और 783 00:56:57,119 --> 00:56:59,359 16100 रानिया 784 00:56:59,359 --> 00:57:00,880 है 785 00:57:00,880 --> 00:57:03,079 बस 786 00:57:03,079 --> 00:57:07,000 भगवन यह कहने में इतना 787 00:57:07,920 --> 00:57:10,839 घबरा विराट की शक्तिया विराट के पास नहीं 788 00:57:10,839 --> 00:57:14,319 आएंगे तो किसके पास आएंगे सभी अपने अपने 789 00:57:14,319 --> 00:57:19,359 स्थान पर शोभा पाएंगे नारायण नारायण प्रभु 790 00:57:19,359 --> 00:57:22,359 अब मैं छुट्टी लेता 791 00:57:23,799 --> 00:57:25,760 हूं 792 00:57:25,760 --> 00:57:26,960 हे 793 00:57:26,960 --> 00:57:31,039 नाथ श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी हे नाथ 794 00:57:31,039 --> 00:57:34,480 नारायण वासुदेव श्री कृष्ण गोविंद हरे 795 00:57:34,480 --> 00:57:38,160 मुरारी हे नाथ नारायण 796 00:57:38,160 --> 00:57:42,240 वासुदेव श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी हे 797 00:57:42,240 --> 00:57:46,119 नाथ नारायण द्वारपाल श्री कृष्ण का निवास 798 00:57:46,119 --> 00:57:48,880 स्थान कौन सा है मैं उनसे मिलने आया हूं 799 00:57:48,880 --> 00:57:53,559 द्वारकाधीश से मिलने तुम हो कौन उनका 800 00:57:53,559 --> 00:57:56,799 मित्र मित्र 801 00:57:57,400 --> 00:58:01,160 आज एक साथ ये आक्रमण कैसा देवियों ये तो 802 00:58:01,160 --> 00:58:04,520 केवल पटरा हों का आक्रमण है 16100 रानियां 803 00:58:04,520 --> 00:58:07,839 तो अभी बाकी है परंतु कुछ कारण का भी तो 804 00:58:07,839 --> 00:58:11,000 पता चले आज वट सावित्री का व्रत है ना वट 805 00:58:11,000 --> 00:58:13,920 पूजन से पहले आपके चरण धोकर चरणामृत लेने 806 00:58:13,920 --> 00:58:17,839 आई है किंतु देवियों 807 00:58:17,839 --> 00:58:21,319 16108 कलश की जलधारा जब लगातार इन पांव पर 808 00:58:21,319 --> 00:58:25,079 पड़ती रहेंगी तब तो ये पांव यही जम जाएंगे 809 00:58:25,079 --> 00:58:30,000 आज आपकी चतुराई नहीं चलेगी हां लाइए 810 00:58:40,640 --> 00:58:43,200 चरण यह क्या 811 00:58:43,200 --> 00:58:47,039 नाथ जिस ड़ी ने कभी धूल छुई तक 812 00:58:47,039 --> 00:58:52,240 नहीं उस ड़ी में आज भवाई कैसे पट 813 00:58:53,720 --> 00:58:56,640 गई 814 00:58:56,640 --> 00:59:00,839 स्वामी आपके तलवे में काटा आपने तो आज भवन 815 00:59:00,839 --> 00:59:03,520 के बाहर पैर भी नहीं रखे श्री द्वारकानाथ 816 00:59:03,520 --> 00:59:04,960 की 817 00:59:04,960 --> 00:59:08,160 जय एक अत्यंत दन दुर्बल 818 00:59:08,160 --> 00:59:11,720 ब्राहमम जो एक मैला दुपट्टा डाले हुए 819 00:59:11,720 --> 00:59:15,079 जिसकी धोती फटी हुई और जिनके पांव में 820 00:59:15,079 --> 00:59:18,680 जूते तक नहीं द्वार पर खड़ा दर्शन की 821 00:59:18,680 --> 00:59:21,920 आज्ञा चाहता है व अपने को प्रभु का मित्र 822 00:59:21,920 --> 00:59:26,359 कहता है गांव का पता नहीं बताता है 823 00:59:26,359 --> 00:59:28,640 सुदामा 824 00:59:28,640 --> 00:59:31,760 सुदामा मेरे सहपाठी 825 00:59:31,760 --> 00:59:35,520 सुदामा मेरे गुरु बंधु सुदामा मेरे परम 826 00:59:35,520 --> 00:59:38,400 मित्र सुदामा मेरे गुरु भाई 827 00:59:38,400 --> 00:59:40,720 सुदामा मेरे मित्र 828 00:59:40,720 --> 00:59:42,680 सुदामा 829 00:59:42,680 --> 00:59:44,280 सुदामा 830 00:59:44,280 --> 00:59:45,920 सुदामा 831 00:59:45,920 --> 00:59:50,280 सुदामा सुदामा प्रभु 832 00:59:51,400 --> 00:59:56,359 सुदामा बहुत दिनों के 833 00:59:56,359 --> 00:59:59,359 बिछड़े 834 01:00:00,210 --> 01:00:01,960 [संगीत] 835 01:00:01,960 --> 01:00:05,240 मितवा मिले हैं 836 01:00:05,240 --> 01:00:08,170 वर्षों 837 01:00:08,170 --> 01:00:10,200 [संगीत] 838 01:00:10,200 --> 01:00:16,720 बाद आंखों में है उमड 839 01:00:16,880 --> 01:00:18,839 पड़ी 840 01:00:18,839 --> 01:00:23,240 बीते बचपन की 841 01:00:23,559 --> 01:00:26,559 याद 842 01:00:26,880 --> 01:00:31,000 बीते बचपन 843 01:00:32,100 --> 01:00:34,520 [संगीत] 844 01:00:34,520 --> 01:00:39,119 कीया प्रभु नहीं मित्र 845 01:00:39,119 --> 01:00:43,319 नहीं मुझे प्रभु कहने वाला सारा संसार 846 01:00:43,319 --> 01:00:47,599 है परंतु मुझे मित्र कहने वाला तुम्हारे 847 01:00:47,599 --> 01:00:51,000 सिवा और कोई नहीं सुदामा 848 01:00:51,000 --> 01:00:56,280 सुदामा तुम मुझे मित्र ही कहो 849 01:00:56,280 --> 01:01:00,119 मैं तो मैं तो यही समझता था कि आप 850 01:01:00,119 --> 01:01:01,480 द्वारकाधीश 851 01:01:01,480 --> 01:01:06,000 होकर दरिद्र सुदामा को भूल गए होंगे 852 01:01:06,000 --> 01:01:09,839 कि मुझ जैसे निर्धन के साथ आपका यह बर्ताव 853 01:01:09,839 --> 01:01:13,079 धनवान के सामने एक महान आदर्श खड़ा कर रहा 854 01:01:13,079 --> 01:01:17,680 है देखो बंधु इधर उधर की बातो में ना बलाओ 855 01:01:17,680 --> 01:01:20,680 आज मित्र मिलन का दुर्लभ अवसर मिला है 856 01:01:20,680 --> 01:01:24,720 उसका मुझे पूरा पूरा लाभ उठाने दो आओ चलो 857 01:01:24,720 --> 01:01:26,690 भवन 858 01:01:26,690 --> 01:01:31,039 [संगीत] 859 01:01:31,039 --> 01:01:32,680 में 860 01:01:32,680 --> 01:01:37,920 देखो प्रभु का प्यार ये अद्भुत 861 01:01:37,920 --> 01:01:40,799 [संगीत] 862 01:01:40,799 --> 01:01:44,240 स्वागत ये 863 01:01:46,000 --> 01:01:52,160 अभिराम आज बना है एक निर्धन 864 01:01:52,160 --> 01:01:55,599 का सारा 865 01:01:55,599 --> 01:01:58,520 महल 866 01:01:58,520 --> 01:02:01,060 गुलाम विराज 867 01:02:01,060 --> 01:02:03,680 [संगीत] 868 01:02:03,680 --> 01:02:05,240 बंधु 869 01:02:05,240 --> 01:02:09,319 मैं मैं नहीं नहीं प्रभु मैं इस सिंहासन 870 01:02:09,319 --> 01:02:11,680 के योग्य नहीं हूं 871 01:02:11,680 --> 01:02:14,680 सुदामा तुम्हारे प्रेम और भक्ति का आसन तो 872 01:02:14,680 --> 01:02:20,680 इतना ऊंचा है कि उसके आगे य आसन तु 873 01:02:20,680 --> 01:02:23,359 बिराजो बिराजो 874 01:02:23,359 --> 01:02:24,540 बंधु 875 01:02:24,540 --> 01:02:28,000 [संगीत] 876 01:02:28,000 --> 01:02:30,880 नहीं नहीं सुदामा ये क्या कर रहे हो उठो 877 01:02:30,880 --> 01:02:34,799 उठो सिंहासन पर बैठो नहीं प्रभु बैठो ये 878 01:02:34,799 --> 01:02:36,960 क्या 879 01:02:41,200 --> 01:02:45,079 कर सुदामा इनसे संकोच कैसा भैया अरे ये तो 880 01:02:45,079 --> 01:02:46,559 तुम्हारी भाभिया 881 01:02:46,559 --> 01:02:51,079 है देवियों जाकर थाल ले आओ और जल की झारी 882 01:02:51,079 --> 01:02:53,839 भी मैं अपने प्रिय मित्र सुदामा के चरण 883 01:02:53,839 --> 01:02:56,039 ऊंगा 884 01:02:56,039 --> 01:02:59,440 जाओ देवियों विलन करो शीघ्र ले 885 01:02:59,440 --> 01:03:04,880 आओ ये क्या कर रहे मुझे पाप में म डालिए 886 01:03:04,880 --> 01:03:08,799 मा पापियों को मारकर यह हाथ अपवित्र हो गए 887 01:03:08,799 --> 01:03:12,359 हैं अब यह चरण धोकर पवित्र हो जाएंगे नहीं 888 01:03:12,359 --> 01:03:15,240 प्रभ नहीं अरे हा 889 01:03:15,240 --> 01:03:19,240 भैया अब परिवार का कुछ समाचार 890 01:03:19,240 --> 01:03:23,279 सुनाओ तुम्हारे बाल बच्चे कैसे 891 01:03:23,279 --> 01:03:30,599 हैं मां मुझे भूख लगी है खाना दे ना मां 892 01:03:31,770 --> 01:03:41,799 [संगीत] 893 01:03:41,799 --> 01:03:47,640 मां जैसे प्रभु रखते हैं वैसे 894 01:03:49,079 --> 01:03:52,119 रहते मेरी भाभी कैसी 895 01:03:52,119 --> 01:03:55,599 है एक मां को 896 01:03:55,599 --> 01:03:59,160 संतान के सुख दुख की जितनी चिंता होनी 897 01:03:59,160 --> 01:04:04,279 चाहिए उतनी चिंता सुशीला को रहती है 898 01:04:07,799 --> 01:04:10,359 प्रभु 899 01:04:10,359 --> 01:04:14,279 भैया भाभी ने मेरे लिए क्या भेजा 900 01:04:14,279 --> 01:04:17,480 है जो स्वयं संसार के 901 01:04:17,480 --> 01:04:22,000 दाता उनको कोई क्या दे सकता है 902 01:04:22,000 --> 01:04:25,240 प्रभु तुम कुछ भी कहो भैया परंतु व्यवहार 903 01:04:25,240 --> 01:04:27,839 में पुरुषों की अपेक्षा स्त्रिया अधिक 904 01:04:27,839 --> 01:04:30,440 कुशल होती है और मेरी भाभी कभी कंजूस नहीं 905 01:04:30,440 --> 01:04:33,839 हो सकती भाभी ने मेरे लिए अवश्य कुछ भेजा 906 01:04:33,839 --> 01:04:36,559 होगा कहो भैया क्या भेजा है कुछ नहीं प्रभ 907 01:04:36,559 --> 01:04:38,799 कुछ नहीं कुछ नहीं तो फिर ये क्या छुपा 908 01:04:38,799 --> 01:04:40,160 रहे हो 909 01:04:40,160 --> 01:04:43,160 भैया ये क्या छुपा रहे हो 910 01:04:43,160 --> 01:04:46,250 [संगीत] 911 01:04:46,599 --> 01:04:49,720 भैया जान पड़ता 912 01:04:49,720 --> 01:04:54,760 है यतन से बां करर भाभी ने मेरे लिए कोई 913 01:04:54,760 --> 01:04:57,119 अनमोल वस्तु द 914 01:04:57,119 --> 01:04:59,960 है अंतर्यामी से क्या 915 01:04:59,960 --> 01:05:01,680 छिपाए 916 01:05:01,680 --> 01:05:05,359 किंतु मेरी गरीबी की पोटली भाभियों के पास 917 01:05:05,359 --> 01:05:07,460 मत खोलिए प्रभु 918 01:05:07,460 --> 01:05:11,039 [प्रशंसा] 919 01:05:11,039 --> 01:05:17,119 सुमारी मे पा रने दीजिए प्रया दया 920 01:05:23,079 --> 01:05:26,079 कीजिए 921 01:05:26,880 --> 01:05:28,720 [संगीत] 922 01:05:28,720 --> 01:05:32,400 देखो लोगों यह लीला 923 01:05:32,400 --> 01:05:36,799 ललाम देखो लोगों ये लीला 924 01:05:36,799 --> 01:05:41,160 ललाम कहां सुदामा कहां 925 01:05:41,160 --> 01:05:45,680 घनश्याम कहां सुदामा कहां 926 01:05:45,680 --> 01:05:50,200 घनश्याम देखो लोगों ये लीला 927 01:05:50,200 --> 01:05:53,079 [संगीत] 928 01:05:53,079 --> 01:05:54,540 ललाम 929 01:05:54,540 --> 01:05:55,520 [संगीत] 930 01:05:55,520 --> 01:05:56,840 [प्रशंसा] 931 01:05:56,840 --> 01:05:59,839 [संगीत] 932 01:05:59,839 --> 01:06:03,319 भक्त के पांव प्रभु 933 01:06:03,319 --> 01:06:07,720 धोते दीन दशा पर हरी 934 01:06:07,720 --> 01:06:12,039 रोते जर जर तन पे पड़े 935 01:06:12,039 --> 01:06:16,400 चिथड़े तलव में हाय कांटे 936 01:06:16,400 --> 01:06:20,010 गड़े प्रभु की आंखों में 937 01:06:20,010 --> 01:06:23,000 [संगीत] 938 01:06:23,000 --> 01:06:26,000 सावन 939 01:06:26,039 --> 01:06:30,330 आंसू ये कितने 940 01:06:30,330 --> 01:06:33,720 [संगीत] 941 01:06:33,720 --> 01:06:38,160 पावन देख रही हर 942 01:06:38,160 --> 01:06:43,880 पटरानी सबकी पलको में 943 01:06:47,000 --> 01:06:51,400 पानी डूबी अचरज में दुनिया 944 01:06:51,400 --> 01:06:55,680 तमाम देखो लोगों ये लीला 945 01:06:55,680 --> 01:06:59,840 ललाम देखो लोगों ये लीला 946 01:06:59,840 --> 01:07:05,310 [संगीत] 947 01:07:05,310 --> 01:07:08,420 [प्रशंसा] 948 01:07:08,520 --> 01:07:13,119 ललाम फिर भोजन की घड़ी 949 01:07:13,119 --> 01:07:17,440 आई बैठे दोनों गुरु 950 01:07:17,440 --> 01:07:21,760 भाई एक है कुटिया का 951 01:07:21,760 --> 01:07:26,000 बासी एक जगत पति 952 01:07:26,000 --> 01:07:30,360 अविनाशी रुक्मिणी जी पकवान 953 01:07:30,360 --> 01:07:33,489 [संगीत] 954 01:07:34,480 --> 01:07:39,630 धरे सत भामा जी पंखा 955 01:07:39,630 --> 01:07:43,119 [संगीत] 956 01:07:43,119 --> 01:07:47,440 करे ऐसी प्रीत मिले 957 01:07:47,440 --> 01:07:52,799 सब प्रभु समत मिले 958 01:07:52,920 --> 01:07:55,920 सबको 959 01:07:57,079 --> 01:08:00,440 कितनी है यह छवि 960 01:08:00,440 --> 01:08:04,720 अभिराम देखो लोगों ये लीला 961 01:08:04,720 --> 01:08:10,200 ललाम देखो लोगों ये लीला 962 01:08:18,719 --> 01:08:22,839 ललाम रात हुई तो भगत 963 01:08:22,839 --> 01:08:27,479 सोए सपनों के लोक में 964 01:08:27,479 --> 01:08:36,399 खोए करते देखो सेवक बन नर की सेवा 965 01:08:38,229 --> 01:08:41,600 [संगीत] 966 01:08:41,600 --> 01:08:44,759 नारायण सोच रहे 967 01:08:44,759 --> 01:08:48,159 हैं यह 968 01:08:51,040 --> 01:08:55,799 दुरा घर बैठे 969 01:08:57,520 --> 01:09:02,719 गंगाई फिर लगे वो 970 01:09:03,279 --> 01:09:06,080 मुस्काने प्रभु की 971 01:09:06,080 --> 01:09:10,480 माया प्रभु 972 01:09:11,540 --> 01:09:14,970 [प्रशंसा] 973 01:09:17,198 --> 01:09:22,920 जाने ले ली काक से झट झोली चावल की पोटली 974 01:09:22,920 --> 01:09:28,040 खोली मित्र के भाग्य को चमकाने लगे प्रभु 975 01:09:28,040 --> 01:09:29,930 तंदुल 976 01:09:29,930 --> 01:09:33,399 [संगीत] 977 01:09:33,479 --> 01:09:37,880 खाने फिर तो सब कुछ ही 978 01:09:37,880 --> 01:09:42,040 बदला भक्त सुदामा का पुण्य 979 01:09:42,040 --> 01:09:49,580 फला एक वामन को विराट किया राजा जैसा थाट 980 01:09:49,580 --> 01:09:52,719 [संगीत] 981 01:09:52,719 --> 01:09:55,719 किया 982 01:09:56,320 --> 01:09:59,679 है भगवान बड़े 983 01:09:59,679 --> 01:10:03,880 दानी इनका कोई नहीं 984 01:10:03,880 --> 01:10:10,880 सानी छप्पर फाड़ के देते हैं बदले में कुछ 985 01:10:10,880 --> 01:10:13,210 ना लेते 986 01:10:13,210 --> 01:10:16,920 [संगीत] 987 01:10:16,920 --> 01:10:21,320 हैं आते संकट में बस वही 988 01:10:21,320 --> 01:10:25,520 काम देखो लोगों ये लीला 989 01:10:25,520 --> 01:10:29,719 ललाम देखो लोगो ये लीला 990 01:10:29,719 --> 01:10:33,960 ललाम कहां सुदामा कहां 991 01:10:33,960 --> 01:10:39,280 घनश्याम देखो लोगों ये लीला 992 01:10:39,280 --> 01:10:42,800 ललाम कन्हैया तीन दिन से तुम दिखाई नहीं 993 01:10:42,800 --> 01:10:46,159 पड़े कहां थे सुदामा जी के सत्कार में लग 994 01:10:46,159 --> 01:10:49,719 गया था भैया सुदामा जी जो गुरुकुल में 995 01:10:49,719 --> 01:10:52,840 हमारे साथ पड़ते थे जी कहां है वे तो चले 996 01:10:52,840 --> 01:10:56,719 भी गए चढ़े भी गए देखो कन्हैया तुम्हारी य 997 01:10:56,719 --> 01:10:59,360 ट पटांग टे नहीं जाती कोई भी बात बीत जाने 998 01:10:59,360 --> 01:11:01,360 पर बताते हो ये ठीक 999 01:11:01,360 --> 01:11:04,000 नहीं 1000 01:11:04,000 --> 01:11:07,280 अच्छा मैंने तुम्ह इसलिए बुलवाया है कि अब 1001 01:11:07,280 --> 01:11:10,440 सुभद्रा विवाह के योग हो गई है उसके घर के 1002 01:11:10,440 --> 01:11:13,600 बारे में मैं अपना विचार बताने से पहले 1003 01:11:13,600 --> 01:11:16,760 तुम्हारा विचार जान लेना चाहता हूं मेरे 1004 01:11:16,760 --> 01:11:20,080 विचार से तो सुभद्रा के लिए योग्य अर्जुन 1005 01:11:20,080 --> 01:11:23,920 ही है भैया कन्हैया नीति वही सुंदर सफल 1006 01:11:23,920 --> 01:11:27,360 होती है जिससे मित्रता बढ़े पांडव तो 1007 01:11:27,360 --> 01:11:29,760 हमारे संबंधी और मित्र है ही यदि हम 1008 01:11:29,760 --> 01:11:33,159 कर्मों को भी अपना संबंधी और मित्र बना ले 1009 01:11:33,159 --> 01:11:35,960 तो सदा के लिए दोनों को बैर की आग बुझा 1010 01:11:35,960 --> 01:11:39,239 