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1
00:00:09,830 --> 00:00:12,880
[संगीत]
2
00:00:15,280 --> 00:00:22,880
इस देश की है आज भी तूफान में
3
00:00:23,680 --> 00:00:28,960
नैया भारत में फिर से आ जाओ
4
00:00:28,960 --> 00:00:31,960
बलराम
5
00:00:39,350 --> 00:00:42,469
[संगीत]
6
00:00:43,840 --> 00:00:47,719
कन्हैया सब और पड़ा
7
00:00:47,719 --> 00:00:51,239
सूखा आधा है देश
8
00:00:51,239 --> 00:00:55,239
भूखा घन घोर है
9
00:00:55,239 --> 00:00:58,920
महंगाई जनता है तंग
10
00:00:58,920 --> 00:01:02,600
आई गलियों में बड़े
11
00:01:02,600 --> 00:01:06,150
बड़े अजगर हैं छिपे
12
00:01:06,150 --> 00:01:08,159
[संगीत]
13
00:01:08,159 --> 00:01:16,640
पड़े दस्ते हैं आज भी नाग हमें है नाग
14
00:01:17,680 --> 00:01:23,040
नथैया भारत में फिर से आ जाओ
15
00:01:23,040 --> 00:01:26,040
बलराम
16
00:01:28,840 --> 00:01:29,860
कन्हैया
17
00:01:29,860 --> 00:01:33,930
[संगीत]
18
00:01:35,439 --> 00:01:38,200
महलों में है
19
00:01:38,200 --> 00:01:42,000
दिवाली कुटियां में रात
20
00:01:42,000 --> 00:01:45,759
काली कुछ लोग सुख से
21
00:01:45,759 --> 00:01:49,479
जीते बाकी आंसू
22
00:01:49,479 --> 00:01:53,159
पीते यह देश की सूरत
23
00:01:53,159 --> 00:01:58,320
है अब आओ जरूरत
24
00:01:58,840 --> 00:02:04,079
है लाखों सुदामा हों की है
25
00:02:04,079 --> 00:02:07,680
सुनसान मढ़ैया
26
00:02:09,000 --> 00:02:13,519
भारत में फिर से आ जाओ
27
00:02:13,519 --> 00:02:16,010
बलराम
28
00:02:16,010 --> 00:02:19,600
[संगीत]
29
00:02:28,760 --> 00:02:32,519
कन्हैया सोच रहे हैं
30
00:02:32,519 --> 00:02:36,239
सभी ऐसा था ना वक्त
31
00:02:36,239 --> 00:02:39,920
कभी बच्चे ना दूध
32
00:02:39,920 --> 00:02:43,560
पाते मां बाप
33
00:02:43,560 --> 00:02:47,319
छटपटाते हे दीन बंधु
34
00:02:47,319 --> 00:02:51,180
आओ करुणा के सिंधु
35
00:02:51,180 --> 00:02:52,840
[संगीत]
36
00:02:52,840 --> 00:03:01,760
आओ कटती लाखों हर साल यहां गोपाल तेरी गई
37
00:03:02,239 --> 00:03:07,519
या भारत में फिर से आ जाओ
38
00:03:07,519 --> 00:03:09,670
बलराम
39
00:03:09,670 --> 00:03:11,480
[संगीत]
40
00:03:11,480 --> 00:03:19,959
कन्हैया इस देश की है आज भी तूफान में
41
00:03:20,760 --> 00:03:25,959
नैया भारत में फिर से आ जाओ
42
00:03:25,959 --> 00:03:28,680
बलराम
43
00:03:28,680 --> 00:03:29,690
कन्हैया
44
00:03:29,690 --> 00:03:40,430
[संगीत]
45
00:03:46,110 --> 00:04:02,240
[संगीत]
46
00:04:08,920 --> 00:04:15,280
नारायण नारायण देवर्ष पधारी धन्य है प्रभु
47
00:04:15,280 --> 00:04:19,358
आपका भी बचपन गया पर बचपना नहीं गया आज भी
48
00:04:19,358 --> 00:04:22,400
मथुरा में बैठ ऐसे चैन की बंसी बजा रहे
49
00:04:22,400 --> 00:04:25,960
हैं जैसे संसार की कोई चिंता ही नहीं
50
00:04:25,960 --> 00:04:28,440
संसार की चिंता में आप तो दुबले हो रहे
51
00:04:28,440 --> 00:04:32,080
हैं देव अब क्या मुझसे भी मुरली के बदले
52
00:04:32,080 --> 00:04:35,199
तंबोरा बजवाना चाहते हैं आप छो प्रभ आप तो
53
00:04:35,199 --> 00:04:37,639
मेरी बात को हसी ठठे में उड़ा देते हैं
54
00:04:37,639 --> 00:04:40,320
इसलिए चाहते हुए भी अब मैं यह कहना नहीं
55
00:04:40,320 --> 00:04:43,120
चाहता कि राजकुमारी रुक्मिणी के हृदय पर
56
00:04:43,120 --> 00:04:45,560
क्या बीत रहा है रुक्मिणी के और मेरे हृदय
57
00:04:45,560 --> 00:04:51,280
में कोई अंतर नहीं हमारा संबंध दो मूर्ति
58
00:04:51,280 --> 00:04:55,479
और एक जोत के समान है इस मुरली के भी एक
59
00:04:55,479 --> 00:05:00,199
एक छेद में उन्हीं के हृदय का स्वर और एक
60
00:05:00,199 --> 00:05:03,479
एक स्वर में उन्हीं की याद गूंजती है
61
00:05:03,479 --> 00:05:06,840
नारायण नारायण तो प्रभु जल्दी से जल्दी आप
62
00:05:06,840 --> 00:05:09,720
दोनों के हाथ पीले हो जाए तो एक चिंता से
63
00:05:09,720 --> 00:05:11,080
मेरा पीछा
64
00:05:11,080 --> 00:05:15,080
छूटे पीछा कैसे छूटेगा देवर्ष आर्य परिवार
65
00:05:15,080 --> 00:05:17,240
में जब तक बड़े भाई का विवाह ना हो तो
66
00:05:17,240 --> 00:05:19,759
छोटा भाई कैसे कर सकता है और यह तो सब कुछ
67
00:05:19,759 --> 00:05:24,039
समय के आधीन है प्रभु कहीं ऐसा ना हो इधर
68
00:05:24,039 --> 00:05:27,400
समय की प्रतीक्षा करते रहे और उधर समय बीच
69
00:05:27,400 --> 00:05:30,319
में से ही न 11 हो जाए क्योंकि राजकुमार
70
00:05:30,319 --> 00:05:33,840
रुक्मी जरान के दबाव से अपनी बहन रुक्मिणी
71
00:05:33,840 --> 00:05:37,000
का विवाह शिशुपाल के साथ करना चाहता है इस
72
00:05:37,000 --> 00:05:40,240
विवाह के बहाने जरास शिशुपाल को प्रसन्न
73
00:05:40,240 --> 00:05:43,680
रखना चाहता है और उसके सहयोग से अपने जवाई
74
00:05:43,680 --> 00:05:46,280
राजा क्रं की मृत्यु का बदला लेने के लिए
75
00:05:46,280 --> 00:05:49,000
मथुरा पर आक्रमण करने की विशाल योजना भी
76
00:05:49,000 --> 00:05:52,199
बना रहा योजनाएं तो बनती ही रहती है
77
00:05:52,199 --> 00:05:55,880
देवर्ष परंतु कोई भी योजना सफल तभी होती
78
00:05:55,880 --> 00:06:00,639
है जब उसके पीछे रचनात्मक संगठन हो प्रभु
79
00:06:00,639 --> 00:06:03,479
सभी असंतुष्ट राजाओं ने मिलकर एक संयुक्त
80
00:06:03,479 --> 00:06:05,960
विरोधी दल का संगठन भी कर लिया है जिसमें
81
00:06:05,960 --> 00:06:10,280
काशीराज बाणासुर रुक्मी और शिशुपाल भी है
82
00:06:10,280 --> 00:06:11,759
मैं चंदी राज
83
00:06:11,759 --> 00:06:16,280
शिशुपाल यह चेतावनी दे रहा हूं यदि कंस की
84
00:06:16,280 --> 00:06:19,639
मृत्यु का बदला उस कृष्ण से नहीं लिया गया
85
00:06:19,639 --> 00:06:22,400
तो कल वह हमारे विरुद्ध भी सिर उठाने का
86
00:06:22,400 --> 00:06:28,759
साहस कर सकता है हम महा पराक्रमी नवी राजा
87
00:06:28,759 --> 00:06:30,560
बली की
88
00:06:30,560 --> 00:06:33,840
बाणा सुर है हमारे पिता श्री
89
00:06:33,840 --> 00:06:39,360
को इस विष्णु ने मस्तक पर पाव रखकर पाताल
90
00:06:39,360 --> 00:06:41,080
पहुंचा दिया
91
00:06:41,080 --> 00:06:44,720
है उस विष्णु के अवतार कृष्ण के
92
00:06:44,720 --> 00:06:49,120
विरुद्ध हमारे हृदय में अभी तक प्रतिशोध
93
00:06:49,120 --> 00:06:53,039
की ज्वाला धक रही है मैं विदर्भ राजकुमार
94
00:06:53,039 --> 00:06:56,800
रुक्मी मेरी मूर्ख बहन रुक्मिणी सपने में
95
00:06:56,800 --> 00:07:00,080
भी जिस कृष्ण का नाम लेकर बड़बड़ा करती है
96
00:07:00,080 --> 00:07:02,199
मैं उसी कृष्ण को पृथ्वी से मिटा देना
97
00:07:02,199 --> 00:07:04,360
चाहता हूं किंतु यह मत
98
00:07:04,360 --> 00:07:07,440
भूलिए हमें कृष्ण के ल कपड़ से सावधान
99
00:07:07,440 --> 00:07:08,599
रहकर
100
00:07:08,599 --> 00:07:12,400
महाबली बलराम से टक्कर लेनी होगी हम सब
101
00:07:12,400 --> 00:07:16,840
तयार है हम सब तयार है सबका कोई काम नहीं
102
00:07:16,840 --> 00:07:20,319
जिस जरास ने अपने बाहुबल से बड़े बड़े
103
00:07:20,319 --> 00:07:23,639
बलवान राजाओं को बंधी बना रखा है वो बलराम
104
00:07:23,639 --> 00:07:26,919
जैसे गवार गवाले की गर्दन तोड़ने के लिए
105
00:07:26,919 --> 00:07:32,479
अकेला ही बहुत है ण नारायण मथुरा पर मगद
106
00:07:32,479 --> 00:07:35,319
की ध्वजा फहरा देने का ये अच्छा अवसर है
107
00:07:35,319 --> 00:07:39,319
मगध राज क्योंकि बलराम जी राजा कंस के डर
108
00:07:39,319 --> 00:07:42,199
से भागे हुए यादवों को मथुरा में फिर से
109
00:07:42,199 --> 00:07:44,960
बसाने के लिए अनर्थ देश में ढूंढते फिर
110
00:07:44,960 --> 00:07:48,240
रहे हैं नारद जी मैं अनर देश का राजा
111
00:07:48,240 --> 00:07:52,039
कुसना बलराम जैसे गीदड़ को सिंह की तरह
112
00:07:52,039 --> 00:07:56,000
गरज कर खर दूंगा राजा कुसना तुम्हारे सिर
113
00:07:56,000 --> 00:07:58,759
पर तो रैवत तक का राजा ककु में ही गर्ज
114
00:07:58,759 --> 00:08:00,720
रहा है
115
00:08:00,720 --> 00:08:03,440
वो कायर तो हार कर रव तक की गुफाओ में
116
00:08:03,440 --> 00:08:06,840
मुंह छुपाता फिर रहा है इस घमंड में फूलकर
117
00:08:06,840 --> 00:08:09,280
कहीं उसकी कन्या रेवती से सामना ना कर
118
00:08:09,280 --> 00:08:13,039
बैठना कुछ ना वह रूप में जैसी रमणी वैसी
119
00:08:13,039 --> 00:08:16,240
ही रण में रण चंडी भी
120
00:08:16,240 --> 00:08:19,429
[प्रशंसा]
121
00:08:19,980 --> 00:08:24,959
[संगीत]
122
00:08:28,240 --> 00:08:31,240
है
123
00:08:54,710 --> 00:08:56,160
[संगीत]
124
00:08:56,160 --> 00:08:59,440
वो मारा हमारी राजकुमारी रेवती का निशाना
125
00:08:59,440 --> 00:09:03,240
चुक नहीं सकता चलो अपना शिकार देखें मरा
126
00:09:03,240 --> 00:09:06,200
हुआ शिकार क्या देखना वो भी पशु और क्या
127
00:09:06,200 --> 00:09:09,120
अरे देखना ही है तो कोई वीर पुरुष देखे जो
128
00:09:09,120 --> 00:09:14,320
रेवती के नैन बान लगते ही चट घायल और
129
00:09:17,519 --> 00:09:21,200
पट अरे देखने की आवश्यकता ही क्या है
130
00:09:21,200 --> 00:09:24,000
ब्रह्मा जी ने तो कह दिया है कि रेवती का
131
00:09:24,000 --> 00:09:26,519
ब्याह श्री कृष्ण के बड़े भाई बलराम जी से
132
00:09:26,519 --> 00:09:29,959
होगा सो तो ठीक है रे पर कौन जा बलराम जी
133
00:09:29,959 --> 00:09:32,839
मिले कि ना मिले मिले तो कब मिले कहां
134
00:09:32,839 --> 00:09:36,000
मिले अरे भाई हमारी सखी को बहुत उताव है
135
00:09:36,000 --> 00:09:39,680
तो हम मथुरा चली चले ठीक है ना चल हट
136
00:09:39,680 --> 00:09:42,160
निर्लज
137
00:09:42,600 --> 00:09:47,240
क राजकुमारी जीक पर्वत को कुछ नाव की सेना
138
00:09:47,240 --> 00:09:50,600
ने घेर लिया है राजा कुछ नाव इधर ही आ रहा
139
00:09:50,600 --> 00:09:54,360
है रेवती भी उसी की बाट देख रही है पिता
140
00:09:54,360 --> 00:09:57,200
का बदला पुत्री
141
00:09:58,120 --> 00:09:59,640
लेगी
142
00:09:59,640 --> 00:10:02,519
कहां है उसकी बेटी रेवती आज मैं उसको अपनी
143
00:10:02,519 --> 00:10:06,760
दासी बनाने आया हूं कहां है निर्लज तू जिस
144
00:10:06,760 --> 00:10:09,920
रेवती को दासी बनाने का सपना देख रहा है
145
00:10:09,920 --> 00:10:13,600
वह तेरा काल बनकर तेरे सिर पर खड़ी है कौन
146
00:10:13,600 --> 00:10:15,000
रेवती
147
00:10:15,000 --> 00:10:18,680
आहा अरे तेरी सुंदरता पर मैं तो वैसे ही
148
00:10:18,680 --> 00:10:21,560
लाख बार मरने को तैयार हूं सुंदरी यदि तू
149
00:10:21,560 --> 00:10:24,480
इन हाथों से हथियार के बदले फूलों की माला
150
00:10:24,480 --> 00:10:27,160
मेरे गले में डाल दे और मेरे साथ कुश
151
00:10:27,160 --> 00:10:30,320
स्थली चले मादा मैं कुश स्थले अवश्य
152
00:10:30,320 --> 00:10:34,200
जाऊंगी पर वहां की राजकुमारी बन कर तुझ
153
00:10:34,200 --> 00:10:38,600
जैसे नीच और विलासी राजा को यमलोक भेज
154
00:10:42,120 --> 00:10:52,160
[संगीत]
155
00:10:52,160 --> 00:10:56,000
कर यर पुरुष एक लड़की पर गदा उठाते हुए
156
00:10:56,000 --> 00:10:58,600
तुझे लज्जा नहीं आई यदि तुझे अपने बल का
157
00:10:58,600 --> 00:11:02,780
इतना है तो आ मैं म
158
00:11:02,780 --> 00:11:20,750
[संगीत]
159
00:11:25,520 --> 00:11:27,959
[संगीत]
160
00:11:27,959 --> 00:11:30,959
देता
161
00:11:33,440 --> 00:11:54,589
[संगीत]
162
00:11:57,959 --> 00:12:00,959
स
163
00:12:03,780 --> 00:12:14,820
[संगीत]
164
00:12:24,510 --> 00:12:27,880
[संगीत]
165
00:12:27,880 --> 00:12:30,390
हा
166
00:12:30,390 --> 00:12:33,450
[संगीत]
167
00:12:37,880 --> 00:12:40,600
कहां है कहा
168
00:12:40,600 --> 00:12:45,000
है पिताजी कहां है मेरा राज पने वाला
169
00:12:45,000 --> 00:12:50,360
दु कहां है कहां है वो पापी दुराचारी क है
170
00:12:50,360 --> 00:12:55,680
पिताजी शत्रु मारा गया आप जाकर विश्राम
171
00:12:56,000 --> 00:12:59,720
कीजिए महाराज की जय हो श की सेना हमारी
172
00:12:59,720 --> 00:13:03,519
शरण में आ गई है यही तो यही तो मैं सुनना
173
00:13:03,519 --> 00:13:08,560
चाहता था यही मैं चाहता था यही मैं
174
00:13:08,560 --> 00:13:12,040
चाहता पिताजी को
175
00:13:18,199 --> 00:13:25,320
आवा अरे कहां गए कौन थे मधुमती रेनुका
176
00:13:25,320 --> 00:13:27,760
देखो तो किधर चले गए ढूंढो
177
00:13:27,760 --> 00:13:30,760
तु
178
00:13:35,480 --> 00:13:36,580
वीर
179
00:13:36,580 --> 00:13:41,920
[संगीत]
180
00:13:41,920 --> 00:13:45,839
पुरुष वीर पुरुष अनुमति बिना अतिथि नहीं
181
00:13:45,839 --> 00:13:49,360
जा सकती मैं अचानक आ पहुंचा हूं अतिथि
182
00:13:49,360 --> 00:13:53,959
नहीं किंतु जहां आप आए व भूम हमारी है
183
00:13:53,959 --> 00:13:55,880
सत्कार किए बिना आपको नहीं जाने दिया
184
00:13:55,880 --> 00:13:58,440
जाएगा तुम्हारी इस भावना से मैंने सत्कार
185
00:13:58,440 --> 00:13:59,320
पा
186
00:13:59,320 --> 00:14:02,959
कुरी बात केवल सत्कार की ही नहीं
187
00:14:02,959 --> 00:14:07,320
है आपने मेरा जो उपकार किया है उपकार नहीं
188
00:14:07,320 --> 00:14:10,320
बल्कि विजय का यश तुमसे छीनकर मैंने अपकार
189
00:14:10,320 --> 00:14:14,800
किया है और क्षमा ना मांगने का अपराध भी
190
00:14:14,800 --> 00:14:17,639
इसका दन देने के लिए रोकना चाहती हो तो
191
00:14:17,639 --> 00:14:20,360
मुझे कोई विरोध नहीं
192
00:14:20,360 --> 00:14:23,880
धन्यवाद मैं पिताजी को वीर पुरुष का परिचय
193
00:14:23,880 --> 00:14:27,000
क्या दू मैं मथुरा के यदुवंशी वसुदेव का
194
00:14:27,000 --> 00:14:28,840
पुत्र बलराम
195
00:14:28,840 --> 00:14:32,029
[संगीत]
196
00:14:34,060 --> 00:14:36,320
[संगीत]
197
00:14:36,320 --> 00:14:39,639
बलराम युग युग से मैं जिनकी बात देख रहा
198
00:14:39,639 --> 00:14:42,480
था वही
199
00:14:42,560 --> 00:14:47,160
पर मैं बिछ से उठने की अवस्था में नहीं
200
00:14:47,160 --> 00:14:50,680
हूं बलराम जी क्षमा
201
00:14:50,680 --> 00:14:57,560
करके मेरी ओर से सत्कार स्वीकार कीजिए
202
00:14:57,680 --> 00:15:00,680
बराज
203
00:15:01,000 --> 00:15:03,040
ब्रह्मा के वचना
204
00:15:03,040 --> 00:15:07,480
अनुसार आज मैं अपनी इस कन्या रिती को आपके
205
00:15:07,480 --> 00:15:11,320
सबल हाथों में सौंप हूं रेवती के साथ-साथ
206
00:15:11,320 --> 00:15:15,160
कुश स्थली भी आप ही को दहेज में देता हूं
207
00:15:15,160 --> 00:15:18,160
विवाह मैं तो यादवों के संगठन का काम पूरा
208
00:15:18,160 --> 00:15:21,759
करके ही आपकी सेवा में लौटूंगा तब तक आप
209
00:15:21,759 --> 00:15:25,839
मेरे पिता और भाई कृष्ण को यही बुला ले
210
00:15:25,839 --> 00:15:30,410
विवाह उनकी अनुमति से ही करना उचित होगा
211
00:15:30,410 --> 00:15:46,680
[संगीत]
212
00:15:46,680 --> 00:15:48,639
सुखी
213
00:15:48,639 --> 00:15:51,360
रहो तुम्हारा दांपत्य
214
00:15:51,360 --> 00:15:55,430
जीवन संसार के लिए आदर्श
215
00:15:55,430 --> 00:15:57,600
[संगीत]
216
00:15:57,600 --> 00:15:59,440
बने
217
00:15:59,440 --> 00:16:01,880
भाभी मुझे आशीर्वाद
218
00:16:01,880 --> 00:16:05,880
दीजिए वासुदेव आपको आशीर्वाद देने वाली
219
00:16:05,880 --> 00:16:08,079
मैं कौन हूं
220
00:16:08,079 --> 00:16:12,440
भाभी हमारी आर्य सभ्यता में भाभी माता के
221
00:16:12,440 --> 00:16:13,839
समान होती
222
00:16:13,839 --> 00:16:17,959
हैं किंतु मेरे देवज तो स्वयं जगत पिता है
223
00:16:17,959 --> 00:16:22,560
हा भाभी ऐसी बात फिर ना कीजिएगा संसार में
224
00:16:22,560 --> 00:16:25,639
कार्य सिद्धि के लिए बहुत कुछ करना पड़ता
225
00:16:25,639 --> 00:16:29,680
है मैं तो वसुदेव का पुत्र बृज का ग्वाला
226
00:16:29,680 --> 00:16:33,800
कृष्ण कन्हैया ही ठीक हूं भाभी मथुरा चलने
227
00:16:33,800 --> 00:16:37,279
पर भी आप मुझे देवर ही
228
00:16:40,839 --> 00:16:44,240
मानिए देवी क्या दसियों को छुट्टी दे दी
229
00:16:44,240 --> 00:16:48,319
है नहीं तो तो फिर क्या बात है उनका भी
230
00:16:48,319 --> 00:16:51,639
काम तुम ही कर रही हो सुना है कि मधुरा के
231
00:16:51,639 --> 00:16:54,120
राज पुरुष पत्नियों से अधिक दसियों पर दया
232
00:16:54,120 --> 00:16:56,399
रखते
233
00:16:57,000 --> 00:16:59,800
हैं भैया
234
00:16:59,800 --> 00:17:03,639
भैया गुप्त ज समाचार लाया है कि कंस के
235
00:17:03,639 --> 00:17:06,679
बाद कुछ नाव की मृत्यु सुनकर जरास विशाल
236
00:17:06,679 --> 00:17:10,240
सेना लेकर मथुरा पर आक्रमण करने आ रहा है
237
00:17:10,240 --> 00:17:13,880
जरास का साहस चूर करने के लिए मेरी बुझाए
238
00:17:13,880 --> 00:17:16,640
भी फड़क रही है
239
00:17:27,400 --> 00:17:30,400
आओ
240
00:17:37,000 --> 00:17:40,320
मगद राज के आगमन का समाचार सुनते ही हम
241
00:17:40,320 --> 00:17:43,000
स्वागत के लिए दौड़े आए हैं जरास भी अपने
242
00:17:43,000 --> 00:17:46,039
जवाई राजा कंस की हत्या का तुमसे लेने के
243
00:17:46,039 --> 00:17:48,480
लिए आया है कप
244
00:17:48,480 --> 00:17:51,200
जरास बड़े भाई के होते हुए छोटे भाई का
245
00:17:51,200 --> 00:17:54,360
कोई भी बा नहीं कर
246
00:17:57,400 --> 00:18:00,400
सकता
247
00:18:00,820 --> 00:18:02,140
[संगीत]
248
00:18:02,140 --> 00:18:05,199
[प्रशंसा]
249
00:18:11,490 --> 00:18:20,920
[संगीत]
250
00:18:40,180 --> 00:18:43,309
[संगीत]
251
00:18:57,320 --> 00:18:59,280
श
252
00:18:59,280 --> 00:19:01,530
उठाओ
253
00:19:01,530 --> 00:19:04,039
[संगीत]
254
00:19:04,039 --> 00:19:07,559
गदा उठाओ
255
00:19:08,180 --> 00:19:13,339
[संगीत]
256
00:19:27,240 --> 00:19:30,240
गदा
257
00:19:44,960 --> 00:19:51,120
भैया रुक जाइए भैया जरास को मारिए
258
00:19:51,159 --> 00:19:55,559
मत जरास मैं तो एक हाथ और दो टुकड़े मानता
259
00:19:55,559 --> 00:19:58,600
हूं किंतु कन्हैया के कहने से तुम्हें
260
00:19:58,600 --> 00:20:01,559
जीवन दान दे रहा हूं
261
00:20:01,559 --> 00:20:06,080
जाओ राम श्री कृष्णा की पकड़ने की क्या आव
262
00:20:06,080 --> 00:20:09,360
सकता है मैं तो वैसे ही चलने को तैयार हूं
263
00:20:09,360 --> 00:20:12,559
मैं किसी का शत्रु नहीं अरे चल चल पड़ा
264