सकते हैं इसी उद्देश्य से मैंने सुभद्रा 1011 01:11:39,239 --> 01:11:43,719 का विवाह दुर्योधन से करना ठीक समझा है आप 1012 01:11:43,719 --> 01:11:46,120 जो भी ठीक समझे उसमें मुझे कोई आपत्ति 1013 01:11:46,120 --> 01:11:49,840 नहीं भैया परंतु सुभद्रा की भी तो 1014 01:11:49,840 --> 01:11:52,639 इच्छा संसार का हर एक भाई अपनी बहन को 1015 01:11:52,639 --> 01:11:55,600 सुखी देखना चाहता है जी और हर एक बहन बेटी 1016 01:11:55,600 --> 01:11:57,960 सुखी रहने की इच्छा रखती है सच है भैया 1017 01:11:57,960 --> 01:12:01,159 सुभद्रा हमारी इकलौती और लाली बहन है जी 1018 01:12:01,159 --> 01:12:04,760 हां वह भारत की राजरानी बनकर रहे इसलिए 1019 01:12:04,760 --> 01:12:07,440 मेरा ये निश्चय समझो कि उसका विवाह 1020 01:12:07,440 --> 01:12:10,320 दुर्योधन से ही 1021 01:12:11,600 --> 01:12:13,199 होगा 1022 01:12:13,199 --> 01:12:18,460 भाभी भाभी सुभद्रा सुभद्रा 1023 01:12:18,460 --> 01:12:22,480 [संगीत] 1024 01:12:22,480 --> 01:12:25,050 सुभद्र 1025 01:12:25,050 --> 01:12:30,880 [संगीत] 1026 01:12:30,880 --> 01:12:32,000 पगले 1027 01:12:32,000 --> 01:12:36,280 कहे लड़कियां तो पराया धन होती है सब 1028 01:12:36,280 --> 01:12:38,560 लड़कियों को जीवन में एक बार अपने माता 1029 01:12:38,560 --> 01:12:42,199 पिता बहन भाई भज से बिछड़ने का दुख उठाना 1030 01:12:42,199 --> 01:12:45,199 ही पड़ता है परंतु त अभी से इतनी अध हो 1031 01:12:45,199 --> 01:12:47,480 रही है 1032 01:12:47,480 --> 01:12:51,400 भैया बड़े भैया मुझे कुए में ढकेल दे मेरा 1033 01:12:51,400 --> 01:12:54,639 गला घोड़ दे मुझे कसाई के हा 1034 01:12:54,639 --> 01:12:58,480 मैं सब सह कर लूंगी सुखी हो 1035 01:12:58,480 --> 01:13:01,760 जाऊंगी पर दुर्योधन से मेरा प्या नहीं 1036 01:13:01,760 --> 01:13:04,480 भैया नहीं अरे लड़किया तो मनाती है कि 1037 01:13:04,480 --> 01:13:07,600 उन्हें ऊंचा से ऊंचा घर मिले धनी से धनी व 1038 01:13:07,600 --> 01:13:11,199 मिले और तू ये क्या सोच रही है भैया तो 1039 01:13:11,199 --> 01:13:13,440 तुझे हस्तिनापुर की महारानी बनाना चाहते 1040 01:13:13,440 --> 01:13:16,400 हैं नहीं भैया मुझे वहां की राजरानी बनने 1041 01:13:16,400 --> 01:13:19,520 की भूख नहीं है जहा साम्राज्य की छूटी 1042 01:13:19,520 --> 01:13:22,560 प्रतिष्ठा से आत्मा को छला जाता मैं 1043 01:13:22,560 --> 01:13:26,600 हस्तिनापुर सिहासन पर पा रखने से पहले द 1044 01:13:26,600 --> 01:13:28,639 के सागर में स 1045 01:13:28,639 --> 01:13:31,360 जाऊंगी न दे 1046 01:13:31,360 --> 01:13:34,000 दूंगी परंतु भैया तो अपने निश्चय पर 1047 01:13:34,000 --> 01:13:37,639 चट्टान की तरह अटल है अब उपाय भी क्या 1048 01:13:37,639 --> 01:13:39,480 किया जा सकता है 1049 01:13:39,480 --> 01:13:43,000 सुभद्रा भैया का कोप त अच्छी तरह जानती है 1050 01:13:43,000 --> 01:13:46,480 भैया इंद्र की कोप से जज को बचाने के लिए 1051 01:13:46,480 --> 01:13:48,960 जब आपने अंगुरी पर गोवर्धन पर्वत उठा लिया 1052 01:13:48,960 --> 01:13:52,800 था तब क्या मुझसे उपाय पूछा था शिशुपाल के 1053 01:13:52,800 --> 01:13:55,840 जाल से भाभी को निकाला तब क्या मैंने आपको 1054 01:13:55,840 --> 01:13:59,239 उपाय बताया था तब तो भैया का हाथ मेरी पीठ 1055 01:13:59,239 --> 01:14:05,520 पर था पगली परंतु अब अब तो उनका सामना है 1056 01:14:05,520 --> 01:14:07,960 सुभद्रा यदि कोई मैं ऐसा प्रस्ताव लेकर 1057 01:14:07,960 --> 01:14:10,239 उनके पास जाऊ तो मुझ पर भी उनका हाल मुसर 1058 01:14:10,239 --> 01:14:13,080 उठे बिना नहीं रहेगा नहीं सुभद्रा यह 1059 01:14:13,080 --> 01:14:17,840 मुझसे नहीं होगा भैया हो ग बेबस के केवल 1060 01:14:17,840 --> 01:14:22,040 पुकार सुनर नंगे पाव दौड़ने वाले भाई आज 1061 01:14:22,040 --> 01:14:25,800 अपनी बहन के आसू की धारा देखकर अपना मुह 1062 01:14:25,800 --> 01:14:30,639 भी नहीं खोल सकते अनाथ के नाथ अलाओ के बन 1063 01:14:30,639 --> 01:14:33,480 बेसहारों के सहारा कहलाने वाले भगवान श्री 1064 01:14:33,480 --> 01:14:37,639 कृष्ण आपकी शक्ति आपकी सामर्थ्य सबके लिए 1065 01:14:37,639 --> 01:14:41,679 है मेरे ही लिए नहीं बोलिए भैया 1066 01:14:41,679 --> 01:14:44,960 बोलिए मैं कैसे बोलू 1067 01:14:44,960 --> 01:14:49,239 सुभद्रा यदि आज मैं अपना मुंह फोल तो कली 1068 01:14:49,239 --> 01:14:52,520 हमारे परिवार में कलह की आंधी उठ सकती है 1069 01:14:52,520 --> 01:14:57,880 हमारे हरे संसार में ू शार पात हो सकता है 1070 01:14:57,880 --> 01:15:00,960 हम दोनों भाइयों में जीवन भर के लिए भेर 1071 01:15:00,960 --> 01:15:04,120 की आग सुलक सकती है नहीं भया 1072 01:15:04,120 --> 01:15:08,040 नहीं बहन के सुख सुहाग के लिए भाई भाई का 1073 01:15:08,040 --> 01:15:11,719 बैरी हो जाए ये मुझसे सहम नहीं 1074 01:15:11,719 --> 01:15:16,080 हो इससे कहीं अच्छा कि मैं ही अपना अंस कर 1075 01:15:16,080 --> 01:15:18,760 लू 1076 01:15:18,760 --> 01:15:20,840 सुद 1077 01:15:20,840 --> 01:15:23,719 र भैया कुछ कर बैठे 1078 01:15:23,719 --> 01:15:26,920 इससे पहले मैं कुछ सोचता 1079 01:15:26,920 --> 01:15:30,050 हूं मुझे सोच दे 1080 01:15:30,050 --> 01:15:37,810 [संगीत] 1081 01:15:50,600 --> 01:15:54,679 सुभद्रा बम बम शंकर 1082 01:15:54,679 --> 01:15:57,440 भक्तों की मनोकामना पूरी 1083 01:15:57,440 --> 01:15:59,639 [संगीत] 1084 01:15:59,639 --> 01:16:06,800 कर हमम शंकर भक्तो की मनोकामना पूरी कर 1085 01:16:06,800 --> 01:16:09,840 कन्हैया मेरी इच्छा है कहिए इस बार 1086 01:16:09,840 --> 01:16:12,760 तुम्हारी जन्माष्टमी पर तक यात्रा धूमधाम 1087 01:16:12,760 --> 01:16:16,880 से मनाई जाए इसलिए सारे या को परिवार से 1088 01:16:16,880 --> 01:16:18,880 चलने के लिए कहला दिया जाए कहला दूंगा 1089 01:16:18,880 --> 01:16:21,719 भैया और तुम्हारी भाभी तथा सभी पटरा नियों 1090 01:16:21,719 --> 01:16:25,400 के साथ साथ चले वो कुछ दिनों की अतिथि है 1091 01:16:25,400 --> 01:16:29,600 उसका मन बहर जाएगा जैसी आपकी इच्छा मैं भी 1092 01:16:29,600 --> 01:16:32,560 रुक्मिणी सत्यभामा सत्या जामवंती आर की ओर 1093 01:16:32,560 --> 01:16:35,800 से एक इच्छा लेकर आई कहो कहो क्या इच्छा 1094 01:16:35,800 --> 01:16:38,840 लेकर आई हो नगर के बाहर कोई सिद्ध महात्मा 1095 01:16:38,840 --> 01:16:43,199 जी आई है बड़े चमत्कारी है आज्ञ हो तो हम 1096 01:16:43,199 --> 01:16:46,320 उनका दर्शन कराए बड़ी सुंदर इच्छा है 1097 01:16:46,320 --> 01:16:48,600 किंतु योगीराज को हम यही क्यों ना ले 1098 01:16:48,600 --> 01:16:53,560 आए भैया ये सब लोग वही जाकर उस सिद्ध के 1099 01:16:53,560 --> 01:16:56,080 दर्शन करें तो कोई हानि 1100 01:16:56,080 --> 01:16:59,480 है मेरे विचार से तो किसी भी योगी को अपने 1101 01:16:59,480 --> 01:17:01,840 राज भन में ले आना उचित नहीं 1102 01:17:01,840 --> 01:17:06,320 होगा भैया आजकल योगी के वेश में ढोंगी बहु 1103 01:17:06,320 --> 01:17:08,679 से भटकते रहते हैं हा तो क्या सारी नगरी 1104 01:17:08,679 --> 01:17:11,400 अंधी है मूर्ख है मैं योगीराज को ले आने 1105 01:17:11,400 --> 01:17:13,600 जा रहा तुम्ह आना हो तो आ मैं क रोक रहा 1106 01:17:13,600 --> 01:17:16,679 हूं भैया 1107 01:17:21,120 --> 01:17:26,239 चलिए की कामना पूरी कर हमारे आग के तारे 1108 01:17:26,239 --> 01:17:29,600 को किसी डाय ने तोड़ लिया है बाबा हमारे 1109 01:17:29,600 --> 01:17:32,760 बुढ़ापे का सहारा टूट गया है महाराज 1110 01:17:32,760 --> 01:17:36,880 दुखियों पर दया कीजिए दया माया सब भोलेनाथ 1111 01:17:36,880 --> 01:17:41,400 की है मैया लेने वाले से देने वाला महान 1112 01:17:41,400 --> 01:17:44,280 है उस पर भरोसा 1113 01:17:44,280 --> 01:17:48,760 रखो बम बम 1114 01:17:49,320 --> 01:17:55,000 शंक माता की को भरी भरी कर 1115 01:17:57,719 --> 01:18:01,199 बालक को अपने घर ले जा मैया आनंद 1116 01:18:01,199 --> 01:18:05,320 कर सत पुत्रवती 1117 01:18:06,960 --> 01:18:10,679 भवा योगी आज 1118 01:18:10,880 --> 01:18:17,679 को शंकर भक्तो की मनोकामना पूरी 1119 01:18:19,560 --> 01:18:21,520 कर 1120 01:18:21,520 --> 01:18:25,800 बच्चों तुम दोनों में भाई का नाता होना 1121 01:18:25,800 --> 01:18:30,199 चाहिए पिता एक माताए 1122 01:18:30,199 --> 01:18:36,000 दो भाग्य में राज सिंहासन का सर्व 1123 01:18:36,000 --> 01:18:37,760 सुख 1124 01:18:37,760 --> 01:18:41,719 किंतु बड़े भाई को संतान का सुख 1125 01:18:41,719 --> 01:18:46,000 नहीं आपकी वाणी सच है महात्मा मैं 1126 01:18:46,000 --> 01:18:49,360 द्वारकापुरी का सेवक बलराम और यह है मेरा 1127 01:18:49,360 --> 01:18:53,280 छोटा भाई कन्हैया हमारी इच्छा है आप राजवन 1128 01:18:53,280 --> 01:18:56,520 में पधारे योगी को राज भवन से क्या 1129 01:18:56,520 --> 01:18:59,719 प्रयोजन बच्चा हमें सेवा का अवसर दीजिए 1130 01:18:59,719 --> 01:19:04,480 महाराज परंतु सेवा करेगा कौन रानिया पटरा 1131 01:19:04,480 --> 01:19:05,600 योगीराज 1132 01:19:05,600 --> 01:19:09,040 बचा विवाहित स्त्रियों को केवल अपने अकी 1133 01:19:09,040 --> 01:19:13,639 की सेवा करने का अधिकार है भैया जान पड़ता 1134 01:19:13,639 --> 01:19:16,159 है योगीराज कुंवारी कन्या की सेवा चाहते 1135 01:19:16,159 --> 01:19:18,360 हैं तो ठीक है इनकी सेवा के लिए सुभद्रा 1136 01:19:18,360 --> 01:19:20,440 को रख देंगे हा हा भैया कभी भूल से भी ऐसा 1137 01:19:20,440 --> 01:19:23,600 ना कीजिएगा मुझे तोय योगीराज प्रपंच दिखाई 1138 01:19:23,600 --> 01:19:25,840 पड़ते 1139 01:19:26,480 --> 01:19:28,719 हैं 1140 01:19:28,719 --> 01:19:33,239 बच्चा योगी की अंतर दृष्टि बता रही है कि 1141 01:19:33,239 --> 01:19:37,520 छोटा भाई मन का काला है तुम जो भी उत्तर 1142 01:19:37,520 --> 01:19:41,920 देना अपने विश्वास पर देना बच्चा देखिए 1143 01:19:41,920 --> 01:19:45,239 भैया आपको विश्वास हो तो भले ही इनकी सेवा 1144 01:19:45,239 --> 01:19:47,719 में सुभद्रा को रख दीजिए परंतु फिर मुझे 1145 01:19:47,719 --> 01:19:51,440 कुछ मत कहिए हां तुम चुप रहो 1146 01:19:51,840 --> 01:19:55,840 कन्हैया महात्मा आपकी सेवा हमारी बहन 1147 01:19:55,840 --> 01:19:58,360 कुमारी सुभद्रा करेगी आप पधारने की कृपा 1148 01:19:58,360 --> 01:20:03,920 करें बम बम शंकर भक्तों की मनोकामना पूरी 1149 01:20:03,920 --> 01:20:08,520 कर बम बम 1150 01:20:12,880 --> 01:20:15,880 शंकर 1151 01:20:16,320 --> 01:20:20,679 अरा कन्या तुम्हारी सेवा से हम संतुष्ट 1152 01:20:20,679 --> 01:20:23,840 हुए वर मांगो 1153 01:20:23,840 --> 01:20:26,560 महात्मा श्री कृष्ण की बहन को किस वस्तु 1154 01:20:26,560 --> 01:20:29,639 की कमी हो सकती है जो दूसरे से मांगे श्री 1155 01:20:29,639 --> 01:20:33,400 कृष्ण की बहन होने के घमंड में साधु 1156 01:20:33,400 --> 01:20:37,360 महात्मा का तिरस्कार करने की भूल ना करो 1157 01:20:37,360 --> 01:20:41,280 राजकुमारी तुम ना कहो तो भी हमारी अत 1158 01:20:41,280 --> 01:20:44,920 दृष्टि साफ साफ देख रही है कि तुम्हारी 1159 01:20:44,920 --> 01:20:48,719 मनोकामना क्या है क्या है 1160 01:20:48,719 --> 01:20:53,520 सुनो तुम्हारी कन्या को सदा मनवा चित व की 1161 01:20:53,520 --> 01:20:57,400 कामना होती है तुम्हारे मन में भी एक 1162 01:20:57,400 --> 01:21:01,199 धनुर्धारी वीर पुरुष बस गया है तुम्हारी 1163 01:21:01,199 --> 01:21:04,480 ये प्रेमा तुर आंखें उसी को देखना चाहती 1164 01:21:04,480 --> 01:21:07,639 है तुम्हारे रोम रोम में भी उसी प्रीतम को 1165 01:21:07,639 --> 01:21:11,960 पाने की लालसा जाग उठी है सच कहो कन्या 1166 01:21:11,960 --> 01:21:14,800 क्या ये झूठ 1167 01:21:15,760 --> 01:21:20,159 है अच्छा तो तुम ना मांगो तो भी सेवा का 1168 01:21:20,159 --> 01:21:23,600 फल देना साधु संत का धर्म 1169 01:21:23,600 --> 01:21:27,719 शीघ्र ही तुम्ह अपने प्रीतम का दर्शन 1170 01:21:27,719 --> 01:21:32,840 होगा तुम्हारी आशाए पूर्ण होंगी 1171 01:21:32,840 --> 01:21:37,080 सुभद्र सुद महात्मा तुम हमारे अतिथि ना 1172 01:21:37,080 --> 01:21:39,400 होते तो मुझे सुभद्र कहने वाले तुम्हारे 1173 01:21:39,400 --> 01:21:42,719 इस जीव को बा से छेद कर छली बना देते 1174 01:21:42,719 --> 01:21:45,560 तुम्हारी इस दाढ़ी का एक बाल लोच कर चन की 1175 01:21:45,560 --> 01:21:49,360 तरह बिखर देते तुम्हारी आख निकाल दे कन 1176 01:21:49,360 --> 01:21:52,880 साधु का अनादर करने से पहले साध भक्त 1177 01:21:52,880 --> 01:21:56,040 बलराम के क्रोध का परिणाम सोच लो ये सोचने 1178 01:21:56,040 --> 01:21:58,760 से पहले तुम जैसे स्वादु को झाड़ू से झाड़ 1179 01:21:58,760 --> 01:22:01,120 करर बाहर नहीं निकाला तो मेरा नाम भी सुब 1180 01:22:01,120 --> 01:22:03,560 जा नहीं बम बम 1181 01:22:03,560 --> 01:22:07,760 शंकर भक्तो की मनोकामना पूरी 1182 01:22:07,760 --> 01:22:10,120 कर बम बम 1183 01:22:10,120 --> 01:22:14,880 शंकर भक्तो की मनोकामना पूरी 1184 01:22:14,880 --> 01:22:17,880 कर 1185 01:22:21,560 --> 01:22:24,159 भोले 1186 01:22:24,159 --> 01:22:27,159 धनुर्धारी 1187 01:22:27,639 --> 01:22:31,040 सुभे अभी मन की बात मुह पर ना लाना 1188 01:22:31,040 --> 01:22:33,719 सुद यहां तुम्हारे भैया कृष्ण के सोचे हुए 1189 01:22:33,719 --> 01:22:36,520 नाटक का पहला अंक समाप्त होता 1190 01:22:36,520 --> 01:22:40,560 है और दूसरे अंक में रेव तक यात्रा में से 1191 01:22:40,560 --> 01:22:43,080 तुम्हारा हरण 1192 01:22:43,080 --> 01:22:47,370 होगा बड़ा है बाका मेरा 1193 01:22:47,370 --> 01:22:50,000 [प्रशंसा] 1194 01:22:50,000 --> 01:22:54,560 देवरिया प्यारा ये 1195 01:22:55,199 --> 01:22:59,639 नंदलाल हे आज है धन्य 1196 01:22:59,639 --> 01:23:02,080 जन्मदिन 1197 01:23:02,080 --> 01:23:04,600 इसका अरे 1198 01:23:04,600 --> 01:23:06,400 दरे 1199 01:23:06,400 --> 01:23:08,290 नगरों पे 1200 01:23:08,290 --> 01:23:16,549 [संगीत] 1201 01:23:21,480 --> 01:23:24,480 तान 1202 01:23:28,770 --> 01:23:47,729 [संगीत] 1203 01:23:55,159 --> 01:24:00,679 मथुरा में जन् में गोकुल में खेले मथुरा 1204 01:24:00,679 --> 01:24:05,840 में चंद में गोकुल में खेले फिर आए 1205 01:24:05,840 --> 01:24:11,760 द्वारका धाम श्याम जी का क्या 1206 01:24:12,679 --> 01:24:18,400 कहना गोपियों के प्यार में माखन चुरा के 1207 01:24:18,400 --> 01:24:20,719 दुनिया में हुए 1208 01:24:20,719 --> 01:24:24,280 बदनाम श्याम जी का क्या 1209 01:24:24,280 --> 01:24:29,320 कहना क्या कहना ओ हो क्या कहना श्याम जी 1210 01:24:29,320 --> 01:24:31,670 का क्या 1211 01:24:31,670 --> 01:24:42,689 [संगीत] 1212 01:24:43,760 --> 01:24:50,239 कहना बचपन में थे बड़े नटखट ये काहा नटखट 1213 01:24:50,239 --> 01:24:54,040 ये का हो 1214 01:24:54,040 --> 01:24:57,800 बस दिन का धंधा तो सबको 1215 01:24:57,800 --> 01:25:01,560 सताना सबको 1216 01:25:02,239 --> 01:25:07,800 सताना गगरिया पटते कभी चुनरिया झटक कभी 1217 01:25:07,800 --> 01:25:12,520 गूंज में भटकते कभी घाट पर मटकते कभी 1218 01:25:12,520 --> 01:25:17,600 जगरिया पटकती कभी चुनरिया टकती कभी कूंज 1219 01:25:17,600 --> 01:25:23,880 में भटकते कभी घाट पर मटकते कभी ओ 1220 01:25:23,880 --> 01:25:29,840 अद्भुत थे सब इनके थाम श्याम जी का क्या 1221 01:25:29,840 --> 01:25:35,679 कहना मथुरा में जन में गोकुल में खेले फिर 1222 01:25:35,679 --> 01:25:40,840 आए द्वार का धाम श्याम जी का क्या 1223 01:25:40,840 --> 01:25:45,800 कहना क्या कहना हो हो क्या कहना श्याम जी 1224 01:25:45,800 --> 01:25:48,719 का क्या 1225 01:25:51,280 --> 01:25:54,280 कहना 1226 01:25:59,330 --> 01:26:18,119 [संगीत] 1227 01:26:18,119 --> 01:26:22,760 बाहर से कुछ है भीतर से कुछ है 1228 01:26:22,760 --> 01:26:26,239 हमरे ये गोविंद 1229 01:26:26,239 --> 01:26:30,560 गोपाल हमरे ये गोविंद 1230 01:26:30,560 --> 01:26:35,760 गोपाला गुरी गुरी गुड़ियों से ब्रिज बालो 1231 01:26:35,760 --> 01:26:39,880 पे लट्टू बड़े थे ये 1232 01:26:39,880 --> 01:26:44,400 लाला लट्टू बड़े थे ये 1233 01:26:44,400 --> 01:26:50,000 लाला गोरे बधन जहां जहां रछ नयन जहां जहां 1234 01:26:50,000 --> 01:26:54,600 नई चितवन जहां जहां ज वशीकरण जहां जहां 1235 01:26:54,600 --> 01:26:59,320 गोर बदन जहां जहां रछ नयन जहां जहां नई 1236 01:26:59,320 --> 01:27:03,180 चितवन जहां जहां वशीकरण जहां जहां 1237 01:27:03,180 --> 01:27:04,440 [संगीत] 1238 01:27:04,440 --> 01:27:11,199 हो वहां वहां इनका मुकाम श्याम जी का क्या 1239 01:27:11,199 --> 01:27:16,960 कहना मथुरा में जन्मे गोकुल में खेले फिर 1240 01:27:16,960 --> 01:27:24,119 आए द्वारका धाम श्याम जी का क्या कहना 1241 01:27:25,159 --> 01:27:30,199 गोपियों के प्यार में माखन चुरा के दुनिया 1242 01:27:30,199 --> 01:27:31,600 में हुए 1243 01:27:31,600 --> 01:27:34,840 बदनाम श्याम जी का क्या 1244 01:27:34,840 --> 01:27:39,719 कहना क्या कहना हो को क्या कहना श्याम जी 1245 01:27:39,719 --> 01:27:42,560 का क्या 1246 01:27:51,119 --> 01:27:54,119 कहना 1247 01:27:55,110 --> 01:28:02,970 [संगीत] 1248 01:28:10,760 --> 01:28:12,960 सुनीता को छोड़ 1249 01:28:12,960 --> 01:28:15,639 दे छोड़ दे नहीं तो मैं तेरी छाती ची 1250 01:28:15,639 --> 01:28:19,040 डालूंगा मुझे ललने वाले 1251 01:28:19,040 --> 01:28:22,400 ब आज तुम्हारा कम भी चूर हो जा 1252 01:28:22,400 --> 01:28:37,600 [संगीत] 1253 01:28:40,950 --> 01:28:51,000 [संगीत] 1254 01:28:51,000 --> 01:28:54,000 गा 1255 01:28:59,530 --> 01:29:05,439 [संगीत] 1256 01:29:08,060 --> 01:29:11,379 [संगीत] 1257 01:29:14,410 --> 01:29:18,250 [संगीत] 1258 01:29:20,920 --> 01:29:23,920 i 1259 01:29:41,320 --> 01:29:49,899 [संगीत] 1260 01:29:51,199 --> 01:29:53,920 ए 1261 01:30:14,710 --> 01:30:16,800 [संगीत] 1262 01:30:16,800 --> 01:30:20,400 नाथ के अवतार श्री बलराम जी आपने इस पाती 1263 01:30:20,400 --> 01:30:24,320 को मारक हमारा दुख दूर दिया आपकी जय हो 1264 01:30:24,320 --> 01:30:26,920 योगी सुद का हरण कर ले गया अरे वो योगी 1265 01:30:26,920 --> 01:30:29,560 नहीं अर्जुन 1266 01:30:34,260 --> 01:30:37,319 [संगीत] 1267 01:30:45,520 --> 01:30:48,840 था आज मैं योगी वेश को क्लंक लगाने वाले 1268 01:30:48,840 --> 01:30:52,639 पाखंडी अर्जुन का फ डालू भया 1269 01:30:52,639 --> 01:30:54,880 रुक जाइए भैया हट जाओ मेरे रास्ते से 1270 01:30:54,880 --> 01:30:57,960 कन्हैया शांत होइए भैया ये सब बखेड़ा 1271 01:30:57,960 --> 01:31:00,760 तुम्हारा है चला जाओ यहां से वरना यह क्या 1272 01:31:00,760 --> 01:31:02,199 हो रहा 1273 01:31:02,199 --> 01:31:06,040 है बहन का तो जहां संयोग था चली गई अब 1274 01:31:06,040 --> 01:31:08,719 क्या भाई भाई आपस में लड़कर संसार को यह 1275 01:31:08,719 --> 01:31:11,639 बताना चाहते हैं कि इनका प्रेम क्षणिक था 1276 01:31:11,639 --> 01:31:14,040 मुझे अब किसी से प्रेम नहीं मेरा कोई भाई 1277 01:31:14,040 --> 01:31:15,400 नहीं मुझे कोई नहीं 1278 01:31:15,400 --> 01:31:17,880 चाहिए तुम भी दूर हो जाओ मेरी आंखों के 1279 01:31:17,880 --> 01:31:21,159 सामने से चली जाओ क्रोध से भाग्य का लेख 1280 01:31:21,159 --> 01:31:24,840 तो नहीं बदला सता भैया हा नाथ शांत होकर 1281 01:31:24,840 --> 01:31:28,800 विचार कीजिए वो भाग्य की ही तो बात थी जब 1282 01:31:28,800 --> 01:31:31,239 आप लोगों ने रुक्मिणी का हरण किया 1283 01:31:31,239 --> 01:31:35,920 था ठीक है जहां मेरी आज्ञा या इच्छा का 1284 01:31:35,920 --> 01:31:38,360 आदर नहीं वहां मेरे रहने का भी कोई अर्थ 1285 01:31:38,360 --> 01:31:40,760 नहीं भैया 1286 01:31:40,760 --> 01:31:44,560 भैया यदि आप मुझे दोषी समझते हैं तो मैं 1287 01:31:44,560 --> 01:31:48,960 प्रतिज्ञा करता हूं आज आपकी इच्छा आज्ञा 1288 01:31:48,960 --> 01:31:50,760 के बिना मैं कुछ भी नहीं 1289 01:31:50,760 --> 01:31:52,960 करूंगा 1290 01:31:52,960 --> 01:31:54,880 आपकी शक्ति अनंत 1291 01:31:54,880 --> 01:31:57,760 है आपकी करुणा अनंत 1292 01:31:57,760 --> 01:32:02,080 है आप स्वयं अनंत है 1293 01:32:02,080 --> 01:32:06,040 भैया अब मुझे क्षमा करके आप द्वार का 1294 01:32:06,040 --> 01:32:10,270 पधारिए भैया आपर का 1295 01:32:10,270 --> 01:32:12,639 [संगीत] 1296 01:32:12,639 --> 01:32:16,400 पधारी ना जाने क्यों तुम्हारी अमृत जैसी 1297 01:32:16,400 --> 01:32:20,679 वाणी सुनकर मैं सब कुछ भूल जाता हूं भैया 1298 01:32:20,679 --> 01:32:22,430 कहै 1299 01:32:22,430 --> 01:32:25,579 [संगीत] 1300 01:32:26,920 --> 01:32:31,000 मैं चाहती हूं कि मरने से पहले वाग दन के 1301 01:32:31,000 --> 01:32:34,239 अनुसार तुम्हारी पलित पुत्री सुरेखा और 1302 01:32:34,239 --> 01:32:38,400 अभिमन्यु का ब्याह अपनी आंखों से देख लो 1303 01:32:38,400 --> 01:32:41,639 बलराम जी तथा श्री कृष्ण की सम्मति लेकर 1304 01:32:41,639 --> 01:32:45,600 तुरंत समाचार दो ताकि मैं सुभद्रा और 1305 01:32:45,600 --> 01:32:49,159 अभिमन्यु को लेकर द्वारका आ जाऊ सबकी 1306 01:32:49,159 --> 01:32:52,639 कुशलता चाहती हूं और सबके मनोकामना पूरी 1307 01:32:52,639 --> 01:32:56,480 करने के लिए भगवान से प्रार्थना करती 1308 01:32:56,480 --> 01:33:00,119 हूं दुखियारी 1309 01:33:00,119 --> 01:33:04,000 कुंती सुरेखा के विवाह की बात मेरे मन में 1310 01:33:04,000 --> 01:33:06,679 भी कब से घूम रही है तो फिर तुरंत 1311 01:33:06,679 --> 01:33:09,719 हस्तिनापुर संदेश भिजवा देना चाहिए भिजवा 1312 01:33:09,719 --> 01:33:13,760 देता हूं पर कुंती बुआ को नहीं सम्राट 1313 01:33:13,760 --> 01:33:16,560 दुर्योधन को यह क्या कह रहे 1314 01:33:16,560 --> 01:33:20,280 नाथ सुरेखा का वागन अभिमन्यु के साथ आप ही 1315 01:33:20,280 --> 01:33:25,080 कर चुके हैं संसार क्या कहेगा संसार कहेगा 1316 01:33:25,080 --> 01:33:27,840 कि बलराम ने अपनी पालिक पुत्री कौरवों को 1317 01:33:27,840 --> 01:33:31,719 देकर राजनीति में एक नई मोड़ ली है यह 1318 01:33:31,719 --> 01:33:34,360 नहीं कहेगा कि द्वारकाधीश ने अपनी पुत्री 1319 01:33:34,360 --> 01:33:37,239 का वाग दन तोड़कर अपनी मर्यादा को कलंकित 1320 01:33:37,239 --> 01:33:41,280 किया है यह नहीं कहेगा कि अपनी फूपी बहन 1321 01:33:41,280 --> 01:33:44,639 और भांजे को संकट के समय ठुकरा करर आपने 1322 01:33:44,639 --> 01:33:48,000 अपनी निर्बलता का परिचय दिया है देवी एक 1323 01:33:48,000 --> 01:33:51,320 जात का दूसरी जात से एक देश का दूसरे देश 1324 01:33:51,320 --> 01:33:52,199 से 1325 01:33:52,199 --> 01:33:55,199 और एक राज का दूसरे राज से मिलन निर्बलता 1326 01:33:55,199 --> 01:33:58,480 की नहीं सदभावना की निशानी है संसार की 1327 01:33:58,480 --> 01:34:01,920 भलाई के लिए अपने लाभ को छोड़ देने में 1328 01:34:01,920 --> 01:34:04,960 मर्यादा कलंकित नहीं होती बल्कि ऊंची होती 1329 01:34:04,960 --> 01:34:08,600 है मैं कौरव पांडव और यादवों को एक धागे 1330 01:34:08,600 --> 01:34:12,000 में बांधकर यह बताना चाहता हूं कि एकता ही 1331 01:34:12,000 --> 01:34:15,080 मनुष्य का सबसे बड़ा बल है इसी विचार से 1332 01:34:15,080 --> 01:34:17,639 मैंने सुरेखा का विवाह दुर्योधन के बेटे 1333 01:34:17,639 --> 01:34:19,639 लक्ष्मण से ठीक किया 1334 01:34:19,639 --> 01:34:24,360 है यदि आप ना करें तो मैं कुछ कहूं भैया 1335 01:34:24,360 --> 01:34:27,960 तुम यही कहोगे कि सुरेखा का विवाह अभि 1336 01:34:27,960 --> 01:34:31,080 मन्नू से कर दें किंतु सुन लो मैं बहन 1337 01:34:31,080 --> 01:34:34,239 नहीं दे सका तो कन्या देकर भी अपना 1338 01:34:34,239 --> 01:34:36,960 उद्देश्य पूरा करूंगा परंतु मैं कहां बाधा 1339 01:34:36,960 --> 01:34:40,920 डाल रहा हूं भैया यदि आपकी आज्ञा हो तो 1340 01:34:40,920 --> 01:34:43,080 मैं अपने हाथ से निमंत्रण पत्रिका लिखकर 1341 01:34:43,080 --> 01:34:45,280 सम्राट दुर्योधन को भेज दूं श्री कृष्ण 1342 01:34:45,280 --> 01:34:48,320 दूध को आज ही चला जाना 1343 01:34:48,320 --> 01:34:49,880 चाहिए 1344 01:34:49,880 --> 01:34:52,719 काकी काकी 1345 01:34:52,719 --> 01:34:56,440 काकी काकी क्या हुआ सुरेखा पिताजी मेरा 1346 01:34:56,440 --> 01:34:59,679 वाग दन तोड़कर दुर्योधन के पुत्र से कुमार 1347 01:34:59,679 --> 01:35:01,040 लक्ष्मण 1348 01:35:01,040 --> 01:35:04,920 से नहीं नहीं तेरे काका ऐसा नहीं होने द 1349 01:35:04,920 --> 01:35:08,000 पर काका तो अपने हाथ से दुर्योधन को 1350 01:35:08,000 --> 01:35:10,560 निमंत्रण पत्रिका लिख रहे हैं मैंने अपने 1351 01:35:10,560 --> 01:35:13,000 कान से सुना है काकी मैं यह नहीं होने 1352 01:35:13,000 --> 01:35:16,920 दूंगी तू विश्वास रख पर तू एक बात सच सच 1353 01:35:16,920 --> 01:35:20,440 बताना अभिमान को तू शुद्ध मन से चाहते है 1354 01:35:20,440 --> 01:35:23,400 ना 1355 01:35:25,080 --> 01:35:29,080 तो संसार की ऐसी कोई शक्ति नहीं जो शुद्ध 1356 01:35:29,080 --> 01:35:32,639 प्रेमी का मिलन रोक सके तू धीर स्तर मुझ 1357 01:35:32,639 --> 01:35:36,239 पर भरोसा रख जा 1358 01:35:50,400 --> 01:35:52,040 काकी 1359 01:35:52,040 --> 01:35:55,320 बहुत आनंद में है कोई शुभ काम करके आए हुए 1360 01:35:55,320 --> 01:35:58,560 लगते हैं हां हा मैं कोई अशुभ काम करने के 1361 01:35:58,560 --> 01:36:01,000 लिए थोड़ी मथुरा छोड़कर द्वार का आया हूं 1362 01:36:01,000 --> 01:36:03,480 सो तो आपकी अंगुली में लगी हल्द रोली 1363 01:36:03,480 --> 01:36:04,760 साक्षी दे रही 1364 01:36:04,760 --> 01:36:07,199 है कटाक्ष ना करो 1365 01:36:07,199 --> 01:36:11,440 देवी मैंने रतक परप भैया को वचन दिया है 1366 01:36:11,440 --> 01:36:14,000 कि मैं उनके किसी भी बात का विरोध नहीं 1367 01:36:14,000 --> 01:36:17,400 करूंगा मैं अपना वचन पालन करूंगा तो मैं 1368 01:36:17,400 --> 01:36:19,880 भी सुरेखा को दिया हु वचन पालूंगी याद 1369 01:36:19,880 --> 01:36:24,119 रखिएगा अभ बालक है पर अर्जुन का है अपमान 1370 01:36:24,119 --> 01:36:27,000 सहन नहीं कर सकेगा यादवों के दांत इट कर 1371 01:36:27,000 --> 01:36:28,000 देगा 1372 01:36:28,000 --> 01:36:32,199 हा हमारे दिन ही बुरे है बेटा अभिम ना 1373 01:36:32,199 --> 01:36:35,920 तेरे ताऊ पिता और काका का बनवास होता ना 1374 01:36:35,920 --> 01:36:38,800 बलराम भैया तुझसे सुरेखा का गगन तोड़कर 1375 01:36:38,800 --> 01:36:44,159 दुधन के बेटे से कर आस मत ब मां यह पांडव 1376 01:36:44,159 --> 01:36:47,600 का पान है इस अपमान का बदला मैंने सुरेखा 1377 01:36:47,600 --> 01:36:50,360 का हरण करके ना लिया तो मैं धनु अर्जुन का 1378 01:36:50,360 --> 01:36:54,239 पुत्र नहीं द्वारका पहुंचने 1379 01:36:54,239 --> 01:36:58,040 दो रास्ता छोड़ दो हमें द्वारका जाना है 1380 01:36:58,040 --> 01:37:01,119 इधर से कोई नहीं जा सकता हमें भी कोई रोक 1381 01:37:01,119 --> 01:37:03,280 नहीं 1382 01:37:06,950 --> 01:37:09,760 [संगीत] 1383 01:37:09,760 --> 01:37:13,880 सकता रक्षा 1384 01:37:14,480 --> 01:37:23,199 रक्षा लक्षा लक्षा कुमार टोक ा ा ो लक्षा 1385 01:37:29,560 --> 01:37:31,760 हमारे सैनिकों से अपने काल को नेता भेजने 1386 01:37:31,760 --> 01:37:33,639 वाला कौन 1387 01:37:33,639 --> 01:37:36,320 है 1388 01:37:36,320 --> 01:37:40,370 बोलो बोल नहीं कौन 1389 01:37:40,370 --> 01:37:48,520 [संगीत] 1390 01:37:49,280 --> 01:37:54,280 है हम भटक तो नहीं गए मा तुम यही ठहरो मैं 1391 01:37:54,280 --> 01:37:55,990 रास्ता देख कर आता हूं 1392 01:37:55,990 --> 01:37:56,820 [प्रशंसा] 1393 01:37:56,820 --> 01:38:04,219 [संगीत] 1394 01:38:08,639 --> 01:38:11,639 अच्छा 1395 01:38:13,840 --> 01:38:16,840 घटो 1396 01:38:18,650 --> 01:38:20,119 [संगीत] 1397 01:38:20,119 --> 01:38:21,620 घटो 1398 01:38:21,620 --> 01:38:25,109 [संगीत] 1399 01:38:30,330 --> 01:38:35,520 [संगीत] 1400 01:38:37,850 --> 01:38:40,949 [संगीत] 1401 01:38:43,090 --> 01:38:50,119 [संगीत] 1402 01:38:50,119 --> 01:38:52,090 घटो 1403 01:38:52,090 --> 01:38:53,880 [संगीत] 1404 01:38:53,880 --> 01:38:56,880 अभिम 1405 01:38:57,440 --> 01:39:00,440 अभिमन्यु 1406 01:39:04,880 --> 01:39:08,529 [संगीत] 1407 01:39:10,860 --> 01:39:14,020 [संगीत] 1408 01:39:18,450 --> 01:39:20,040 [संगीत] 1409 01:39:20,040 --> 01:39:23,040 अभिम 1410 01:39:29,190 --> 01:39:41,859 [संगीत] 1411 01:39:42,320 --> 01:39:45,440 मायावी माया छल्ला है जो कायरो का सहारा 1412 01:39:45,440 --> 01:39:48,639 है तुझ में बल तो असली रूप में सामने आ 1413 01:39:48,639 --> 01:39:51,830 असली रूप भी दिखाता हूं 1414 01:39:51,830 --> 01:40:20,639 [संगीत] 1415 01:40:20,639 --> 01:40:22,960 h 1416 01:40:37,650 --> 01:40:49,350 [संगीत] 1417 01:40:49,920 --> 01:40:52,920 i 1418 01:41:19,840 --> 01:41:22,840 d 1419 01:41:37,639 --> 01:41:40,960 मां बेटा मैंने शत्रु को मार दिया बहुत 1420 01:41:40,960 --> 01:41:45,040 अच्छा किया बेटे बहुत अच्छा किया 1421 01:41:49,840 --> 01:41:51,560 चलो 1422 01:41:51,560 --> 01:41:52,639 अरे 1423 01:41:52,639 --> 01:41:57,480 ब मेरे लाल मेरे बेटे क्या हो गया तुझे 1424 01:41:57,480 --> 01:42:01,960 क्या हो गया मेरे लाल माता कुंती पूछेगी 1425 