00:20:12,559 --> 00:20:13,960
ब्राह्मण बढ
265
00:20:13,960 --> 00:20:19,200
के वंदना कर महाराज को नारद जी तो संसार
266
00:20:19,200 --> 00:20:23,400
में सबकी वंदना करते हैं अरे मूर्ख हो ये
267
00:20:23,400 --> 00:20:26,600
किनको पकड़ ना है ये तो सबका कल्याण चाहने
268
00:20:26,600 --> 00:20:31,600
वाले मुनिराज नारद जी क्षमा कीजिए
269
00:20:31,600 --> 00:20:34,559
गुरुदेव नारायण
270
00:20:34,559 --> 00:20:36,440
नाराय
271
00:20:36,440 --> 00:20:40,520
कालि तुम्हारा प्रेम देखकर मेरी इच्छा तो
272
00:20:40,520 --> 00:20:45,000
हुई कि तुम्हारी भलाई की एक बात बता
273
00:20:45,000 --> 00:20:49,880
द किंतु कहीं तुमने ढोल पीटा यह बात नारद
274
00:20:49,880 --> 00:20:52,679
जी बता कर गए तो कृष्ण से मेरा मन मुठ हो
275
00:20:52,679 --> 00:20:56,960
जाएगा इसलिए रहने दो नहीं नहीं मुनिराज
276
00:20:56,960 --> 00:21:00,640
कृष्ण के बारे में बा हो तो जल्दी बताइए
277
00:21:00,640 --> 00:21:04,960
इतने आसर हो तो बता ही देता हूं चक्रवर्ती
278
00:21:04,960 --> 00:21:08,240
बनने की इच्छा पूरी करना चाहते हो तो यह
279
00:21:08,240 --> 00:21:12,320
सुंदर अवसर है इस बार तो बलराम कृष्ण से
280
00:21:12,320 --> 00:21:16,279
रासन पराजित हो गया किंतु वह दोबारा चढ़ाई
281
00:21:16,279 --> 00:21:20,400
करने की तैयारी कर रहा उससे पहले ही मथुरा
282
00:21:20,400 --> 00:21:25,000
को यमना दिप काल यवन जीत ले तो बस बस नारद
283
00:21:25,000 --> 00:21:28,840
जी क्या दूर की सोची है समझ कि मैंने
284
00:21:28,840 --> 00:21:31,720
मथुरा जीत ली
285
00:21:31,720 --> 00:21:35,360
महाराज हमें हर बार कृष्ण की कपट नीति से
286
00:21:35,360 --> 00:21:38,640
नीचा देखना पड़ा है इसलिए इस बार केवल बल
287
00:21:38,640 --> 00:21:41,919
से नहीं कल से काम लेना होगा नारायण
288
00:21:41,919 --> 00:21:46,440
नारायण बल आपके पास और कल मेरे पास मगद
289
00:21:46,440 --> 00:21:51,000
पति किंतु नारद जी आप तो हमारी भलाई चाहने
290
00:21:51,000 --> 00:21:55,919
वाले हैं बताइए तो सुनिए इस समय मथुरा पर
291
00:21:55,919 --> 00:21:58,559
काल यवन भी आक्रमण करने जा रहा
292
00:21:58,559 --> 00:22:01,320
यादवों के नेता बलराम श्री कृष्ण मोर्चा
293
00:22:01,320 --> 00:22:05,039
संभालने में उधर जुटे रहेंगे और इधर आप
294
00:22:05,039 --> 00:22:08,559
बिना परिश्रम मथुरा पर मगद की ध्वजा फहरा
295
00:22:08,559 --> 00:22:11,960
दीजिए उपकार मुनिराज श्री बलाम जी श्री
296
00:22:11,960 --> 00:22:14,679
कृष्ण जी रक्षा कीजिए काल जवन के सैनिक
297
00:22:14,679 --> 00:22:17,200
हमारे गांव गांव में घुसकर उत्पात मचा रहे
298
00:22:17,200 --> 00:22:20,000
हैं निर्दोष जनता को लूट पीट रहे हैं खेतो
299
00:22:20,000 --> 00:22:22,120
और घरों को जलाकर नष्ट कर रहे हैं पशुओं
300
00:22:22,120 --> 00:22:24,799
का हरण करने के साथ-साथ बह बेटियों की लाज
301
00:22:24,799 --> 00:22:28,080
भी कन्हैया बह बेटियों की लाय लूटने वाला
302
00:22:28,080 --> 00:22:30,760
का लहू पीने के लिए मेरा हल उतावला हो रहा
303
00:22:30,760 --> 00:22:35,799
है उठो नारायण नारायण आक्रमण एक ही और से
304
00:22:35,799 --> 00:22:39,120
नहीं दोदो और से होने जा रहा है बलराम जी
305
00:22:39,120 --> 00:22:41,919
कौन है दूसरा आक्रमणकारी अंतर्यामी
306
00:22:41,919 --> 00:22:44,679
वासुदेव से क्या छिपा है ये स्वयं बता
307
00:22:44,679 --> 00:22:48,440
देंगे नारद जी जल्दी बताइए वरना मेरा हाल
308
00:22:48,440 --> 00:22:51,000
शत्रुओं पर उठने से पहले कहीं बम हत्या
309
00:22:51,000 --> 00:22:54,360
नारायण नारायण भगवन मेरी हड्डी पतली
310
00:22:54,360 --> 00:22:57,400
तुड़वा क्यों चाहते हैं बता दीजिए ना जरा
311
00:22:57,400 --> 00:22:59,240
सन की बात
312
00:22:59,240 --> 00:23:01,080
जरास हां
313
00:23:01,080 --> 00:23:05,919
भैया एक ओर से कालयवन और दूसरी ओर से जरास
314
00:23:05,919 --> 00:23:09,240
आक्रमण करने आ रहा है ताकि यादव की सेना
315
00:23:09,240 --> 00:23:11,919
दो भागों में बढ़ जाए और हमारा सैन्य बल
316
00:23:11,919 --> 00:23:15,400
कम हो जाए किंतु वे नहीं जानते कि हम
317
00:23:15,400 --> 00:23:19,000
दोनों का बल अखंड है हमारी सेना का मनोबल
318
00:23:19,000 --> 00:23:22,760
बहुत ऊंचा है हम अभी कुछ बोलते हैं नहीं
319
00:23:22,760 --> 00:23:26,720
भैया पहले हम मथुरा को खाली करा के उद्धव
320
00:23:26,720 --> 00:23:29,039
जी के साथ भाभी और सारी यादव को द्वारका
321
00:23:29,039 --> 00:23:34,279
भेज दे द्वारका हां भैया कुश स्थली अब
322
00:23:34,279 --> 00:23:36,640
यादव के नए सुखी जीवन का प्रवेश द्वार
323
00:23:36,640 --> 00:23:39,960
होगी इसलिए उसे हम द्वारका के नाम से
324
00:23:39,960 --> 00:23:42,760
पुकारेंगे उधर द्वारका में यादव सेना का
325
00:23:42,760 --> 00:23:46,360
संगठन होता रहे और इधर शत्रु ये समझ बैठे
326
00:23:46,360 --> 00:23:49,840
कि उनके डर से यादव भाग गए फिर मैं जरा
327
00:23:49,840 --> 00:23:53,320
संध को यमलोक पहुंचा दूं और तुम काल यमन
328
00:23:53,320 --> 00:23:57,320
को हां भैया परंतु मैं काल यमन को शक्ति
329
00:23:57,320 --> 00:23:58,640
से नहीं
330
00:23:58,640 --> 00:24:02,200
युक्ति से मारूंगा फिर रह जागा जरास उसे
331
00:24:02,200 --> 00:24:04,520
अपने दांव में लेने के लिए मथुरा से भाग
332
00:24:04,520 --> 00:24:08,080
जाने का दिखावा करेंगे क्या
333
00:24:08,080 --> 00:24:11,720
कहा अपने देश की रक्षा के लिए बलराम अपना
334
00:24:11,720 --> 00:24:14,720
बलिदान दे सकता है किंतु युद्ध से मुह
335
00:24:14,720 --> 00:24:17,600
नहीं मोड़ सकता पला नहीं कर सकता शत्रु को
336
00:24:17,600 --> 00:24:22,559
पीठ नहीं दिखा सकता कभी नहीं कभी
337
00:24:22,559 --> 00:24:25,880
नहीं श्री
338
00:24:26,799 --> 00:24:30,360
कृष्ण सांसारिक माया के प्रभाव से शेष
339
00:24:30,360 --> 00:24:32,520
अवतार कभी-कभी नारायण के सामर्थ्य को भूल
340
00:24:32,520 --> 00:24:36,039
जाते हैं शेष नाथ फू का नहीं करेंगे तो और
341
00:24:36,039 --> 00:24:39,440
कौन करेगा भाभी किंतु भैया का क्रोध शांत
342
00:24:39,440 --> 00:24:42,919
कैसे किया जाए भाभी मैं शांत करूंगी
343
00:24:42,919 --> 00:24:46,279
वासुदेव ऐसे करते रगा भाभी कि भैया का मान
344
00:24:46,279 --> 00:24:48,720
भी रहे और मेरा काम भी होता रहे क्योंकि य
345
00:24:48,720 --> 00:24:51,000
तो बारबार होता रहेगा भाभी अच्छा मेरे
346
00:24:51,000 --> 00:24:53,799
नटखट देव
347
00:24:56,760 --> 00:24:58,880
जी
348
00:24:58,880 --> 00:25:02,279
स्वामी आपकी सामर्थ्य को कौन नहीं जानता
349
00:25:02,279 --> 00:25:05,480
आप बड़े हैं बड़ों को क्रोध नहीं क्षमा
350
00:25:05,480 --> 00:25:09,080
शोभा देती है श्री कृष्ण जो कहते हैं वह
351
00:25:09,080 --> 00:25:11,840
तो शत्रु को पराजय देने के लिए युद्ध नीति
352
00:25:11,840 --> 00:25:15,039
का एक मार्ग है और फिर श्री कृष्ण कौन है
353
00:25:15,039 --> 00:25:16,760
आपसे यह कहने वाले मैं कौन
354
00:25:16,760 --> 00:25:25,230
[संगीत]
355
00:25:25,230 --> 00:25:26,679
[प्रशंसा]
356
00:25:26,679 --> 00:25:29,679
हूं
357
00:25:30,590 --> 00:25:33,670
[प्रशंसा]
358
00:25:40,970 --> 00:25:42,460
[संगीत]
359
00:25:42,460 --> 00:25:44,360
[प्रशंसा]
360
00:25:44,360 --> 00:25:53,919
[संगीत]
361
00:25:53,919 --> 00:25:57,120
देवी यह सब कन्हैया की ही माया है जो मुझे
362
00:25:57,120 --> 00:26:00,880
बमा दे दे
363
00:26:01,040 --> 00:26:05,980
[संगीत]
364
00:26:11,110 --> 00:26:14,159
[संगीत]
365
00:26:14,159 --> 00:26:17,039
कन्हैया पकड़ना हमारा काम है छोड़ना
366
00:26:17,039 --> 00:26:20,200
महाराज की इा पर है क्या तुमने का के कहै
367
00:26:20,200 --> 00:26:22,910
का नाम नहीं सुना है नाम हम नहीं
368
00:26:22,910 --> 00:26:26,600
[संगीत]
369
00:26:26,600 --> 00:26:28,370
सुनते
370
00:26:28,370 --> 00:26:34,399
[संगीत]
371
00:26:34,399 --> 00:26:35,230
आ ग
372
00:26:35,230 --> 00:26:51,890
[संगीत]
373
00:26:56,600 --> 00:26:59,600
मुरली
374
00:27:05,060 --> 00:27:14,010
[संगीत]
375
00:27:23,279 --> 00:27:25,840
बंद
376
00:27:26,520 --> 00:27:29,279
करो बंद
377
00:27:29,279 --> 00:27:31,799
करो बंद
378
00:27:31,799 --> 00:27:36,480
करो ये सब क्या हो रहा है तुम लोग पहरा दे
379
00:27:36,480 --> 00:27:42,279
रहे हो या नाच कर रहे हो वो भी दुष्ट पापी
380
00:27:42,279 --> 00:27:47,159
कृष्ण की मुरली धवन पर
381
00:27:48,279 --> 00:27:52,039
बोलो बोलते क्यों
382
00:27:52,320 --> 00:27:55,519
नहीं उतर
383
00:27:55,519 --> 00:27:59,519
जाओ उतर नहीं
384
00:28:02,640 --> 00:28:06,720
देते ये तुम सबको क्या हो गया है किसने
385
00:28:06,720 --> 00:28:09,080
जादू किया तुम
386
00:28:09,080 --> 00:28:12,420
[संगीत]
387
00:28:17,930 --> 00:28:26,440
[संगीत]
388
00:28:26,440 --> 00:28:29,100
पर
389
00:28:29,100 --> 00:28:56,399
[संगीत]
390
00:28:56,399 --> 00:28:57,640
बंद
391
00:28:57,640 --> 00:29:04,729
[संगीत]
392
00:29:11,000 --> 00:29:16,420
[संगीत]
393
00:29:18,670 --> 00:29:21,080
[संगीत]
394
00:29:21,080 --> 00:29:23,559
क
395
00:29:26,320 --> 00:29:29,320
गया
396
00:29:33,800 --> 00:29:35,840
[संगीत]
397
00:29:35,840 --> 00:29:40,519
कायल कृष् कालयवन से मुंह छुपाने के लिए
398
00:29:40,519 --> 00:29:44,840
पीतांबर ड़कर सोने का बहाना कर रहा है उठ
399
00:29:44,840 --> 00:29:48,320
ठ खड़ा हो
400
00:29:50,480 --> 00:29:55,450
[संगीत]
401
00:29:56,320 --> 00:29:59,320
जा
402
00:30:00,130 --> 00:30:03,480
[संगीत]
403
00:30:03,480 --> 00:30:04,720
नारायण
404
00:30:04,720 --> 00:30:09,720
भगवान मैं तो बृज का गवाला कृष्ण
405
00:30:09,760 --> 00:30:14,480
हूं नहीं प्रभु मैं मान धाता का पुत्र मुझ
406
00:30:14,480 --> 00:30:17,960
कुंद मुझे इंद्र का वरदान है कि जब मेरी
407
00:30:17,960 --> 00:30:21,000
निद्रा टूटेगी मेरी आंखों के सामने स्वयं
408
00:30:21,000 --> 00:30:24,760
नारायण भगवान होंगे कृपा करके मुझे उसी
409
00:30:24,760 --> 00:30:28,240
रूप का दर्शन दीजिए भगवान मुझे मुक्ति दी
410
00:30:28,240 --> 00:30:31,919
जी सो
411
00:30:35,640 --> 00:30:39,039
हम राजर्षि मुचकुंद
412
00:30:39,039 --> 00:30:43,840
जो पुरुष मेरी शरण में आ जाता है उसके लिए
413
00:30:43,840 --> 00:30:47,320
फिर कोई ऐसी वस्तु नहीं रह जाती जो शोक का
414
00:30:47,320 --> 00:30:49,000
कारण बन
415
00:30:49,000 --> 00:30:53,039
सके तुमने पहले मेरी बहुत आराधना की है
416
00:30:53,039 --> 00:30:56,159
किंतु क्षत्रिय धर्म का आचरण करते समय
417
00:30:56,159 --> 00:30:59,559
तुमने अनेक दूष पशुओं का वध किया है इसलिए
418
00:30:59,559 --> 00:31:01,559
अगले जन्म में ब्राह्मण
419
00:31:01,559 --> 00:31:06,000
बनकर समस्त जीवों के हितेश बनकर इस जन्म
420
00:31:06,000 --> 00:31:09,279
के पाप धो डालोगे फिर दूसरे जन्म में
421
00:31:09,279 --> 00:31:13,600
मुक्ति पाओगे यह मेरा आशीर्वाद है मैं ठंड
422
00:31:13,600 --> 00:31:15,600
हो गया प्रभु मैं ठंड हो
423
00:31:15,600 --> 00:31:20,159
गया उद्धव जी महादेवी सारी रात यात्रा की
424
00:31:20,159 --> 00:31:23,559
है अब कहीं थोड़ा विश्राम कर ले सामने
425
00:31:23,559 --> 00:31:26,559
कुंडलपुर का गौरी मंदिर है वहीं विश्राम
426
00:31:26,559 --> 00:31:29,080
करेंगे कुंडलपुर
427
00:31:29,080 --> 00:31:33,279
हां विदर्भ की यह राजधानी है जहां के राजा
428
00:31:33,279 --> 00:31:36,559
भीष्म है जिनका बेटा रुक्मी मथुरा पर
429
00:31:36,559 --> 00:31:40,000
चढ़ाई करने में जरास का साथ दे रहा है हां
430
00:31:40,000 --> 00:31:43,120
रुक्मी की एक कुवारी बहन भी है जिसका नाम
431
00:31:43,120 --> 00:31:44,420
रुक्मिणी
432
00:31:44,420 --> 00:31:47,739
[संगीत]
433
00:31:49,930 --> 00:31:53,349
[संगीत]
434
00:31:56,159 --> 00:31:59,159
है
435
00:32:00,720 --> 00:32:04,159
कोई बता
436
00:32:04,159 --> 00:32:08,399
दो पता दिया
437
00:32:08,399 --> 00:32:10,000
का
438
00:32:10,000 --> 00:32:15,320
कहां मेरा चित
439
00:32:15,320 --> 00:32:19,840
चोर मैं वो प्रेम
440
00:32:19,840 --> 00:32:21,960
[संगीत]
441
00:32:21,960 --> 00:32:24,960
दीवानी
442
00:32:25,039 --> 00:32:28,040
जिसका प्रीत
443
00:32:28,040 --> 00:32:29,559
[संगीत]
444
00:32:29,559 --> 00:32:30,900
नंद
445
00:32:30,900 --> 00:32:32,799
[संगीत]
446
00:32:32,799 --> 00:32:38,919
किशोर जिसकी सोहनी है सूरत मनमोहनी है
447
00:32:38,919 --> 00:32:45,440
मूरत ऐसे सांवरिया से जाने कब होगा मिलन
448
00:32:45,440 --> 00:32:51,960
ऐसे सांवरिया से जाने कब होगा मिलन जिसके
449
00:32:51,960 --> 00:32:57,880
सोहनी है सूरत मनमोहिनी है मूरत ऐसे
450
00:32:57,880 --> 00:33:04,440
समरिया से जाने कब होगा मिलन ऐसे समरिया
451
00:33:04,440 --> 00:33:07,310
से जाने कब होगा
452
00:33:07,310 --> 00:33:25,960
[संगीत]
453
00:33:25,960 --> 00:33:28,960
मिलन
454
00:33:29,279 --> 00:33:34,080
दूर दिशा में मुरलिया
455
00:33:34,080 --> 00:33:39,740
बोली तान तान पर जिया मेरा
456
00:33:39,740 --> 00:33:42,839
[संगीत]
457
00:33:45,360 --> 00:33:51,120
डोली दूर दिशा में मुरलिया
458
00:33:51,120 --> 00:33:57,519
बोने तान तान पर किया मेरा डू ने
459
00:33:57,519 --> 00:33:59,240
मुरलिया
460
00:33:59,240 --> 00:34:05,360
बोले चेहरा डोले जिसका नाम बरसे वाला
461
00:34:05,360 --> 00:34:12,119
जिसने छुप छुप जादू डाला ऐसे नटखट मेरे कब
462
00:34:12,119 --> 00:34:18,719
लड़ेंगे नयन ऐसे नटखट मेरे कबुल न देंगे
463
00:34:18,719 --> 00:34:25,879
नयन जिसके सोहनी है सूरज मनमोहिनी है मूरत
464
00:34:25,879 --> 00:34:27,480
ऐसे
465
00:34:27,480 --> 00:34:34,000
से जाने कब होगा मिलन ऐसे समरिया से जाने
466
00:34:34,000 --> 00:34:35,790
कब होगा
467
00:34:35,790 --> 00:34:39,650
[संगीत]
468
00:34:44,280 --> 00:34:52,329
[संगीत]
469
00:34:55,879 --> 00:34:57,440
मिलन
470
00:34:57,440 --> 00:35:02,119
जाने किस दिन आएंगे
471
00:35:02,119 --> 00:35:05,000
सैया प्यार से
472
00:35:05,000 --> 00:35:08,960
मोरी पकड़ेंगे
473
00:35:09,370 --> 00:35:13,280
[संगीत]
474
00:35:13,280 --> 00:35:19,079
भैया जाने किस दिन आएंगे
475
00:35:19,079 --> 00:35:21,960
सैया प्यार से
476
00:35:21,960 --> 00:35:28,280
मोरी पकड़ेंगे भैया आएंगे सैया
477
00:35:28,280 --> 00:35:33,960
पकड़ेंगे भैया जिनका सुंदर है भजन जिनका
478
00:35:33,960 --> 00:35:38,920
रूप मनमोहन ऐसे प्रभु मुझे
479
00:35:38,920 --> 00:35:44,520
देंगे कब दर्शन ऐसे प्रभु मुझे
480
00:35:44,520 --> 00:35:50,920
देंगे कब दर्शन जिसके सोहनी है सूरत मन
481
00:35:50,920 --> 00:35:56,880
मोहिनी है मूरत ऐसे सावरिया से जाने कब
482
00:35:56,880 --> 00:36:05,200
होगा मिलन ऐसे कमरीया से जाने कब होगा
483
00:36:06,600 --> 00:36:21,260
[संगीत]
484
00:36:23,839 --> 00:36:29,599
मिलन जब जब लब में बधन
485
00:36:29,599 --> 00:36:36,480
छाती मुझे न शान मेरे बड़ी याद
486
00:36:40,839 --> 00:36:46,560
आते जब जब नग में बादल
487
00:36:46,560 --> 00:36:54,640
छती मुझे घन श्याम मेरे बड़े याद आती बादल
488
00:36:54,640 --> 00:36:57,839
छाती यादब आ
489
00:36:57,839 --> 00:37:03,640
जिसको माना मन ही मन मैंने अपना जीवन धन
490
00:37:03,640 --> 00:37:10,200
ऐसे पियाज की मैं कब बनूंगी दुल्हन ऐसे
491
00:37:10,200 --> 00:37:16,640
पियाज की मैं कब बंगी तो हम जिसके सोहनी
492
00:37:16,640 --> 00:37:22,680
है सूरत मनमोहिनी है मूरत ऐसे सावरिया से
493
00:37:22,680 --> 00:37:27,200
जाने कब होगा मिलन ऐसे
494
00:37:27,200 --> 00:37:32,530
कया से जाने कब होगा
495
00:37:32,530 --> 00:37:35,719
[संगीत]
496
00:37:37,880 --> 00:37:42,319
मिर कुमारी तुम कौन हो मैं वितर पराज
497
00:37:42,319 --> 00:37:45,720
कलिया रुक्मण आप कौन है कहां से आई है कहा
498
00:37:45,720 --> 00:37:49,800
जा रही है मैं प्रवासी हूं मथुरा से आई
499
00:37:49,800 --> 00:37:51,680
हूं मथुरा
500
00:37:51,680 --> 00:37:57,440
से तब तो श्री कृष्ण को जानती होंगी
501
00:37:57,440 --> 00:38:00,680
अच्छी तरह देवर को भाभी नहीं जानेगी तो
502
00:38:00,680 --> 00:38:02,880
कौन
503
00:38:04,590 --> 00:38:07,640
[संगीत]
504
00:38:07,640 --> 00:38:10,440
जानेगा तो आप ही बलराम जी की अर्धांगिनी
505
00:38:10,440 --> 00:38:11,839
रेवती
506
00:38:11,839 --> 00:38:16,720
ह अरे लजा करर भागने कहां लगी तुम तो हाका
507
00:38:16,720 --> 00:38:20,040
करती थी मथुरा का कोई पंछी भी मिल जाए तो
508
00:38:20,040 --> 00:38:23,200
यह कहूंगी वो कहूंगी ऐसा करूंगी वैसा
509
00:38:23,200 --> 00:38:28,119
करूंगी अब मुह में ताला लग गया अरे संदेशा
510
00:38:28,119 --> 00:38:32,520
नहीं तो उलाना ही दे दो चुप र निल क क्या
511
00:38:32,520 --> 00:38:35,240
बात है राजकुमारी श्री कृष्ण ने कोई अपराध
512
00:38:35,240 --> 00:38:38,640
किया है अजी ऐसा अपराध कि श्री कृष्ण के
513
00:38:38,640 --> 00:38:40,760
नाम से मेरे सखी को लज्जा आती
514
00:38:40,760 --> 00:38:45,520
है ना क्षमा कर सकती ना दंड दे
515
00:38:45,520 --> 00:38:49,359
सकती मेरे देवर है ही दंड पाने की योग्य
516
00:38:49,359 --> 00:38:52,040
मुझे यह पता होता राजकुमारी तो उन्हे भी
517
00:38:52,040 --> 00:38:55,599
अपने साथ अवश्य ले आती देवी जी उन्हे साथ
518
00:38:55,599 --> 00:38:58,920
ना लाकर अच्छा ही किया वरना श्री कृष्ण
519
00:38:58,920 --> 00:39:02,040
अभी तो रुक्मणी जी के मन में बसे हैं कहीं
520
00:39:02,040 --> 00:39:04,920
आंखों में भी समा जाते तो बंदी होने के
521
00:39:04,920 --> 00:39:08,160
सिवा छुटकारा नहीं था
522
00:39:08,160 --> 00:39:12,480
पल्लवी देवी जी आज आप मेरे अतिथि बनिए
523
00:39:12,480 --> 00:39:14,000
चलिए राजभवन
524
00:39:14,000 --> 00:39:16,680
में मैं तुम्हारे इस प्रेम का आदर करती
525
00:39:16,680 --> 00:39:20,359
हूं राजकुमारी किंतु पति आज्ञा का अनादर
526
00:39:20,359 --> 00:39:21,599
नहीं कर
527
00:39:21,599 --> 00:39:25,240
सकती मुझे जल्दी यात्रा पूरी करनी है मेरे