01:42:01,960 --> 01:42:05,679 तो क्या उत्तर दूंगी तेरे धनुर्धारी पिता 1426 01:42:05,679 --> 01:42:10,840 को तेरे ताऊ महाबली भीम को कौन सा मुह 1427 01:42:11,080 --> 01:42:15,679 दिखाऊंगी हाय रे क्रूर विधाता मेरे आचल के 1428 01:42:15,679 --> 01:42:19,760 इस खिले हुए फूल को मजल कर तुझे क्या मिला 1429 01:42:19,760 --> 01:42:22,440 नि 1430 01:42:22,440 --> 01:42:26,960 बहन मैं तुम्हारे जेठ की पत्नी डिंबा हूं 1431 01:42:26,960 --> 01:42:30,159 क्या तुम मेरे देवर की पत्नी र्जुन की 1432 01:42:30,159 --> 01:42:35,199 पत्नी हो क्या तुम समद हो हा बहन मैं वही 1433 01:42:35,199 --> 01:42:40,320 आ भाग हूं तो क्या यह मेरा भाई बन्नू 1434 01:42:40,320 --> 01:42:41,840 है 1435 01:42:41,840 --> 01:42:44,840 भैया मैं तुम्हारा अपराधी हूं भैया मैंने 1436 01:42:44,840 --> 01:42:48,239 तुम्हारी हत्या की है मैं हत्या र हूं 1437 01:42:48,239 --> 01:42:52,239 भैया भाई की हत्या का दंड मुझे मिलना 1438 01:42:52,239 --> 01:42:55,080 चाहिए जिन हाथों से मैंने तुम्हारा प्राण 1439 01:42:55,080 --> 01:42:57,800 लिया है मैं इन पापी हाथों को तोड़ 1440 01:42:57,800 --> 01:43:00,800 डालूंगा 1441 01:43:01,430 --> 01:43:02,920 [संगीत] 1442 01:43:02,920 --> 01:43:07,920 तो अभी म के शरीर में प्राण बाकी 1443 01:43:13,239 --> 01:43:18,840 है तुरंत जाओ कंदरा से अमृत की झारी ले 1444 01:43:19,679 --> 01:43:21,360 आओ 1445 01:43:21,360 --> 01:43:25,320 आंसू पोचो सुभद्रा यह घटना अनजाने में हो 1446 01:43:25,320 --> 01:43:29,440 गई तुमने आने से पहले सूचना दे दी होती तो 1447 01:43:29,440 --> 01:43:33,119 ऐसा ना होता हम तो द्वारका जा रहे थे बहन 1448 01:43:33,119 --> 01:43:36,719 सुना के बलराम भैया ने सुरेखा का वागन अभी 1449 01:43:36,719 --> 01:43:39,840 मन से तोड़कर दुर्योधन के बेटे लक्ष्मण से 1450 01:43:39,840 --> 01:43:44,719 ब कर लिया है तो इसने हट पकड़ लिया और 1451 01:43:44,719 --> 01:43:48,239 सुरेखा का हरण करने की प्रतिज्ञा कर ली अब 1452 01:43:48,239 --> 01:43:49,679 तुम बताओ 1453 01:43:49,679 --> 01:43:53,560 बहन ये अकेला क्या करता अब मनू अकेला नहीं 1454 01:43:53,560 --> 01:43:56,560 है काकी इसका भाई भी इसके साथ 1455 01:43:56,560 --> 01:43:59,920 है मैं महाबली भीम सैन का बेटा गोत कश 1456 01:43:59,920 --> 01:44:03,119 प्रतिज्ञा करता हूं कि भरे लगन मंडप में 1457 01:44:03,119 --> 01:44:05,239 कौरवों की नाक काटकर सुरेखा का हरण नहीं 1458 01:44:05,239 --> 01:44:08,119 किया तो आग में जलकर अपने प्राण छोड़ 1459 01:44:08,119 --> 01:44:09,650 दूंगा 1460 01:44:09,650 --> 01:44:19,599 [संगीत] 1461 01:44:19,599 --> 01:44:21,270 बेटा 1462 01:44:21,270 --> 01:44:31,479 [संगीत] 1463 01:44:33,400 --> 01:44:36,760 यह तेरे बड़े भैया घटक 1464 01:44:36,760 --> 01:44:39,800 है बड़े भैया 1465 01:44:39,800 --> 01:44:43,599 भया सम्राट दुर्योधन मैं आपकी भलाई चाहता 1466 01:44:43,599 --> 01:44:47,920 हं इसलिए कहता हूं विवाह के अवसर पर हसी 1467 01:44:47,920 --> 01:44:49,920 हंसी में कुछ ना कुछ गड़बड़ी हो ही जाती 1468 01:44:49,920 --> 01:44:54,040 है आप बारात लेकर जा रहे हैं तो सावधानी 1469 01:44:54,040 --> 01:44:58,520 से जाना ही ठीक होगा क्यों शकुनी जी हम अस 1470 01:44:58,520 --> 01:45:01,920 सावधान नहीं है मुनिराज श्री कृष्ण अपने 1471 01:45:01,920 --> 01:45:05,360 भांजे से संबंध तोड़कर अपनी भतीजी का 1472 01:45:05,360 --> 01:45:08,360 विवाह दुर्योधन के बेटे से करने के लिए 1473 01:45:08,360 --> 01:45:12,040 तैयार हो गया तो इसमें अवश्य कोई भेद हो 1474 01:45:12,040 --> 01:45:15,599 सकता है भेद क्या हो सकता है मामा यह तो 1475 01:45:15,599 --> 01:45:18,719 हमारे दिन फिरने का लक्षण है कि पांडवों 1476 01:45:18,719 --> 01:45:21,440 का पक्ष कृष्ण ने छोड़ दिया तुम नहीं 1477 01:45:21,440 --> 01:45:25,880 समझोगे भांजे मैं अच्छी तरह जानता हूं 1478 01:45:25,880 --> 01:45:29,119 कृष्ण बड़ा धूर्त है वो यदि गंगा में खड़ा 1479 01:45:29,119 --> 01:45:32,199 होकर यह कहे कि उसने पांडवों का पक्ष छोड़ 1480 01:45:32,199 --> 01:45:35,440 दिया है तो भी मामा शकुनी मानने के लिए 1481 01:45:35,440 --> 01:45:38,719 तैयार नहीं हम तो पूरी सेना के साथ बारात 1482 01:45:38,719 --> 01:45:41,960 लेकर जाएंगे पूर्णिमा को ब्याह है ना पहुच 1483 01:45:41,960 --> 01:45:45,000 जाएंगे तब तक तुम चैन से रहो तो ना जाने 1484 01:45:45,000 --> 01:45:48,360 फिर कब आओगे काकी का दर्शन कब होगा कृष्णा 1485 01:45:48,360 --> 01:45:50,960 मामा से तुम डरते हो तो यही रहो मैं अकेला 1486 01:45:50,960 --> 01:45:55,280 जाऊंगा ना ना बेटा घटोत कुछ ये अति चंचल 1487 01:45:55,280 --> 01:45:58,639 और दु सासी है इसे अकेले मत जाने देना आप 1488 01:45:58,639 --> 01:46:01,280 चिंता ना करें काकी द्वारका जाएंगे हम 1489 01:46:01,280 --> 01:46:04,840 दोनों और लौटेंगे 1490 01:46:14,719 --> 01:46:18,280 तीनों चलो भैया सुरेखा बिना तुम्हारी भूख 1491 01:46:18,280 --> 01:46:22,800 प्यास मर गई है तो आओ मेरी पीठ 1492 01:46:31,360 --> 01:46:36,599 पर भैया डरो नहीं भैया आ जाओ मेरी पीठ पर 1493 01:46:36,599 --> 01:46:40,360 अच्छा भैया मैं आता 1494 01:46:41,199 --> 01:46:44,719 हूं भैया मैं आ गया मैं आपके पास एक 1495 01:46:44,719 --> 01:46:47,040 प्रस्ताव देकर आया हूं भैया तुम्हारा 1496 01:46:47,040 --> 01:46:49,280 प्रस्ताव क्या होगा मैं जानता हूं किंतु 1497 01:46:49,280 --> 01:46:51,599 मेरा निश्चय नहीं टल सकता मैं यह कहने आया 1498 01:46:51,599 --> 01:46:53,800 हूं कि अर्जुन तुम्हारे मित्र है मनू 1499 01:46:53,800 --> 01:46:55,760 हमारा भांजा है सुभद्रा हमारी बहन है और 1500 01:46:55,760 --> 01:46:57,920 बागन हमने किया है यह सब सुन सुनकर मेरे 1501 01:46:57,920 --> 01:47:00,119 कान ब हो चुके हैं कन्हैया आप बिना सुने 1502 01:47:00,119 --> 01:47:02,760 ही उत्तेजित हो रहे हैं भैया नारायण 1503 01:47:02,760 --> 01:47:05,840 नारायण उत्तेजना बढ़ाने वाली कोई बात ना 1504 01:47:05,840 --> 01:47:09,440 हो तो हलदर जी अवश्य सुनेंगे 1505 01:47:09,440 --> 01:47:13,679 कहो यदि आप मुझे अनुमति दें तो सुरेखा का 1506 01:47:13,679 --> 01:47:15,880 कन्यादान देने की अभिलाषा मिली है 1507 01:47:15,880 --> 01:47:19,520 कन्यादान जैसा शुभ काम आपके हाथ से हो तो 1508 01:47:19,520 --> 01:47:22,440 हलदर जी को आनंद होगा तो ये पहले ही कह 1509 01:47:22,440 --> 01:47:24,520 दिया होता पर आपने मुझे बोलने ही कहां 1510 01:47:24,520 --> 01:47:26,719 दिया 1511 01:47:27,440 --> 01:47:31,639 भैया कृपा निधान बारात नगर के पास आ 1512 01:47:31,639 --> 01:47:35,440 पहुंची भैया आज्ञा हो तो स्वागत की तैयारी 1513 01:47:35,440 --> 01:47:38,320 करूं हां हां विवाह का सारा बोझ तुम पर ही 1514 01:47:38,320 --> 01:47:41,400 तो है जाओ जो आज्ञ 1515 01:47:41,400 --> 01:47:45,800 भैया देखा नारद जी भाई हो तो ऐसा हो और 1516 01:47:45,800 --> 01:47:50,400 क्या समधी के स्वागत की कितनी चिंता है 1517 01:47:50,400 --> 01:47:54,560 प्रभु को काकी काकी बारात भी आ गई और काका 1518 01:47:54,560 --> 01:47:57,159 ही स्वागत करने गए हैं ये भले ही गए हो 1519 01:47:57,159 --> 01:47:59,760 बारात जिस राजय साई है उसी रास्ते से लौट 1520 01:47:59,760 --> 01:48:03,280 भी जाएगी और काकी सुना है मेरा कन्यादान 1521 01:48:03,280 --> 01:48:06,440 भी काका ही करेंगे पर तेरे काका के साथ हम 1522 01:48:06,440 --> 01:48:09,960 आठ में से एक भी वेदी पर बैठे थब ना तू 1523 01:48:09,960 --> 01:48:12,639 चिंता ना कर सुरेखा तेरा 1524 01:48:12,639 --> 01:48:17,440 विवाह अभी मैं ही करंगी काकी अब मैं 1525 01:48:17,440 --> 01:48:20,000 द्वारका के राज बहु में जाता हूं वहां सब 1526 01:48:20,000 --> 01:48:22,400 लोग को पहचान लू और उसके बाद सुरेखा को ले 1527 01:48:22,400 --> 01:48:25,239 आऊ मैं भी चलता हूं भैया अरे तुम बचपन से 1528 01:48:25,239 --> 01:48:27,159 वहां रहे हो वहां लोग तुम्हें पहचान 1529 01:48:27,159 --> 01:48:29,040 जाएंगे और सारा खेल बिगड़ जाएगा किंतु 1530 01:48:29,040 --> 01:48:32,840 सावधान भैया कृष्ण मामा भी बड़े जादूगर है 1531 01:48:32,840 --> 01:48:35,440 अरे कृष्ण मामा तो मुरली बजाते रह जाएंगे 1532 01:48:35,440 --> 01:48:38,599 और मैं अपना काम करके आ 1533 01:48:40,000 --> 01:48:43,800 जाऊंगा स्वागत कराइए सी का शिष्टाचार तो 1534 01:48:43,800 --> 01:48:47,080 करना ही पड़ता है आपको जो करना है व कीजिए 1535 01:48:47,080 --> 01:48:48,920 पर सुरेखा का विवाह दुर्योधन के बेटे 1536 01:48:48,920 --> 01:48:51,239 लक्ष्मण से नहीं होगा अरे अरे ये क्या कह 1537 01:48:51,239 --> 01:48:54,520 रहे हो देवी कन्यादान तो हमको ही करना है 1538 01:48:54,520 --> 01:48:57,599 हमको नहीं 1539 01:48:57,800 --> 01:49:02,560 आपको तो असहयोग आंदोलन करने की ठानी 1540 01:49:02,560 --> 01:49:06,520 है अब समझ में आ गया कि सत्य भामा जामवंती 1541 01:49:06,520 --> 01:49:09,239 आदि मुंह फुलाए क्यों बैठी है आठ में से 1542 01:49:09,239 --> 01:49:11,080 एक भी आपके साथ वेदी पर नहीं बैठेगी 1543 01:49:11,080 --> 01:49:14,239 कन्यादान के लिए कोई नवी ब्याह लाईए परंतु 1544 01:49:14,239 --> 01:49:15,960 मैंने तो कन्यादान करने का भैया को वचन 1545 01:49:15,960 --> 01:49:18,440 दिया है देवी वो मिथ्या ना हो और मैंने 1546 01:49:18,440 --> 01:49:21,760 सुरेखा को अभिमान से ने का वचन दिया है वो 1547 01:49:21,760 --> 01:49:23,840 भी मिथ्या ना 1548 01:49:23,840 --> 01:49:30,440 हो सच तो यह है देवी कि भावी मिथ्या नहीं 1549 01:49:31,520 --> 01:49:49,119 [संगीत] 1550 01:49:49,119 --> 01:49:50,120 होती 1551 01:49:50,120 --> 01:50:08,480 [संगीत] 1552 01:50:08,480 --> 01:50:13,199 माया भी गोत कश के सामने 1553 01:50:16,080 --> 01:50:19,040 [संगीत] 1554 01:50:19,040 --> 01:50:21,400 माया 1555 01:50:21,400 --> 01:50:24,480 कृष्ण मामा मुरली बजाते रह जाएंगे और मैं 1556 01:50:24,480 --> 01:50:28,560 अपना काम करके आ जाऊंगा अब जाओ करो अपना 1557 01:50:28,560 --> 01:50:31,760 काम कृष्ण 1558 01:50:31,760 --> 01:50:34,610 मामा मुझे अपनी माया का घमंड हो गया था 1559 01:50:34,610 --> 01:50:36,880 [संगीत] 1560 01:50:36,880 --> 01:50:40,040 मामा अब मुझे क्षमा कर 1561 01:50:40,040 --> 01:50:43,480 [संगीत] 1562 01:50:43,480 --> 01:50:46,560 दीजिए मेरा आशीर्वाद है 1563 01:50:46,560 --> 01:50:50,560 घटोतकच जिस कार्य के लिए तुम आए हो 1564 01:50:50,560 --> 01:50:54,280 उसमें मेरी भी सहायता मिलती 1565 01:50:54,800 --> 01:50:58,000 रहेगी सुरेखा का कक्ष इधर 1566 01:50:58,000 --> 01:51:01,440 नहीं उधर 1567 01:51:03,330 --> 01:51:10,320 [संगीत] 1568 01:51:10,320 --> 01:51:14,280 है के मन ने पुकारा किसी और को और बारात 1569 01:51:14,280 --> 01:51:17,280 लेके टपक पड़ा कोई 1570 01:51:18,960 --> 01:51:22,400 आ दुल्हन को तो देख 1571 01:51:22,400 --> 01:51:26,960 लिया अब चलू दुल्हा कौरव कुमार लक्ष्मण को 1572 01:51:26,960 --> 01:51:29,360 भी देख 1573 01:51:32,780 --> 01:51:45,159 [संगीत] 1574 01:51:45,159 --> 01:51:47,550 लू पिताजी 1575 01:51:47,550 --> 01:51:50,320 [संगीत] 1576 01:51:50,320 --> 01:51:53,520 चाचा जी अरे बाबा 1577 01:51:53,520 --> 01:51:59,040 जी अरे बाप रे अरे बाप रे बाप रे चाचा 1578 01:51:59,040 --> 01:52:02,440 जी बाप 1579 01:52:03,199 --> 01:52:06,450 रे अरे बचा 1580 01:52:06,450 --> 01:52:09,510 [संगीत] 1581 01:52:13,360 --> 01:52:17,520 जी अजीत पद त्राण महाशय जी पग में नहीं 1582 01:52:17,520 --> 01:52:21,880 रहना चाहते तो हथेली प आ जाइए 1583 01:52:43,280 --> 01:52:46,970 [संगीत] 1584 01:52:48,840 --> 01:52:51,840 य 1585 01:53:02,199 --> 01:53:04,840 प्राण 1586 01:53:04,840 --> 01:53:08,440 प्यारे ओ प्राण 1587 01:53:08,440 --> 01:53:10,560 प्यारे प्राण 1588 01:53:10,560 --> 01:53:17,320 प्यारी देखो ना यहां सबके सब मुझे छेड़ते 1589 01:53:17,320 --> 01:53:18,760 [संगीत] 1590 01:53:18,760 --> 01:53:20,440 हैं 1591 01:53:20,440 --> 01:53:23,599 ऐसा बोलिएगा 1592 01:53:23,599 --> 01:53:30,440 मत क्यों लोग समझेंगे दुला जी बुू है 1593 01:53:30,440 --> 01:53:31,960 [संगीत] 1594 01:53:31,960 --> 01:53:34,960 बस 1595 01:53:35,239 --> 01:53:39,320 लू मैं आपके लिए लड्डू लाई हूं ये लड्डू 1596 01:53:39,320 --> 01:53:42,079 मेरे लिए है सब के 1597 01:53:42,079 --> 01:53:46,480 सब मैं खाऊ खाइए 1598 01:53:48,760 --> 01:53:51,760 ना 1599 01:53:53,560 --> 01:53:58,159 मेरा द ससुराल के लड्डू है ना आपके दांतो 1600 01:53:58,159 --> 01:54:01,000 से प्यार हो गया 1601 01:54:01,239 --> 01:54:04,679 होगा अरे चिड़ने से कहीं मन का दूला मिल 1602 01:54:04,679 --> 01:54:09,199 जाए तो कहो आज से हम भी लाला 1603 01:54:09,350 --> 01:54:12,499 [प्रशंसा] 1604 01:54:18,679 --> 01:54:21,679 बैठ 1605 01:54:29,400 --> 01:54:37,159 तुम कौन हो नक धा धा अभिमन्यु की प्रियतमा 1606 01:54:37,159 --> 01:54:40,560 सुरेखा सुरेखा 1607 01:54:40,560 --> 01:54:42,880 नक हा 1608 01:54:42,880 --> 01:54:45,639 सुरेखा सुरेखा तो मैं 1609 01:54:45,639 --> 01:54:47,880 हूं 1610 01:54:47,880 --> 01:54:53,159 नाना तुम भी मैं भी सुरेखा च तान तान ता 1611 01:54:53,159 --> 01:54:58,000 धा धा सच है कौन कौन है धोखा धोखा तुम हो 1612 01:54:58,000 --> 01:55:00,920 तुम कोई थग नहीं 1613 01:55:01,440 --> 01:55:05,560 हो त त थ थ त थ थ त 1614 01:55:05,560 --> 01:55:07,079 छम 1615 01:55:07,079 --> 01:55:11,159 छम सच हो तो प्रीतम को अपने अभी यहां 1616 01:55:11,159 --> 01:55:14,159 दिखला सकती 1617 01:55:14,960 --> 01:55:18,599 हो नहीं 1618 01:55:18,599 --> 01:55:22,880 त दिग दिग छई दिग दिग छई दिग दिग छई मैं 1619 01:55:22,880 --> 01:55:26,580 अपने प्रीतम प्यारे को चाहो तो दिखला सकती 1620 01:55:26,580 --> 01:55:28,560 [संगीत] 1621 01:55:28,560 --> 01:55:30,079 हूं 1622 01:55:30,079 --> 01:55:37,679 दिखा तथ तथ तथ थई तता आ तथ तथ तथ थई थता आ 1623 01:55:37,679 --> 01:55:41,840 तथ तथ तथ थई थता 1624 01:55:42,199 --> 01:55:44,000 आ 1625 01:55:44,000 --> 01:55:47,000 स्वामी 1626 01:55:48,599 --> 01:55:49,760 स्वामी 1627 01:55:49,760 --> 01:55:52,520 [हंसी] 1628 01:55:52,520 --> 01:55:56,239 डरो मत सुरेखा मैं महाबली भीमसेन का बेटा 1629 01:55:56,239 --> 01:56:00,520 और तुम्हारे अ मन्नू का बड़ा भाई गोत का 1630 01:56:00,679 --> 01:56:04,119 छू विश्वास करो अब मनू के कहने पर मैं 1631 01:56:04,119 --> 01:56:06,480 तुम्हें यहां से ले जाने के लिए आया हूं 1632 01:56:06,480 --> 01:56:10,239 आओ इस आसन पर बैठ 1633 01:56:12,760 --> 01:56:15,960 जाओ द्वारका की गुफा में बेचारा मनु हमारी 1634 01:56:15,960 --> 01:56:18,520 बाट देख रहा 1635 01:56:18,520 --> 01:56:21,520 होगा 1636 01:56:27,119 --> 01:56:32,159 भैया स्वामी सुरेखा 1637 01:56:32,440 --> 01:56:35,239 स्वामी और अब मैं तुम्हारे विवाह का सामान 1638 01:56:35,239 --> 01:56:37,960 जुटाने के लिए माया बाजार लगाने जा रहा 1639 01:56:37,960 --> 01:56:41,920 हूं फिर नकली माल उधर बारातियों के पास और 1640 01:56:41,920 --> 01:56:45,440 उनका असली माल अपने पास तब तो भैया मैं भी 1641 01:56:45,440 --> 01:56:48,280 तुम्हारा साथ दूंगा तुम अपनी माया से मुझे 1642 01:56:48,280 --> 01:56:51,480 भी बदल देना 1643 01:56:54,159 --> 01:56:59,599 अच्छा आइए कहिए आपकी क्या सेवा 1644 01:57:06,450 --> 01:57:18,400 [संगीत] 1645 01:57:18,400 --> 01:57:19,480 करें 1646 01:57:19,480 --> 01:57:50,199 [संगीत] 1647 01:57:50,199 --> 01:57:54,280 नारायण नारायण इस विवाह का रंग ही अनोखा 1648 01:57:54,280 --> 01:57:58,920 है सम्राट आप विशाल बारात लेकर आए और आपके 1649 01:57:58,920 --> 01:58:03,000 वैभव और गौरव की बातें सुनकर दूर दूर से 1650 01:58:03,000 --> 01:58:06,520 आए हुए सौदागर ने द्वारका पुरे के बाहर 1651 01:58:06,520 --> 01:58:11,239 मेला लगा दिया मेला तब तो हाथी घोड़े बैर 1652 01:58:11,239 --> 01:58:15,400 भैस गधे सभी बिकने आए होंगे किंतु मैं तो 1653 01:58:15,400 --> 01:58:18,320 गधा लूंगा ग चुप 1654 01:58:18,320 --> 01:58:23,599 र गया जी सम्राट नगर में चर्चा है कि 1655 01:58:23,599 --> 01:58:26,719 सौदागरों के सामानों का मूल्य चुकाने वाला 1656 01:58:26,719 --> 01:58:30,960 यादवों में कोई भी नहीं नारद जी यादव 1657 01:58:30,960 --> 01:58:33,960 हमारे संबंधी हुए उनकी प्रतिष्ठा हमारी 1658 01:58:33,960 --> 01:58:37,239 प्रतिष्ठा है सौदागर के सामान का जो भी 1659 01:58:37,239 --> 01:58:40,679 मूल्य होगा वो हम चुकाएंगे हम उनकी हार 1660 01:58:40,679 --> 01:58:45,079 देखने अवश्य चलेंगे नारायण 1661 01:58:48,320 --> 01:58:51,320 नाय 1662 01:58:57,360 --> 01:59:01,360 का जी का 1663 01:59:03,060 --> 01:59:04,280 [संगीत] 1664 01:59:04,280 --> 01:59:09,320 जी काका जी ऐसे गदा मुझे ना दीजिए ना 1665 01:59:09,320 --> 01:59:12,079 इसलिए मैं आ 1666 01:59:12,079 --> 01:59:14,920 ा 1667 01:59:14,920 --> 01:59:16,480 [संगीत] 1668 01:59:16,480 --> 01:59:18,239 मय 1669 01:59:18,239 --> 01:59:21,239 ली 1670 01:59:22,400 --> 01:59:26,679 अरे तेरा सतिया ना जाए तू जोरी है या मैं 1671 01:59:26,679 --> 01:59:28,880 गले का हार मांगती हूं तू पांव की चीज 1672 01:59:28,880 --> 01:59:31,920 बताता है ए मेरे साथ हंसी मत करना हां 1673 01:59:31,920 --> 01:59:34,480 वरना सर तोड़ दूंगी जानते हो मैं कौन हूं 1674 01:59:34,480 --> 01:59:38,639 गौर रानी लवंगी अरे धीरे बोलो सुनने वाले 1675 01:59:38,639 --> 01:59:41,760 क्या सोचेंगे कौरव रानिया ऐसी उट होती है 1676 01:59:41,760 --> 01:59:42,800 क्षमा कर 1677 01:59:42,800 --> 01:59:47,199 दीजिए आप ये लीजिए हां अति सुंदर जियो 1678 01:59:47,199 --> 01:59:50,400 जियो जरी जियो देखो अच्छा अा इन सब के 1679 01:59:50,400 --> 01:59:53,280 मूल्य क्या है कुछ नहीं महारानी हमारी 1680 01:59:53,280 --> 01:59:55,840 दुकान में अदला बदली का नियम है आप अपने 1681 01:59:55,840 --> 01:59:58,360 अलंकारों से बदल लीजिए 1682 01:59:58,360 --> 02:00:02,360 अच्छा क्यों समधन हां हां सौदा तो अच्छा 1683 02:00:02,360 --> 02:00:05,360 है और क्या ये अलंकार पहनेंगी तो द्वारका 1684 02:00:05,360 --> 02:00:09,280 तो याद आएगी ही अच्छा सुनिए मैंने सब ले 1685 02:00:09,280 --> 02:00:12,599 लिए मैंने भी ले 1686 02:00:12,599 --> 02:00:18,159 लिए मैंने ली मैंने भी 1687 02:00:18,159 --> 02:00:21,159 ली 1688 02:00:32,280 --> 02:00:35,599 कोई नहीं है चलो बा चले ला 1689 02:00:35,599 --> 02:00:37,480 मम 1690 02:00:37,480 --> 02:00:39,599 मम जानता 1691 02:00:39,599 --> 02:00:42,639 नहीं हम हसनापुर के 1692 02:00:42,639 --> 02:00:46,079 राजकुमार द्वारका के होने वाले जवाई है और 1693 02:00:46,079 --> 02:00:49,880 ससुराल में देते नहीं लेते हैं अगर हम 1694 02:00:49,880 --> 02:00:52,679 चाहे तेरी दुकान की दुकान दहज में ले सकते 1695 02:00:52,679 --> 02:00:56,920 हैं कहने दे ससुर जी से हां चलो जान जाज 1696 02:00:56,920 --> 02:00:58,719 क्या बात है ये 1697 02:00:58,719 --> 02:01:01,680 लीजिए 1698 02:01:01,680 --> 02:01:06,060 [संगीत] 1699 02:01:07,679 --> 02:01:11,079 मं एक तो मेरी ससुराल में आठ लगाता है ऊपर 1700 02:01:11,079 --> 02:01:14,320 से हम पर जादू करता है तेरे हाथ की देंगे 1701 02:01:14,320 --> 02:01:18,040 तेरी खा उ देंगे कहने ससुर जी से 1702 02:01:18,040 --> 02:01:22,760 कने समझ गया समझ गया ससुर जी मेरे नहीं 1703 02:01:24,910 --> 02:01:33,609 [संगीत] 1704 02:01:35,760 --> 02:01:39,920 है अर 1705 02:01:43,880 --> 02:01:50,440 होय अरे कर लो बाल मां प्यार मौसम बड़ी 1706 02:01:50,440 --> 02:01:56,639 है अरे कर लो बाल मा प्यार मौसम बढ़िया 1707 02:01:56,639 --> 02:02:03,480 है य बार बार ना आए जवानी चिड़िया 1708 02:02:03,480 --> 02:02:10,920 है अरे बार बार ला आए जवानी चिड़िया 1709 02:02:17,960 --> 02:02:20,960 है 1710 02:02:31,000 --> 02:02:42,480 [संगीत] 1711 02:02:42,480 --> 02:02:47,960 चंबा महका ली चमेली पिया बनो मत 1712 02:02:47,960 --> 02:02:54,679 जोगी चपा महका फिली चमेली पिया बनो मत 1713 02:02:54,679 --> 02:03:00,480 जोगी ऐसे में मत रूठो राजा जी बड़ी बदनामी 1714 02:03:00,480 --> 02:03:05,440 होगी हमरी बड़ी बदनामी होगी पिया जी जरा 1715 02:03:05,440 --> 02:03:10,440 हाथ काम लो हमारे संग घूम घम 1716 02:03:10,440 --> 02:03:16,960 लो अरे दगा बाज ये उम्र बड़ी गड़बड़ियां 1717 02:03:16,960 --> 02:03:23,159 है अरेगा बाबाज उम्र बड़ी घड़ बढिया 1718 02:03:23,159 --> 02:03:29,920 है य बार बार ना आए जवानी चिड़िया 1719 02:03:29,920 --> 02:03:37,440 है अरे बार बार ना आए जवानी चिड़िया 1720 02:03:47,880 --> 02:03:50,880 है 1721 02:03:52,080 --> 02:03:57,170 [संगीत] 1722 02:04:05,679 --> 02:04:09,760 पतले रे पतले चुंदड़ी पहन के चांद के 1723 02:04:09,760 --> 02:04:11,119 टुकड़े 1724 02:04:11,119 --> 02:04:16,239 आए पतले रे पतली चुंदड़ी पहन के चांद के 1725 02:04:16,239 --> 02:04:17,800 टुकड़े 1726 02:04:17,800 --> 02:04:23,280 आए प्रेमनगर में देखो साधना चिकने मुखड़े 1727 02:04:23,280 --> 02:04:28,960 हाय साधना चिकने मुखड़े आय ल चकती ये बाहे 1728 02:04:28,960 --> 02:04:33,199 देख लो रस लिए निगाह देख 1729 02:04:33,199 --> 02:04:39,679 लो अरे खोलो ये काहे मन की बंध की बढिया 1730 02:04:39,679 --> 02:04:46,159 है अरे खोलो ये काहे मन की बंध की वड़िया 1731 02:04:46,159 --> 02:04:52,400 है हर बार बार ना आए जवानी चिड़िया 1732 02:04:52,400 --> 02:04:58,430 है अरे बार बार ना आए जवानी चिड़िया 1733 02:04:58,430 --> 02:05:15,310 [संगीत] 1734 02:05:17,679 --> 02:05:20,679 है 1735 02:05:23,920 --> 02:05:29,239 अरे हाय अरे हाय हाय अरे हाय हाय हाय हाय 1736 02:05:29,239 --> 02:05:36,440 हाय मैंने एक पहेली पूछी हां एक पहेली बझी 1737 02:05:36,440 --> 02:05:42,760 अरे वाह अरे वाह वाह अरे वाह वा वा वा 1738 02:05:42,760 --> 02:05:46,599 मुझे बड़ी दूर की 1739 02:05:47,679 --> 02:05:53,840 सूझी अरे वाह अरे वाह वाह मुझे बड़ी दूर 1740 02:05:53,840 --> 02:05:59,639 की सूझी वो क्या रहेगी नहीं चटक मटक ये 1741 02:05:59,639 --> 02:06:03,679 रहेगी नहीं तड़क भड़क ये हां रहेगी नहीं 1742 02:06:03,679 --> 02:06:08,679 चटक मटक ये रहेगी नहीं तड़क भड़क 1743 02:06:08,679 --> 02:06:14,880 ये ये आज नवेली नार कल की बुढ़िया 1744 02:06:14,880 --> 02:06:20,880 है ये आज नवेली नाद ल की बुढ़िया है हां 1745 02:06:20,880 --> 02:06:24,559 बुढ़िया है हां बुढ़िया 1746 02:06:24,559 --> 02:06:30,440 है बारबार ना आए जवानी चिड़िया 1747 02:06:30,440 --> 02:06:36,880 है अरे बार बार ना आए जवानी चिड़िया 1748 02:06:36,880 --> 02:06:43,079 है कर लो बाल मा प्यार मौसम बढ़िया 1749 02:06:43,079 --> 02:06:49,880 है बारबार ना आए जवानी चिड़िया है 1750 02:06:49,880 --> 02:06:55,239 अरे बार बार ना आए जवानी चिड़िया 1751 02:06:55,239 --> 02:06:59,239 है भानुमती जी इन नया अलंकारों में तो आप 1752 02:06:59,239 --> 02:07:02,520 ऐसी शोभती है कि हस्तिनापुर के लोग देखकर 1753 02:07:02,520 --> 02:07:05,679 दातो तले उंगली दबा लेंगे सहज में थोड़ी 1754 02:07:05,679 --> 02:07:08,760 मिले सन ढूंढते ढूंढते दातो को पसीना आ 1755 02:07:08,760 --> 02:07:12,599 गया था हा अरे व जरी और फिर असली नकली की 1756 02:07:12,599 --> 02:07:14,480 परक सबको कहां होती है 1757 02:07:14,480 --> 02:07:19,000 बहन और क्या जोहरी की कसौटी एक बार धोखा स 1758 02:07:19,000 --> 02:07:22,520 है पर हमारी समगी की आंखे कभी धोखा नहीं 1759 02:07:22,520 --> 02:07:25,880 खाती अरे समदिन हम भी हस्तिनापुर की रहने 1760 02:07:25,880 --> 02:07:28,559 वाली है हमारी आंखों में कोई क्या धूल झो 1761 02:07:28,559 --> 02:07:30,880 केगा उससे पहले हम उसकी नाक ना काट लेंगे 1762 02:07:30,880 --> 02:07:32,679 हा 1763 02:07:32,679 --> 02:07:37,599 जारी समधन बहू को तो बुलवा लो मधुमती जी 1764 02:07:37,599 --> 02:07:40,760 जा सुरेखा को बुलाला जा जा जल्दी जा 1765 02:07:40,760 --> 02:07:44,559 भानुमती जी हमारी सुरेखा जितनी तन से 1766 02:07:44,559 --> 02:07:48,079 सुकुमार है उतनी मन से भी कोमल है प्यार 1767 02:07:48,079 --> 02:07:52,040 से रखिएगा इसकी चिंता मत करो समधिन हम सब 1768 02:07:52,040 --> 02:07:54,480 भी तो ससुराल में ही आके तगड़ी हुई हैं 1769 02:07:54,480 --> 02:07:57,719 हमारी ये काया बनी रही तो हम बह को कभी गो 1770 02:07:57,719 --> 02:07:59,639 से नहीं उतरने देंगे 1771 02:07:59,639 --> 02:08:03,559 हां सुरेखा यहां है और वहां राज भवन में 1772 02:08:03,559 --> 02:08:07,239 विवाह की तैयारी हो रही है कुछ गड़बड़ भी 1773 02:08:07,239 --> 02:08:11,280 ना मचे और विवाह का आनंद भी आ जाए इसलिए 1774 02:08:11,280 --> 02:08:13,040 मैं वहां जाता 1775 02:08:13,040 --> 02:08:16,520 हूं कहीं उठावल में है कहां की तैयारी है 1776 02:08:16,520 --> 02:08:19,040 कन्यादान की मेरे बिना की 1777 02:08:19,040 --> 02:08:21,840 तुम्हारी जगह सुपारी रख लूंगा अभी तो 12 1778 02:08:21,840 --> 02:08:24,320 द्वारे भी नहीं लगी तुम नहीं जानती देवी 1779 02:08:24,320 --> 02:08:27,199 दूल्हा आ गया दुल्हन उसके पास चली गई और 1780 02:08:27,199 --> 02:08:29,960 पुरोहित नारद जी भी पहुंच गए पुरोहित नारद 1781 02:08:29,960 --> 02:08:33,719 जी हां हां द्वारिका की गुफा में सुरेखा 1782 02:08:33,719 --> 02:08:36,079 और अभी मन्यु का ब्याह हो रहा है देवी 1783 02:08:36,079 --> 02:08:39,840 ब्याह वाह प्रभु और भैया को आपने वचन दिया 1784 02:08:39,840 --> 02:08:42,520 है सो मैंने वचन कन्यादान का दिया है सो 1785 02:08:42,520 --> 02:08:45,079 पालन करने जा रहा हूं मैंने यह थोड़ी कहा 1786 02:08:45,079 --> 02:08:46,800 है कि लक्ष्मण को सुरे का का कन्यादान 1787 02:08:46,800 --> 02:08:49,000 दूंगा अब मैं यहां पल भर ठहर नहीं सकता 1788 02:08:49,000 --> 02:08:51,119 देवी वहां सभी लोग मेरी बात देखते होंगे 1789 02:08:51,119 --> 02:08:54,639 आती हो आओ मुहूर्त बीत रहा है मैं तो आपके 1790 02:08:54,639 --> 02:08:56,239 आगे 1791 02:08:56,239 --> 02:08:59,559 चली महारानी जी मैं सारा भवन छान चुकी 1792 02:08:59,559 --> 02:09:01,840 सुरेखा का कहीं पता 1793 02:09:01,840 --> 02:09:05,199 नहीं पता 1794 02:09:08,540 --> 02:09:11,750 [संगीत] 1795 02:09:17,320 --> 02:09:24,159 नहीं वो रही सुरेखा तो आओ बेटी कहां थी जी 1796 02:09:24,159 --> 02:09:26,800 उद्यान 1797 02:09:29,159 --> 02:09:34,119 में आ बेटी अपनी सासू जी के पाव पढ़ो हां 1798 02:09:34,119 --> 02:09:39,320 हा बह अच्छे अच्छे लक्षण सीख लो लो पा 1799 02:09:39,639 --> 02:09:43,159 पो अच्छा अच्छा पहले बड़ी सासू जी के छू 1800 02:09:43,159 --> 02:09:48,520 उसके बाद छोटि के बहुत समझदार है सुखी रहो 1801 02:09:48,520 --> 02:09:51,079 मुझसे लाज कैसी बेटी अब तो मैं ही 1802 02:09:51,079 --> 02:09:55,840 तुम्हारी मां हूं आओ मेरी गोद में बैठो 1803 02:09:55,840 --> 02:10:01,840 आओ आओ सब लोग मिलकर बहू को सजा दो मामी 1804 02:10:14,480 --> 02:10:18,960 जी समध लगता है बहू को घी दूध बहुत कुछ 1805 02:10:18,960 --> 02:10:21,719 खिला पिला दिया है देखने में ही फूल की 1806 02:10:21,719 --> 02:10:26,679 छड़ी है बहू जरा नीचे बैठो तो मुझे तो आप 1807 02:10:26,679 --> 02:10:29,840 ही की गोद अच्छी लगती है अच्छा अच्छा फिर 1808 02:10:29,840 --> 02:10:34,760 बैठ लेना मैं पांव तो सीधा कर लू उतरो ना 1809 02:10:34,760 --> 02:10:37,760 भली वो दुल है घड़ी भर के लिए बहू गोद में 1810 02:10:37,760 --> 02:10:40,760 बैठी नहीं तो तुम्हारे पैर टूटने लगे आओ 1811 02:10:40,760 --> 02:10:44,719 बहू मेरी गोद में बैठो 1812 02:10:46,000 --> 02:10:50,320 आओ मेरी कमर में चमक आ गई उतरो तो बहू अरे 1813 02:10:50,320 --> 02:10:52,840 क्या नाच नचा रखा बहू को हस्तिनापुर का 1814 02:10:52,840 --> 02:10:55,480 नाम डुबो रही हो कमर में बल नहीं तो बैठती 1815 02:10:55,480 --> 02:10:59,960 क्यों हो बह मेरी गोद में बैठो आओ बेटा आओ 1816 02:10:59,960 --> 02:11:05,000 बैठो जरा पेट बचा के बेटा धीरे से अरे 1817 02:11:05,800 --> 02:11:10,320 मैया ब मेरा पेट हाय 1818 02:11:10,320 --> 02:11:13,559 भया मेरा हार मेरा 1819 02:11:13,559 --> 02:11:19,840 टीका अरे मेरा चंदन हार मेरा झुमका 1820 02:11:19,840 --> 02:11:25,639 अरे मेरे गहरे कहा गए अरे सर्व मांगल्य 1821 02:11:25,639 --> 02:11:29,040 मांगल्य शिवे सर्वार्थ 1822 02:11:29,040 --> 02:11:33,719 साधिके चरण तमके गौरी 1823 02:11:33,719 --> 02:11:34,890 नारायणी 1824 02:11:34,890 --> 02:11:47,159 [संगीत] 1825 02:11:47,159 --> 02:11:50,159 नमोस्तुते 1826 02:11:50,760 --> 02:11:56,280 [संगीत] 1827 02:11:56,280 --> 02:11:58,520 अरे बाप 1828 02:11:58,520 --> 02:12:03,159 रे क्या हु जीवन घबराता है मां अरे बेटा 1829 02:12:03,159 --> 02:12:05,360 पहले पहले जब हाथ मिलते हैं तो ऐसा ही 1830 02:12:05,360 --> 02:12:09,440 होता है और फिर कलेजे में धध ध धध धड़ाका 1831 02:12:09,440 --> 02:12:14,840 होता है मुझे अच्छी तरह याद है वो दिन जाओ 1832 02:12:14,840 --> 02:12:17,079 जाओ जाओ जा जा जा 1833 02:12:17,079 --> 02:12:19,180 बैठ 1834 02:12:19,180 --> 02:12:29,880 [संगीत] 1835 02:12:29,880 --> 02:12:34,239 ब बह बु नहीं तू अंधा है आया है बाप दादा 1836 02:12:34,239 --> 02:12:39,199 की नाक कटाने के लिए च बैठ जा ब बैठ जा बै 1837 02:12:39,850 --> 02:12:46,139 [संगीत] 1838 02:12:47,040 --> 02:12:50,040 जा 1839 02:12:51,350 --> 02:12:54,829 [संगीत] 1840 02:12:56,559 --> 02:12:59,000 मा 1841 02:12:59,079 --> 02:13:02,559 जी अरे कुछ बोलेगा भी के 1842 02:13:02,559 --> 02:13:04,440 आ 1843 02:13:04,440 --> 02:13:07,880 ब तुझ जैसे गे को सुंदरी भी बंदरी दिखाई 1844 02:13:07,880 --> 02:13:10,880 देगी चल चुपचाप जाके बैठ जा नहीं तो कोरो 1845 02:13:10,880 --> 02:13:13,719 वंश का बीज भी नहीं रहेगा आप भी चलिए ना 1846 02:13:13,719 --> 02:13:18,440 अरे गधे तुझे करना है कि मुझे चल जा 1847 02:13:18,440 --> 02:13:21,940 [संगीत] 1848 02:13:32,960 --> 02:13:35,639 मुझे नहीं करना है पर मुझे तो ब्याह करना 1849 02:13:35,639 --> 02:13:38,800 है पति देव जी हाथ पकड़ा है तो भाग कर 1850 02:13:38,800 --> 02:13:40,420 जाएंगे 1851 02:13:40,420 --> 02:13:44,270 [हंसी] 1852 02:13:45,200 --> 02:13:46,960 [संगीत] 1853 02:13:46,960 --> 02:13:52,559 कहा मैं वर भीम सेन का बेटा कठोर कश हूं क 1854 02:13:52,559 --> 02:13:56,119 कान खोल कर सुन ले सुरेखा का विवाह मनू से 1855 02:13:56,119 --> 02:14:00,040 गोफ में हो चुका और आज मैं दुला दुलन को 1856 02:14:00,040 --> 02:14:06,760 लेकर वहां से जा रहा हूं जिसम साहस हो व 1857 02:14:13,520 --> 02:14:16,840 मायावी और काकी जानती है कन्यादान किसने 1858 02:14:16,840 --> 02:14:18,440 दिया कृष्ण मामा 1859 02:14:18,440 --> 02:14:21,280 कृष्ण भैया तो हम पांडवों के आधारी है 1860 02:14:21,280 --> 02:14:23,119 बेटा 1861 02:14:23,119 --> 02:14:26,000 किंतु दुर्योधन इसका बैर लिए बिना चुप 1862 02:14:26,000 --> 02:14:29,040 नहीं बैठेगा बनवास के बाद वो निश्चय ही 1863 02:14:29,040 --> 02:14:33,239 युद्ध नेगा युद्ध होगा घनघोर युद्ध होगा 1864 02:14:33,239 --> 02:14:36,480 और यह युद्ध भारी पड़ेगा भगवन क्योंकि 1865 02:14:36,480 --> 02:14:39,320 बलराम जी ने दुर्योधन को गदा युद्ध में 1866 02:14:39,320 --> 02:14:44,079 अजय बना दिया है नारायण ना आप चाहे जितना 1867 02:14:44,079 --> 02:14:47,320 आकाश में छेद करें देवर्षी परंतु हम दोनों 1868 02:14:47,320 --> 02:14:50,520 भाइयों में कभी आप फूट नहीं डाल सकते 1869 02:14:50,520 --> 02:14:53,679 इसमें फूट डालने की कौन सी बात है प्रभु 1870 02:14:53,679 --> 02:14:56,400 मैं तो वही कह रहा हूं जो बलराम जी चाहते 1871 02:14:56,400 --> 02:14:59,960 हैं भैया यह चाहते हैं कि अजय होने के 1872 02:14:59,960 --> 02:15:02,559 अभिमान में दुर्योधन के पाप का घड़ा शीघ्र 1873 02:15:02,559 --> 02:15:06,360 भर जाए वो युद्ध के लिए उन्मत हो उठे और 1874 02:15:06,360 --> 02:15:10,360 फिर पृथ्वी का भार हल्का हो जाए नारायण 1875 02:15:10,360 --> 02:15:14,599 नारायण प्रभु आपकी लीला तो मैं कुछ कुछ 1876 02:15:14,599 --> 02:15:18,400 जानता हूं किंतु सीधे साधे हलदर जीी 1877 02:15:18,400 --> 02:15:21,760 खाने के दांत और और दिखाने के दांत और 1878 02:15:21,760 --> 02:15:25,840 रखते हैं यह नहीं जानता 1879 02:15:25,840 --> 02:15:29,400 देवर्ष भैया संसार के सामने यह उदाहरण 1880 02:15:29,400 --> 02:15:32,360 रखना चाहते हैं कि जहां चार बर्तन होते 1881 02:15:32,360 --> 02:15:37,880 हैं खड़क ही है परंतु भाई भाई ऐसे रहे कि 1882 02:15:37,880 --> 02:15:41,079 जैसे बलराम कृष्ण 1883 02:15:41,079 --> 02:15:46,840 े निष्ठा एक संकल्प एक इसी एकता से तो आप 1884 02:15:46,840 --> 02:15:49,440 दोनों भाइयों ने चुनचुन कर पापियों का 1885 02:15:49,440 --> 02:15:54,239 संघार किया फिर भी प्रभु एक बच गया है वह 1886 02:15:54,239 --> 02:15:56,040 हजार हाथ 1887 02:15:56,040 --> 02:16:00,119 वाला आप कहां किसी को बचने देना चाहते हैं 1888 02:16:00,119 --> 02:16:04,880 देवर्ष परंतु बलि पुत्र बाणासुर पापी नहीं 1889 02:16:04,880 --> 02:16:09,000 व तो भगवान शंकर का परम भक्त है शिव भक्ति 1890 02:16:09,000 --> 02:16:11,840 का विरोध मैं कहां कर रहा हूं प्रभु किंतु 1891 02:16:11,840 --> 02:16:14,199 वामन अवतार में आपने उसके बाप को पाताल 1892 02:16:14,199 --> 02:16:16,520 में पहुंचा दिया उसी का बदला लेने के 1893 02:16:16,520 --> 02:16:19,480 विचार से विष्णु भक्तों का कट्टर शत्रु बन 1894 02:16:19,480 --> 02:16:22,520 गया पृथ्वी से विष्णु का नाम ही मिटा देना 1895 02:16:22,520 --> 02:16:24,440 चाहता 1896 02:16:24,440 --> 02:16:29,119 देवर्षी भगवान शंकर और विष्णु तो एक ही है 1897 02:16:29,119 --> 02:16:31,760 किंतु प्रभु बाणासुर तो यह प्रचार कर रहा 1898 02:16:31,760 --> 02:16:34,638 है कि विष्णु और शंकर भगवान एक दूसरे के 1899 02:16:34,638 --> 02:16:38,519 शत्रु मुझे तो डर है कि उसके इस प्रचार से 1900 02:16:38,519 --> 02:16:41,080 भक्तों के साथ साथ आप दोनों प्रभु में 1901 02:16:41,080 --> 02:16:42,240 टक्कर ना हो 1902 02:16:42,240 --> 02:16:45,200 जाए आप चिंता ना कीजिए 1903 02:16:45,200 --> 02:16:49,599 देवर्ष समय स्वयं उसे समझा देगा कि भगवान 1904 02:16:49,599 --> 02:16:52,959 शंकर और विष्णु एक है आप कुछ भी समझिए 1905 02:16:52,959 --> 02:16:55,879 प्रभु किंतु बाणासुर का गर्भ खंडन नहीं 1906 02:16:55,879 --> 02:16:59,478 किया गया तो परिणाम भयंकर दिखाई देता है 1907 02:16:59,478 --> 02:17:01,950 नारायण 1908 02:17:01,950 --> 02:17:08,510 [संगीत] 1909 02:17:13,160 --> 02:17:16,599 नारायण करपूर 1910 02:17:16,599 --> 02:17:17,830 गौरम 1911 02:17:17,830 --> 02:17:19,920 [संगीत] 1912 02:17:19,920 --> 02:17:22,920 करुणा 1913 02:17:23,760 --> 02:17:25,760 अवतारम 1914 02:17:25,760 --> 02:17:28,439 संसार 1915 02:17:28,439 --> 02:17:30,240 सारम 1916 02:17:30,240 --> 02:17:33,240 भुजगेंद्र 1917 02:17:34,638 --> 02:17:39,119 हारम सदा 1918 02:17:39,359 --> 02:17:41,519 वसंतम 1919 02:17:41,519 --> 02:17:44,519 हृदयार 1920 02:17:45,439 --> 02:17:49,599 विंदे भव 1921 02:17:49,638 --> 02:17:51,879 भवानी 1922 02:17:51,879 --> 02:17:53,290 हितम 1923 02:17:53,290 --> 02:17:57,219 [संगीत] 1924 02:17:57,398 --> 02:17:59,080 नमामि 1925 02:17:59,080 --> 02:18:02,799 ओम नमः 1926 02:18:02,799 --> 02:18:08,120 शिवाय ओम नमः 1927 02:18:08,120 --> 02:18:13,359 शिवाय ओम नमः 1928 02:18:13,570 --> 02:18:16,519 [संगीत] 1929 02:18:16,519 --> 02:18:19,519 शिवाय 1930 02:18:19,629 --> 02:18:26,379 [संगीत] 1931 02:18:27,040 --> 02:18:33,399 बम बम बम बम सा सदाशिव बम बम बम 1932 02:18:33,879 --> 02:18:40,160 बम बम बम बम बम सा सदा शिव से लो लगन 1933 02:18:40,160 --> 02:18:46,519 लगाए इस धरती पर प्रभु भक्तों को आज कभी 1934 02:18:46,519 --> 02:18:49,760 ना ओम नमः 1935 02:18:49,760 --> 02:18:52,920 शिवाय ओम नमः 1936 02:18:52,920 --> 02:18:56,650 शिवाय ओम नमः 1937 02:18:56,650 --> 02:19:08,389 [संगीत] 1938 02:19:11,760 --> 02:19:17,959 शिवाय उड़ता जाता है काल का उड़न खटोला भर 1939 02:19:17,959 --> 02:19:19,760 लो रे 1940 02:19:19,760 --> 02:19:24,920 भाई भर लो रे भाई प्रभु भजन से 1941 02:19:24,920 --> 02:19:29,479 झोला प्रभु भजन से 1942 02:19:34,280 --> 02:19:37,790 झोला ये जन्म बड़ा है 1943 02:19:37,790 --> 02:19:40,638 [संगीत] 1944 02:19:40,638 --> 02:19:45,558 सलोना माटी को बना लो 1945 02:19:46,439 --> 02:19:48,080 सोना 1946 02:19:48,080 --> 02:19:53,800 हाथों में आया हुआ समय बेकार निकल ना 1947 02:19:53,800 --> 02:19:57,080 जाए ओम नमः 1948 02:19:57,080 --> 02:20:00,280 शिवाय ओम नमः 1949 02:20:00,280 --> 02:20:03,870 शिवाय ओम नमः 1950 02:20:03,870 --> 02:20:15,430 [संगीत] 1951 02:20:16,359 --> 02:20:18,260 शिवाय 1952 02:20:18,260 --> 02:20:27,279 [संगीत] 1953 02:20:27,319 --> 02:20:32,640 चरणों में प्रभु के डाल दो लोगो डेरा लख 1954 02:20:32,640 --> 02:20:34,160 चौ 1955 02:20:34,160 --> 02:20:39,439 का लख चौ का बड़ा विकट है 1956 02:20:39,439 --> 02:20:43,880 फेरा बड़ा विकट है 1957 02:20:46,319 --> 02:20:49,319 फरा 1958 02:20:49,600 --> 02:20:52,270 भगवान को सौप 1959 02:20:52,270 --> 02:20:54,880 [संगीत] 1960 02:20:54,880 --> 02:20:58,560 नैया वो होंगे स्वयं कि 1961 02:20:58,560 --> 02:21:01,280 [संगीत] 1962 02:21:01,280 --> 02:21:08,080 वैया इस भव सागर से रने का है केवल यही 1963 02:21:08,080 --> 02:21:11,280 उपाय ओम नमः 1964 02:21:11,280 --> 02:21:14,399 शिवाय ओम नमः 1965 02:21:14,399 --> 02:21:18,439 शिवाय ओम नमः शिवाय 1966 02:21:18,439 --> 02:21:23,800 बम बम बम बम साम सदा शिव से लो लगन 1967 02:21:23,800 --> 02:21:30,240 लगाए इस धरती पर प्रभु भक्तों को आज कभी 1968 02:21:30,240 --> 02:21:33,319 ना ओम नमः 1969 02:21:33,319 --> 02:21:36,479 शिवाय ओम नमः 1970 02:21:36,479 --> 02:21:39,560 शिवाय ओम नमः 1971 02:21:39,560 --> 02:21:42,680 शिवाय ओम नमः 1972 02:21:42,680 --> 02:21:44,830 शिवाय ओम नमः 1973 02:21:44,830 --> 02:21:46,240 [संगीत] 1974 02:21:46,240 --> 02:21:48,479 शिवाय 1975 02:21:48,479 --> 02:21:51,080 नारायण 1976 02:21:51,080 --> 02:21:53,880 नारायण आइए मुनि 1977 02:21:53,880 --> 02:21:58,080 पधारिए य महाराज बासर को भगवान शंकर की 1978 02:21:58,080 --> 02:22:00,880 स्तुति करते देख रहा हं और वहा विष्णु लोक 1979 02:22:00,880 --> 02:22:04,760 में आपका गर्भ खंडन करने की चर्चा चल 1980 02:22:04,760 --> 02:22:06,319 हमारा गर्व 1981 02:22:06,319 --> 02:22:07,920 खंडन 1982 02:22:07,920 --> 02:22:10,800 मुनिराज विष्णु लोक में जाक 1983 02:22:10,800 --> 02:22:16,160 कए वासर के गर्भ खंडन के स्वपन देखने से 1984 02:22:16,160 --> 02:22:19,520 पहले भगवान शंकर के त्रिशूल 1985 02:22:19,520 --> 02:22:23,280 से स्वयं विष्णु के चक्र सुदर्शन की रक्षा 1986 02:22:23,280 --> 02:22:25,920 की चिंता करें यह आप क्या बोल रहे हैं 1987 02:22:25,920 --> 02:22:27,680 महाराज बाणासुर 1988 02:22:27,680 --> 02:22:31,560 मुनिराज यह हम नहीं बोल रहे हमारे पिता 1989 02:22:31,560 --> 02:22:35,720 श्री को पाताल में धसान वाले विष्णु के 1990 02:22:35,720 --> 02:22:39,280 विरुद्ध हमारा प्रतिशोध बोल रहा 1991 02:22:39,280 --> 02:22:41,720 है हमारे इस 1992 02:22:41,720 --> 02:22:46,640 देव भगवान शंकर का दिया हुआ हमारी सहस्त्र 1993 02:22:46,640 --> 02:22:51,760 बुझाओ का बल बोल रहा है और बोल रहा है 1994 02:22:51,760 --> 02:22:56,040 हमारी रक्षा हेतु दिया हुआ स्वयं महादेव 1995 02:22:56,040 --> 02:22:59,479 जी का वचन विश्वास नहीं होता महाराज 1996 02:22:59,479 --> 02:23:02,760 बाणासुर जिन महादेव जी ने आपको सहस्त्र 1997 02:23:02,760 --> 02:23:05,680 बाहु बना दिया उन्हीं से आप युद्ध ठनने 1998 02:23:05,680 --> 02:23:09,840 पहुंच गए फिर भी वे आपकी रक्षा का वचन दे 1999 02:23:09,840 --> 02:23:13,880 दे या आश्चर्य नहीं तो क्या मुनिराज पहले 2000 02:23:13,880 --> 02:23:17,520 शिवलोक में जाइए भगवान शंकर हम आपका 2001 02:23:17,520 --> 02:23:23,399 आश्चर्य मिटा देंगे जाना ही होगा नाराय 2002 02:23:23,399 --> 02:23:27,560 नारा शंकर हर 2003 02:23:27,560 --> 02:23:31,439 हर हर हर 2004 02:23:31,439 --> 02:23:33,359 शंकर 2005 02:23:33,359 --> 02:23:38,600 नारायण नारायण देवसी पधारिए भोलेनाथ 2006 02:23:38,600 --> 02:23:42,200 प्रसन्न होते हैं तो भला बुरा पात्र कुत्र 2007 02:23:42,200 --> 02:23:45,479 कुछ देखते सोचते ही नहीं देवसी आज ये 2008 02:23:45,479 --> 02:23:47,840 उलाहना किसके बारे में लाए हैं आपके 2009 02:23:47,840 --> 02:23:50,800 अभिमानी भक्त बाणासुर के बारे में भगवन 2010 02:23:50,800 --> 02:23:53,640 आपने उसे उसकी रक्षा का वचन क्या दे दिया 2011 02:23:53,640 --> 02:23:56,160 वानर के गले में रुद्राक्ष की माला पड़ गई 2012 02:23:56,160 --> 02:23:59,960 बाणासुर आपको अपना अस्त्र मान रहा है और 2013 02:23:59,960 --> 02:24:02,359 भगवान विष्णु का संघार कराना चाहता है 2014 02:24:02,359 --> 02:24:06,399 भगवान विष्णु का संहार हां महादेवी और वो 2015 02:24:06,399 --> 02:24:09,840 भी महादेव जी के आज 2016 02:24:09,840 --> 02:24:13,720 देवर्षी भगवान विष्णु का और मेरा लक्ष्य 2017 02:24:13,720 --> 02:24:17,640 एक है हम एक ही हैं दो नहीं 2018 02:24:17,640 --> 02:24:20,560 यह तो हम समझते हैं भगवन किंतु आप दोनों 2019 02:24:20,560 --> 02:24:23,800 दो है और एक दूसरे के कट्टर शत्रु है यह 2020 02:24:23,800 --> 02:24:26,439 प्रमाणित करने के लिए बाणासुर ने तो अपनी 2021 02:24:26,439 --> 02:24:29,760 कन्या को कारण भी बना लिया अपनी कन्या को 2022 02:24:29,760 --> 02:24:33,479 वाह महादेवी भोलेनाथ तो भुलक्कड़ है ही 2023 02:24:33,479 --> 02:24:37,080 किंतु आप भी बाणासुर को दी हुई अपनी मानस 2024 02:24:37,080 --> 02:24:40,240 पुत्री कुमारी उषा को भूल गई बाणासुर ने 2025 02:24:40,240 --> 02:24:43,359 अपने गर्भ खंडन के दर् कुमारी उषा को 2026 02:24:43,359 --> 02:24:47,439 दुर्ग में बंद कर रखा दादाजी दादाजी क्या 2027 02:24:47,439 --> 02:24:50,560 है दूत समाचार लाया है कि हस्तिनापुर में 2028 02:24:50,560 --> 02:24:52,880 श्याम काका ने दुधन की पुत्री लक्ष्मणा का 2029 02:24:52,880 --> 02:24:55,600 स्वयं हरण किया है इसलिए दोनों को दुधन ने 2030 02:24:55,600 --> 02:24:57,279 बंदी बना लिया है 2031 02:24:57,279 --> 02:25:00,279 भैया 2032 02:25:00,479 --> 02:25:04,439 कन्हैया भैया दुर्योधन को आपने जो गदा 2033 02:25:04,439 --> 02:25:06,240 युद्ध में प्रवीण किया उसका परिणाम क्या 2034 02:25:06,240 --> 02:25:09,160 हुआ आप जानते हैं क्या हुआ कौरव ने हमारे 2035 02:25:09,160 --> 02:25:12,880 शाम को ही बंदी बना लिया है भैया उसे 2036 02:25:12,880 --> 02:25:15,479 मुक्त करने के लिए हमें युद्ध करना होगा 2037 02:25:15,479 --> 02:25:18,760 तुम शांत रहो मैं अकेले हस्तिनापुर जाकर 2038 02:25:18,760 --> 02:25:22,279 मम को ले आता हूं केवल मम को ही नहीं साथ 2039 02:25:22,279 --> 02:25:24,760 में लक्ष्मणा को भी हा हा तो लक्ष्मी को 2040 02:25:24,760 --> 02:25:26,920 ले 2041 02:25:30,439 --> 02:25:34,560 आऊगा श्री बलम जी हमारी रक्ष की रक्षा 2042 02:25:34,560 --> 02:25:37,800 कीजिए य कुल भूषण श्री बलराम जी हमारी 2043 02:25:37,800 --> 02:25:42,200 रक्षा कीजिए राक्षस राक्षस बलवल बारबार 2044 02:25:42,200 --> 02:25:45,080 हमारे य को भ्रष्ट कर डालता है से हमारी 2045 02:25:45,080 --> 02:25:48,720 रक्षा की बलराम जी रक्षा कीजिए 2046 02:25:48,720 --> 02:25:52,720 पधार पधारिए हमारी रक्षा कीजिए र 2047 02:25:52,720 --> 02:25:56,880 की ये रहा 2048 