528
00:39:25,240 --> 00:39:27,200
साथ अन्य यादव भी है
529
00:39:27,200 --> 00:39:31,280
वे आगे मेरी बाठ देखते होंगे जैसे आपकी
530
00:39:31,280 --> 00:39:34,880
इच्छा जय श्री
531
00:39:35,800 --> 00:39:42,680
कृष्ण वो देखो रहे दोन चलो
532
00:39:53,319 --> 00:39:58,200
चलो सुनो पवत के चार आग लगा दो और कड़ा
533
00:39:58,200 --> 00:40:01,680
ध्यान रखो ताकि चुहा भी बाहर ना निकले आज
534
00:40:01,680 --> 00:40:05,380
दोनों भाई जलकर राग हो जाएंगे
535
00:40:05,380 --> 00:40:09,979
[संगीत]
536
00:40:23,319 --> 00:40:28,359
चलो बलराम कृष्ण की राख तो उड़
537
00:40:29,319 --> 00:40:33,040
होगी शिपाल अब तुमको दिया हु वचन हमें
538
00:40:33,040 --> 00:40:37,400
पूरा करना है रुक्मी तुम कुंदनपुर जाओ और
539
00:40:37,400 --> 00:40:40,520
अपनी बहन रुक्मिणी के स्वयं की तैयारी करो
540
00:40:40,520 --> 00:40:44,200
ध्यान रहे स्वयंबर नाम का हो और वरमाला
541
00:40:44,200 --> 00:40:47,880
शिशुपाल के गले में पड़नी चाहिए रुम तुझे
542
00:40:47,880 --> 00:40:50,800
स्वर में शिशुपाल को ही वरमाला पहनी
543
00:40:50,800 --> 00:40:54,680
होगी वरमाला पति को ही पहनाई जाती है
544
00:40:54,680 --> 00:40:59,640
भैया और मैं अपना पति श्री नंद किशोर को
545
00:40:59,640 --> 00:41:03,000
मान चुकी हूं इसके लिए तुझे स् में नहीं
546
00:41:03,000 --> 00:41:05,160
सुमन में जाना
547
00:41:05,160 --> 00:41:09,440
होगा स्मशान तो नहीं जीवन का प्रवेश द्वार
548
00:41:09,440 --> 00:41:10,640
है
549
00:41:10,640 --> 00:41:15,160
भैया मैं अपनी मनोकामना पूरी करने के
550
00:41:15,160 --> 00:41:19,520
लिए वहां भी जाऊंगी तो सुन ले बलराम और
551
00:41:19,520 --> 00:41:22,920
कृष्ण कब के परवन पर्वत पर जलकर रात हो
552
00:41:22,920 --> 00:41:26,640
गए यह सुनाकर मेरी आत्मा को तुम भले ही
553
00:41:26,640 --> 00:41:31,800
जला भैया पर मेरी सुहाग को आज नहीं आ
554
00:41:31,800 --> 00:41:35,400
सकती यह मेरा विश्वास है यह विश्वास नहीं
555
00:41:35,400 --> 00:41:38,960
हट है रुक्मण और तेरा यह हट मैं पूरा नहीं
556
00:41:38,960 --> 00:41:39,880
होने
557
00:41:39,880 --> 00:41:44,839
दूंगा तुझे शिशुपाल से ही विवाह करना
558
00:41:45,560 --> 00:41:47,330
होगा चलिए पिताजी
559
00:41:47,330 --> 00:41:55,240
[संगीत]
560
00:41:55,240 --> 00:41:59,119
द्वारिका के इस राज भवन में मन कैसे लगता
561
00:41:59,119 --> 00:42:03,160
होगा नारद जी द्वारका के इस राज भवन में
562
00:42:03,160 --> 00:42:06,560
मन लगने के लिए तो मुझे देवरानी और
563
00:42:06,560 --> 00:42:09,800
सुभद्रा को एक और भाभी चाहिए आप ही मेरे
564
00:42:09,800 --> 00:42:12,839
देवर जी को समझाइए द्वारका नगरी तो
565
00:42:12,839 --> 00:42:16,040
इन्होने बसा ली अब अपनी गृहस्थ भी बसा ले
566
00:42:16,040 --> 00:42:19,599
नारायण नारायण मैं ब्रह्मचारी घर गृहस्थ
567
00:42:19,599 --> 00:42:22,760
की बात क्या जान महादेवी देवर्ष अब मुझे
568
00:42:22,760 --> 00:42:26,240
भी आप ही का शिष्य बनना है कन्हैया
569
00:42:26,240 --> 00:42:28,760
तुम्हारे विवाह के बारे में तुम्हारी भाभी
570
00:42:28,760 --> 00:42:31,359
से मेरा विवाद होता ही रहता है अब तुम्हें
571
00:42:31,359 --> 00:42:33,440
निर्णय कर लेना चाहिए निर्णय ये क्या
572
00:42:33,440 --> 00:42:36,839
करेंगे मैंने कर लिया है हां कन्या भी देख
573
00:42:36,839 --> 00:42:39,680
रखी है नारायण नारायण
574
00:42:39,680 --> 00:42:43,400
देवर्ष कन्या की बात मैं मैं नहीं लाया
575
00:42:43,400 --> 00:42:45,760
हूं प्रभु मैंने तो रेवती जी से इतना ही
576
00:42:45,760 --> 00:42:48,760
कहा है कि कुंडलपुर में विदर्भ राजकुमारी
577
00:42:48,760 --> 00:42:52,040
रुक्मिणी का स्वयंवर होने जा रहा और मैंने
578
00:42:52,040 --> 00:42:55,640
द्वारका आते समय रुक्मिणी को देखा है तभी
579
00:42:55,640 --> 00:42:57,079
से ठान
580
00:42:57,079 --> 00:43:00,160
कि देवजी का विवाह कराना है उसी के
581
00:43:00,160 --> 00:43:04,200
साथ यह कैसे हो सकता है भाभी स्वयं का
582
00:43:04,200 --> 00:43:07,640
निमंत्रण तो आया नहीं देवर जी प्रेम में
583
00:43:07,640 --> 00:43:10,400
नेम और शिष्टाचार नहीं देखा जाता
584
00:43:10,400 --> 00:43:13,680
द्वारकाधीश की जय हो विदर्भ राज पुरोहित
585
00:43:13,680 --> 00:43:15,480
स्वागत भवन में श्री कृष्ण जी की
586
00:43:15,480 --> 00:43:18,440
प्रतीक्षा कर रहे
587
00:43:19,119 --> 00:43:24,720
हैं नारायण नारायण अब मैं भी
588
00:43:25,079 --> 00:43:28,079
चलता
589
00:43:28,319 --> 00:43:32,280
नाथ मेरा मन कहता है कि रुक्मिणी ने विवाह
590
00:43:32,280 --> 00:43:36,440
के लिए श्री कृष्ण को संदेश भेजा
591
00:43:36,440 --> 00:43:40,240
है देवी तुम भी वो बात करती हो कि बनिया
592
00:43:40,240 --> 00:43:43,599
दे ना दे और ग्राह कहे पूरा तलना कन्हैया
593
00:43:43,599 --> 00:43:46,200
विवाह के लिए तैयार नहीं और तुम हो कि
594
00:43:46,200 --> 00:43:49,400
अपने मन के लड्डू खाए जा रही हो आप नहीं
595
00:43:49,400 --> 00:43:53,079
समझते नाथ ऐसी बातों में अपने बड़ों के
596
00:43:53,079 --> 00:43:56,170
आगे मुंह खोलकर कोई हां करता है
597
00:43:56,170 --> 00:43:58,720
[हंसी]
598
00:43:58,720 --> 00:44:02,359
मैं विदर्भ राज पुरोहित सुदेव विराजी
599
00:44:02,359 --> 00:44:05,839
यदुनंदन की सेवा में विदर्भ राजकुमारी
600
00:44:05,839 --> 00:44:09,480
रुक्मिणी का यह
601
00:44:13,410 --> 00:44:16,660
[संगीत]
602
00:44:16,660 --> 00:44:22,930
[प्रशंसा]
603
00:44:25,000 --> 00:44:28,000
पत्र
604
00:44:28,319 --> 00:44:30,440
ब्राह्मण
605
00:44:30,440 --> 00:44:33,119
देवता जिसको मुझसे प्रेम
606
00:44:33,119 --> 00:44:36,079
है मैं भी उसी का
607
00:44:36,079 --> 00:44:41,040
हूं राजकुमारी की मनोकामना अवश्य पूरी
608
00:44:41,040 --> 00:44:44,720
होगी राजकुमारी जी मगध पति जरास अपनी सेना
609
00:44:44,720 --> 00:44:47,920
लेकर आ गया अपने दल बल के साथ शिशुपाल भी
610
00:44:47,920 --> 00:44:50,160
आ
611
00:44:53,720 --> 00:44:56,720
पहुंचा अभ
612
00:44:56,720 --> 00:45:00,920
नं किशोर नहीं आए पधारे यदुनंदन श्री
613
00:45:00,920 --> 00:45:03,920
कृष्ण चंद्र जी पधारे
614
00:45:03,920 --> 00:45:08,800
पधारे प्राण बल्ल हा हा वे गौरी पूजन के
615
00:45:08,800 --> 00:45:12,359
समय मंदिर पर उपस्थित रहेंगे आपकी
616
00:45:12,359 --> 00:45:15,810
मनोकामना पूरी करेंगे मेरा आशीर्वाद
617
00:45:15,810 --> 00:45:19,070
[संगीत]
618
00:45:20,440 --> 00:45:23,559
हैता के रा
619
00:45:23,559 --> 00:45:28,960
ल गा ना के आकाश में उ आज मेरा मन आने से
620
00:45:28,960 --> 00:45:31,119
पागल हो रहा
621
00:45:31,119 --> 00:45:34,000
है बहुत प्रसन्न दिख रही है रुक्मण
622
00:45:34,000 --> 00:45:36,079
प्रसन्न होने का इससे अच्छा अवसर फिर कौन
623
00:45:36,079 --> 00:45:40,000
सा होगा भैया गौरी पूजन करने जाना है ना
624
00:45:40,000 --> 00:45:43,760
अच्छा तो गौरी मा ने तेरी मति फेर दी बहुत
625
00:45:43,760 --> 00:45:46,440
अच्छा हु तू गौरी पूजन की तैयारी कर और
626
00:45:46,440 --> 00:45:48,720
मैं
627
00:45:52,760 --> 00:45:54,880
स्
628
00:45:54,880 --> 00:45:56,630
सुभद्रा
629
00:45:56,630 --> 00:46:01,680
[संगीत]
630
00:46:01,680 --> 00:46:03,319
सुभद्रा
631
00:46:03,319 --> 00:46:06,800
ओहो आज तो भाभी के पांव धरती पर टिकते ही
632
00:46:06,800 --> 00:46:11,000
नहीं किस आनंद में उछल रही हो भाभी ननद
633
00:46:11,000 --> 00:46:13,359
रानी सुभद्रा का मन एक भाभी से भरता नहीं
634
00:46:13,359 --> 00:46:17,760
था ना अब दूसरी आ रही है अच्छा तो ये
635
00:46:17,760 --> 00:46:20,839
दूसरा मोर्चा कहां खुला है कुंडलपुर में
636
00:46:20,839 --> 00:46:24,559
मेरे देवजी रुक्मिणी का हरण करने गए हैं ओ
637
00:46:24,559 --> 00:46:27,319
तोत ये क्यों नहीं कहती भाभी कि भैया के
638
00:46:27,319 --> 00:46:30,280
ऊपर बस नहीं चलता तो मेरे ऊपर शासन चलाने
639
00:46:30,280 --> 00:46:33,520
के लिए तुम अपनी संख्या बढ़ा रही हो क्यों
640
00:46:33,520 --> 00:46:36,480
ना बढ़ाऊ तुम्हारे भैया भी अच्छी तरह
641
00:46:36,480 --> 00:46:40,079
समझते हैं कि कुंवारी बहन पर कड़ा पहरा
642
00:46:40,079 --> 00:46:42,480
होना चाहिए हटो भाभी भैया का नाम लगाओगी
643
00:46:42,480 --> 00:46:45,920
तो मैं भी तुम्हे गाली दूंगी हां दे लेना
644
00:46:45,920 --> 00:46:48,440
अभी तो मंगल कलश लेकर भैया और भाभी के
645
00:46:48,440 --> 00:46:50,480
स्वागत के लिए तैयार हो
646
00:46:50,480 --> 00:46:56,480
जाओ गौरी माता अपनी दया की भी से
647
00:46:56,480 --> 00:47:02,280
मेरी प्रीत की ली भर दो मां मेरी मनोकामना
648
00:47:02,280 --> 00:47:04,120
पूरी
649
00:47:04,120 --> 00:47:11,239
[संगीत]
650
00:47:17,520 --> 00:47:22,909
[संगीत]
651
00:47:24,720 --> 00:47:25,840
करो
652
00:47:25,840 --> 00:47:33,469
[संगीत]
653
00:47:38,680 --> 00:47:41,780
[संगीत]
654
00:47:48,960 --> 00:47:52,839
मैं वसुदेव का पुत्र कृष्ण रुक्मिणी का
655
00:47:52,839 --> 00:47:57,119
हरण करके द्वार का पुरी ले जा रहा
656
00:47:57,119 --> 00:48:01,300
जिसम शक्ति हो वो मुझे रोकने
657
00:48:01,300 --> 00:48:07,079
[संगीत]
658
00:48:07,079 --> 00:48:11,480
आए महाराज को समाचार
659
00:48:13,319 --> 00:48:18,960
दोट आप सेना लेकर आइए मैं का विय करता
660
00:48:22,760 --> 00:48:26,590
हूं फरी बा थ
661
00:48:26,590 --> 00:48:54,599
[संगीत]
662
00:48:54,599 --> 00:48:57,599
की
663
00:48:57,810 --> 00:49:02,280
[संगीत]
664
00:49:02,280 --> 00:49:04,760
नाम के साथ यु करने से तुम्ह रुक्मण तो
665
00:49:04,760 --> 00:49:07,160
मिलेगी नहीं किंतु शिशुपाल तुम्हारे इस
666
00:49:07,160 --> 00:49:09,960
अपमान का ऐसा बदला लेंगे कि देख के संसार
667
00:49:09,960 --> 00:49:13,720
की आंखें फट जाएंगी इस समय कड़वा खटकर लौट
668
00:49:13,720 --> 00:49:17,680
चलना है ठीक है अच्छा लट
669
00:49:24,520 --> 00:49:26,000
चलो
670
00:49:26,000 --> 00:49:32,880
[संगीत]
671
00:49:37,180 --> 00:49:40,040
[संगीत]
672
00:49:40,040 --> 00:49:44,240
रो नहीं प्रभु र मत लो मेरे भाई रुक में
673
00:49:44,240 --> 00:49:48,079
आते ब देने साला आए और बहन उसे मिले ऐसा
674
00:49:48,079 --> 00:49:50,160
कभी हो सकता
675
00:49:50,160 --> 00:49:51,760
[संगीत]
676
00:49:51,760 --> 00:49:54,520
है सावधान
677
00:49:54,520 --> 00:49:56,790
रुमी
678
00:49:56,790 --> 00:50:03,920
[संगीत]
679
00:50:09,350 --> 00:50:17,389
[संगीत]
680
00:50:17,920 --> 00:50:20,640
रस्सी जल गई पर नहीं
681
00:50:20,640 --> 00:50:23,359
गई
682
00:50:23,359 --> 00:50:26,559
कन्हैया को मारो मत
683
00:50:26,559 --> 00:50:29,359
अपनी कुलवधू के सामने उसके भाई की हत्या
684
00:50:29,359 --> 00:50:31,599
मैं नहीं होने दूंगा इ छोड़
685
00:50:31,599 --> 00:50:34,480
दो आपकी आज्ञा का पालन करने के लिए मैं
686
00:50:34,480 --> 00:50:36,280
छोड़ देता हूं
687
00:50:36,280 --> 00:50:40,960
भैया परंतु खल को दंड दि बिना नहीं जाने
688
00:50:40,960 --> 00:50:44,229
[संगीत]
689
00:50:46,359 --> 00:50:48,040
दूंगा
690
00:50:48,040 --> 00:50:52,480
रुक्मी अब तुम जा सकते
691
00:50:54,440 --> 00:50:56,320
हो
692
00:50:56,320 --> 00:51:00,780
[संगीत]
693
00:51:02,040 --> 00:51:05,079
तुम्हारे भाई के साथ कन्हैया के इस बर्ताव
694
00:51:05,079 --> 00:51:07,799
के लिए मैं तुमसे क्षमा मांगता हूं क्षमा
695
00:51:07,799 --> 00:51:11,559
तो मुझे अपने भाई के कहे हुए अपशब्दों के
696
00:51:11,559 --> 00:51:16,280
लिए मांगनी चाहिए किंतु भाई से अधिक मुझ
697
00:51:16,280 --> 00:51:20,680
उस कुल का सम्मान प्यारा है जिसकी मैं
698
00:51:20,680 --> 00:51:23,720
कुलवधू बनने जा रही हूं किंतु कुल वधु के
699
00:51:23,720 --> 00:51:27,400
रूप में तुम मेरा आशी तब पाओगी जब धूमधाम
700
00:51:27,400 --> 00:51:31,520
से द्वारका में विवाह की विधि पूरी
701
00:51:33,280 --> 00:51:45,720
[संगीत]
702
00:51:45,720 --> 00:51:48,880
करवाऊंगी तरर जाना मना है मुझे श्री कृष्ण
703
00:51:48,880 --> 00:51:51,920
से मिलना है इस समय नहीं मिल
704
00:51:51,920 --> 00:51:54,799
सकते आज्ञा का पालन करना तुम्हारा काम है
705
00:51:54,799 --> 00:51:58,079
दासी जाकर सूचना दो उससे पहले मैं तुम
706
00:51:58,079 --> 00:52:00,760
आज्ञा देती हूं जिस रास्ते से आए हो उसी
707
00:52:00,760 --> 00:52:03,760
रास्ते से लेकर लट जा अस
708
00:52:03,760 --> 00:52:07,640
ज तुम्हारा यह साहस मेरे साहस का परिचय
709
00:52:07,640 --> 00:52:10,880
तुम अभी मिल जाता है
710
00:52:16,720 --> 00:52:22,280
रो आगे बढ़ने का साहस मत करो वही खड़
711
00:52:24,280 --> 00:52:26,359
रहो
712
00:52:26,359 --> 00:52:29,760
लो काजल तो लगाया ही नहीं कहीं नटखट दुलहा
713
00:52:29,760 --> 00:52:32,160
जी को किसी की नजर ना लग जाए अपनी नजर
714
00:52:32,160 --> 00:52:35,680
संभालना बहुरानी देवर को भाभी की नजर पहले
715
00:52:35,680 --> 00:52:36,720
लग जाती
716
00:52:36,720 --> 00:52:41,359
है बड़ा आया धली वाला सुभद्रा मैं अभी
717
00:52:41,359 --> 00:52:42,760
साहस दिखाती
718
00:52:42,760 --> 00:52:47,319
हूं अरे ननद रानी की तो तेवरी चड़ी हुई है
719
00:52:47,319 --> 00:52:50,240
क्या बात है आज यह निशाना किस पर साधने
720
00:52:50,240 --> 00:52:52,440
चली द्वार पर कोई धनुही वाला मेरा साहस
721
00:52:52,440 --> 00:52:55,960
दिखना चाहता है धनुही वाला हां कौन है वो
722
00:52:55,960 --> 00:52:59,079
कोई गवार पागल चक्रम आप ही से मिलने आया
723
00:52:59,079 --> 00:53:02,799
है मैं अभी उसे रस्ता दिखाती हूं खर सुबरा
724
00:53:02,799 --> 00:53:06,440
मैं चलता हूं तुम्हारे साथ
725
00:53:06,630 --> 00:53:11,000
[संगीत]
726
00:53:11,000 --> 00:53:14,940
चलो ये हैन कन
727
00:53:14,940 --> 00:53:19,429
[संगीत]
728
00:53:20,520 --> 00:53:24,280
भगवान बाहर क्यों खड़े रहे मित्र भीतर ही
729
00:53:24,280 --> 00:53:25,799
चले आते
730
00:53:25,799 --> 00:53:28,839
द्वारपालो की जगह ऐसी उजड दसियों से भवन
731
00:53:28,839 --> 00:53:31,359
भरा हो तो भीतर कोई कैसे आ सकता है किसी
732
00:53:31,359 --> 00:53:34,640
ने मुझे आने नहीं दिया
733
00:53:34,720 --> 00:53:38,400
अच्छा यह तो मेरी बहन सुभद्रा है अर्जुन
734
00:53:38,400 --> 00:53:41,400
सुद
735
00:53:44,120 --> 00:53:54,160
[संगीत]
736
00:53:54,160 --> 00:53:56,050
कीन
737
00:53:56,050 --> 00:54:14,599
[संगीत]
738
00:54:14,599 --> 00:54:18,920
भीतर जाना मना है मुझे भाभी से मिलना है
739
00:54:18,920 --> 00:54:23,119
इस समय भाभी से भैया ही मिल सकते हैं ये
740
00:54:23,119 --> 00:54:27,400
किसकी आज्ञा है द्वारपाल की
741
00:54:27,400 --> 00:54:31,640
ओ अच्छा हुआ मुझे दासी पद से छुट्टी तो
742
00:54:31,640 --> 00:54:34,760
मिली अब मैं चलती
743
00:54:34,760 --> 00:54:38,880
हूं आज्ञा बिना
744
00:54:40,280 --> 00:54:42,740
ही पड़
745
00:54:42,740 --> 00:54:45,880
[संगीत]
746
00:54:47,559 --> 00:54:51,839
भया सच पूछो तो मैं तुम्हारे योग्य नहीं
747
00:54:51,839 --> 00:54:55,599
कैसे होंगे कहां चौध भवन के स्वामी और
748
00:54:55,599 --> 00:54:59,640
कहाय चरणों की दासी पर ये मत समझिए कि
749
00:54:59,640 --> 00:55:02,559
आपकी आड़ टे बातो से मैं लाल पीड़ हो
750
00:55:02,559 --> 00:55:05,040
जाऊंगी आसू
751
00:55:05,040 --> 00:55:06,920
बहाओी मैं
752
00:55:06,920 --> 00:55:12,440
आपको आज चना नारायण
753
00:55:12,440 --> 00:55:16,119
नारायण अपरिचित को तो चकमा देना सहज हो
754
00:55:16,119 --> 00:55:21,240
सकता है प्रभु किंतु परिचित को छका ी खीर
755
00:55:21,240 --> 00:55:25,599
है लो नारद जी को समय कु समय ध्यान ही
756
00:55:25,599 --> 00:55:29,400
नहीं रहता राज देव ध्यान तो आपका रहता है
757
00:55:29,400 --> 00:55:33,200
प्रभु दर्शन का संयोग झुट गया तो समय नहीं
758
00:55:33,200 --> 00:55:37,400
तो कु जाते जाते इच्छा हुई जगदीश्वर के
759
00:55:37,400 --> 00:55:41,480
साथ साथ जगदंबा का भी दर्शन करता
760
00:55:41,480 --> 00:55:46,559
चल केवल दर्शन कीजिएगा जीप में चलाएगा
761
00:55:46,559 --> 00:55:50,359
नारायण नारायण जी पर तो आप ही का नाम है
762
00:55:50,359 --> 00:55:54,000
प्रभु देव आप तो त्रिकाल ज्ञानी
763
00:55:54,000 --> 00:55:55,799
है
764
00:55:55,799 --> 00:55:58,160
मेरी हस्तर रेखा देखिए ना क्षमा कीजिए
765
00:55:58,160 --> 00:56:02,039
महादेवी एक बार एक राजकुमारी की हस्तर
766
00:56:02,039 --> 00:56:05,160
रेखा देखी थी तो आपके स्वामी ने मुझे बंदर
767
00:56:05,160 --> 00:56:09,280
बना दिया था आज आपकी देखूं तो क्या जाने
768
00:56:09,280 --> 00:56:12,079
मुझे लंगूर बना दे मैं तो स्वामी के सामने
769
00:56:12,079 --> 00:56:15,520
ही पूछ रही हूं देवर्ष
770
00:56:15,520 --> 00:56:21,039
बताइए मुझ पर इनका प्रेम ऐसा ही अटल रहेगा
771
00:56:21,039 --> 00:56:25,920
ना आप तो मुझे संकट में डाल रही है देवी
772
00:56:25,920 --> 00:56:27,839
[संगीत]
773
00:56:27,839 --> 00:56:31,200
रेखा कहती है रेखा क्या कहती है देवऋषि
774
00:56:31,200 --> 00:56:34,480
छोड़ प्रभु इसलिए तुम्हे देखना नहीं चाहता
775
00:56:34,480 --> 00:56:37,280
नहीं नहीं देव अधूरी बात कहकर मुझे शंका
776
00:56:37,280 --> 00:56:38,640
में मत
777
00:56:38,640 --> 00:56:43,960
डालिए भगवन जो कहने आए हैं व कह डालिए देव
778
00:56:43,960 --> 00:56:46,960
नारायण
779
00:56:47,000 --> 00:56:48,960
नारायण देवी
780
00:56:48,960 --> 00:56:52,079
जी आपके पति के भाग्य
781
00:56:52,079 --> 00:56:55,640
में आठ पटनिया
782
00:56:55,640 --> 00:56:57,119
और
783
00:56:57,119 --> 00:56:59,359
16100 रानिया
784
00:56:59,359 --> 00:57:00,880
है
785
00:57:00,880 --> 00:57:03,079
बस
786
00:57:03,079 --> 00:57:07,000
भगवन यह कहने में इतना
787
00:57:07,920 --> 00:57:10,839
घबरा विराट की शक्तिया विराट के पास नहीं
788
00:57:10,839 --> 00:57:14,319
आएंगे तो किसके पास आएंगे सभी अपने अपने
789
00:57:14,319 --> 00:57:19,359
स्थान पर शोभा पाएंगे नारायण नारायण प्रभु
790
00:57:19,359 --> 00:57:22,359
अब मैं छुट्टी लेता
791
00:57:23,799 --> 00:57:25,760
हूं
792
00:57:25,760 --> 00:57:26,960
हे
793
00:57:26,960 --> 00:57:31,039
नाथ श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी हे नाथ
794
00:57:31,039 --> 00:57:34,480
नारायण वासुदेव श्री कृष्ण गोविंद हरे
795
00:57:34,480 --> 00:57:38,160
मुरारी हे नाथ नारायण
796
00:57:38,160 --> 00:57:42,240
वासुदेव श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी हे
797
00:57:42,240 --> 00:57:46,119
नाथ नारायण द्वारपाल श्री कृष्ण का निवास
798
00:57:46,119 --> 00:57:48,880
स्थान कौन सा है मैं उनसे मिलने आया हूं
799
00:57:48,880 --> 00:57:53,559
द्वारकाधीश से मिलने तुम हो कौन उनका
800
00:57:53,559 --> 00:57:56,799
मित्र मित्र
801
00:57:57,400 --> 00:58:01,160
आज एक साथ ये आक्रमण कैसा देवियों ये तो
802
00:58:01,160 --> 00:58:04,520
केवल पटरा हों का आक्रमण है 16100 रानियां
803
00:58:04,520 --> 00:58:07,839
तो अभी बाकी है परंतु कुछ कारण का भी तो
804
00:58:07,839 --> 00:58:11,000
पता चले आज वट सावित्री का व्रत है ना वट
805
00:58:11,000 --> 00:58:13,920
पूजन से पहले आपके चरण धोकर चरणामृत लेने
806
00:58:13,920 --> 00:58:17,839
आई है किंतु देवियों
807
00:58:17,839 --> 00:58:21,319
16108 कलश की जलधारा जब लगातार इन पांव पर
808
00:58:21,319 --> 00:58:25,079
पड़ती रहेंगी तब तो ये पांव यही जम जाएंगे
809
00:58:25,079 --> 00:58:30,000
आज आपकी चतुराई नहीं चलेगी हां लाइए
810
00:58:40,640 --> 00:58:43,200
चरण यह क्या
811
00:58:43,200 --> 00:58:47,039
नाथ जिस ड़ी ने कभी धूल छुई तक
812
00:58:47,039 --> 00:58:52,240
नहीं उस ड़ी में आज भवाई कैसे पट
813
00:58:53,720 --> 00:58:56,640
गई
814
00:58:56,640 --> 00:59:00,839
स्वामी आपके तलवे में काटा आपने तो आज भवन
815
00:59:00,839 --> 00:59:03,520
के बाहर पैर भी नहीं रखे श्री द्वारकानाथ
816
00:59:03,520 --> 00:59:04,960
की
817
00:59:04,960 --> 00:59:08,160
जय एक अत्यंत दन दुर्बल
818
00:59:08,160 --> 00:59:11,720
ब्राहमम जो एक मैला दुपट्टा डाले हुए
819
00:59:11,720 --> 00:59:15,079
जिसकी धोती फटी हुई और जिनके पांव में
820
00:59:15,079 --> 00:59:18,680
जूते तक नहीं द्वार पर खड़ा दर्शन की
821
00:59:18,680 --> 00:59:21,920
आज्ञा चाहता है व अपने को प्रभु का मित्र
822
00:59:21,920 --> 00:59:26,359
कहता है गांव का पता नहीं बताता है
823
00:59:26,359 --> 00:59:28,640
सुदामा
824
00:59:28,640 --> 00:59:31,760
सुदामा मेरे सहपाठी
825
00:59:31,760 --> 00:59:35,520
सुदामा मेरे गुरु बंधु सुदामा मेरे परम
826
00:59:35,520 --> 00:59:38,400
मित्र सुदामा मेरे गुरु भाई
827
00:59:38,400 --> 00:59:40,720
सुदामा मेरे मित्र
828
00:59:40,720 --> 00:59:42,680
सुदामा
829
00:59:42,680 --> 00:59:44,280
सुदामा
830
00:59:44,280 --> 00:59:45,920
सुदामा
831
00:59:45,920 --> 00:59:50,280
सुदामा सुदामा प्रभु
832
00:59:51,400 --> 00:59:56,359
सुदामा बहुत दिनों के
833
00:59:56,359 --> 00:59:59,359
बिछड़े
834
01:00:00,210 --> 01:00:01,960
[संगीत]
835
01:00:01,960 --> 01:00:05,240
मितवा मिले हैं
836
01:00:05,240 --> 01:00:08,170
वर्षों
837
01:00:08,170 --> 01:00:10,200
[संगीत]
838
01:00:10,200 --> 01:00:16,720
बाद आंखों में है उमड
839
01:00:16,880 --> 01:00:18,839
पड़ी
840
01:00:18,839 --> 01:00:23,240
बीते बचपन की
841
01:00:23,559 --> 01:00:26,559
याद
842
01:00:26,880 --> 01:00:31,000
बीते बचपन
843
01:00:32,100 --> 01:00:34,520
[संगीत]
844
01:00:34,520 --> 01:00:39,119
कीया प्रभु नहीं मित्र
845
01:00:39,119 --> 01:00:43,319
नहीं मुझे प्रभु कहने वाला सारा संसार
846
01:00:43,319 --> 01:00:47,599
है परंतु मुझे मित्र कहने वाला तुम्हारे
847
01:00:47,599 --> 01:00:51,000
सिवा और कोई नहीं सुदामा
848
01:00:51,000 --> 01:00:56,280
सुदामा तुम मुझे मित्र ही कहो
849
01:00:56,280 --> 01:01:00,119
मैं तो मैं तो यही समझता था कि आप
850
01:01:00,119 --> 01:01:01,480
द्वारकाधीश
851
01:01:01,480 --> 01:01:06,000
होकर दरिद्र सुदामा को भूल गए होंगे
852
01:01:06,000 --> 01:01:09,839
कि मुझ जैसे निर्धन के साथ आपका यह बर्ताव
853
01:01:09,839 --> 01:01:13,079
धनवान के सामने एक महान आदर्श खड़ा कर रहा
854
01:01:13,079 --> 01:01:17,680
है देखो बंधु इधर उधर की बातो में ना बलाओ
855
01:01:17,680 --> 01:01:20,680
आज मित्र मिलन का दुर्लभ अवसर मिला है
856
01:01:20,680 --> 01:01:24,720
उसका मुझे पूरा पूरा लाभ उठाने दो आओ चलो
857
01:01:24,720 --> 01:01:26,690
भवन
858
01:01:26,690 --> 01:01:31,039
[संगीत]
859
01:01:31,039 --> 01:01:32,680
में
860
01:01:32,680 --> 01:01:37,920
देखो प्रभु का प्यार ये अद्भुत
861
01:01:37,920 --> 01:01:40,799
[संगीत]
862
01:01:40,799 --> 01:01:44,240
स्वागत ये
863
01:01:46,000 --> 01:01:52,160
अभिराम आज बना है एक निर्धन
864
01:01:52,160 --> 01:01:55,599
का सारा
865
01:01:55,599 --> 01:01:58,520
महल
866
01:01:58,520 --> 01:02:01,060
गुलाम विराज
867
01:02:01,060 --> 01:02:03,680
[संगीत]
868
01:02:03,680 --> 01:02:05,240
बंधु
869
01:02:05,240 --> 01:02:09,319
मैं मैं नहीं नहीं प्रभु मैं इस सिंहासन
870
01:02:09,319 --> 01:02:11,680
के योग्य नहीं हूं
871
01:02:11,680 --> 01:02:14,680
सुदामा तुम्हारे प्रेम और भक्ति का आसन तो
872
01:02:14,680 --> 01:02:20,680
इतना ऊंचा है कि उसके आगे य आसन तु
873
01:02:20,680 --> 01:02:23,359
बिराजो बिराजो
874
01:02:23,359 --> 01:02:24,540
बंधु
875
01:02:24,540 --> 01:02:28,000
[संगीत]
876
01:02:28,000 --> 01:02:30,880
नहीं नहीं सुदामा ये क्या कर रहे हो उठो
877
01:02:30,880 --> 01:02:34,799
उठो सिंहासन पर बैठो नहीं प्रभु बैठो ये
878
01:02:34,799 --> 01:02:36,960
क्या
879
01:02:41,200 --> 01:02:45,079
कर सुदामा इनसे संकोच कैसा भैया अरे ये तो
880
01:02:45,079 --> 01:02:46,559
तुम्हारी भाभिया
881
01:02:46,559 --> 01:02:51,079
है देवियों जाकर थाल ले आओ और जल की झारी
882
01:02:51,079 --> 01:02:53,839
भी मैं अपने प्रिय मित्र सुदामा के चरण
883
01:02:53,839 --> 01:02:56,039
ऊंगा
884
01:02:56,039 --> 01:02:59,440
जाओ देवियों विलन करो शीघ्र ले
885
01:02:59,440 --> 01:03:04,880
आओ ये क्या कर रहे मुझे पाप में म डालिए
886
01:03:04,880 --> 01:03:08,799
मा पापियों को मारकर यह हाथ अपवित्र हो गए
887
01:03:08,799 --> 01:03:12,359
हैं अब यह चरण धोकर पवित्र हो जाएंगे नहीं
888
01:03:12,359 --> 01:03:15,240
प्रभ नहीं अरे हा
889
01:03:15,240 --> 01:03:19,240
भैया अब परिवार का कुछ समाचार
890
01:03:19,240 --> 01:03:23,279
सुनाओ तुम्हारे बाल बच्चे कैसे
891
01:03:23,279 --> 01:03:30,599
हैं मां मुझे भूख लगी है खाना दे ना मां
892
01:03:31,770 --> 01:03:41,799
[संगीत]
893
01:03:41,799 --> 01:03:47,640
मां जैसे प्रभु रखते हैं वैसे
894
01:03:49,079 --> 01:03:52,119
रहते मेरी भाभी कैसी
895
01:03:52,119 --> 01:03:55,599
है एक मां को
896
01:03:55,599 --> 01:03:59,160
संतान के सुख दुख की जितनी चिंता होनी
897
01:03:59,160 --> 01:04:04,279
चाहिए उतनी चिंता सुशीला को रहती है
898
01:04:07,799 --> 01:04:10,359
प्रभु
899
01:04:10,359 --> 01:04:14,279
भैया भाभी ने मेरे लिए क्या भेजा
900
01:04:14,279 --> 01:04:17,480
है जो स्वयं संसार के
901
01:04:17,480 --> 01:04:22,000
दाता उनको कोई क्या दे सकता है
902
01:04:22,000 --> 01:04:25,240
प्रभु तुम कुछ भी कहो भैया परंतु व्यवहार
903
01:04:25,240 --> 01:04:27,839
में पुरुषों की अपेक्षा स्त्रिया अधिक
904
01:04:27,839 --> 01:04:30,440
कुशल होती है और मेरी भाभी कभी कंजूस नहीं
905
01:04:30,440 --> 01:04:33,839
हो सकती भाभी ने मेरे लिए अवश्य कुछ भेजा
906
01:04:33,839 --> 01:04:36,559
होगा कहो भैया क्या भेजा है कुछ नहीं प्रभ
907
01:04:36,559 --> 01:04:38,799
कुछ नहीं कुछ नहीं तो फिर ये क्या छुपा
908
01:04:38,799 --> 01:04:40,160
रहे हो
909
01:04:40,160 --> 01:04:43,160
भैया ये क्या छुपा रहे हो
910
01:04:43,160 --> 01:04:46,250
[संगीत]
911
01:04:46,599 --> 01:04:49,720
भैया जान पड़ता
912
01:04:49,720 --> 01:04:54,760
है यतन से बां करर भाभी ने मेरे लिए कोई
913
01:04:54,760 --> 01:04:57,119
अनमोल वस्तु द
914
01:04:57,119 --> 01:04:59,960
है अंतर्यामी से क्या
915
01:04:59,960 --> 01:05:01,680
छिपाए
916
01:05:01,680 --> 01:05:05,359
किंतु मेरी गरीबी की पोटली भाभियों के पास
917
01:05:05,359 --> 01:05:07,460
मत खोलिए प्रभु
918
01:05:07,460 --> 01:05:11,039
[प्रशंसा]
919
01:05:11,039 --> 01:05:17,119
सुमारी मे पा रने दीजिए प्रया दया
920
01:05:23,079 --> 01:05:26,079
कीजिए
921
01:05:26,880 --> 01:05:28,720
[संगीत]
922
01:05:28,720 --> 01:05:32,400
देखो लोगों यह लीला
923
01:05:32,400 --> 01:05:36,799
ललाम देखो लोगों ये लीला
924
01:05:36,799 --> 01:05:41,160
ललाम कहां सुदामा कहां
925
01:05:41,160 --> 01:05:45,680
घनश्याम कहां सुदामा कहां
926
01:05:45,680 --> 01:05:50,200
घनश्याम देखो लोगों ये लीला
927
01:05:50,200 --> 01:05:53,079
[संगीत]
928
01:05:53,079 --> 01:05:54,540
ललाम
929
01:05:54,540 --> 01:05:55,520
[संगीत]
930
01:05:55,520 --> 01:05:56,840
[प्रशंसा]
931
01:05:56,840 --> 01:05:59,839
[संगीत]
932
01:05:59,839 --> 01:06:03,319
भक्त के पांव प्रभु
933
01:06:03,319 --> 01:06:07,720
धोते दीन दशा पर हरी
934
01:06:07,720 --> 01:06:12,039
रोते जर जर तन पे पड़े
935
01:06:12,039 --> 01:06:16,400
चिथड़े तलव में हाय कांटे
936
01:06:16,400 --> 01:06:20,010
गड़े प्रभु की आंखों में
937
01:06:20,010 --> 01:06:23,000
[संगीत]
938
01:06:23,000 --> 01:06:26,000
सावन
939
01:06:26,039 --> 01:06:30,330
आंसू ये कितने
940
01:06:30,330 --> 01:06:33,720
[संगीत]
941
01:06:33,720 --> 01:06:38,160
पावन देख रही हर
942
01:06:38,160 --> 01:06:43,880
पटरानी सबकी पलको में
943
01:06:47,000 --> 01:06:51,400
पानी डूबी अचरज में दुनिया
944
01:06:51,400 --> 01:06:55,680
तमाम देखो लोगों ये लीला
945
01:06:55,680 --> 01:06:59,840
ललाम देखो लोगों ये लीला
946
01:06:59,840 --> 01:07:05,310
[संगीत]
947
01:07:05,310 --> 01:07:08,420
[प्रशंसा]
948
01:07:08,520 --> 01:07:13,119
ललाम फिर भोजन की घड़ी
949
01:07:13,119 --> 01:07:17,440
आई बैठे दोनों गुरु
950
01:07:17,440 --> 01:07:21,760
भाई एक है कुटिया का
951
01:07:21,760 --> 01:07:26,000
बासी एक जगत पति
952
01:07:26,000 --> 01:07:30,360
अविनाशी रुक्मिणी जी पकवान
953
01:07:30,360 --> 01:07:33,489
[संगीत]
954
01:07:34,480 --> 01:07:39,630
धरे सत भामा जी पंखा
955
01:07:39,630 --> 01:07:43,119
[संगीत]
956
01:07:43,119 --> 01:07:47,440
करे ऐसी प्रीत मिले
957
01:07:47,440 --> 01:07:52,799
सब प्रभु समत मिले
958
01:07:52,920 --> 01:07:55,920
सबको
959
01:07:57,079 --> 01:08:00,440
कितनी है यह छवि
960
01:08:00,440 --> 01:08:04,720
अभिराम देखो लोगों ये लीला
961
01:08:04,720 --> 01:08:10,200
ललाम देखो लोगों ये लीला
962
01:08:18,719 --> 01:08:22,839
ललाम रात हुई तो भगत
963
01:08:22,839 --> 01:08:27,479
सोए सपनों के लोक में
964
01:08:27,479 --> 01:08:36,399
खोए करते देखो सेवक बन नर की सेवा
965
01:08:38,229 --> 01:08:41,600
[संगीत]
966
01:08:41,600 --> 01:08:44,759
नारायण सोच रहे
967
01:08:44,759 --> 01:08:48,159
हैं यह
968
01:08:51,040 --> 01:08:55,799
दुरा घर बैठे
969
01:08:57,520 --> 01:09:02,719
गंगाई फिर लगे वो
970
01:09:03,279 --> 01:09:06,080
मुस्काने प्रभु की
971
01:09:06,080 --> 01:09:10,480
माया प्रभु
972
01:09:11,540 --> 01:09:14,970
[प्रशंसा]
973
01:09:17,198 --> 01:09:22,920
जाने ले ली काक से झट झोली चावल की पोटली
974
01:09:22,920 --> 01:09:28,040
खोली मित्र के भाग्य को चमकाने लगे प्रभु
975
01:09:28,040 --> 01:09:29,930
तंदुल
976
01:09:29,930 --> 01:09:33,399
[संगीत]
977
01:09:33,479 --> 01:09:37,880
खाने फिर तो सब कुछ ही
978
01:09:37,880 --> 01:09:42,040
बदला भक्त सुदामा का पुण्य
979
01:09:42,040 --> 01:09:49,580
फला एक वामन को विराट किया राजा जैसा थाट
980
01:09:49,580 --> 01:09:52,719
[संगीत]
981
01:09:52,719 --> 01:09:55,719
किया
982
01:09:56,320 --> 01:09:59,679
है भगवान बड़े
983
01:09:59,679 --> 01:10:03,880
दानी इनका कोई नहीं
984
01:10:03,880 --> 01:10:10,880
सानी छप्पर फाड़ के देते हैं बदले में कुछ
985
01:10:10,880 --> 01:10:13,210
ना लेते
986
01:10:13,210 --> 01:10:16,920
[संगीत]
987
01:10:16,920 --> 01:10:21,320
हैं आते संकट में बस वही
988
01:10:21,320 --> 01:10:25,520
काम देखो लोगों ये लीला
989
01:10:25,520 --> 01:10:29,719
ललाम देखो लोगो ये लीला
990
01:10:29,719 --> 01:10:33,960
ललाम कहां सुदामा कहां
991
01:10:33,960 --> 01:10:39,280
घनश्याम देखो लोगों ये लीला
992
01:10:39,280 --> 01:10:42,800
ललाम कन्हैया तीन दिन से तुम दिखाई नहीं
993
01:10:42,800 --> 01:10:46,159
पड़े कहां थे सुदामा जी के सत्कार में लग
994
01:10:46,159 --> 01:10:49,719
गया था भैया सुदामा जी जो गुरुकुल में
995
01:10:49,719 --> 01:10:52,840
हमारे साथ पड़ते थे जी कहां है वे तो चले
996
01:10:52,840 --> 01:10:56,719
भी गए चढ़े भी गए देखो कन्हैया तुम्हारी य
997
01:10:56,719 --> 01:10:59,360
ट पटांग टे नहीं जाती कोई भी बात बीत जाने
998
01:10:59,360 --> 01:11:01,360
पर बताते हो ये ठीक
999
01:11:01,360 --> 01:11:04,000
नहीं
1000
01:11:04,000 --> 01:11:07,280
अच्छा मैंने तुम्ह इसलिए बुलवाया है कि अब
1001
01:11:07,280 --> 01:11:10,440
सुभद्रा विवाह के योग हो गई है उसके घर के
1002
01:11:10,440 --> 01:11:13,600
बारे में मैं अपना विचार बताने से पहले
1003
01:11:13,600 --> 01:11:16,760
तुम्हारा विचार जान लेना चाहता हूं मेरे
1004
01:11:16,760 --> 01:11:20,080
विचार से तो सुभद्रा के लिए योग्य अर्जुन
1005
01:11:20,080 --> 01:11:23,920
ही है भैया कन्हैया नीति वही सुंदर सफल
1006
01:11:23,920 --> 01:11:27,360
होती है जिससे मित्रता बढ़े पांडव तो
1007
01:11:27,360 --> 01:11:29,760
हमारे संबंधी और मित्र है ही यदि हम
1008
01:11:29,760 --> 01:11:33,159
कर्मों को भी अपना संबंधी और मित्र बना ले
1009
01:11:33,159 --> 01:11:35,960
तो सदा के लिए दोनों को बैर की आग बुझा
1010
01:11:35,960 --> 01:11:39,239
सकते हैं इसी उद्देश्य से मैंने सुभद्रा
1011
01:11:39,239 --> 01:11:43,719
का विवाह दुर्योधन से करना ठीक समझा है आप
1012
01:11:43,719 --> 01:11:46,120
जो भी ठीक समझे उसमें मुझे कोई आपत्ति
1013
01:11:46,120 --> 01:11:49,840
नहीं भैया परंतु सुभद्रा की भी तो
1014
01:11:49,840 --> 01:11:52,639
इच्छा संसार का हर एक भाई अपनी बहन को
1015
01:11:52,639 --> 01:11:55,600
सुखी देखना चाहता है जी और हर एक बहन बेटी
1016
01:11:55,600 --> 01:11:57,960
सुखी रहने की इच्छा रखती है सच है भैया
1017
01:11:57,960 --> 01:12:01,159
सुभद्रा हमारी इकलौती और लाली बहन है जी
1018
01:12:01,159 --> 01:12:04,760
हां वह भारत की राजरानी बनकर रहे इसलिए
1019
01:12:04,760 --> 01:12:07,440
मेरा ये निश्चय समझो कि उसका विवाह
1020
01:12:07,440 --> 01:12:10,320
दुर्योधन से ही
1021
01:12:11,600 --> 01:12:13,199
होगा
1022
01:12:13,199 --> 01:12:18,460
भाभी भाभी सुभद्रा सुभद्रा
1023
01:12:18,460 --> 01:12:22,480
[संगीत]
1024
01:12:22,480 --> 01:12:25,050
सुभद्र
1025
01:12:25,050 --> 01:12:30,880
[संगीत]
1026
01:12:30,880 --> 01:12:32,000
पगले
1027
01:12:32,000 --> 01:12:36,280
कहे लड़कियां तो पराया धन होती है सब
1028
01:12:36,280 --> 01:12:38,560
लड़कियों को जीवन में एक बार अपने माता
1029
01:12:38,560 --> 01:12:42,199
पिता बहन भाई भज से बिछड़ने का दुख उठाना
1030
01:12:42,199 --> 01:12:45,199
ही पड़ता है परंतु त अभी से इतनी अध हो
1031
01:12:45,199 --> 01:12:47,480
रही है
1032
01:12:47,480 --> 01:12:51,400
भैया बड़े भैया मुझे कुए में ढकेल दे मेरा
1033
01:12:51,400 --> 01:12:54,639
गला घोड़ दे मुझे कसाई के हा
1034
01:12:54,639 --> 01:12:58,480
मैं सब सह कर लूंगी सुखी हो
1035
01:12:58,480 --> 01:13:01,760
जाऊंगी पर दुर्योधन से मेरा प्या नहीं
1036
01:13:01,760 --> 01:13:04,480
भैया नहीं अरे लड़किया तो मनाती है कि
1037
01:13:04,480 --> 01:13:07,600
उन्हें ऊंचा से ऊंचा घर मिले धनी से धनी व
1038
01:13:07,600 --> 01:13:11,199
मिले और तू ये क्या सोच रही है भैया तो
1039
01:13:11,199 --> 01:13:13,440
तुझे हस्तिनापुर की महारानी बनाना चाहते
1040
01:13:13,440 --> 01:13:16,400
हैं नहीं भैया मुझे वहां की राजरानी बनने
1041
01:13:16,400 --> 01:13:19,520
की भूख नहीं है जहा साम्राज्य की छूटी
1042
01:13:19,520 --> 01:13:22,560
प्रतिष्ठा से आत्मा को छला जाता मैं
1043
01:13:22,560 --> 01:13:26,600
हस्तिनापुर सिहासन पर पा रखने से पहले द
1044
01:13:26,600 --> 01:13:28,639
के सागर में स
1045
01:13:28,639 --> 01:13:31,360
जाऊंगी न दे
1046
01:13:31,360 --> 01:13:34,000
दूंगी परंतु भैया तो अपने निश्चय पर
1047
01:13:34,000 --> 01:13:37,639
चट्टान की तरह अटल है अब उपाय भी क्या
1048
01:13:37,639 --> 01:13:39,480
किया जा सकता है
1049
01:13:39,480 --> 01:13:43,000
सुभद्रा भैया का कोप त अच्छी तरह जानती है
1050
01:13:43,000 --> 01:13:46,480
भैया इंद्र की कोप से जज को बचाने के लिए
1051
01:13:46,480 --> 01:13:48,960
जब आपने अंगुरी पर गोवर्धन पर्वत उठा लिया
1052
01:13:48,960 --> 01:13:52,800
था तब क्या मुझसे उपाय पूछा था शिशुपाल के
1053
01:13:52,800 --> 01:13:55,840
जाल से भाभी को निकाला तब क्या मैंने आपको
1054
01:13:55,840 --> 01:13:59,239
उपाय बताया था तब तो भैया का हाथ मेरी पीठ
1055
01:13:59,239 --> 01:14:05,520
पर था पगली परंतु अब अब तो उनका सामना है
1056
01:14:05,520 --> 01:14:07,960
सुभद्रा यदि कोई मैं ऐसा प्रस्ताव लेकर
1057
01:14:07,960 --> 01:14:10,239
उनके पास जाऊ तो मुझ पर भी उनका हाल मुसर
1058
01:14:10,239 --> 01:14:13,080
उठे बिना नहीं रहेगा नहीं सुभद्रा यह
1059
01:14:13,080 --> 01:14:17,840
मुझसे नहीं होगा भैया हो ग बेबस के केवल
1060
01:14:17,840 --> 01:14:22,040
पुकार सुनर नंगे पाव दौड़ने वाले भाई आज
1061