02:25:57,359 --> 02:26:00,359 पलवल 2049 02:26:08,760 --> 02:26:13,600 म तुम ऋषि मुनियों को बचाने आया हो क्या 2050 02:26:13,600 --> 02:26:17,240 बल बल को नहीं जानते मैं अधियो का नाश 2051 02:26:17,240 --> 02:26:19,760 करना जानता 2052 02:26:24,270 --> 02:26:45,780 [संगीत] 2053 02:26:45,800 --> 02:26:48,800 हूं 2054 02:26:50,200 --> 02:26:57,610 [संगीत] 2055 02:27:01,670 --> 02:27:07,720 [संगीत] 2056 02:27:07,720 --> 02:27:09,910 बना 2057 02:27:09,910 --> 02:27:15,720 [संगीत] 2058 02:27:15,720 --> 02:27:16,730 पड़ेगी 2059 02:27:16,730 --> 02:27:26,880 [संगीत] 2060 02:27:26,880 --> 02:27:29,319 ब 2061 02:27:29,330 --> 02:27:45,600 [संगीत] 2062 02:27:45,680 --> 02:27:48,680 ब 2063 02:27:50,399 --> 02:27:51,790 म 2064 02:27:51,790 --> 02:28:07,280 [संगीत] 2065 02:28:15,640 --> 02:28:18,640 म 2066 02:28:19,240 --> 02:28:25,170 बताइए ओम जीरी रक्षा कीजिए जी ओ वो 2067 02:28:25,170 --> 02:28:43,549 [संगीत] 2068 02:28:45,600 --> 02:28:48,600 बताइए 2069 02:28:51,130 --> 02:28:57,479 [संगीत] 2070 02:29:04,660 --> 02:29:07,899 [संगीत] 2071 02:29:10,920 --> 02:29:13,560 महात्मा जी मरे हुए पर हाथ उठाना धर्म 2072 02:29:13,560 --> 02:29:16,840 नहीं है शिरोमण धर्मा अवता श्री श्री 2073 02:29:16,840 --> 02:29:19,600 बलराम जी की 2074 02:29:20,720 --> 02:29:24,560 जय की जय हो श्री बलराम जी हस्तिनापुर में 2075 02:29:24,560 --> 02:29:28,840 पधारे हैं गुरुदेव हस्तिनापुर में कहां है 2076 02:29:28,840 --> 02:29:31,279 नगर के बाहर तंबू डालकर विश्राम कर रहे 2077 02:29:31,279 --> 02:29:34,960 हैं नगर के 2078 02:29:35,000 --> 02:29:40,240 बाहर समझ लो भांजे दाल में कुछ काला है हो 2079 02:29:40,240 --> 02:29:42,680 सकता है शाम को छुड़ाने के लिए बलराम जी 2080 02:29:42,680 --> 02:29:45,279 क्रोध में आए हो और यादव सेना भी लाकर 2081 02:29:45,279 --> 02:29:48,399 छुपाए हुए हो नहीं नहीं गुरुदेव कपटी नहीं 2082 02:29:48,399 --> 02:29:52,200 बहुत सीधे हैं चले उनका स्वागत करें चलते 2083 02:29:52,200 --> 02:29:52,920 तो 2084 02:29:52,920 --> 02:29:57,240 है पर चलने से पहले यह समझ लो 2085 02:29:57,240 --> 02:30:00,640 भांजे कि जहां तक गदा युद्ध सिखाने का 2086 02:30:00,640 --> 02:30:04,000 प्रश्न है वहां तो बलराम जी तुम्हारे गुरु 2087 02:30:04,000 --> 02:30:08,520 हैं किंतु जहां शम का प्रश्न है वहां वे 2088 02:30:08,520 --> 02:30:13,439 केवल यादव है और यादों में जो बहुत सीधे 2089 02:30:13,439 --> 02:30:19,880 होते हैं वे भी पालकी के बास होते हैं 2090 02:30:19,880 --> 02:30:25,000 गुरुदेव राज प्रसाद में पधार कर हमें पावन 2091 02:30:26,160 --> 02:30:29,439 कीजिए से मुझे इतना ही कहना 2092 02:30:29,439 --> 02:30:33,359 है कि मेरे स्वागत के बदले वे मम और 2093 02:30:33,359 --> 02:30:36,359 लक्ष्मणा को मेरे साथ विदा कर दे मम के 2094 02:30:36,359 --> 02:30:40,120 साथ लक्ष्मणा को भी बलराम जी यह विनती है 2095 02:30:40,120 --> 02:30:45,040 या चुनौती भाषा और भाव से तो इसे चुनौती 2096 02:30:45,040 --> 02:30:49,120 ही समझना चाहिए तो साम हमारा अपराधी है 2097 02:30:49,120 --> 02:30:51,680 उसे दन दिए बिना नहीं छोड़ेंगे और 2098 02:30:51,680 --> 02:30:55,479 लक्ष्मणा द्वारका के चौकट पर पैर धरे ऐसा 2099 02:30:55,479 --> 02:30:58,279 तो स्वपन में भी नहीं हो सकता 2100 02:30:58,279 --> 02:31:00,880 दुर्योधन स्वप्न में ना होने वाली बात को 2101 02:31:00,880 --> 02:31:05,040 भी साक्षात करने की शक्ति बलराम में है और 2102 02:31:05,040 --> 02:31:09,640 जरास के डर से मथुरा छोड़कर भागे हुए 2103 02:31:09,640 --> 02:31:12,760 बलराम की इस धमकी का उत्तर देने की शक्ति 2104 02:31:12,760 --> 02:31:18,359 सहस को में भी है चलो भाजे 2105 02:31:22,690 --> 02:31:23,660 [संगीत] 2106 02:31:23,660 --> 02:31:25,500 [प्रशंसा] 2107 02:31:25,500 --> 02:31:29,010 [संगीत] 2108 02:31:35,410 --> 02:31:41,439 [संगीत] 2109 02:31:45,420 --> 02:31:51,450 [संगीत] 2110 02:31:53,680 --> 02:31:57,319 स्वामी आप बलराम जी को जाकर मनाइए नहीं तो 2111 02:31:57,319 --> 02:31:59,840 हस्तिनापुर को यमुना में डूबा ही समझिए 2112 02:31:59,840 --> 02:32:02,399 नाथ और लक्ष्मणा को ले जाकर उन्हे सौप 2113 02:32:02,399 --> 02:32:03,140 कीजिए 2114 02:32:03,140 --> 02:32:06,200 [संगीत] 2115 02:32:07,640 --> 02:32:10,680 नाथ नारायण 2116 02:32:10,680 --> 02:32:14,439 नारायण बधाई देने आया हूं महादेव जी हलदर 2117 02:32:14,439 --> 02:32:17,319 जी ने हल से हस्तिनापुर को हिला 2118 02:32:17,319 --> 02:32:20,800 दिया इसमें बधाई देने की कौन सी बात है 2119 02:32:20,800 --> 02:32:25,120 देवर्ष वे मन पर रख ले तो पल भर में पूरी 2120 02:32:25,120 --> 02:32:29,399 वसुंधरा को हिला दे दादी जी दादी जी बलराम 2121 02:32:29,399 --> 02:32:31,600 दादा जीी और श्याम काका के रथ आते दिखाई 2122 02:32:31,600 --> 02:32:33,920 दे रहे हैं तुझे अपनी काकी का मुंह देखने 2123 02:32:33,920 --> 02:32:38,479 की बड़ी इच्छा थी ना महादेवी अनीर जी काकी 2124 02:32:38,479 --> 02:32:41,359 दादी का ही मुंह देखते रहेंगे यह किसी और 2125 02:32:41,359 --> 02:32:44,240 का भी देखेंगे यादवों में एक यही तो 2126 02:32:44,240 --> 02:32:46,960 कुमारे रह गए हैं दादी जी मैं कृष्ण दार 2127 02:32:46,960 --> 02:32:49,680 जी को समाचार देता 2128 02:32:50,040 --> 02:32:54,520 हूं नारद जी इस कामदेव के पुत्र अनिरुद्ध 2129 02:32:54,520 --> 02:32:58,720 का रूप देखते हुए मुझे तो डर बना रहता है 2130 02:32:58,720 --> 02:33:01,720 कि कहीं कोई देवांगना इसका हरण करके यदु 2131 02:33:01,720 --> 02:33:04,000 कुल में उल्टी गंगा न बहा 2132 02:33:04,000 --> 02:33:07,680 दे किंतु पृथ्वी पर भी देवांग नाओ से 2133 02:33:07,680 --> 02:33:10,880 बढ़कर कन्याए है 2134 02:33:13,510 --> 02:33:15,160 [संगीत] 2135 02:33:15,160 --> 02:33:18,160 महादेवी 2136 02:33:25,670 --> 02:33:37,439 [संगीत] 2137 02:33:38,200 --> 02:33:41,560 महादेवी महादेवी अनिरुद्ध जी का कहीं पता 2138 02:33:41,560 --> 02:33:44,279 नहीं है शन कक्ष में उनका पलंग भी नहीं है 2139 02:33:44,279 --> 02:33:49,200 क्या कहा अनिरुद्ध नहीं और पल भी 2140 02:33:49,200 --> 02:33:55,000 [संगीत] 2141 02:33:55,000 --> 02:33:59,080 नहीं सुना आपने शाम को आप छुड़ा ले आए तो 2142 02:33:59,080 --> 02:34:01,560 अनिरुद्ध का पलंग समेत कोई हरण कर ले गया 2143 02:34:01,560 --> 02:34:03,880 अनि का 2144 02:34:03,880 --> 02:34:07,840 हरण चिंता मत करो देवी यदु कुल के वंशज का 2145 02:34:07,840 --> 02:34:10,600 हरण करना सहज हो सकता है किंतु उसे छुपाकर 2146 02:34:10,600 --> 02:34:16,160 रोक रखना कठिन है महाराज बासर की जय हो 2147 02:34:16,160 --> 02:34:20,399 दया निधान राजकुमारी उषा के महल में कोई 2148 02:34:20,399 --> 02:34:24,680 पुरुष प्रवेश कर चुका है पुरुष असंभव 2149 02:34:24,680 --> 02:34:28,720 मैंने अपने कानों से भनक सुनी है अन्नदाता 2150 02:34:28,720 --> 02:34:34,479 हम अपनी आंखों से देखेंगे आओ हमारे 2151 02:34:34,800 --> 02:34:38,479 साथ आकाश पाताल एक कर दिया गया किंतु 2152 02:34:38,479 --> 02:34:40,840 अनिरुद्ध जी का कहीं पता नहीं चला प्रभु 2153 02:34:40,840 --> 02:34:44,640 नारायण नारायण पता कैसे चलेगा नारायण की 2154 02:34:44,640 --> 02:34:47,120 इच्छा बिना भला कुछ हो सकता 2155 02:34:47,120 --> 02:34:50,880 लीजिए त्रिभुवन के समाचार केंद्र आ गए 2156 02:34:50,880 --> 02:34:54,800 भैया इनसे पूछे मुझसे क्या पूछना है प्रभु 2157 02:34:54,800 --> 02:34:58,200 और आपके होते हुए मैं कह भी कैसे सकता हूं 2158 02:34:58,200 --> 02:35:00,279 कि अनिरुद्ध जी को बाणासुर ने बंदी बना 2159 02:35:00,279 --> 02:35:04,240 रखा है बाणासुर कुछ बोलिए ना प्रभु आप 2160 02:35:04,240 --> 02:35:07,200 अपने भक्त राजा बली के पुत्र को मारना ना 2161 02:35:07,200 --> 02:35:10,760 चाहते हो तो ना सही किंतु द्वारिका में 2162 02:35:10,760 --> 02:35:13,359 अपने पौत्र और पौत्र वधु के स्वागत के लिए 2163 02:35:13,359 --> 02:35:16,680 तो कुछ कीजिए नारद जी बात क्या है स्पष्ट 2164 02:35:16,680 --> 02:35:20,720 कहिए भाभी जी ये भक्त और ये भगवान दोनों 2165 02:35:20,720 --> 02:35:23,279 ही हमें चक्कर में डाल रहे हैं चक्कर में 2166 02:35:23,279 --> 02:35:26,520 तो स्वयं चक्रधारी पड़ गए हैं देवी देव 2167 02:35:26,520 --> 02:35:29,120 कन्याओं का हरण करना तो यादव कुल की रीत 2168 02:35:29,120 --> 02:35:32,399 है ही किंतु यादव कुमार अनिरुद्ध का हरण 2169 02:35:32,399 --> 02:35:36,080 करके बाणासुर की कन्या उषा ले गई ये नई और 2170 02:35:36,080 --> 02:35:38,920 उल्टी रीत चल पड़ी सेना तैयार करवाओ सात 2171 02:35:38,920 --> 02:35:42,319 की जी द्वारकाधीश का अपमान करने वाले को 2172 02:35:42,319 --> 02:35:45,080 दंद दिए बिना मैं नहीं रहूंगा किंतु भैया 2173 02:35:45,080 --> 02:35:46,560 ये मेरी आज्ञा है 2174 02:35:46,560 --> 02:35:49,640 उस हजार हाथ वाले बासर को हलधर का एक ही 2175 02:35:49,640 --> 02:35:54,399 हल और कन्हैया का एक ही चक्र ू चता दे जो 2176 02:35:54,399 --> 02:35:55,800 आज्ञा 2177 02:35:55,800 --> 02:35:59,640 भैया नारद जी पधारे और कुछ गड़बड़ ना हो 2178 02:35:59,640 --> 02:36:02,680 ऐसा कभी हो सकता 2179 02:36:02,800 --> 02:36:08,160 है युद्ध की चुनौती बासर को युद्ध की 2180 02:36:08,160 --> 02:36:12,200 चुनौती सहस बा को य की चुनाव 2181 02:36:12,200 --> 02:36:16,760 की आज बलराम और कृष् को पता लगेगा 2182 02:36:16,760 --> 02:36:20,720 पासर से टक्कर लेना स्वयं भगवान शंकर से 2183 02:36:20,720 --> 02:36:22,800 टक्कर 2184 02:36:22,800 --> 02:36:25,439 लेनार 2185 02:36:25,439 --> 02:36:27,600 शकर 2186 02:36:27,600 --> 02:36:30,600 शंकर 2187 02:36:32,490 --> 02:36:42,379 [संगीत] 2188 02:36:44,880 --> 02:36:47,880 शंकर 2189 02:36:53,150 --> 02:36:57,579 [संगीत] 2190 02:37:01,319 --> 02:37:03,600 ये सब क्या होने जा रहा है संग्राम होने 2191 02:37:03,600 --> 02:37:06,319 जा रहा है बलराम श्री कृष्ण ने मेरे भक्त 2192 02:37:06,319 --> 02:37:09,820 बाणासुर को ललकारा है भगवान से भगवान का 2193 02:37:09,820 --> 02:37:11,760 [संगीत] 2194 02:37:11,760 --> 02:37:16,680 संग्राम देवराज इंद्र कहां च और शंकर जी 2195 02:37:16,680 --> 02:37:20,840 का युद्ध देख नाथ ये ये क्या होने जा रहा 2196 02:37:20,840 --> 02:37:24,120 है कृष्ण और शंकर जी का युद्ध होने जा रहा 2197 02:37:24,120 --> 02:37:27,439 है पर्वतों 2198 02:37:28,600 --> 02:37:32,279 है त्राहि त्राहि 2199 02:37:32,279 --> 02:37:36,040 बोलो पर्वतो त्राहि त्राहि बोलो धरातल 2200 02:37:36,040 --> 02:37:40,279 आंखें अब खोलो संग्राम आज दो भगवानों का 2201 02:37:40,279 --> 02:37:44,880 है होने वाला संग्राम आज दो भगवानों का है 2202 02:37:44,880 --> 02:37:49,680 होने वाला दिशाओ है घटाओ है समुद्रों 2203 02:37:49,680 --> 02:37:51,399 है 2204 02:37:51,399 --> 02:37:53,270 डोलो पर्वतो 2205 02:37:53,270 --> 02:38:06,240 [संगीत] 2206 02:38:06,240 --> 02:38:10,680 है एक और चक्रधारी है कृष्ण 2207 02:38:10,680 --> 02:38:16,000 मुरारी दूसरी ओर है शंकर प्रलयंकारी 2208 02:38:16,000 --> 02:38:19,359 एक और चक्रधारी है कृष्ण 2209 02:38:19,359 --> 02:38:23,960 मुरारी दूसरी ओर है शंकर प्रलयंकारी 2210 02:38:23,960 --> 02:38:27,880 मुठ भेड़ भयंकर होगी आज दोनों 2211 02:38:27,880 --> 02:38:32,279 में मुठ भेड़ भयंकर होगी आज दोनों 2212 02:38:32,279 --> 02:38:37,240 में गंगाधर से जूझ आज गिरधारी आज गिरधारी 2213 02:38:37,240 --> 02:38:39,880 पर्वतों 2214 02:38:41,040 --> 02:38:44,720 है ही ही 2215 02:38:44,720 --> 02:38:48,640 बोलो पर्वतो त्राहि त्राहि बोलो धरातल 2216 02:38:48,640 --> 02:38:52,880 आंखें अब खोलो संग्राम आज दो भगवानों का 2217 02:38:52,880 --> 02:38:57,479 है होने वाला संग्राम आज दो भगवानों का है 2218 02:38:57,479 --> 02:39:02,319 होने वाला दिशाओ है घटाओ है समुद्रों 2219 02:39:02,319 --> 02:39:04,000 है 2220 02:39:04,000 --> 02:39:07,640 डोलो पर्वतो 2221 02:39:14,640 --> 02:39:17,640 है 2222 02:39:23,570 --> 02:39:30,160 [संगीत] 2223 02:39:30,160 --> 02:39:33,439 आंखों में भरकर अग्नि भुटिया 2224 02:39:33,439 --> 02:39:37,760 ताने दो प्रभु चले भूकंप धरा पर 2225 02:39:37,760 --> 02:39:41,920 लाने आंखों में भरकर अग्नि बरकटिया 2226 02:39:41,920 --> 02:39:47,279 ताने दो प्रभु चले भूकंप धरा पर ला 2227 02:39:47,279 --> 02:39:50,560 मंदिरो आज है दिग दिगंत के 2228 02:39:50,560 --> 02:39:54,840 चीख मंदिरो आज है दिग दिगंत के 2229 02:39:54,840 --> 02:39:59,040 चीख कैलाश चला द्वारिका से है टकराने आज 2230 02:39:59,040 --> 02:40:00,590 टकराने पर्वतो 2231 02:40:00,590 --> 02:40:03,560 [संगीत] 2232 02:40:03,560 --> 02:40:07,279 है त्राहि त्राहि 2233 02:40:07,279 --> 02:40:11,120 बोलो पर्वतो त्राहि त्राहि बोलो धरातल 2234 02:40:11,120 --> 02:40:15,279 आंखें अब खोलो संग्राम आज दो भगवानों का 2235 02:40:15,279 --> 02:40:20,000 है होने वाला संग्राम आज दो भगवानों का है 2236 02:40:20,000 --> 02:40:24,840 होने वाला दिशाओ है घटाओ है समुद्रों 2237 02:40:24,840 --> 02:40:26,560 है 2238 02:40:26,560 --> 02:40:30,200 डोलो पर्वतो 2239 02:40:30,830 --> 02:40:43,400 [संगीत] 2240 02:40:44,520 --> 02:40:46,240 है 2241 02:40:46,240 --> 02:40:49,899 [संगीत] 2242 02:40:53,140 --> 02:40:55,580 [प्रशंसा] 2243 02:40:55,580 --> 02:40:58,639 [संगीत] 2244 02:41:01,360 --> 02:41:02,840 [प्रशंसा] 2245 02:41:02,840 --> 02:41:14,439 [संगीत] 2246 02:41:14,439 --> 02:41:17,439 आ 2247 02:41:17,700 --> 02:41:21,179 [संगीत] 2248 02:41:27,240 --> 02:41:27,920 [संगीत] 2249 02:41:27,920 --> 02:41:32,470 [प्रशंसा] 2250 02:41:32,470 --> 02:41:40,920 [संगीत] 2251 02:41:40,920 --> 02:41:46,319 थू तेरे हजार हाथ कट गए अब सावधान न हो जा 2252 02:41:46,319 --> 02:41:53,510 चिंता नहीं क् बासर की ये बुझाए कभी शेष 2253 02:41:53,510 --> 02:41:56,040 [संगीत] 2254 02:41:56,040 --> 02:41:57,980 [प्रशंसा] 2255 02:41:57,980 --> 02:42:01,750 [संगीत] 2256 02:42:02,439 --> 02:42:07,520 हैमन जी बाना थू सावधान सावधान 2257 02:42:07,520 --> 02:42:12,990 [संगीत] 2258 02:42:12,990 --> 02:42:14,359 [प्रशंसा] 2259 02:42:14,359 --> 02:42:17,359 कृष्ण 2260 02:42:22,960 --> 02:42:26,170 [संगीत] 2261 02:42:26,170 --> 02:42:29,580 [प्रशंसा] 2262 02:42:29,580 --> 02:42:44,359 [संगीत] 2263 02:42:44,359 --> 02:42:46,240 हा 2264 02:42:46,240 --> 02:42:49,410 [संगीत] 2265 02:42:51,910 --> 02:42:55,360 [संगीत] 2266 02:42:55,360 --> 02:42:57,640 [प्रशंसा] 2267 02:42:57,640 --> 02:43:05,850 [संगीत] 2268 02:43:12,380 --> 02:43:14,279 [संगीत] 2269 02:43:14,279 --> 02:43:17,279 श 2270 02:43:19,200 --> 02:43:22,379 [संगीत] 2271 02:43:25,710 --> 02:43:28,790 [संगीत] 2272 02:43:44,279 --> 02:43:47,279 हे 2273 02:43:51,710 --> 02:43:54,880 [संगीत] 2274 02:44:14,200 --> 02:44:17,200 हा 2275 02:44:23,680 --> 02:44:26,920 [प्रशंसा] 2276 02:44:26,920 --> 02:44:30,200 इस लय को रोकिए ब्रह्मा जी स्वामी को 2277 02:44:30,200 --> 02:44:34,960 समझाइए नारायण भगवान का क्रोध शांत कीजिए 2278 02:44:38,359 --> 02:44:42,080 विधाता ब्रह्मांड टूट कर गिर जाएगा पृथ्वी 2279 02:44:42,080 --> 02:44:45,399 रसातल में सस जाएगी ब्रह्मा जी इन दोनों 2280 02:44:45,399 --> 02:44:47,470 को टकराने से आप ही रोक 2281 02:44:47,470 --> 02:44:53,049 [संगीत] 2282 02:44:53,560 --> 02:44:57,760 सकते रोकना ही है तो तुरंत रोकि वरना कहीं 2283 02:44:57,760 --> 02:45:01,399 त्रिशूल और चक्र टकरा गए रोकने के लिए भी 2284 02:45:01,399 --> 02:45:04,120 कोई नहीं बच 2285 02:45:14,080 --> 02:45:17,080 पाएगा 2286 02:45:18,760 --> 02:45:22,359 शांत भगवन शांत जिस बाणासुर के कारण आप 2287 02:45:22,359 --> 02:45:25,120 दोनों युद्ध कर रहे हैं उसका अभिमान तो 2288 02:45:25,120 --> 02:45:28,160 नष्ट हो गया अब इन दोनों वजर को टकराने से 2289 02:45:28,160 --> 02:45:31,600 रोकिए त्रिभुवन को प्रलय से बचाइए हम सब 2290 02:45:31,600 --> 02:45:33,280 पर दया कीजिए देवाधि 2291 02:45:33,280 --> 02:45:36,629 [संगीत] 2292 02:45:39,319 --> 02:45:43,960 देव बलराम जी आप दोनों भाइयों की विजय हो 2293 02:45:43,960 --> 02:45:48,640 हम आप मानते प्रभु अखंड ज्योति 2294 02:45:48,640 --> 02:45:52,200 परमात्मा सहस्त्र बुझाओ का बल पाकर मैं 2295 02:45:52,200 --> 02:45:54,080 अभिमान में अंधा हो 2296 02:45:54,080 --> 02:45:58,680 गया आपने मेरी बुझाए काट करर मेरे ज्ञान 2297 02:45:58,680 --> 02:46:02,000 चक्षु खोल दिए अब अपनी शरण में ले लो 2298 02:46:02,000 --> 02:46:06,920 प्रभु नारायण नारायण धन्य है प्रभु की 2299 02:46:06,920 --> 02:46:10,800 लीला देखते ही देखते बाणासुर का गर्व खंडन 2300 02:46:10,800 --> 02:46:13,720 भी हो गया भगवान त्रिलोचन का वचन भी रह 2301 02:46:13,720 --> 02:46:19,080 गया और उष को दया ससुर भी मिल गए और बिना 2302 02:46:19,080 --> 02:46:21,680 दक्षिणा पुरोहित जी भी मिल गए धन्य हो 2303 02:46:21,680 --> 02:46:23,440 प्रभु 2304 02:46:23,440 --> 02:46:40,299 [संगीत] 2305 02:46:40,439 --> 02:46:46,439 धन्य कौन अर्जुन कब आए दो एक पहले मैं भी 2306 02:46:46,439 --> 02:46:50,760 आया हूं श्री कृष्ण ओ सम्राट 2307 02:46:50,760 --> 02:46:53,359 दुर्योधन मुझे बड़ा आनंद हो रहा है आप 2308 02:46:53,359 --> 02:46:56,160 दोनों को एक साथ यहां आए देखकर एक साथ 2309 02:46:56,160 --> 02:47:00,240 नहीं पहले मैं आया हूं यह विनती करने के 2310 02:47:00,240 --> 02:47:03,160 युद्ध में आप हमारी सहायता करें मैं भी 2311 02:47:03,160 --> 02:47:06,279 यही विनती करने आया हूं भगवन कि आप हमारी 2312 02:47:06,279 --> 02:47:11,000 सहायता करें तुम दोनों जानते हो कि मैं 2313 02:47:11,000 --> 02:47:15,160 शांति चाहता हूं और फिर मेरे लिए कौर 2314 02:47:15,160 --> 02:47:19,880 पांडव दोनों समान है दोनों संबंधी हैं तो 2315 02:47:19,880 --> 02:47:22,840 जो पहले आया हो उसके पक्ष में यादव सेना 2316 02:47:22,840 --> 02:47:24,200 सहित आप 2317 02:47:24,200 --> 02:47:28,920 रहे मेरी दृष्टि पहले अर्जुन पर पड़ी है 2318 02:47:28,920 --> 02:47:31,800 इसलिए इनका भी अधिकार हो 2319 02:47:31,800 --> 02:47:35,479 गया अब यह समस्या सुलझाने का केवल एक ही 2320 02:47:35,479 --> 02:47:36,760 उपाय हो सकता 2321 02:47:36,760 --> 02:47:43,439 है और वह यह है कि एक और यादव सेना रहे और 2322 02:47:43,439 --> 02:47:46,399 दूसरी और मैं के केला नि 2323 02:47:46,399 --> 02:47:49,080 शस्त्र क्योंकि इस युद्ध में शस्त्र ना 2324 02:47:49,080 --> 02:47:52,560 उठाने की मैंने प्रतिज्ञा की है तो फिर 2325 02:47:52,560 --> 02:47:57,080 हमारी ओर यादव सेना रहे और हम श्री कृष्ण 2326 02:47:57,080 --> 02:47:59,080 को ही पाकर संतोष कर 2327 02:47:59,080 --> 02:48:03,840 लेंगे चलो निर्णय हो 2328 02:48:04,520 --> 02:48:08,720 गया मैं बहुत प्रसन्न हो 2329 02:48:12,920 --> 02:48:16,960 गया कर पांडो होने वाले महाभारत युद्ध के 2330 02:48:16,960 --> 02:48:20,160 जिस निर्णय से तुम्ह संतोष हुआ है वो 2331 02:48:20,160 --> 02:48:23,760 निर्णय संतोष जनक नहीं विनाशकारी है धरती 2332 02:48:23,760 --> 02:48:26,319 के टुकड़े के लिए मुझे तो यह युद्ध ही थक 2333 02:48:26,319 --> 02:48:29,399 लगता है आप जानते हैं 2334 02:48:29,399 --> 02:48:32,960 भैया कि शांति के लिए मैंने कितना प्रयास 2335 02:48:32,960 --> 02:48:33,720 किया 2336 02:48:33,720 --> 02:48:37,080 है परंतु जहां अभिमानी और महत्वाकांक्षी 2337 02:48:37,080 --> 02:48:40,680 प्रवृत्तियां सीमा लांग लग जाती है वहां 2338 02:48:40,680 --> 02:48:43,800 युद्ध अनिवार्य हो जाता है भैया पर यह तो 2339 02:48:43,800 --> 02:48:47,840 सोचो ये युद्ध कौन किससे करेगा काका भतीजे 2340 02:48:47,840 --> 02:48:52,120 से मामा भांजे से बाप बेटे से भाई भाई से 2341 02:48:52,120 --> 02:48:57,359 और मित्र मित्र से इसमें पापी कम और पुण्य 2342 02:48:57,359 --> 02:49:00,560 आत्मा अधिक मरेंगे कन्हैया इस नर संघार 2343 02:49:00,560 --> 02:49:04,840 में यादव भाग नहीं ले सकते तुम भी नहीं 2344 02:49:04,840 --> 02:49:08,040 अर्जुन को मैंने वचन दिया है कि मैं 2345 02:49:08,040 --> 02:49:11,520 शस्त्र धारण नहीं करूंगा उससे विनाश लीला 2346 02:49:11,520 --> 02:49:14,439 में कोई अंतर नहीं पड़ सकता युद्ध भूमि 2347 02:49:14,439 --> 02:49:16,800 में तुम्हारा जाना ही आग में घी पड़ने के 2348 02:49:16,800 --> 02:49:17,840 समान 2349 02:49:17,840 --> 02:49:21,640 होगा शांति दूत केशव को मैं संग्राम में 2350 02:49:21,640 --> 02:49:24,359 नहीं देख सकता मैं तुम्हें नहीं जाने 2351 02:49:24,359 --> 02:49:27,359 दूंगा यह तो पांडवों के प्रति विश्वासघात 2352 02:49:27,359 --> 02:49:28,200 होगा 2353 02:49:28,200 --> 02:49:32,680 भैया मेरा जाना अनिवार्य है नहीं तुम नहीं 2354 02:49:32,680 --> 02:49:37,359 जा सकते यह मेरी आज्ञा है परंतु मैं अपना 2355 02:49:37,359 --> 02:49:39,720 वचन भंग कैसे कर सकता हूं 2356 02:49:39,720 --> 02:49:43,000 भैया तो तुम्हें द्वारकाधीश की आज्ञा भंग 2357 02:49:43,000 --> 02:49:45,880 करनी होगी अपने भाई के साथ विश्वास घात 2358 02:49:45,880 --> 02:49:49,359 करना होगा भैया तुमने प्रतिज्ञा की है कि 2359 02:49:49,359 --> 02:49:51,239 मेरी इच्छा या आज्ञा के विरुद्ध कुछ नहीं 2360 02:49:51,239 --> 02:49:55,680 करोगे मैं इसके साथी हो नाथ किंतु उस 2361 02:49:55,680 --> 02:49:57,960 प्रतिज्ञा में द्वारकाधीश की आज्ञा नहीं 2362 02:49:57,960 --> 02:50:00,800 थी भाई का प्रेम 2363 02:50:00,800 --> 02:50:03,120 था मैं पूछती 2364 02:50:03,120 --> 02:50:07,920 हूं भाइयों का वो प्रेम उनका एक 2365 02:50:07,920 --> 02:50:13,080 थे एक निष्ठा एक संकल्प आज कहां है कहां 2366 02:50:13,080 --> 02:50:16,840 गया भत्र प्रेम का वो अनुपम उदार जो संसार 2367 02:50:16,840 --> 02:50:21,239 के सामने रखना चाहते थे आज भाई को भाई ऐसी 2368 02:50:21,239 --> 02:50:24,640 आज्ञा ही क्यों करना चाहता है जिससे वचन 2369 02:50:24,640 --> 02:50:29,319 भंग हो बताइए ना बोलिए 2370 02:50:29,319 --> 02:50:33,319 इसलिए कि अकारण कौरव पांडव और यादवों के 2371 02:50:33,319 --> 02:50:36,680 लहू की नदी बहते हुए हजारों कुल वधु की 2372 02:50:36,680 --> 02:50:40,399 मांग उजड़ हुए और लाखों होनहार बच्चों को 2373 02:50:40,399 --> 02:50:44,080 अनाथ होते हुए मैं नहीं देख सकता कभी नहीं 2374 02:50:44,080 --> 02:50:46,640 देख सकता 2375 02:51:03,920 --> 02:51:06,600 केशव मैं तुम्हारे वचन 2376 02:51:06,600 --> 02:51:09,840 में बाधक नहीं 2377 02:51:09,840 --> 02:51:14,840 बनूंगा मैं अब देश के कोने कोने में 2378 02:51:14,840 --> 02:51:15,960 यात्रा 2379 02:51:15,960 --> 02:51:21,080 करूंगा तीर्थों का जल माथे 2380 02:51:21,080 --> 02:51:24,000 चढ़ूंगा मैं आज 2381 02:51:24,000 --> 02:51:29,279 ही द्वारका छोड़कर जा रहा हूं 2382 02:51:29,279 --> 02:51:33,040 नाथ मैं ही द्वारका में रहकर क्या 2383 02:51:33,040 --> 02:51:36,080 करूंगी आपके पल चिन्हो पर 2384 02:51:36,080 --> 02:51:39,840 चलकर मैं भी आप ही में विलीन हो 2385 02:51:39,840 --> 02:51:42,840 जाऊंगी 2386 02:51:43,040 --> 02:51:46,040 भाभी भैया 2387 02:51:46,040 --> 02:51:48,880 आपका पुरुष मेरा बल 2388 02:51:48,880 --> 02:51:52,760 था आपका स्नेह मेरा सहारा 2389 02:51:52,760 --> 02:51:56,160 था आपकी ममता का बंधन ही मेरे सुख का 2390 02:51:56,160 --> 02:52:00,239 साम्राज्य था भैया क्या उसे आप तोड़ 2391 02:52:00,239 --> 02:52:02,000 देंगे 2392 02:52:02,000 --> 02:52:06,680 भैया लक्ष्य के अंतिम चरण में आप मेरा साथ 2393 02:52:06,680 --> 02:52:08,439 छोड़ देंगे 2394 02:52:08,439 --> 02:52:10,359 भैया 2395 02:52:10,359 --> 02:52:13,479 कन्हैया विधि के विधान को कोई नहीं तोड़ 2396 02:52:13,479 --> 02:52:17,920 सकता जब तक हमारा तुम्हारा संजोग था मैंने 2397 02:52:17,920 --> 02:52:19,840 साथ 2398 02:52:19,840 --> 02:52:24,120 दिया अब मेरी यही इच्छा है भाई की सुख 2399 02:52:24,120 --> 02:52:28,359 सुविधा के लिए संसार का हर एक भाई अपने 2400 02:52:28,359 --> 02:52:31,720 सुखों को त्याग कर एक उदाहरण 2401 02:52:31,720 --> 02:52:35,040 बने चलो 2402 02:52:35,120 --> 02:52:38,120 देवी 2403 02:52:38,120 --> 02:52:40,120 भैया 2404 02:52:40,120 --> 02:52:43,120 भया 2405 02:52:43,439 --> 02:52:46,439 भया 2406 02:52:48,439 --> 02:52:51,960 जहां संयोग है वही भी योग है 2407 02:52:51,960 --> 02:52:54,920 कन्हैया दुख मत 2408 02:52:54,920 --> 02:52:57,439 करना 2409 02:52:57,439 --> 02:53:03,880 भाभी आपके वासुदेव को अब कौन 2410 02:53:04,120 --> 02:53:06,920 टेगा इसके सुख दुख 2411 02:53:06,920 --> 02:53:10,800 को अब कौन 2412 02:53:11,520 --> 02:53:13,359 समझेगा 2413 02:53:13,359 --> 02:53:16,840 वासुदेव रुक्मिणी सत्य भामा सत्या ज भवत 2414 02:53:16,840 --> 02:53:20,080 आदि को धीर देते 2415 02:53:20,080 --> 02:53:31,030 [संगीत] 2416 02:53:32,880 --> 02:53:34,680 रहना 2417 02:53:34,680 --> 02:53:39,319 भावी बड़ी प्रबल 2418 02:53:39,800 --> 02:53:45,950 होती इस पर ना किसी का जोर 2419 02:53:45,950 --> 02:53:49,560 [संगीत] 2420 02:53:49,560 --> 02:53:51,319 चले 2421 02:53:51,319 --> 02:53:56,200 इसीलिए हो विवश 2422 02:53:57,040 --> 02:53:59,560 द्वारकाधीश युद्ध 2423 02:53:59,560 --> 02:54:03,319 की ओर 2424 02:54:03,840 --> 02:54:06,680 चले क्या 2425 02:54:06,680 --> 02:54:08,800 करते 2426 02:54:08,800 --> 02:54:10,960 गोविंद 2427 02:54:10,960 --> 02:54:13,279 महाभारत 2428 02:54:13,279 --> 02:54:19,520 था देश के भाग 2429 02:54:20,880 --> 02:54:26,160 में कूद पड़े कौरव 2430 02:54:26,160 --> 02:54:30,640 पांडव एक दिवस 2431 02:54:31,040 --> 02:54:33,070 धधकती आग 2432 02:54:33,070 --> 02:54:36,920 [संगीत] 2433 02:54:36,920 --> 02:54:42,720 में भगवान कृष्ण को अपना वचन 2434 02:54:42,720 --> 02:54:45,760 निभाना प 2435 02:54:45,760 --> 02:54:50,640 दो भिन्न दिशा में भाइयों को 2436 02:54:50,640 --> 02:54:52,439 जाना 2437 02:54:52,439 --> 02:54:58,080 पड़ा भगवान कृष्ण को अपना वचन 2438 02:54:58,080 --> 02:54:59,880 निभाना 2439 02:54:59,880 --> 02:55:05,760 पड़ा दो भिन्न दिशा में भाइयों को 2440 02:55:05,760 --> 02:55:07,439 जाना 2441 02:55:07,439 --> 02:55:14,960 पड़ा हे बद्रीनाथ जय जय भन करो 2442 02:55:14,960 --> 02:55:16,720 भगन 2443 02:55:16,720 --> 02:55:18,720 केदारनाथ जय 2444 02:55:18,720 --> 02:55:23,479 जय कल्याण करो 2445 02:55:28,870 --> 02:55:35,479 [संगीत] 2446 02:55:35,479 --> 02:55:39,359 भगवन काशी विश्वेश्वर 2447 02:55:39,359 --> 02:55:43,200 जय उद्धार करो 2448 02:55:43,200 --> 02:55:51,580 भगवन हे रामेश्वर जय जय बेड़ा पार करो 2449 02:55:51,580 --> 02:55:54,659 [संगीत] 2450 02:55:58,359 --> 02:56:03,880 भगवान क्या हुआ रण में क्या 2451 02:56:04,000 --> 02:56:09,479 बतलाए लाखों दुल्हन हुई 2452 02:56:09,920 --> 02:56:16,120 विधवा क्या हुआ रण में क्या बतलाए 2453 02:56:16,239 --> 02:56:20,720 लाखों दुलहन हुई 2454 02:56:20,800 --> 02:56:26,439 विधवा जब बेटों की चिताय जली 2455 02:56:26,439 --> 02:56:35,359 तो जब बेटों की ताए जली तो रोई कोटि कोटि 2456 02:56:35,359 --> 02:56:41,160 माताएं चुपचाप प्रभु को यह भी दुख 2457 02:56:41,160 --> 02:56:43,080 उठाना 2458 02:56:43,080 --> 02:56:48,840 पड़ा दो भिन्न दिशा में भाइयों को 2459 02:56:48,840 --> 02:56:56,439 जाना पड़ा हे मत सावतार जय जय ओम शांति 2460 02:56:56,439 --> 02:57:03,479 शांति शांति हे कुर मावतार जय जय ओम शांति 2461 02:57:03,479 --> 02:57:10,279 शांति शांति दरा अवतार जय जय ओम शांति 2462 02:57:10,279 --> 02:57:16,880 शांति शांति नरसिंहा अवतार जय जय ओम शांति 2463 02:57:16,880 --> 02:57:22,760 शांति शांति हे वामना अवतार जय जय ओम 2464 02:57:22,760 --> 02:57:28,720 शांति शांति शांति हे प्रभु परशुराम जय जय 2465 02:57:28,720 --> 02:57:34,080 ओम शांति शांति शांति हे रघुकुल के राम जय 2466 02:57:34,080 --> 02:57:37,050 जय ओम शांति शांति 2467 02:57:37,050 --> 02:57:43,000 [संगीत] 2468 02:57:43,000 --> 02:57:44,880 शांति 2469 02:57:44,880 --> 02:57:51,040 [संगीत] 2470 02:57:54,479 --> 02:57:57,359 उगा शांति 2471 02:57:57,359 --> 02:58:01,880 का सूर्य धरा 2472 02:58:01,880 --> 02:58:04,880 पर 2473 02:58:04,880 --> 02:58:08,920 प्रग पुण्य 2474 02:58:10,120 --> 02:58:15,439 प्रकाश जगी धर्म की 2475 02:58:15,439 --> 02:58:18,600 ज्योति जगत 2476 02:58:18,600 --> 02:58:24,319 में हुआ पाप का 2477 02:58:24,319 --> 02:58:30,720 नाश सत्य हुआ सपना हलधर 2478 02:58:30,720 --> 02:58:34,150 का हुआ हर का 2479 02:58:34,150 --> 02:58:35,960 [संगीत] 2480 02:58:35,960 --> 02:58:42,560 काम जय जय जय श्री कृष्ण 2481 02:58:42,920 --> 02:58:44,760 जनार्दन 2482 02:58:44,760 --> 02:58:48,640 जय श्री 2483 02:58:50,520 --> 02:58:53,520 बलराम 258111

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