01:14:22,040 --> 01:14:25,800
अपनी बहन के आसू की धारा देखकर अपना मुह
1062
01:14:25,800 --> 01:14:30,639
भी नहीं खोल सकते अनाथ के नाथ अलाओ के बन
1063
01:14:30,639 --> 01:14:33,480
बेसहारों के सहारा कहलाने वाले भगवान श्री
1064
01:14:33,480 --> 01:14:37,639
कृष्ण आपकी शक्ति आपकी सामर्थ्य सबके लिए
1065
01:14:37,639 --> 01:14:41,679
है मेरे ही लिए नहीं बोलिए भैया
1066
01:14:41,679 --> 01:14:44,960
बोलिए मैं कैसे बोलू
1067
01:14:44,960 --> 01:14:49,239
सुभद्रा यदि आज मैं अपना मुंह फोल तो कली
1068
01:14:49,239 --> 01:14:52,520
हमारे परिवार में कलह की आंधी उठ सकती है
1069
01:14:52,520 --> 01:14:57,880
हमारे हरे संसार में ू शार पात हो सकता है
1070
01:14:57,880 --> 01:15:00,960
हम दोनों भाइयों में जीवन भर के लिए भेर
1071
01:15:00,960 --> 01:15:04,120
की आग सुलक सकती है नहीं भया
1072
01:15:04,120 --> 01:15:08,040
नहीं बहन के सुख सुहाग के लिए भाई भाई का
1073
01:15:08,040 --> 01:15:11,719
बैरी हो जाए ये मुझसे सहम नहीं
1074
01:15:11,719 --> 01:15:16,080
हो इससे कहीं अच्छा कि मैं ही अपना अंस कर
1075
01:15:16,080 --> 01:15:18,760
लू
1076
01:15:18,760 --> 01:15:20,840
सुद
1077
01:15:20,840 --> 01:15:23,719
र भैया कुछ कर बैठे
1078
01:15:23,719 --> 01:15:26,920
इससे पहले मैं कुछ सोचता
1079
01:15:26,920 --> 01:15:30,050
हूं मुझे सोच दे
1080
01:15:30,050 --> 01:15:37,810
[संगीत]
1081
01:15:50,600 --> 01:15:54,679
सुभद्रा बम बम शंकर
1082
01:15:54,679 --> 01:15:57,440
भक्तों की मनोकामना पूरी
1083
01:15:57,440 --> 01:15:59,639
[संगीत]
1084
01:15:59,639 --> 01:16:06,800
कर हमम शंकर भक्तो की मनोकामना पूरी कर
1085
01:16:06,800 --> 01:16:09,840
कन्हैया मेरी इच्छा है कहिए इस बार
1086
01:16:09,840 --> 01:16:12,760
तुम्हारी जन्माष्टमी पर तक यात्रा धूमधाम
1087
01:16:12,760 --> 01:16:16,880
से मनाई जाए इसलिए सारे या को परिवार से
1088
01:16:16,880 --> 01:16:18,880
चलने के लिए कहला दिया जाए कहला दूंगा
1089
01:16:18,880 --> 01:16:21,719
भैया और तुम्हारी भाभी तथा सभी पटरा नियों
1090
01:16:21,719 --> 01:16:25,400
के साथ साथ चले वो कुछ दिनों की अतिथि है
1091
01:16:25,400 --> 01:16:29,600
उसका मन बहर जाएगा जैसी आपकी इच्छा मैं भी
1092
01:16:29,600 --> 01:16:32,560
रुक्मिणी सत्यभामा सत्या जामवंती आर की ओर
1093
01:16:32,560 --> 01:16:35,800
से एक इच्छा लेकर आई कहो कहो क्या इच्छा
1094
01:16:35,800 --> 01:16:38,840
लेकर आई हो नगर के बाहर कोई सिद्ध महात्मा
1095
01:16:38,840 --> 01:16:43,199
जी आई है बड़े चमत्कारी है आज्ञ हो तो हम
1096
01:16:43,199 --> 01:16:46,320
उनका दर्शन कराए बड़ी सुंदर इच्छा है
1097
01:16:46,320 --> 01:16:48,600
किंतु योगीराज को हम यही क्यों ना ले
1098
01:16:48,600 --> 01:16:53,560
आए भैया ये सब लोग वही जाकर उस सिद्ध के
1099
01:16:53,560 --> 01:16:56,080
दर्शन करें तो कोई हानि
1100
01:16:56,080 --> 01:16:59,480
है मेरे विचार से तो किसी भी योगी को अपने
1101
01:16:59,480 --> 01:17:01,840
राज भन में ले आना उचित नहीं
1102
01:17:01,840 --> 01:17:06,320
होगा भैया आजकल योगी के वेश में ढोंगी बहु
1103
01:17:06,320 --> 01:17:08,679
से भटकते रहते हैं हा तो क्या सारी नगरी
1104
01:17:08,679 --> 01:17:11,400
अंधी है मूर्ख है मैं योगीराज को ले आने
1105
01:17:11,400 --> 01:17:13,600
जा रहा तुम्ह आना हो तो आ मैं क रोक रहा
1106
01:17:13,600 --> 01:17:16,679
हूं भैया
1107
01:17:21,120 --> 01:17:26,239
चलिए की कामना पूरी कर हमारे आग के तारे
1108
01:17:26,239 --> 01:17:29,600
को किसी डाय ने तोड़ लिया है बाबा हमारे
1109
01:17:29,600 --> 01:17:32,760
बुढ़ापे का सहारा टूट गया है महाराज
1110
01:17:32,760 --> 01:17:36,880
दुखियों पर दया कीजिए दया माया सब भोलेनाथ
1111
01:17:36,880 --> 01:17:41,400
की है मैया लेने वाले से देने वाला महान
1112
01:17:41,400 --> 01:17:44,280
है उस पर भरोसा
1113
01:17:44,280 --> 01:17:48,760
रखो बम बम
1114
01:17:49,320 --> 01:17:55,000
शंक माता की को भरी भरी कर
1115
01:17:57,719 --> 01:18:01,199
बालक को अपने घर ले जा मैया आनंद
1116
01:18:01,199 --> 01:18:05,320
कर सत पुत्रवती
1117
01:18:06,960 --> 01:18:10,679
भवा योगी आज
1118
01:18:10,880 --> 01:18:17,679
को शंकर भक्तो की मनोकामना पूरी
1119
01:18:19,560 --> 01:18:21,520
कर
1120
01:18:21,520 --> 01:18:25,800
बच्चों तुम दोनों में भाई का नाता होना
1121
01:18:25,800 --> 01:18:30,199
चाहिए पिता एक माताए
1122
01:18:30,199 --> 01:18:36,000
दो भाग्य में राज सिंहासन का सर्व
1123
01:18:36,000 --> 01:18:37,760
सुख
1124
01:18:37,760 --> 01:18:41,719
किंतु बड़े भाई को संतान का सुख
1125
01:18:41,719 --> 01:18:46,000
नहीं आपकी वाणी सच है महात्मा मैं
1126
01:18:46,000 --> 01:18:49,360
द्वारकापुरी का सेवक बलराम और यह है मेरा
1127
01:18:49,360 --> 01:18:53,280
छोटा भाई कन्हैया हमारी इच्छा है आप राजवन
1128
01:18:53,280 --> 01:18:56,520
में पधारे योगी को राज भवन से क्या
1129
01:18:56,520 --> 01:18:59,719
प्रयोजन बच्चा हमें सेवा का अवसर दीजिए
1130
01:18:59,719 --> 01:19:04,480
महाराज परंतु सेवा करेगा कौन रानिया पटरा
1131
01:19:04,480 --> 01:19:05,600
योगीराज
1132
01:19:05,600 --> 01:19:09,040
बचा विवाहित स्त्रियों को केवल अपने अकी
1133
01:19:09,040 --> 01:19:13,639
की सेवा करने का अधिकार है भैया जान पड़ता
1134
01:19:13,639 --> 01:19:16,159
है योगीराज कुंवारी कन्या की सेवा चाहते
1135
01:19:16,159 --> 01:19:18,360
हैं तो ठीक है इनकी सेवा के लिए सुभद्रा
1136
01:19:18,360 --> 01:19:20,440
को रख देंगे हा हा भैया कभी भूल से भी ऐसा
1137
01:19:20,440 --> 01:19:23,600
ना कीजिएगा मुझे तोय योगीराज प्रपंच दिखाई
1138
01:19:23,600 --> 01:19:25,840
पड़ते
1139
01:19:26,480 --> 01:19:28,719
हैं
1140
01:19:28,719 --> 01:19:33,239
बच्चा योगी की अंतर दृष्टि बता रही है कि
1141
01:19:33,239 --> 01:19:37,520
छोटा भाई मन का काला है तुम जो भी उत्तर
1142
01:19:37,520 --> 01:19:41,920
देना अपने विश्वास पर देना बच्चा देखिए
1143
01:19:41,920 --> 01:19:45,239
भैया आपको विश्वास हो तो भले ही इनकी सेवा
1144
01:19:45,239 --> 01:19:47,719
में सुभद्रा को रख दीजिए परंतु फिर मुझे
1145
01:19:47,719 --> 01:19:51,440
कुछ मत कहिए हां तुम चुप रहो
1146
01:19:51,840 --> 01:19:55,840
कन्हैया महात्मा आपकी सेवा हमारी बहन
1147
01:19:55,840 --> 01:19:58,360
कुमारी सुभद्रा करेगी आप पधारने की कृपा
1148
01:19:58,360 --> 01:20:03,920
करें बम बम शंकर भक्तों की मनोकामना पूरी
1149
01:20:03,920 --> 01:20:08,520
कर बम बम
1150
01:20:12,880 --> 01:20:15,880
शंकर
1151
01:20:16,320 --> 01:20:20,679
अरा कन्या तुम्हारी सेवा से हम संतुष्ट
1152
01:20:20,679 --> 01:20:23,840
हुए वर मांगो
1153
01:20:23,840 --> 01:20:26,560
महात्मा श्री कृष्ण की बहन को किस वस्तु
1154
01:20:26,560 --> 01:20:29,639
की कमी हो सकती है जो दूसरे से मांगे श्री
1155
01:20:29,639 --> 01:20:33,400
कृष्ण की बहन होने के घमंड में साधु
1156
01:20:33,400 --> 01:20:37,360
महात्मा का तिरस्कार करने की भूल ना करो
1157
01:20:37,360 --> 01:20:41,280
राजकुमारी तुम ना कहो तो भी हमारी अत
1158
01:20:41,280 --> 01:20:44,920
दृष्टि साफ साफ देख रही है कि तुम्हारी
1159
01:20:44,920 --> 01:20:48,719
मनोकामना क्या है क्या है
1160
01:20:48,719 --> 01:20:53,520
सुनो तुम्हारी कन्या को सदा मनवा चित व की
1161
01:20:53,520 --> 01:20:57,400
कामना होती है तुम्हारे मन में भी एक
1162
01:20:57,400 --> 01:21:01,199
धनुर्धारी वीर पुरुष बस गया है तुम्हारी
1163
01:21:01,199 --> 01:21:04,480
ये प्रेमा तुर आंखें उसी को देखना चाहती
1164
01:21:04,480 --> 01:21:07,639
है तुम्हारे रोम रोम में भी उसी प्रीतम को
1165
01:21:07,639 --> 01:21:11,960
पाने की लालसा जाग उठी है सच कहो कन्या
1166
01:21:11,960 --> 01:21:14,800
क्या ये झूठ
1167
01:21:15,760 --> 01:21:20,159
है अच्छा तो तुम ना मांगो तो भी सेवा का
1168
01:21:20,159 --> 01:21:23,600
फल देना साधु संत का धर्म
1169
01:21:23,600 --> 01:21:27,719
शीघ्र ही तुम्ह अपने प्रीतम का दर्शन
1170
01:21:27,719 --> 01:21:32,840
होगा तुम्हारी आशाए पूर्ण होंगी
1171
01:21:32,840 --> 01:21:37,080
सुभद्र सुद महात्मा तुम हमारे अतिथि ना
1172
01:21:37,080 --> 01:21:39,400
होते तो मुझे सुभद्र कहने वाले तुम्हारे
1173
01:21:39,400 --> 01:21:42,719
इस जीव को बा से छेद कर छली बना देते
1174
01:21:42,719 --> 01:21:45,560
तुम्हारी इस दाढ़ी का एक बाल लोच कर चन की
1175
01:21:45,560 --> 01:21:49,360
तरह बिखर देते तुम्हारी आख निकाल दे कन
1176
01:21:49,360 --> 01:21:52,880
साधु का अनादर करने से पहले साध भक्त
1177
01:21:52,880 --> 01:21:56,040
बलराम के क्रोध का परिणाम सोच लो ये सोचने
1178
01:21:56,040 --> 01:21:58,760
से पहले तुम जैसे स्वादु को झाड़ू से झाड़
1179
01:21:58,760 --> 01:22:01,120
करर बाहर नहीं निकाला तो मेरा नाम भी सुब
1180
01:22:01,120 --> 01:22:03,560
जा नहीं बम बम
1181
01:22:03,560 --> 01:22:07,760
शंकर भक्तो की मनोकामना पूरी
1182
01:22:07,760 --> 01:22:10,120
कर बम बम
1183
01:22:10,120 --> 01:22:14,880
शंकर भक्तो की मनोकामना पूरी
1184
01:22:14,880 --> 01:22:17,880
कर
1185
01:22:21,560 --> 01:22:24,159
भोले
1186
01:22:24,159 --> 01:22:27,159
धनुर्धारी
1187
01:22:27,639 --> 01:22:31,040
सुभे अभी मन की बात मुह पर ना लाना
1188
01:22:31,040 --> 01:22:33,719
सुद यहां तुम्हारे भैया कृष्ण के सोचे हुए
1189
01:22:33,719 --> 01:22:36,520
नाटक का पहला अंक समाप्त होता
1190
01:22:36,520 --> 01:22:40,560
है और दूसरे अंक में रेव तक यात्रा में से
1191
01:22:40,560 --> 01:22:43,080
तुम्हारा हरण
1192
01:22:43,080 --> 01:22:47,370
होगा बड़ा है बाका मेरा
1193
01:22:47,370 --> 01:22:50,000
[प्रशंसा]
1194
01:22:50,000 --> 01:22:54,560
देवरिया प्यारा ये
1195
01:22:55,199 --> 01:22:59,639
नंदलाल हे आज है धन्य
1196
01:22:59,639 --> 01:23:02,080
जन्मदिन
1197
01:23:02,080 --> 01:23:04,600
इसका अरे
1198
01:23:04,600 --> 01:23:06,400
दरे
1199
01:23:06,400 --> 01:23:08,290
नगरों पे
1200
01:23:08,290 --> 01:23:16,549
[संगीत]
1201
01:23:21,480 --> 01:23:24,480
तान
1202
01:23:28,770 --> 01:23:47,729
[संगीत]
1203
01:23:55,159 --> 01:24:00,679
मथुरा में जन् में गोकुल में खेले मथुरा
1204
01:24:00,679 --> 01:24:05,840
में चंद में गोकुल में खेले फिर आए
1205
01:24:05,840 --> 01:24:11,760
द्वारका धाम श्याम जी का क्या
1206
01:24:12,679 --> 01:24:18,400
कहना गोपियों के प्यार में माखन चुरा के
1207
01:24:18,400 --> 01:24:20,719
दुनिया में हुए
1208
01:24:20,719 --> 01:24:24,280
बदनाम श्याम जी का क्या
1209
01:24:24,280 --> 01:24:29,320
कहना क्या कहना ओ हो क्या कहना श्याम जी
1210
01:24:29,320 --> 01:24:31,670
का क्या
1211
01:24:31,670 --> 01:24:42,689
[संगीत]
1212
01:24:43,760 --> 01:24:50,239
कहना बचपन में थे बड़े नटखट ये काहा नटखट
1213
01:24:50,239 --> 01:24:54,040
ये का हो
1214
01:24:54,040 --> 01:24:57,800
बस दिन का धंधा तो सबको
1215
01:24:57,800 --> 01:25:01,560
सताना सबको
1216
01:25:02,239 --> 01:25:07,800
सताना गगरिया पटते कभी चुनरिया झटक कभी
1217
01:25:07,800 --> 01:25:12,520
गूंज में भटकते कभी घाट पर मटकते कभी
1218
01:25:12,520 --> 01:25:17,600
जगरिया पटकती कभी चुनरिया टकती कभी कूंज
1219
01:25:17,600 --> 01:25:23,880
में भटकते कभी घाट पर मटकते कभी ओ
1220
01:25:23,880 --> 01:25:29,840
अद्भुत थे सब इनके थाम श्याम जी का क्या
1221
01:25:29,840 --> 01:25:35,679
कहना मथुरा में जन में गोकुल में खेले फिर
1222
01:25:35,679 --> 01:25:40,840
आए द्वार का धाम श्याम जी का क्या
1223
01:25:40,840 --> 01:25:45,800
कहना क्या कहना हो हो क्या कहना श्याम जी
1224
01:25:45,800 --> 01:25:48,719
का क्या
1225
01:25:51,280 --> 01:25:54,280
कहना
1226
01:25:59,330 --> 01:26:18,119
[संगीत]
1227
01:26:18,119 --> 01:26:22,760
बाहर से कुछ है भीतर से कुछ है
1228
01:26:22,760 --> 01:26:26,239
हमरे ये गोविंद
1229
01:26:26,239 --> 01:26:30,560
गोपाल हमरे ये गोविंद
1230
01:26:30,560 --> 01:26:35,760
गोपाला गुरी गुरी गुड़ियों से ब्रिज बालो
1231
01:26:35,760 --> 01:26:39,880
पे लट्टू बड़े थे ये
1232
01:26:39,880 --> 01:26:44,400
लाला लट्टू बड़े थे ये
1233
01:26:44,400 --> 01:26:50,000
लाला गोरे बधन जहां जहां रछ नयन जहां जहां
1234
01:26:50,000 --> 01:26:54,600
नई चितवन जहां जहां ज वशीकरण जहां जहां
1235
01:26:54,600 --> 01:26:59,320
गोर बदन जहां जहां रछ नयन जहां जहां नई
1236
01:26:59,320 --> 01:27:03,180
चितवन जहां जहां वशीकरण जहां जहां
1237
01:27:03,180 --> 01:27:04,440
[संगीत]
1238
01:27:04,440 --> 01:27:11,199
हो वहां वहां इनका मुकाम श्याम जी का क्या
1239
01:27:11,199 --> 01:27:16,960
कहना मथुरा में जन्मे गोकुल में खेले फिर
1240
01:27:16,960 --> 01:27:24,119
आए द्वारका धाम श्याम जी का क्या कहना
1241
01:27:25,159 --> 01:27:30,199
गोपियों के प्यार में माखन चुरा के दुनिया
1242
01:27:30,199 --> 01:27:31,600
में हुए
1243
01:27:31,600 --> 01:27:34,840
बदनाम श्याम जी का क्या
1244
01:27:34,840 --> 01:27:39,719
कहना क्या कहना हो को क्या कहना श्याम जी
1245
01:27:39,719 --> 01:27:42,560
का क्या
1246
01:27:51,119 --> 01:27:54,119
कहना
1247
01:27:55,110 --> 01:28:02,970
[संगीत]
1248
01:28:10,760 --> 01:28:12,960
सुनीता को छोड़
1249
01:28:12,960 --> 01:28:15,639
दे छोड़ दे नहीं तो मैं तेरी छाती ची
1250
01:28:15,639 --> 01:28:19,040
डालूंगा मुझे ललने वाले
1251
01:28:19,040 --> 01:28:22,400
ब आज तुम्हारा कम भी चूर हो जा
1252
01:28:22,400 --> 01:28:37,600
[संगीत]
1253
01:28:40,950 --> 01:28:51,000
[संगीत]
1254
01:28:51,000 --> 01:28:54,000
गा
1255
01:28:59,530 --> 01:29:05,439
[संगीत]
1256
01:29:08,060 --> 01:29:11,379
[संगीत]
1257
01:29:14,410 --> 01:29:18,250
[संगीत]
1258
01:29:20,920 --> 01:29:23,920
i
1259
01:29:41,320 --> 01:29:49,899
[संगीत]
1260
01:29:51,199 --> 01:29:53,920
ए
1261
01:30:14,710 --> 01:30:16,800
[संगीत]
1262
01:30:16,800 --> 01:30:20,400
नाथ के अवतार श्री बलराम जी आपने इस पाती
1263
01:30:20,400 --> 01:30:24,320
को मारक हमारा दुख दूर दिया आपकी जय हो
1264
01:30:24,320 --> 01:30:26,920
योगी सुद का हरण कर ले गया अरे वो योगी
1265
01:30:26,920 --> 01:30:29,560
नहीं अर्जुन
1266
01:30:34,260 --> 01:30:37,319
[संगीत]
1267
01:30:45,520 --> 01:30:48,840
था आज मैं योगी वेश को क्लंक लगाने वाले
1268
01:30:48,840 --> 01:30:52,639
पाखंडी अर्जुन का फ डालू भया
1269
01:30:52,639 --> 01:30:54,880
रुक जाइए भैया हट जाओ मेरे रास्ते से
1270
01:30:54,880 --> 01:30:57,960
कन्हैया शांत होइए भैया ये सब बखेड़ा
1271
01:30:57,960 --> 01:31:00,760
तुम्हारा है चला जाओ यहां से वरना यह क्या
1272
01:31:00,760 --> 01:31:02,199
हो रहा
1273
01:31:02,199 --> 01:31:06,040
है बहन का तो जहां संयोग था चली गई अब
1274
01:31:06,040 --> 01:31:08,719
क्या भाई भाई आपस में लड़कर संसार को यह
1275
01:31:08,719 --> 01:31:11,639
बताना चाहते हैं कि इनका प्रेम क्षणिक था
1276
01:31:11,639 --> 01:31:14,040
मुझे अब किसी से प्रेम नहीं मेरा कोई भाई
1277
01:31:14,040 --> 01:31:15,400
नहीं मुझे कोई नहीं
1278
01:31:15,400 --> 01:31:17,880
चाहिए तुम भी दूर हो जाओ मेरी आंखों के
1279
01:31:17,880 --> 01:31:21,159
सामने से चली जाओ क्रोध से भाग्य का लेख
1280
01:31:21,159 --> 01:31:24,840
तो नहीं बदला सता भैया हा नाथ शांत होकर
1281
01:31:24,840 --> 01:31:28,800
विचार कीजिए वो भाग्य की ही तो बात थी जब
1282
01:31:28,800 --> 01:31:31,239
आप लोगों ने रुक्मिणी का हरण किया
1283
01:31:31,239 --> 01:31:35,920
था ठीक है जहां मेरी आज्ञा या इच्छा का
1284
01:31:35,920 --> 01:31:38,360
आदर नहीं वहां मेरे रहने का भी कोई अर्थ
1285
01:31:38,360 --> 01:31:40,760
नहीं भैया
1286
01:31:40,760 --> 01:31:44,560
भैया यदि आप मुझे दोषी समझते हैं तो मैं
1287
01:31:44,560 --> 01:31:48,960
प्रतिज्ञा करता हूं आज आपकी इच्छा आज्ञा
1288
01:31:48,960 --> 01:31:50,760
के बिना मैं कुछ भी नहीं
1289
01:31:50,760 --> 01:31:52,960
करूंगा
1290
01:31:52,960 --> 01:31:54,880
आपकी शक्ति अनंत
1291
01:31:54,880 --> 01:31:57,760
है आपकी करुणा अनंत
1292
01:31:57,760 --> 01:32:02,080
है आप स्वयं अनंत है
1293
01:32:02,080 --> 01:32:06,040
भैया अब मुझे क्षमा करके आप द्वार का
1294
01:32:06,040 --> 01:32:10,270
पधारिए भैया आपर का
1295
01:32:10,270 --> 01:32:12,639
[संगीत]
1296
01:32:12,639 --> 01:32:16,400
पधारी ना जाने क्यों तुम्हारी अमृत जैसी
1297
01:32:16,400 --> 01:32:20,679
वाणी सुनकर मैं सब कुछ भूल जाता हूं भैया
1298
01:32:20,679 --> 01:32:22,430
कहै
1299
01:32:22,430 --> 01:32:25,579
[संगीत]
1300
01:32:26,920 --> 01:32:31,000
मैं चाहती हूं कि मरने से पहले वाग दन के
1301
01:32:31,000 --> 01:32:34,239
अनुसार तुम्हारी पलित पुत्री सुरेखा और
1302
01:32:34,239 --> 01:32:38,400
अभिमन्यु का ब्याह अपनी आंखों से देख लो
1303
01:32:38,400 --> 01:32:41,639
बलराम जी तथा श्री कृष्ण की सम्मति लेकर
1304
01:32:41,639 --> 01:32:45,600
तुरंत समाचार दो ताकि मैं सुभद्रा और
1305
01:32:45,600 --> 01:32:49,159
अभिमन्यु को लेकर द्वारका आ जाऊ सबकी
1306
01:32:49,159 --> 01:32:52,639
कुशलता चाहती हूं और सबके मनोकामना पूरी
1307
01:32:52,639 --> 01:32:56,480
करने के लिए भगवान से प्रार्थना करती
1308
01:32:56,480 --> 01:33:00,119
हूं दुखियारी
1309
01:33:00,119 --> 01:33:04,000
कुंती सुरेखा के विवाह की बात मेरे मन में
1310
01:33:04,000 --> 01:33:06,679
भी कब से घूम रही है तो फिर तुरंत
1311
01:33:06,679 --> 01:33:09,719
हस्तिनापुर संदेश भिजवा देना चाहिए भिजवा
1312
01:33:09,719 --> 01:33:13,760
देता हूं पर कुंती बुआ को नहीं सम्राट
1313
01:33:13,760 --> 01:33:16,560
दुर्योधन को यह क्या कह रहे
1314
01:33:16,560 --> 01:33:20,280
नाथ सुरेखा का वागन अभिमन्यु के साथ आप ही
1315
01:33:20,280 --> 01:33:25,080
कर चुके हैं संसार क्या कहेगा संसार कहेगा
1316
01:33:25,080 --> 01:33:27,840
कि बलराम ने अपनी पालिक पुत्री कौरवों को
1317
01:33:27,840 --> 01:33:31,719
देकर राजनीति में एक नई मोड़ ली है यह
1318
01:33:31,719 --> 01:33:34,360
नहीं कहेगा कि द्वारकाधीश ने अपनी पुत्री
1319
01:33:34,360 --> 01:33:37,239
का वाग दन तोड़कर अपनी मर्यादा को कलंकित
1320
01:33:37,239 --> 01:33:41,280
किया है यह नहीं कहेगा कि अपनी फूपी बहन
1321
01:33:41,280 --> 01:33:44,639
और भांजे को संकट के समय ठुकरा करर आपने
1322
01:33:44,639 --> 01:33:48,000
अपनी निर्बलता का परिचय दिया है देवी एक
1323
01:33:48,000 --> 01:33:51,320
जात का दूसरी जात से एक देश का दूसरे देश
1324
01:33:51,320 --> 01:33:52,199
से
1325
01:33:52,199 --> 01:33:55,199
और एक राज का दूसरे राज से मिलन निर्बलता
1326
01:33:55,199 --> 01:33:58,480
की नहीं सदभावना की निशानी है संसार की
1327
01:33:58,480 --> 01:34:01,920
भलाई के लिए अपने लाभ को छोड़ देने में
1328
01:34:01,920 --> 01:34:04,960
मर्यादा कलंकित नहीं होती बल्कि ऊंची होती
1329
01:34:04,960 --> 01:34:08,600
है मैं कौरव पांडव और यादवों को एक धागे
1330
01:34:08,600 --> 01:34:12,000
में बांधकर यह बताना चाहता हूं कि एकता ही
1331
01:34:12,000 --> 01:34:15,080
मनुष्य का सबसे बड़ा बल है इसी विचार से
1332
01:34:15,080 --> 01:34:17,639
मैंने सुरेखा का विवाह दुर्योधन के बेटे
1333
01:34:17,639 --> 01:34:19,639
लक्ष्मण से ठीक किया
1334
01:34:19,639 --> 01:34:24,360
है यदि आप ना करें तो मैं कुछ कहूं भैया
1335
01:34:24,360 --> 01:34:27,960
तुम यही कहोगे कि सुरेखा का विवाह अभि
1336
01:34:27,960 --> 01:34:31,080
मन्नू से कर दें किंतु सुन लो मैं बहन
1337
01:34:31,080 --> 01:34:34,239
नहीं दे सका तो कन्या देकर भी अपना
1338
01:34:34,239 --> 01:34:36,960
उद्देश्य पूरा करूंगा परंतु मैं कहां बाधा
1339
01:34:36,960 --> 01:34:40,920
डाल रहा हूं भैया यदि आपकी आज्ञा हो तो
1340
01:34:40,920 --> 01:34:43,080
मैं अपने हाथ से निमंत्रण पत्रिका लिखकर
1341
01:34:43,080 --> 01:34:45,280
सम्राट दुर्योधन को भेज दूं श्री कृष्ण
1342
01:34:45,280 --> 01:34:48,320
दूध को आज ही चला जाना
1343
01:34:48,320 --> 01:34:49,880
चाहिए
1344
01:34:49,880 --> 01:34:52,719
काकी काकी
1345
01:34:52,719 --> 01:34:56,440
काकी काकी क्या हुआ सुरेखा पिताजी मेरा
1346
01:34:56,440 --> 01:34:59,679
वाग दन तोड़कर दुर्योधन के पुत्र से कुमार
1347
01:34:59,679 --> 01:35:01,040
लक्ष्मण
1348
01:35:01,040 --> 01:35:04,920
से नहीं नहीं तेरे काका ऐसा नहीं होने द
1349
01:35:04,920 --> 01:35:08,000
पर काका तो अपने हाथ से दुर्योधन को
1350
01:35:08,000 --> 01:35:10,560
निमंत्रण पत्रिका लिख रहे हैं मैंने अपने
1351
01:35:10,560 --> 01:35:13,000
कान से सुना है काकी मैं यह नहीं होने
1352
01:35:13,000 --> 01:35:16,920
दूंगी तू विश्वास रख पर तू एक बात सच सच
1353
01:35:16,920 --> 01:35:20,440
बताना अभिमान को तू शुद्ध मन से चाहते है
1354
01:35:20,440 --> 01:35:23,400
ना
1355
01:35:25,080 --> 01:35:29,080
तो संसार की ऐसी कोई शक्ति नहीं जो शुद्ध
1356
01:35:29,080 --> 01:35:32,639
प्रेमी का मिलन रोक सके तू धीर स्तर मुझ
1357
01:35:32,639 --> 01:35:36,239
पर भरोसा रख जा
1358
01:35:50,400 --> 01:35:52,040
काकी
1359
01:35:52,040 --> 01:35:55,320
बहुत आनंद में है कोई शुभ काम करके आए हुए
1360
01:35:55,320 --> 01:35:58,560
लगते हैं हां हा मैं कोई अशुभ काम करने के
1361
01:35:58,560 --> 01:36:01,000
लिए थोड़ी मथुरा छोड़कर द्वार का आया हूं
1362
01:36:01,000 --> 01:36:03,480
सो तो आपकी अंगुली में लगी हल्द रोली
1363
01:36:03,480 --> 01:36:04,760
साक्षी दे रही
1364
01:36:04,760 --> 01:36:07,199
है कटाक्ष ना करो
1365
01:36:07,199 --> 01:36:11,440
देवी मैंने रतक परप भैया को वचन दिया है
1366
01:36:11,440 --> 01:36:14,000
कि मैं उनके किसी भी बात का विरोध नहीं
1367
01:36:14,000 --> 01:36:17,400
करूंगा मैं अपना वचन पालन करूंगा तो मैं
1368
01:36:17,400 --> 01:36:19,880
भी सुरेखा को दिया हु वचन पालूंगी याद
1369
01:36:19,880 --> 01:36:24,119
रखिएगा अभ बालक है पर अर्जुन का है अपमान
1370
01:36:24,119 --> 01:36:27,000
सहन नहीं कर सकेगा यादवों के दांत इट कर
1371
01:36:27,000 --> 01:36:28,000
देगा
1372
01:36:28,000 --> 01:36:32,199
हा हमारे दिन ही बुरे है बेटा अभिम ना
1373
01:36:32,199 --> 01:36:35,920
तेरे ताऊ पिता और काका का बनवास होता ना
1374
01:36:35,920 --> 01:36:38,800
बलराम भैया तुझसे सुरेखा का गगन तोड़कर
1375
01:36:38,800 --> 01:36:44,159
दुधन के बेटे से कर आस मत ब मां यह पांडव
1376
01:36:44,159 --> 01:36:47,600
का पान है इस अपमान का बदला मैंने सुरेखा
1377
01:36:47,600 --> 01:36:50,360
का हरण करके ना लिया तो मैं धनु अर्जुन का
1378
01:36:50,360 --> 01:36:54,239
पुत्र नहीं द्वारका पहुंचने
1379
01:36:54,239 --> 01:36:58,040
दो रास्ता छोड़ दो हमें द्वारका जाना है
1380
01:36:58,040 --> 01:37:01,119
इधर से कोई नहीं जा सकता हमें भी कोई रोक
1381
01:37:01,119 --> 01:37:03,280
नहीं
1382
01:37:06,950 --> 01:37:09,760
[संगीत]
1383
01:37:09,760 --> 01:37:13,880
सकता रक्षा
1384
01:37:14,480 --> 01:37:23,199
रक्षा लक्षा लक्षा कुमार टोक ा ा ो लक्षा
1385
01:37:29,560 --> 01:37:31,760
हमारे सैनिकों से अपने काल को नेता भेजने
1386
01:37:31,760 --> 01:37:33,639
वाला कौन
1387
01:37:33,639 --> 01:37:36,320
है
1388
01:37:36,320 --> 01:37:40,370
बोलो बोल नहीं कौन
1389
01:37:40,370 --> 01:37:48,520
[संगीत]
1390
01:37:49,280 --> 01:37:54,280
है हम भटक तो नहीं गए मा तुम यही ठहरो मैं
1391
01:37:54,280 --> 01:37:55,990
रास्ता देख कर आता हूं
1392
01:37:55,990 --> 01:37:56,820
[प्रशंसा]
1393
01:37:56,820 --> 01:38:04,219
[संगीत]
1394
01:38:08,639 --> 01:38:11,639
अच्छा
1395
01:38:13,840 --> 01:38:16,840
घटो
1396
01:38:18,650 --> 01:38:20,119
[संगीत]
1397
01:38:20,119 --> 01:38:21,620
घटो
1398
01:38:21,620 --> 01:38:25,109
[संगीत]
1399
01:38:30,330 --> 01:38:35,520
[संगीत]
1400
01:38:37,850 --> 01:38:40,949
[संगीत]
1401
01:38:43,090 --> 01:38:50,119
[संगीत]
1402
01:38:50,119 --> 01:38:52,090
घटो
1403
01:38:52,090 --> 01:38:53,880
[संगीत]
1404
01:38:53,880 --> 01:38:56,880
अभिम
1405
01:38:57,440 --> 01:39:00,440
अभिमन्यु
1406
01:39:04,880 --> 01:39:08,529
[संगीत]
1407
01:39:10,860 --> 01:39:14,020
[संगीत]
1408
01:39:18,450 --> 01:39:20,040
[संगीत]
1409
01:39:20,040 --> 01:39:23,040
अभिम
1410
01:39:29,190 --> 01:39:41,859
[संगीत]
1411
01:39:42,320 --> 01:39:45,440
मायावी माया छल्ला है जो कायरो का सहारा
1412
01:39:45,440 --> 01:39:48,639
है तुझ में बल तो असली रूप में सामने आ
1413
01:39:48,639 --> 01:39:51,830
असली रूप भी दिखाता हूं
1414
01:39:51,830 --> 01:40:20,639
[संगीत]
1415
01:40:20,639 --> 01:40:22,960
h
1416
01:40:37,650 --> 01:40:49,350
[संगीत]
1417
01:40:49,920 --> 01:40:52,920
i
1418
01:41:19,840 --> 01:41:22,840
d
1419
01:41:37,639 --> 01:41:40,960
मां बेटा मैंने शत्रु को मार दिया बहुत
1420
01:41:40,960 --> 01:41:45,040
अच्छा किया बेटे बहुत अच्छा किया
1421
01:41:49,840 --> 01:41:51,560
चलो
1422
01:41:51,560 --> 01:41:52,639
अरे
1423
01:41:52,639 --> 01:41:57,480
ब मेरे लाल मेरे बेटे क्या हो गया तुझे
1424
01:41:57,480 --> 01:42:01,960
क्या हो गया मेरे लाल माता कुंती पूछेगी
1425
01:42:01,960 --> 01:42:05,679
तो क्या उत्तर दूंगी तेरे धनुर्धारी पिता
1426
01:42:05,679 --> 01:42:10,840
को तेरे ताऊ महाबली भीम को कौन सा मुह
1427
01:42:11,080 --> 01:42:15,679
दिखाऊंगी हाय रे क्रूर विधाता मेरे आचल के
1428
01:42:15,679 --> 01:42:19,760
इस खिले हुए फूल को मजल कर तुझे क्या मिला
1429
01:42:19,760 --> 01:42:22,440
नि
1430
01:42:22,440 --> 01:42:26,960
बहन मैं तुम्हारे जेठ की पत्नी डिंबा हूं
1431
01:42:26,960 --> 01:42:30,159
क्या तुम मेरे देवर की पत्नी र्जुन की
1432
01:42:30,159 --> 01:42:35,199
पत्नी हो क्या तुम समद हो हा बहन मैं वही
1433
01:42:35,199 --> 01:42:40,320
आ भाग हूं तो क्या यह मेरा भाई बन्नू
1434
01:42:40,320 --> 01:42:41,840
है
1435
01:42:41,840 --> 01:42:44,840
भैया मैं तुम्हारा अपराधी हूं भैया मैंने
1436
01:42:44,840 --> 01:42:48,239
तुम्हारी हत्या की है मैं हत्या र हूं
1437
01:42:48,239 --> 01:42:52,239
भैया भाई की हत्या का दंड मुझे मिलना
1438
01:42:52,239 --> 01:42:55,080
चाहिए जिन हाथों से मैंने तुम्हारा प्राण
1439
01:42:55,080 --> 01:42:57,800
लिया है मैं इन पापी हाथों को तोड़
1440
01:42:57,800 --> 01:43:00,800
डालूंगा
1441
01:43:01,430 --> 01:43:02,920
[संगीत]
1442
01:43:02,920 --> 01:43:07,920
तो अभी म के शरीर में प्राण बाकी
1443
01:43:13,239 --> 01:43:18,840
है तुरंत जाओ कंदरा से अमृत की झारी ले
1444
01:43:19,679 --> 01:43:21,360
आओ
1445
01:43:21,360 --> 01:43:25,320
आंसू पोचो सुभद्रा यह घटना अनजाने में हो
1446
01:43:25,320 --> 01:43:29,440
गई तुमने आने से पहले सूचना दे दी होती तो
1447
01:43:29,440 --> 01:43:33,119
ऐसा ना होता हम तो द्वारका जा रहे थे बहन
1448
01:43:33,119 --> 01:43:36,719
सुना के बलराम भैया ने सुरेखा का वागन अभी
1449
01:43:36,719 --> 01:43:39,840
मन से तोड़कर दुर्योधन के बेटे लक्ष्मण से
1450
01:43:39,840 --> 01:43:44,719
ब कर लिया है तो इसने हट पकड़ लिया और
1451
01:43:44,719 --> 01:43:48,239
सुरेखा का हरण करने की प्रतिज्ञा कर ली अब
1452
01:43:48,239 --> 01:43:49,679
तुम बताओ
1453
01:43:49,679 --> 01:43:53,560
बहन ये अकेला क्या करता अब मनू अकेला नहीं
1454
01:43:53,560 --> 01:43:56,560
है काकी इसका भाई भी इसके साथ
1455
01:43:56,560 --> 01:43:59,920
है मैं महाबली भीम सैन का बेटा गोत कश
1456
01:43:59,920 --> 01:44:03,119
प्रतिज्ञा करता हूं कि भरे लगन मंडप में
1457
01:44:03,119 --> 01:44:05,239
कौरवों की नाक काटकर सुरेखा का हरण नहीं
1458
01:44:05,239 --> 01:44:08,119
किया तो आग में जलकर अपने प्राण छोड़
1459
01:44:08,119 --> 01:44:09,650
दूंगा
1460
01:44:09,650 --> 01:44:19,599
[संगीत]
1461
01:44:19,599 --> 01:44:21,270
बेटा
1462
01:44:21,270 --> 01:44:31,479
[संगीत]
1463
01:44:33,400 --> 01:44:36,760
यह तेरे बड़े भैया घटक
1464
01:44:36,760 --> 01:44:39,800
है बड़े भैया
1465
01:44:39,800 --> 01:44:43,599
भया सम्राट दुर्योधन मैं आपकी भलाई चाहता
1466
01:44:43,599 --> 01:44:47,920
हं इसलिए कहता हूं विवाह के अवसर पर हसी
1467
01:44:47,920 --> 01:44:49,920
हंसी में कुछ ना कुछ गड़बड़ी हो ही जाती
1468
01:44:49,920 --> 01:44:54,040
है आप बारात लेकर जा रहे हैं तो सावधानी
1469
01:44:54,040 --> 01:44:58,520
से जाना ही ठीक होगा क्यों शकुनी जी हम अस
1470
01:44:58,520 --> 01:45:01,920
सावधान नहीं है मुनिराज श्री कृष्ण अपने
1471
01:45:01,920 --> 01:45:05,360
भांजे से संबंध तोड़कर अपनी भतीजी का
1472
01:45:05,360 --> 01:45:08,360
विवाह दुर्योधन के बेटे से करने के लिए
1473
01:45:08,360 --> 01:45:12,040
तैयार हो गया तो इसमें अवश्य कोई भेद हो
1474
01:45:12,040 --> 01:45:15,599
सकता है भेद क्या हो सकता है मामा यह तो
1475
01:45:15,599 --> 01:45:18,719
हमारे दिन फिरने का लक्षण है कि पांडवों
1476
01:45:18,719 --> 01:45:21,440
का पक्ष कृष्ण ने छोड़ दिया तुम नहीं
1477
01:45:21,440 --> 01:45:25,880
समझोगे भांजे मैं अच्छी तरह जानता हूं
1478
01:45:25,880 --> 01:45:29,119
कृष्ण बड़ा धूर्त है वो यदि गंगा में खड़ा
1479
01:45:29,119 --> 01:45:32,199
होकर यह कहे कि उसने पांडवों का पक्ष छोड़
1480
01:45:32,199 --> 01:45:35,440
दिया है तो भी मामा शकुनी मानने के लिए
1481
01:45:35,440 --> 01:45:38,719
तैयार नहीं हम तो पूरी सेना के साथ बारात
1482
01:45:38,719 --> 01:45:41,960
लेकर जाएंगे पूर्णिमा को ब्याह है ना पहुच
1483
01:45:41,960 --> 01:45:45,000
जाएंगे तब तक तुम चैन से रहो तो ना जाने
1484
01:45:45,000 --> 01:45:48,360
फिर कब आओगे काकी का दर्शन कब होगा कृष्णा
1485
01:45:48,360 --> 01:45:50,960
मामा से तुम डरते हो तो यही रहो मैं अकेला
1486
01:45:50,960 --> 01:45:55,280
जाऊंगा ना ना बेटा घटोत कुछ ये अति चंचल
1487
01:45:55,280 --> 01:45:58,639
और दु सासी है इसे अकेले मत जाने देना आप
1488
01:45:58,639 --> 01:46:01,280
चिंता ना करें काकी द्वारका जाएंगे हम
1489
01:46:01,280 --> 01:46:04,840
दोनों और लौटेंगे
1490
01:46:14,719 --> 01:46:18,280
तीनों चलो भैया सुरेखा बिना तुम्हारी भूख
1491
01:46:18,280 --> 01:46:22,800
प्यास मर गई है तो आओ मेरी पीठ
1492
01:46:31,360 --> 01:46:36,599
पर भैया डरो नहीं भैया आ जाओ मेरी पीठ पर
1493
01:46:36,599 --> 01:46:40,360
अच्छा भैया मैं आता
1494
01:46:41,199 --> 01:46:44,719
हूं भैया मैं आ गया मैं आपके पास एक
1495
01:46:44,719 --> 01:46:47,040
प्रस्ताव देकर आया हूं भैया तुम्हारा
1496
01:46:47,040 --> 01:46:49,280
प्रस्ताव क्या होगा मैं जानता हूं किंतु
1497
01:46:49,280 --> 01:46:51,599
मेरा निश्चय नहीं टल सकता मैं यह कहने आया
1498
01:46:51,599 --> 01:46:53,800
हूं कि अर्जुन तुम्हारे मित्र है मनू
1499
01:46:53,800 --> 01:46:55,760
हमारा भांजा है सुभद्रा हमारी बहन है और
1500
01:46:55,760 --> 01:46:57,920
बागन हमने किया है यह सब सुन सुनकर मेरे
1501
01:46:57,920 --> 01:47:00,119
कान ब हो चुके हैं कन्हैया आप बिना सुने
1502
01:47:00,119 --> 01:47:02,760
ही उत्तेजित हो रहे हैं भैया नारायण
1503
01:47:02,760 --> 01:47:05,840
नारायण उत्तेजना बढ़ाने वाली कोई बात ना
1504
01:47:05,840 --> 01:47:09,440
हो तो हलदर जी अवश्य सुनेंगे
1505
01:47:09,440 --> 01:47:13,679
कहो यदि आप मुझे अनुमति दें तो सुरेखा का
1506
01:47:13,679 --> 01:47:15,880
कन्यादान देने की अभिलाषा मिली है
1507
01:47:15,880 --> 01:47:19,520
कन्यादान जैसा शुभ काम आपके हाथ से हो तो
1508
01:47:19,520 --> 01:47:22,440
हलदर जी को आनंद होगा तो ये पहले ही कह
1509
01:47:22,440 --> 01:47:24,520
दिया होता पर आपने मुझे बोलने ही कहां
1510
01:47:24,520 --> 01:47:26,719
दिया
1511
01:47:27,440 --> 01:47:31,639
भैया कृपा निधान बारात नगर के पास आ
1512
01:47:31,639 --> 01:47:35,440
पहुंची भैया आज्ञा हो तो स्वागत की तैयारी
1513
01:47:35,440 --> 01:47:38,320
करूं हां हां विवाह का सारा बोझ तुम पर ही
1514
01:47:38,320 --> 01:47:41,400
तो है जाओ जो आज्ञ
1515
01:47:41,400 --> 01:47:45,800
भैया देखा नारद जी भाई हो तो ऐसा हो और
1516
01:47:45,800 --> 01:47:50,400
क्या समधी के स्वागत की कितनी चिंता है
1517
01:47:50,400 --> 01:47:54,560
प्रभु को काकी काकी बारात भी आ गई और काका
1518
01:47:54,560 --> 01:47:57,159
ही स्वागत करने गए हैं ये भले ही गए हो
1519
01:47:57,159 --> 01:47:59,760
बारात जिस राजय साई है उसी रास्ते से लौट
1520
01:47:59,760 --> 01:48:03,280
भी जाएगी और काकी सुना है मेरा कन्यादान
1521
01:48:03,280 --> 01:48:06,440
भी काका ही करेंगे पर तेरे काका के साथ हम
1522
01:48:06,440 --> 01:48:09,960
आठ में से एक भी वेदी पर बैठे थब ना तू
1523
01:48:09,960 --> 01:48:12,639
चिंता ना कर सुरेखा तेरा
1524
01:48:12,639 --> 01:48:17,440
विवाह अभी मैं ही करंगी काकी अब मैं
1525
01:48:17,440 --> 01:48:20,000
द्वारका के राज बहु में जाता हूं वहां सब
1526
01:48:20,000 --> 01:48:22,400
लोग को पहचान लू और उसके बाद सुरेखा को ले
1527
01:48:22,400 --> 01:48:25,239
आऊ मैं भी चलता हूं भैया अरे तुम बचपन से
1528
01:48:25,239 --> 01:48:27,159
वहां रहे हो वहां लोग तुम्हें पहचान
1529
01:48:27,159 --> 01:48:29,040
जाएंगे और सारा खेल बिगड़ जाएगा किंतु
1530
01:48:29,040 --> 01:48:32,840
सावधान भैया कृष्ण मामा भी बड़े जादूगर है
1531
01:48:32,840 --> 01:48:35,440
अरे कृष्ण मामा तो मुरली बजाते रह जाएंगे
1532
01:48:35,440 --> 01:48:38,599
और मैं अपना काम करके आ
1533
01:48:40,000 --> 01:48:43,800
जाऊंगा स्वागत कराइए सी का शिष्टाचार तो
1534
01:48:43,800 --> 01:48:47,080
करना ही पड़ता है आपको जो करना है व कीजिए
1535
01:48:47,080 --> 01:48:48,920
पर सुरेखा का विवाह दुर्योधन के बेटे
1536
01:48:48,920 --> 01:48:51,239
लक्ष्मण से नहीं होगा अरे अरे ये क्या कह
1537
01:48:51,239 --> 01:48:54,520
रहे हो देवी कन्यादान तो हमको ही करना है
1538
01:48:54,520 --> 01:48:57,599
हमको नहीं
1539
01:48:57,800 --> 01:49:02,560
आपको तो असहयोग आंदोलन करने की ठानी
1540
01:49:02,560 --> 01:49:06,520
है अब समझ में आ गया कि सत्य भामा जामवंती
1541
01:49:06,520 --> 01:49:09,239
आदि मुंह फुलाए क्यों बैठी है आठ में से
1542
01:49:09,239 --> 01:49:11,080
एक भी आपके साथ वेदी पर नहीं बैठेगी
1543
01:49:11,080 --> 01:49:14,239
कन्यादान के लिए कोई नवी ब्याह लाईए परंतु
1544
01:49:14,239 --> 01:49:15,960
मैंने तो कन्यादान करने का भैया को वचन
1545
01:49:15,960 --> 01:49:18,440
दिया है देवी वो मिथ्या ना हो और मैंने
1546
01:49:18,440 --> 01:49:21,760
सुरेखा को अभिमान से ने का वचन दिया है वो
1547
01:49:21,760 --> 01:49:23,840
भी मिथ्या ना
1548
01:49:23,840 --> 01:49:30,440
हो सच तो यह है देवी कि भावी मिथ्या नहीं
1549
01:49:31,520 --> 01:49:49,119
[संगीत]
1550
01:49:49,119 --> 01:49:50,120
होती
1551
01:49:50,120 --> 01:50:08,480
[संगीत]
1552
01:50:08,480 --> 01:50:13,199
माया भी गोत कश के सामने
1553
01:50:16,080 --> 01:50:19,040
[संगीत]
1554
01:50:19,040 --> 01:50:21,400
माया
1555
01:50:21,400 --> 01:50:24,480
कृष्ण मामा मुरली बजाते रह जाएंगे और मैं
1556
01:50:24,480 --> 01:50:28,560
अपना काम करके आ जाऊंगा अब जाओ करो अपना
1557
01:50:28,560 --> 01:50:31,760
काम कृष्ण
1558
01:50:31,760 --> 01:50:34,610
मामा मुझे अपनी माया का घमंड हो गया था
1559
01:50:34,610 --> 01:50:36,880
[संगीत]
1560
01:50:36,880 --> 01:50:40,040
मामा अब मुझे क्षमा कर
1561
01:50:40,040 --> 01:50:43,480
[संगीत]
1562
01:50:43,480 --> 01:50:46,560
दीजिए मेरा आशीर्वाद है
1563
01:50:46,560 --> 01:50:50,560
घटोतकच जिस कार्य के लिए तुम आए हो
1564
01:50:50,560 --> 01:50:54,280
उसमें मेरी भी सहायता मिलती
1565
01:50:54,800 --> 01:50:58,000
रहेगी सुरेखा का कक्ष इधर
1566
01:50:58,000 --> 01:51:01,440
नहीं उधर
1567
01:51:03,330 --> 01:51:10,320
[संगीत]
1568
01:51:10,320 --> 01:51:14,280
है के मन ने पुकारा किसी और को और बारात
1569
01:51:14,280 --> 01:51:17,280
लेके टपक पड़ा कोई
1570
01:51:18,960 --> 01:51:22,400
आ दुल्हन को तो देख
1571
01:51:22,400 --> 01:51:26,960
लिया अब चलू दुल्हा कौरव कुमार लक्ष्मण को
1572
01:51:26,960 --> 01:51:29,360
भी देख
1573
01:51:32,780 --> 01:51:45,159
[संगीत]
1574
01:51:45,159 --> 01:51:47,550
लू पिताजी
1575
01:51:47,550 --> 01:51:50,320
[संगीत]
1576
01:51:50,320 --> 01:51:53,520
चाचा जी अरे बाबा
1577
01:51:53,520 --> 01:51:59,040
जी अरे बाप रे अरे बाप रे बाप रे चाचा
1578
01:51:59,040 --> 01:52:02,440
जी बाप
1579
01:52:03,199 --> 01:52:06,450
रे अरे बचा
1580
01:52:06,450 --> 01:52:09,510
[संगीत]
1581
01:52:13,360 --> 01:52:17,520
जी अजीत पद त्राण महाशय जी पग में नहीं
1582
01:52:17,520 --> 01:52:21,880
रहना चाहते तो हथेली प आ जाइए
1583
01:52:43,280 --> 01:52:46,970
[संगीत]
1584
01:52:48,840 --> 01:52:51,840
य
1585
01:53:02,199 --> 01:53:04,840
प्राण
1586
01:53:04,840 --> 01:53:08,440
प्यारे ओ प्राण
1587
01:53:08,440 --> 01:53:10,560
प्यारे प्राण
1588
01:53:10,560 --> 01:53:17,320
प्यारी देखो ना यहां सबके सब मुझे छेड़ते
1589
01:53:17,320 --> 01:53:18,760
[संगीत]
1590
01:53:18,760 --> 01:53:20,440
हैं
1591
01:53:20,440 --> 01:53:23,599
ऐसा बोलिएगा
1592
01:53:23,599 --> 01:53:30,440
मत क्यों लोग समझेंगे दुला जी बुू है
1593
01:53:30,440 --> 01:53:31,960
[संगीत]
1594
01:53:31,960 --> 01:53:34,960
बस
1595
01:53:35,239 --> 01:53:39,320
लू मैं आपके लिए लड्डू लाई हूं ये लड्डू
1596
01:53:39,320 --> 01:53:42,079
मेरे लिए है सब के
1597
01:53:42,079 --> 01:53:46,480
सब मैं खाऊ खाइए
1598
01:53:48,760 --> 01:53:51,760
ना
1599
01:53:53,560 --> 01:53:58,159
मेरा द ससुराल के लड्डू है ना आपके दांतो
1600
01:53:58,159 --> 01:54:01,000
से प्यार हो गया
1601
01:54:01,239 --> 01:54:04,679
होगा अरे चिड़ने से कहीं मन का दूला मिल
1602
01:54:04,679 --> 01:54:09,199
जाए तो कहो आज से हम भी लाला
1603
01:54:09,350 --> 01:54:12,499
[प्रशंसा]
1604
01:54:18,679 --> 01:54:21,679
बैठ
1605
01:54:29,400 --> 01:54:37,159
तुम कौन हो नक धा धा अभिमन्यु की प्रियतमा
1606
01:54:37,159 --> 01:54:40,560
सुरेखा सुरेखा
1607
01:54:40,560 --> 01:54:42,880
नक हा
1608
01:54:42,880 --> 01:54:45,639
सुरेखा सुरेखा तो मैं
1609
01:54:45,639 --> 01:54:47,880
हूं
1610
01:54:47,880 --> 01:54:53,159
नाना तुम भी मैं भी सुरेखा च तान तान ता
1611
01:54:53,159 --> 01:54:58,000
धा धा सच है कौन कौन है धोखा धोखा तुम हो
1612
01:54:58,000 --> 01:55:00,920
तुम कोई थग नहीं
1613
01:55:01,440 --> 01:55:05,560
हो त त थ थ त थ थ त
1614
01:55:05,560 --> 01:55:07,079
छम
1615
01:55:07,079 --> 01:55:11,159
छम सच हो तो प्रीतम को अपने अभी यहां
1616
01:55:11,159 --> 01:55:14,159
दिखला सकती
1617
01:55:14,960 --> 01:55:18,599
हो नहीं
1618
01:55:18,599 --> 01:55:22,880
त दिग दिग छई दिग दिग छई दिग दिग छई मैं
1619
01:55:22,880 --> 01:55:26,580
अपने प्रीतम प्यारे को चाहो तो दिखला सकती
1620
01:55:26,580 --> 01:55:28,560
[संगीत]
1621
01:55:28,560 --> 01:55:30,079
हूं
1622
01:55:30,079 --> 01:55:37,679
दिखा तथ तथ तथ थई तता आ तथ तथ तथ थई थता आ
1623
01:55:37,679 --> 01:55:41,840
तथ तथ तथ थई थता
1624
01:55:42,199 --> 01:55:44,000
आ
1625
01:55:44,000 --> 01:55:47,000
स्वामी
1626
01:55:48,599 --> 01:55:49,760
स्वामी
1627
01:55:49,760 --> 01:55:52,520
[हंसी]
1628
01:55:52,520 --> 01:55:56,239
डरो मत सुरेखा मैं महाबली भीमसेन का बेटा
1629
01:55:56,239 --> 01:56:00,520
और तुम्हारे अ मन्नू का बड़ा भाई गोत का
1630
01:56:00,679 --> 01:56:04,119
छू विश्वास करो अब मनू के कहने पर मैं
1631
01:56:04,119 --> 01:56:06,480
तुम्हें यहां से ले जाने के लिए आया हूं
1632
01:56:06,480 --> 01:56:10,239
आओ इस आसन पर बैठ
1633
01:56:12,760 --> 01:56:15,960
जाओ द्वारका की गुफा में बेचारा मनु हमारी
1634
01:56:15,960 --> 01:56:18,520
बाट देख रहा
1635
01:56:18,520 --> 01:56:21,520
होगा
1636
01:56:27,119 --> 01:56:32,159
भैया स्वामी सुरेखा
1637
01:56:32,440 --> 01:56:35,239
स्वामी और अब मैं तुम्हारे विवाह का सामान
1638
01:56:35,239 --> 01:56:37,960
जुटाने के लिए माया बाजार लगाने जा रहा
1639
01:56:37,960 --> 01:56:41,920
हूं फिर नकली माल उधर बारातियों के पास और
1640
01:56:41,920 --> 01:56:45,440
उनका असली माल अपने पास तब तो भैया मैं भी
1641
01:56:45,440 --> 01:56:48,280
तुम्हारा साथ दूंगा तुम अपनी माया से मुझे
1642
01:56:48,280 --> 01:56:51,480
भी बदल देना
1643
01:56:54,159 --> 01:56:59,599
अच्छा आइए कहिए आपकी क्या सेवा
1644
01:57:06,450 --> 01:57:18,400
[संगीत]
1645
01:57:18,400 --> 01:57:19,480
करें
1646
01:57:19,480 --> 01:57:50,199
[संगीत]
1647
01:57:50,199 --> 01:57:54,280
नारायण नारायण इस विवाह का रंग ही अनोखा
1648
01:57:54,280 --> 01:57:58,920
है सम्राट आप विशाल बारात लेकर आए और आपके
1649
01:57:58,920 --> 01:58:03,000
वैभव और गौरव की बातें सुनकर दूर दूर से
1650
01:58:03,000 --> 01:58:06,520
आए हुए सौदागर ने द्वारका पुरे के बाहर
1651
01:58:06,520 --> 01:58:11,239
मेला लगा दिया मेला तब तो हाथी घोड़े बैर
1652
01:58:11,239 --> 01:58:15,400
भैस गधे सभी बिकने आए होंगे किंतु मैं तो
1653
01:58:15,400 --> 01:58:18,320
गधा लूंगा ग चुप
1654
01:58:18,320 --> 01:58:23,599
र गया जी सम्राट नगर में चर्चा है कि
1655
01:58:23,599 --> 01:58:26,719
सौदागरों के सामानों का मूल्य चुकाने वाला
1656
01:58:26,719 --> 01:58:30,960
यादवों में कोई भी नहीं नारद जी यादव
1657
01:58:30,960 --> 01:58:33,960
हमारे संबंधी हुए उनकी प्रतिष्ठा हमारी
1658
01:58:33,960 --> 01:58:37,239
प्रतिष्ठा है सौदागर के सामान का जो भी
1659
01:58:37,239 --> 01:58:40,679
मूल्य होगा वो हम चुकाएंगे हम उनकी हार
1660
01:58:40,679 --> 01:58:45,079
देखने अवश्य चलेंगे नारायण
1661
01:58:48,320 --> 01:58:51,320
नाय
1662
01:58:57,360 --> 01:59:01,360
का जी का
1663
01:59:03,060 --> 01:59:04,280
[संगीत]
1664
01:59:04,280 --> 01:59:09,320
जी काका जी ऐसे गदा मुझे ना दीजिए ना
1665
01:59:09,320 --> 01:59:12,079
इसलिए मैं आ
1666
01:59:12,079 --> 01:59:14,920
ा
1667
01:59:14,920 --> 01:59:16,480
[संगीत]
1668
01:59:16,480 --> 01:59:18,239
मय
1669
01:59:18,239 --> 01:59:21,239
ली
1670
01:59:22,400 --> 01:59:26,679
अरे तेरा सतिया ना जाए तू जोरी है या मैं
1671
01:59:26,679 --> 01:59:28,880
गले का हार मांगती हूं तू पांव की चीज
1672
01:59:28,880 --> 01:59:31,920
बताता है ए मेरे साथ हंसी मत करना हां
1673
01:59:31,920 --> 01:59:34,480
वरना सर तोड़ दूंगी जानते हो मैं कौन हूं
1674
01:59:34,480 --> 01:59:38,639
गौर रानी लवंगी अरे धीरे बोलो सुनने वाले
1675
01:59:38,639 --> 01:59:41,760
क्या सोचेंगे कौरव रानिया ऐसी उट होती है
1676
01:59:41,760 --> 01:59:42,800
क्षमा कर
1677
01:59:42,800 --> 01:59:47,199
दीजिए आप ये लीजिए हां अति सुंदर जियो
1678
01:59:47,199 --> 01:59:50,400
जियो जरी जियो देखो अच्छा अा इन सब के
1679
01:59:50,400 --> 01:59:53,280
मूल्य क्या है कुछ नहीं महारानी हमारी
1680
01:59:53,280 --> 01:59:55,840
दुकान में अदला बदली का नियम है आप अपने
1681
01:59:55,840 --> 01:59:58,360
अलंकारों से बदल लीजिए
1682
01:59:58,360 --> 02:00:02,360
अच्छा क्यों समधन हां हां सौदा तो अच्छा
1683
02:00:02,360 --> 02:00:05,360
है और क्या ये अलंकार पहनेंगी तो द्वारका
1684
02:00:05,360 --> 02:00:09,280
तो याद आएगी ही अच्छा सुनिए मैंने सब ले
1685
02:00:09,280 --> 02:00:12,599
लिए मैंने भी ले
1686
02:00:12,599 --> 02:00:18,159
लिए मैंने ली मैंने भी
1687
02:00:18,159 --> 02:00:21,159
ली
1688
02:00:32,280 --> 02:00:35,599
कोई नहीं है चलो बा चले ला
1689
02:00:35,599 --> 02:00:37,480
मम
1690
02:00:37,480 --> 02:00:39,599
मम जानता
1691
02:00:39,599 --> 02:00:42,639
नहीं हम हसनापुर के
1692
02:00:42,639 --> 02:00:46,079
राजकुमार द्वारका के होने वाले जवाई है और
1693
02:00:46,079 --> 02:00:49,880
ससुराल में देते नहीं लेते हैं अगर हम
1694
02:00:49,880 --> 02:00:52,679
चाहे तेरी दुकान की दुकान दहज में ले सकते
1695
02:00:52,679 --> 02:00:56,920
हैं कहने दे ससुर जी से हां चलो जान जाज
1696
02:00:56,920 --> 02:00:58,719
क्या बात है ये
1697
02:00:58,719 --> 02:01:01,680
लीजिए
1698
02:01:01,680 --> 02:01:06,060
[संगीत]
1699
02:01:07,679 --> 02:01:11,079
मं एक तो मेरी ससुराल में आठ लगाता है ऊपर
1700
02:01:11,079 --> 02:01:14,320
से हम पर जादू करता है तेरे हाथ की देंगे
1701
02:01:14,320 --> 02:01:18,040
तेरी खा उ देंगे कहने ससुर जी से
1702
02:01:18,040 --> 02:01:22,760
कने समझ गया समझ गया ससुर जी मेरे नहीं
1703
02:01:24,910 --> 02:01:33,609
[संगीत]
1704
02:01:35,760 --> 02:01:39,920
है अर
1705
02:01:43,880 --> 02:01:50,440
होय अरे कर लो बाल मां प्यार मौसम बड़ी
1706
02:01:50,440 --> 02:01:56,639
है अरे कर लो बाल मा प्यार मौसम बढ़िया
1707
02:01:56,639 --> 02:02:03,480
है य बार बार ना आए जवानी चिड़िया
1708
02:02:03,480 --> 02:02:10,920
है अरे बार बार ला आए जवानी चिड़िया
1709
02:02:17,960 --> 02:02:20,960
है
1710
02:02:31,000 --> 02:02:42,480
[संगीत]
1711
02:02:42,480 --> 02:02:47,960
चंबा महका ली चमेली पिया बनो मत
1712
02:02:47,960 --> 02:02:54,679
जोगी चपा महका फिली चमेली पिया बनो मत
1713
02:02:54,679 --> 02:03:00,480
जोगी ऐसे में मत रूठो राजा जी बड़ी बदनामी
1714
02:03:00,480 --> 02:03:05,440
होगी हमरी बड़ी बदनामी होगी पिया जी जरा
1715
02:03:05,440 --> 02:03:10,440
हाथ काम लो हमारे संग घूम घम
1716
02:03:10,440 --> 02:03:16,960
लो अरे दगा बाज ये उम्र बड़ी गड़बड़ियां
1717
02:03:16,960 --> 02:03:23,159
है अरेगा बाबाज उम्र बड़ी घड़ बढिया
1718
02:03:23,159 --> 02:03:29,920
है य बार बार ना आए जवानी चिड़िया
1719
02:03:29,920 --> 02:03:37,440
है अरे बार बार ना आए जवानी चिड़िया
1720
02:03:47,880 --> 02:03:50,880
है
1721
02:03:52,080 --> 02:03:57,170
[संगीत]
1722
02:04:05,679 --> 02:04:09,760
पतले रे पतले चुंदड़ी पहन के चांद के
1723
02:04:09,760 --> 02:04:11,119
टुकड़े
1724
02:04:11,119 --> 02:04:16,239
आए पतले रे पतली चुंदड़ी पहन के चांद के
1725
02:04:16,239 --> 02:04:17,800
टुकड़े
1726
02:04:17,800 --> 02:04:23,280
आए प्रेमनगर में देखो साधना चिकने मुखड़े
1727
02:04:23,280 --> 02:04:28,960
हाय साधना चिकने मुखड़े आय ल चकती ये बाहे
1728
02:04:28,960 --> 02:04:33,199
देख लो रस लिए निगाह देख
1729
02:04:33,199 --> 02:04:39,679
लो अरे खोलो ये काहे मन की बंध की बढिया
1730
02:04:39,679 --> 02:04:46,159
है अरे खोलो ये काहे मन की बंध की वड़िया
1731
02:04:46,159 --> 02:04:52,400
है हर बार बार ना आए जवानी चिड़िया
1732
02:04:52,400 --> 02:04:58,430
है अरे बार बार ना आए जवानी चिड़िया
1733
02:04:58,430 --> 02:05:15,310
[संगीत]
1734
02:05:17,679 --> 02:05:20,679
है
1735
02:05:23,920 --> 02:05:29,239
अरे हाय अरे हाय हाय अरे हाय हाय हाय हाय
1736
02:05:29,239 --> 02:05:36,440
हाय मैंने एक पहेली पूछी हां एक पहेली बझी
1737
02:05:36,440 --> 02:05:42,760
अरे वाह अरे वाह वाह अरे वाह वा वा वा
1738
02:05:42,760 --> 02:05:46,599
मुझे बड़ी दूर की
1739
02:05:47,679 --> 02:05:53,840
सूझी अरे वाह अरे वाह वाह मुझे बड़ी दूर
1740
02:05:53,840 --> 02:05:59,639
की सूझी वो क्या रहेगी नहीं चटक मटक ये
1741
02:05:59,639 --> 02:06:03,679
रहेगी नहीं तड़क भड़क ये हां रहेगी नहीं
1742
02:06:03,679 --> 02:06:08,679
चटक मटक ये रहेगी नहीं तड़क भड़क
1743
02:06:08,679 --> 02:06:14,880
ये ये आज नवेली नार कल की बुढ़िया
1744
02:06:14,880 --> 02:06:20,880
है ये आज नवेली नाद ल की बुढ़िया है हां
1745
02:06:20,880 --> 02:06:24,559
बुढ़िया है हां बुढ़िया
1746
02:06:24,559 --> 02:06:30,440
है बारबार ना आए जवानी चिड़िया
1747
02:06:30,440 --> 02:06:36,880
है अरे बार बार ना आए जवानी चिड़िया
1748
02:06:36,880 --> 02:06:43,079
है कर लो बाल मा प्यार मौसम बढ़िया
1749
02:06:43,079 --> 02:06:49,880
है बारबार ना आए जवानी चिड़िया है
1750
02:06:49,880 --> 02:06:55,239
अरे बार बार ना आए जवानी चिड़िया
1751
02:06:55,239 --> 02:06:59,239
है भानुमती जी इन नया अलंकारों में तो आप
1752
02:06:59,239 --> 02:07:02,520
ऐसी शोभती है कि हस्तिनापुर के लोग देखकर
1753
02:07:02,520 --> 02:07:05,679
दातो तले उंगली दबा लेंगे सहज में थोड़ी
1754
02:07:05,679 --> 02:07:08,760
मिले सन ढूंढते ढूंढते दातो को पसीना आ
1755
02:07:08,760 --> 02:07:12,599
गया था हा अरे व जरी और फिर असली नकली की
1756
02:07:12,599 --> 02:07:14,480
परक सबको कहां होती है
1757
02:07:14,480 --> 02:07:19,000
बहन और क्या जोहरी की कसौटी एक बार धोखा स
1758
02:07:19,000 --> 02:07:22,520
है पर हमारी समगी की आंखे कभी धोखा नहीं
1759
02:07:22,520 --> 02:07:25,880
खाती अरे समदिन हम भी हस्तिनापुर की रहने
1760
02:07:25,880 --> 02:07:28,559
वाली है हमारी आंखों में कोई क्या धूल झो
1761
02:07:28,559 --> 02:07:30,880
केगा उससे पहले हम उसकी नाक ना काट लेंगे
1762
02:07:30,880 --> 02:07:32,679
हा
1763
02:07:32,679 --> 02:07:37,599
जारी समधन बहू को तो बुलवा लो मधुमती जी
1764
02:07:37,599 --> 02:07:40,760
जा सुरेखा को बुलाला जा जा जल्दी जा
1765
02:07:40,760 --> 02:07:44,559
भानुमती जी हमारी सुरेखा जितनी तन से
1766
02:07:44,559 --> 02:07:48,079
सुकुमार है उतनी मन से भी कोमल है प्यार
1767
02:07:48,079 --> 02:07:52,040
से रखिएगा इसकी चिंता मत करो समधिन हम सब
1768
02:07:52,040 --> 02:07:54,480
भी तो ससुराल में ही आके तगड़ी हुई हैं
1769
02:07:54,480 --> 02:07:57,719
हमारी ये काया बनी रही तो हम बह को कभी गो
1770
02:07:57,719 --> 02:07:59,639
से नहीं उतरने देंगे
1771
02:07:59,639 --> 02:08:03,559
हां सुरेखा यहां है और वहां राज भवन में
1772
02:08:03,559 --> 02:08:07,239
विवाह की तैयारी हो रही है कुछ गड़बड़ भी
1773
02:08:07,239 --> 02:08:11,280
ना मचे और विवाह का आनंद भी आ जाए इसलिए
1774
02:08:11,280 --> 02:08:13,040
मैं वहां जाता
1775
02:08:13,040 --> 02:08:16,520
हूं कहीं उठावल में है कहां की तैयारी है
1776
02:08:16,520 --> 02:08:19,040
कन्यादान की मेरे बिना की
1777
02:08:19,040 --> 02:08:21,840
तुम्हारी जगह सुपारी रख लूंगा अभी तो 12
1778
02:08:21,840 --> 02:08:24,320
द्वारे भी नहीं लगी तुम नहीं जानती देवी
1779
02:08:24,320 --> 02:08:27,199
दूल्हा आ गया दुल्हन उसके पास चली गई और
1780
02:08:27,199 --> 02:08:29,960
पुरोहित नारद जी भी पहुंच गए पुरोहित नारद
1781
02:08:29,960 --> 02:08:33,719
जी हां हां द्वारिका की गुफा में सुरेखा
1782
02:08:33,719 --> 02:08:36,079
और अभी मन्यु का ब्याह हो रहा है देवी
1783
02:08:36,079 --> 02:08:39,840
ब्याह वाह प्रभु और भैया को आपने वचन दिया
1784
02:08:39,840 --> 02:08:42,520
है सो मैंने वचन कन्यादान का दिया है सो
1785
02:08:42,520 --> 02:08:45,079
पालन करने जा रहा हूं मैंने यह थोड़ी कहा
1786
02:08:45,079 --> 02:08:46,800
है कि लक्ष्मण को सुरे का का कन्यादान
1787
02:08:46,800 --> 02:08:49,000
दूंगा अब मैं यहां पल भर ठहर नहीं सकता
1788
02:08:49,000 --> 02:08:51,119
देवी वहां सभी लोग मेरी बात देखते होंगे
1789
02:08:51,119 --> 02:08:54,639
आती हो आओ मुहूर्त बीत रहा है मैं तो आपके
1790
02:08:54,639 --> 02:08:56,239
आगे
1791
02:08:56,239 --> 02:08:59,559
चली महारानी जी मैं सारा भवन छान चुकी
1792
02:08:59,559 --> 02:09:01,840
सुरेखा का कहीं पता
1793
02:09:01,840 --> 02:09:05,199
नहीं पता
1794
02:09:08,540 --> 02:09:11,750
[संगीत]
1795
02:09:17,320 --> 02:09:24,159
नहीं वो रही सुरेखा तो आओ बेटी कहां थी जी
1796
02:09:24,159 --> 02:09:26,800
उद्यान
1797
02:09:29,159 --> 02:09:34,119
में आ बेटी अपनी सासू जी के पाव पढ़ो हां
1798
02:09:34,119 --> 02:09:39,320
हा बह अच्छे अच्छे लक्षण सीख लो लो पा
1799
02:09:39,639 --> 02:09:43,159
पो अच्छा अच्छा पहले बड़ी सासू जी के छू
1800
02:09:43,159 --> 02:09:48,520
उसके बाद छोटि के बहुत समझदार है सुखी रहो
1801
02:09:48,520 --> 02:09:51,079
मुझसे लाज कैसी बेटी अब तो मैं ही
1802
02:09:51,079 --> 02:09:55,840
तुम्हारी मां हूं आओ मेरी गोद में बैठो
1803
02:09:55,840 --> 02:10:01,840
आओ आओ सब लोग मिलकर बहू को सजा दो मामी
1804
02:10:14,480 --> 02:10:18,960
जी समध लगता है बहू को घी दूध बहुत कुछ
1805
02:10:18,960 --> 02:10:21,719
खिला पिला दिया है देखने में ही फूल की
1806
02:10:21,719 --> 02:10:26,679
छड़ी है बहू जरा नीचे बैठो तो मुझे तो आप
1807
02:10:26,679 --> 02:10:29,840
ही की गोद अच्छी लगती है अच्छा अच्छा फिर
1808
02:10:29,840 --> 02:10:34,760
बैठ लेना मैं पांव तो सीधा कर लू उतरो ना
1809
02:10:34,760 --> 02:10:37,760
भली वो दुल है घड़ी भर के लिए बहू गोद में
1810
02:10:37,760 --> 02:10:40,760
बैठी नहीं तो तुम्हारे पैर टूटने लगे आओ
1811
02:10:40,760 --> 02:10:44,719
बहू मेरी गोद में बैठो
1812
02:10:46,000 --> 02:10:50,320
आओ मेरी कमर में चमक आ गई उतरो तो बहू अरे
1813
02:10:50,320 --> 02:10:52,840
क्या नाच नचा रखा बहू को हस्तिनापुर का
1814
02:10:52,840 --> 02:10:55,480
नाम डुबो रही हो कमर में बल नहीं तो बैठती
1815
02:10:55,480 --> 02:10:59,960
क्यों हो बह मेरी गोद में बैठो आओ बेटा आओ
1816
02:10:59,960 --> 02:11:05,000
बैठो जरा पेट बचा के बेटा धीरे से अरे
1817
02:11:05,800 --> 02:11:10,320
मैया ब मेरा पेट हाय
1818
02:11:10,320 --> 02:11:13,559
भया मेरा हार मेरा
1819
02:11:13,559 --> 02:11:19,840
टीका अरे मेरा चंदन हार मेरा झुमका
1820
02:11:19,840 --> 02:11:25,639
अरे मेरे गहरे कहा गए अरे सर्व मांगल्य
1821
02:11:25,639 --> 02:11:29,040
मांगल्य शिवे सर्वार्थ
1822
02:11:29,040 --> 02:11:33,719
साधिके चरण तमके गौरी
1823
02:11:33,719 --> 02:11:34,890
नारायणी
1824
02:11:34,890 --> 02:11:47,159
[संगीत]
1825
02:11:47,159 --> 02:11:50,159
नमोस्तुते
1826
02:11:50,760 --> 02:11:56,280
[संगीत]
1827
02:11:56,280 --> 02:11:58,520
अरे बाप
1828
02:11:58,520 --> 02:12:03,159
रे क्या हु जीवन घबराता है मां अरे बेटा
1829
02:12:03,159 --> 02:12:05,360
पहले पहले जब हाथ मिलते हैं तो ऐसा ही
1830
02:12:05,360 --> 02:12:09,440
होता है और फिर कलेजे में धध ध धध धड़ाका
1831
02:12:09,440 --> 02:12:14,840
होता है मुझे अच्छी तरह याद है वो दिन जाओ
1832
02:12:14,840 --> 02:12:17,079
जाओ जाओ जा जा जा
1833
02:12:17,079 --> 02:12:19,180
बैठ
1834
02:12:19,180 --> 02:12:29,880
[संगीत]
1835
02:12:29,880 --> 02:12:34,239
ब बह बु नहीं तू अंधा है आया है बाप दादा
1836
02:12:34,239 --> 02:12:39,199
की नाक कटाने के लिए च बैठ जा ब बैठ जा बै
1837
02:12:39,850 --> 02:12:46,139
[संगीत]
1838
02:12:47,040 --> 02:12:50,040
जा
1839
02:12:51,350 --> 02:12:54,829
[संगीत]
1840
02:12:56,559 --> 02:12:59,000
मा
1841
02:12:59,079 --> 02:13:02,559
जी अरे कुछ बोलेगा भी के
1842
02:13:02,559 --> 02:13:04,440
आ
1843
02:13:04,440 --> 02:13:07,880
ब तुझ जैसे गे को सुंदरी भी बंदरी दिखाई
1844
02:13:07,880 --> 02:13:10,880
देगी चल चुपचाप जाके बैठ जा नहीं तो कोरो
1845
02:13:10,880 --> 02:13:13,719
वंश का बीज भी नहीं रहेगा आप भी चलिए ना
1846
02:13:13,719 --> 02:13:18,440
अरे गधे तुझे करना है कि मुझे चल जा
1847
02:13:18,440 --> 02:13:21,940
[संगीत]
1848
02:13:32,960 --> 02:13:35,639
मुझे नहीं करना है पर मुझे तो ब्याह करना
1849
02:13:35,639 --> 02:13:38,800
है पति देव जी हाथ पकड़ा है तो भाग कर
1850
02:13:38,800 --> 02:13:40,420
जाएंगे
1851
02:13:40,420 --> 02:13:44,270
[हंसी]
1852
02:13:45,200 --> 02:13:46,960
[संगीत]
1853
02:13:46,960 --> 02:13:52,559
कहा मैं वर भीम सेन का बेटा कठोर कश हूं क
1854
02:13:52,559 --> 02:13:56,119
कान खोल कर सुन ले सुरेखा का विवाह मनू से
1855
02:13:56,119 --> 02:14:00,040
गोफ में हो चुका और आज मैं दुला दुलन को
1856
02:14:00,040 --> 02:14:06,760
लेकर वहां से जा रहा हूं जिसम साहस हो व
1857
02:14:13,520 --> 02:14:16,840
मायावी और काकी जानती है कन्यादान किसने
1858
02:14:16,840 --> 02:14:18,440
दिया कृष्ण मामा
1859
02:14:18,440 --> 02:14:21,280
कृष्ण भैया तो हम पांडवों के आधारी है
1860
02:14:21,280 --> 02:14:23,119
बेटा
1861
02:14:23,119 --> 02:14:26,000
किंतु दुर्योधन इसका बैर लिए बिना चुप
1862
02:14:26,000 --> 02:14:29,040
नहीं बैठेगा बनवास के बाद वो निश्चय ही
1863
02:14:29,040 --> 02:14:33,239
युद्ध नेगा युद्ध होगा घनघोर युद्ध होगा
1864
02:14:33,239 --> 02:14:36,480
और यह युद्ध भारी पड़ेगा भगवन क्योंकि
1865
02:14:36,480 --> 02:14:39,320
बलराम जी ने दुर्योधन को गदा युद्ध में
1866
02:14:39,320 --> 02:14:44,079
अजय बना दिया है नारायण ना आप चाहे जितना
1867
02:14:44,079 --> 02:14:47,320
आकाश में छेद करें देवर्षी परंतु हम दोनों
1868
02:14:47,320 --> 02:14:50,520
भाइयों में कभी आप फूट नहीं डाल सकते
1869
02:14:50,520 --> 02:14:53,679
इसमें फूट डालने की कौन सी बात है प्रभु
1870
02:14:53,679 --> 02:14:56,400
मैं तो वही कह रहा हूं जो बलराम जी चाहते
1871
02:14:56,400 --> 02:14:59,960
हैं भैया यह चाहते हैं कि अजय होने के
1872
02:14:59,960 --> 02:15:02,559
अभिमान में दुर्योधन के पाप का घड़ा शीघ्र
1873
02:15:02,559 --> 02:15:06,360
भर जाए वो युद्ध के लिए उन्मत हो उठे और
1874
02:15:06,360 --> 02:15:10,360
फिर पृथ्वी का भार हल्का हो जाए नारायण
1875
02:15:10,360 --> 02:15:14,599
नारायण प्रभु आपकी लीला तो मैं कुछ कुछ
1876
02:15:14,599 --> 02:15:18,400
जानता हूं किंतु सीधे साधे हलदर जीी
1877
02:15:18,400 --> 02:15:21,760
खाने के दांत और और दिखाने के दांत और
1878
02:15:21,760 --> 02:15:25,840
रखते हैं यह नहीं जानता
1879
02:15:25,840 --> 02:15:29,400
देवर्ष भैया संसार के सामने यह उदाहरण
1880
02:15:29,400 --> 02:15:32,360
रखना चाहते हैं कि जहां चार बर्तन होते
1881
02:15:32,360 --> 02:15:37,880
हैं खड़क ही है परंतु भाई भाई ऐसे रहे कि
1882
02:15:37,880 --> 02:15:41,079
जैसे बलराम कृष्ण
1883
02:15:41,079 --> 02:15:46,840
े निष्ठा एक संकल्प एक इसी एकता से तो आप
1884
02:15:46,840 --> 02:15:49,440
दोनों भाइयों ने चुनचुन कर पापियों का
1885
02:15:49,440 --> 02:15:54,239
संघार किया फिर भी प्रभु एक बच गया है वह
1886
02:15:54,239 --> 02:15:56,040
हजार हाथ
1887
02:15:56,040 --> 02:16:00,119
वाला आप कहां किसी को बचने देना चाहते हैं
1888
02:16:00,119 --> 02:16:04,880
देवर्ष परंतु बलि पुत्र बाणासुर पापी नहीं
1889
02:16:04,880 --> 02:16:09,000
व तो भगवान शंकर का परम भक्त है शिव भक्ति
1890
02:16:09,000 --> 02:16:11,840
का विरोध मैं कहां कर रहा हूं प्रभु किंतु
1891
02:16:11,840 --> 02:16:14,199
वामन अवतार में आपने उसके बाप को पाताल
1892
02:16:14,199 --> 02:16:16,520
में पहुंचा दिया उसी का बदला लेने के
1893
02:16:16,520 --> 02:16:19,480
विचार से विष्णु भक्तों का कट्टर शत्रु बन
1894
02:16:19,480 --> 02:16:22,520
गया पृथ्वी से विष्णु का नाम ही मिटा देना
1895
02:16:22,520 --> 02:16:24,440
चाहता
1896
02:16:24,440 --> 02:16:29,119
देवर्षी भगवान शंकर और विष्णु तो एक ही है
1897
02:16:29,119 --> 02:16:31,760
किंतु प्रभु बाणासुर तो यह प्रचार कर रहा
1898
02:16:31,760 --> 02:16:34,638
है कि विष्णु और शंकर भगवान एक दूसरे के
1899
02:16:34,638 --> 02:16:38,519
शत्रु मुझे तो डर है कि उसके इस प्रचार से
1900
02:16:38,519 --> 02:16:41,080
भक्तों के साथ साथ आप दोनों प्रभु में
1901
02:16:41,080 --> 02:16:42,240
टक्कर ना हो
1902
02:16:42,240 --> 02:16:45,200
जाए आप चिंता ना कीजिए
1903
02:16:45,200 --> 02:16:49,599
देवर्ष समय स्वयं उसे समझा देगा कि भगवान
1904
02:16:49,599 --> 02:16:52,959
शंकर और विष्णु एक है आप कुछ भी समझिए
1905
02:16:52,959 --> 02:16:55,879
प्रभु किंतु बाणासुर का गर्भ खंडन नहीं
1906
02:16:55,879 --> 02:16:59,478
किया गया तो परिणाम भयंकर दिखाई देता है
1907
02:16:59,478 --> 02:17:01,950
नारायण
1908
02:17:01,950 --> 02:17:08,510
[संगीत]
1909
02:17:13,160 --> 02:17:16,599
नारायण करपूर
1910
02:17:16,599 --> 02:17:17,830
गौरम
1911
02:17:17,830 --> 02:17:19,920
[संगीत]
1912
02:17:19,920 --> 02:17:22,920
करुणा
1913
02:17:23,760 --> 02:17:25,760
अवतारम
1914
02:17:25,760 --> 02:17:28,439
संसार
1915
02:17:28,439 --> 02:17:30,240
सारम
1916
02:17:30,240 --> 02:17:33,240
भुजगेंद्र
1917
02:17:34,638 --> 02:17:39,119
हारम सदा
1918
02:17:39,359 --> 02:17:41,519
वसंतम
1919
02:17:41,519 --> 02:17:44,519
हृदयार
1920
02:17:45,439 --> 02:17:49,599
विंदे भव
1921
02:17:49,638 --> 02:17:51,879
भवानी
1922
02:17:51,879 --> 02:17:53,290
हितम
1923
02:17:53,290 --> 02:17:57,219
[संगीत]
1924
02:17:57,398 --> 02:17:59,080
नमामि
1925
02:17:59,080 --> 02:18:02,799
ओम नमः
1926
02:18:02,799 --> 02:18:08,120
शिवाय ओम नमः
1927
02:18:08,120 --> 02:18:13,359
शिवाय ओम नमः
1928
02:18:13,570 --> 02:18:16,519
[संगीत]
1929
02:18:16,519 --> 02:18:19,519
शिवाय
1930
02:18:19,629 --> 02:18:26,379
[संगीत]
1931
02:18:27,040 --> 02:18:33,399
बम बम बम बम सा सदाशिव बम बम बम
1932
02:18:33,879 --> 02:18:40,160
बम बम बम बम बम सा सदा शिव से लो लगन
1933
02:18:40,160 --> 02:18:46,519
लगाए इस धरती पर प्रभु भक्तों को आज कभी
1934
02:18:46,519 --> 02:18:49,760
ना ओम नमः
1935
02:18:49,760 --> 02:18:52,920
शिवाय ओम नमः
1936
02:18:52,920 --> 02:18:56,650
शिवाय ओम नमः
1937
02:18:56,650 --> 02:19:08,389
[संगीत]
1938
02:19:11,760 --> 02:19:17,959
शिवाय उड़ता जाता है काल का उड़न खटोला भर
1939
02:19:17,959 --> 02:19:19,760
लो रे
1940
02:19:19,760 --> 02:19:24,920
भाई भर लो रे भाई प्रभु भजन से
1941
02:19:24,920 --> 02:19:29,479
झोला प्रभु भजन से
1942
02:19:34,280 --> 02:19:37,790
झोला ये जन्म बड़ा है
1943
02:19:37,790 --> 02:19:40,638
[संगीत]
1944
02:19:40,638 --> 02:19:45,558
सलोना माटी को बना लो
1945
02:19:46,439 --> 02:19:48,080
सोना
1946
02:19:48,080 --> 02:19:53,800
हाथों में आया हुआ समय बेकार निकल ना
1947
02:19:53,800 --> 02:19:57,080
जाए ओम नमः
1948
02:19:57,080 --> 02:20:00,280
शिवाय ओम नमः
1949
02:20:00,280 --> 02:20:03,870
शिवाय ओम नमः
1950
02:20:03,870 --> 02:20:15,430
[संगीत]
1951
02:20:16,359 --> 02:20:18,260
शिवाय
1952
02:20:18,260 --> 02:20:27,279
[संगीत]
1953
02:20:27,319 --> 02:20:32,640
चरणों में प्रभु के डाल दो लोगो डेरा लख
1954
02:20:32,640 --> 02:20:34,160
चौ
1955
02:20:34,160 --> 02:20:39,439
का लख चौ का बड़ा विकट है
1956
02:20:39,439 --> 02:20:43,880
फेरा बड़ा विकट है
1957
02:20:46,319 --> 02:20:49,319
फरा
1958
02:20:49,600 --> 02:20:52,270
भगवान को सौप
1959
02:20:52,270 --> 02:20:54,880
[संगीत]
1960
02:20:54,880 --> 02:20:58,560
नैया वो होंगे स्वयं कि
1961
02:20:58,560 --> 02:21:01,280
[संगीत]
1962
02:21:01,280 --> 02:21:08,080
वैया इस भव सागर से रने का है केवल यही
1963
02:21:08,080 --> 02:21:11,280
उपाय ओम नमः
1964
02:21:11,280 --> 02:21:14,399
शिवाय ओम नमः
1965
02:21:14,399 --> 02:21:18,439
शिवाय ओम नमः शिवाय
1966
02:21:18,439 --> 02:21:23,800
बम बम बम बम साम सदा शिव से लो लगन
1967
02:21:23,800 --> 02:21:30,240
लगाए इस धरती पर प्रभु भक्तों को आज कभी
1968
02:21:30,240 --> 02:21:33,319
ना ओम नमः
1969
02:21:33,319 --> 02:21:36,479
शिवाय ओम नमः
1970
02:21:36,479 --> 02:21:39,560
शिवाय ओम नमः
1971
02:21:39,560 --> 02:21:42,680
शिवाय ओम नमः
1972
02:21:42,680 --> 02:21:44,830
शिवाय ओम नमः
1973
02:21:44,830 --> 02:21:46,240
[संगीत]
1974
02:21:46,240 --> 02:21:48,479
शिवाय
1975
02:21:48,479 --> 02:21:51,080
नारायण
1976
02:21:51,080 --> 02:21:53,880
नारायण आइए मुनि
1977
02:21:53,880 --> 02:21:58,080
पधारिए य महाराज बासर को भगवान शंकर की
1978
02:21:58,080 --> 02:22:00,880
स्तुति करते देख रहा हं और वहा विष्णु लोक
1979
02:22:00,880 --> 02:22:04,760
में आपका गर्भ खंडन करने की चर्चा चल
1980
02:22:04,760 --> 02:22:06,319
हमारा गर्व
1981
02:22:06,319 --> 02:22:07,920
खंडन
1982
02:22:07,920 --> 02:22:10,800
मुनिराज विष्णु लोक में जाक
1983
02:22:10,800 --> 02:22:16,160
कए वासर के गर्भ खंडन के स्वपन देखने से
1984
02:22:16,160 --> 02:22:19,520
पहले भगवान शंकर के त्रिशूल
1985
02:22:19,520 --> 02:22:23,280
से स्वयं विष्णु के चक्र सुदर्शन की रक्षा
1986
02:22:23,280 --> 02:22:25,920
की चिंता करें यह आप क्या बोल रहे हैं
1987
02:22:25,920 --> 02:22:27,680
महाराज बाणासुर
1988
02:22:27,680 --> 02:22:31,560
मुनिराज यह हम नहीं बोल रहे हमारे पिता
1989
02:22:31,560 --> 02:22:35,720
श्री को पाताल में धसान वाले विष्णु के
1990
02:22:35,720 --> 02:22:39,280
विरुद्ध हमारा प्रतिशोध बोल रहा
1991
02:22:39,280 --> 02:22:41,720
है हमारे इस
1992
02:22:41,720 --> 02:22:46,640
देव भगवान शंकर का दिया हुआ हमारी सहस्त्र
1993
02:22:46,640 --> 02:22:51,760
बुझाओ का बल बोल रहा है और बोल रहा है
1994
02:22:51,760 --> 02:22:56,040
हमारी रक्षा हेतु दिया हुआ स्वयं महादेव
1995
02:22:56,040 --> 02:22:59,479
जी का वचन विश्वास नहीं होता महाराज
1996
02:22:59,479 --> 02:23:02,760
बाणासुर जिन महादेव जी ने आपको सहस्त्र
1997
02:23:02,760 --> 02:23:05,680
बाहु बना दिया उन्हीं से आप युद्ध ठनने
1998
02:23:05,680 --> 02:23:09,840
पहुंच गए फिर भी वे आपकी रक्षा का वचन दे
1999
02:23:09,840 --> 02:23:13,880
दे या आश्चर्य नहीं तो क्या मुनिराज पहले
2000
02:23:13,880 --> 02:23:17,520
शिवलोक में जाइए भगवान शंकर हम आपका
2001
02:23:17,520 --> 02:23:23,399
आश्चर्य मिटा देंगे जाना ही होगा नाराय
2002
02:23:23,399 --> 02:23:27,560
नारा शंकर हर
2003
02:23:27,560 --> 02:23:31,439
हर हर हर
2004
02:23:31,439 --> 02:23:33,359
शंकर
2005
02:23:33,359 --> 02:23:38,600
नारायण नारायण देवसी पधारिए भोलेनाथ
2006
02:23:38,600 --> 02:23:42,200
प्रसन्न होते हैं तो भला बुरा पात्र कुत्र
2007
02:23:42,200 --> 02:23:45,479
कुछ देखते सोचते ही नहीं देवसी आज ये
2008
02:23:45,479 --> 02:23:47,840
उलाहना किसके बारे में लाए हैं आपके
2009
02:23:47,840 --> 02:23:50,800
अभिमानी भक्त बाणासुर के बारे में भगवन
2010
02:23:50,800 --> 02:23:53,640
आपने उसे उसकी रक्षा का वचन क्या दे दिया
2011
02:23:53,640 --> 02:23:56,160
वानर के गले में रुद्राक्ष की माला पड़ गई
2012
02:23:56,160 --> 02:23:59,960
बाणासुर आपको अपना अस्त्र मान रहा है और
2013
02:23:59,960 --> 02:24:02,359
भगवान विष्णु का संघार कराना चाहता है
2014
02:24:02,359 --> 02:24:06,399
भगवान विष्णु का संहार हां महादेवी और वो
2015
02:24:06,399 --> 02:24:09,840
भी महादेव जी के आज
2016
02:24:09,840 --> 02:24:13,720
देवर्षी भगवान विष्णु का और मेरा लक्ष्य
2017
02:24:13,720 --> 02:24:17,640
एक है हम एक ही हैं दो नहीं
2018
02:24:17,640 --> 02:24:20,560
यह तो हम समझते हैं भगवन किंतु आप दोनों
2019
02:24:20,560 --> 02:24:23,800
दो है और एक दूसरे के कट्टर शत्रु है यह
2020
02:24:23,800 --> 02:24:26,439
प्रमाणित करने के लिए बाणासुर ने तो अपनी
2021
02:24:26,439 --> 02:24:29,760
कन्या को कारण भी बना लिया अपनी कन्या को
2022
02:24:29,760 --> 02:24:33,479
वाह महादेवी भोलेनाथ तो भुलक्कड़ है ही
2023
02:24:33,479 --> 02:24:37,080
किंतु आप भी बाणासुर को दी हुई अपनी मानस
2024
02:24:37,080 --> 02:24:40,240
पुत्री कुमारी उषा को भूल गई बाणासुर ने
2025
02:24:40,240 --> 02:24:43,359
अपने गर्भ खंडन के दर् कुमारी उषा को
2026
02:24:43,359 --> 02:24:47,439
दुर्ग में बंद कर रखा दादाजी दादाजी क्या
2027
02:24:47,439 --> 02:24:50,560
है दूत समाचार लाया है कि हस्तिनापुर में
2028
02:24:50,560 --> 02:24:52,880
श्याम काका ने दुधन की पुत्री लक्ष्मणा का
2029
02:24:52,880 --> 02:24:55,600
स्वयं हरण किया है इसलिए दोनों को दुधन ने
2030
02:24:55,600 --> 02:24:57,279
बंदी बना लिया है
2031
02:24:57,279 --> 02:25:00,279
भैया
2032
02:25:00,479 --> 02:25:04,439
कन्हैया भैया दुर्योधन को आपने जो गदा
2033
02:25:04,439 --> 02:25:06,240
युद्ध में प्रवीण किया उसका परिणाम क्या
2034
02:25:06,240 --> 02:25:09,160
हुआ आप जानते हैं क्या हुआ कौरव ने हमारे
2035
02:25:09,160 --> 02:25:12,880
शाम को ही बंदी बना लिया है भैया उसे
2036
02:25:12,880 --> 02:25:15,479
मुक्त करने के लिए हमें युद्ध करना होगा
2037
02:25:15,479 --> 02:25:18,760
तुम शांत रहो मैं अकेले हस्तिनापुर जाकर
2038
02:25:18,760 --> 02:25:22,279
मम को ले आता हूं केवल मम को ही नहीं साथ
2039
02:25:22,279 --> 02:25:24,760
में लक्ष्मणा को भी हा हा तो लक्ष्मी को
2040
02:25:24,760 --> 02:25:26,920
ले
2041
02:25:30,439 --> 02:25:34,560
आऊगा श्री बलम जी हमारी रक्ष की रक्षा
2042
02:25:34,560 --> 02:25:37,800
कीजिए य कुल भूषण श्री बलराम जी हमारी
2043
02:25:37,800 --> 02:25:42,200
रक्षा कीजिए राक्षस राक्षस बलवल बारबार
2044
02:25:42,200 --> 02:25:45,080
हमारे य को भ्रष्ट कर डालता है से हमारी
2045
02:25:45,080 --> 02:25:48,720
रक्षा की बलराम जी रक्षा कीजिए
2046
02:25:48,720 --> 02:25:52,720
पधार पधारिए हमारी रक्षा कीजिए र
2047
02:25:52,720 --> 02:25:56,880
की ये रहा
2048
02:25:57,359 --> 02:26:00,359
पलवल
2049
02:26:08,760 --> 02:26:13,600
म तुम ऋषि मुनियों को बचाने आया हो क्या
2050
02:26:13,600 --> 02:26:17,240
बल बल को नहीं जानते मैं अधियो का नाश
2051
02:26:17,240 --> 02:26:19,760
करना जानता
2052
02:26:24,270 --> 02:26:45,780
[संगीत]
2053
02:26:45,800 --> 02:26:48,800
हूं
2054
02:26:50,200 --> 02:26:57,610
[संगीत]
2055
02:27:01,670 --> 02:27:07,720
[संगीत]
2056
02:27:07,720 --> 02:27:09,910
बना
2057
02:27:09,910 --> 02:27:15,720
[संगीत]
2058
02:27:15,720 --> 02:27:16,730
पड़ेगी
2059
02:27:16,730 --> 02:27:26,880
[संगीत]
2060
02:27:26,880 --> 02:27:29,319
ब
2061
02:27:29,330 --> 02:27:45,600
[संगीत]
2062
02:27:45,680 --> 02:27:48,680
ब
2063
02:27:50,399 --> 02:27:51,790
म
2064
02:27:51,790 --> 02:28:07,280
[संगीत]
2065
02:28:15,640 --> 02:28:18,640
म
2066
02:28:19,240 --> 02:28:25,170
बताइए ओम जीरी रक्षा कीजिए जी ओ वो
2067
02:28:25,170 --> 02:28:43,549
[संगीत]
2068
02:28:45,600 --> 02:28:48,600
बताइए
2069
02:28:51,130 --> 02:28:57,479
[संगीत]
2070
02:29:04,660 --> 02:29:07,899
[संगीत]
2071
02:29:10,920 --> 02:29:13,560
महात्मा जी मरे हुए पर हाथ उठाना धर्म
2072
02:29:13,560 --> 02:29:16,840
नहीं है शिरोमण धर्मा अवता श्री श्री
2073
02:29:16,840 --> 02:29:19,600
बलराम जी की
2074
02:29:20,720 --> 02:29:24,560
जय की जय हो श्री बलराम जी हस्तिनापुर में
2075
02:29:24,560 --> 02:29:28,840
पधारे हैं गुरुदेव हस्तिनापुर में कहां है
2076
02:29:28,840 --> 02:29:31,279
नगर के बाहर तंबू डालकर विश्राम कर रहे
2077
02:29:31,279 --> 02:29:34,960
हैं नगर के
2078
02:29:35,000 --> 02:29:40,240
बाहर समझ लो भांजे दाल में कुछ काला है हो
2079
02:29:40,240 --> 02:29:42,680
सकता है शाम को छुड़ाने के लिए बलराम जी
2080
02:29:42,680 --> 02:29:45,279
क्रोध में आए हो और यादव सेना भी लाकर
2081
02:29:45,279 --> 02:29:48,399
छुपाए हुए हो नहीं नहीं गुरुदेव कपटी नहीं
2082
02:29:48,399 --> 02:29:52,200
बहुत सीधे हैं चले उनका स्वागत करें चलते
2083
02:29:52,200 --> 02:29:52,920
तो
2084
02:29:52,920 --> 02:29:57,240
है पर चलने से पहले यह समझ लो
2085
02:29:57,240 --> 02:30:00,640
भांजे कि जहां तक गदा युद्ध सिखाने का
2086
02:30:00,640 --> 02:30:04,000
प्रश्न है वहां तो बलराम जी तुम्हारे गुरु
2087
02:30:04,000 --> 02:30:08,520
हैं किंतु जहां शम का प्रश्न है वहां वे
2088
02:30:08,520 --> 02:30:13,439
केवल यादव है और यादों में जो बहुत सीधे
2089
02:30:13,439 --> 02:30:19,880
होते हैं वे भी पालकी के बास होते हैं
2090
02:30:19,880 --> 02:30:25,000
गुरुदेव राज प्रसाद में पधार कर हमें पावन
2091
02:30:26,160 --> 02:30:29,439
कीजिए से मुझे इतना ही कहना
2092
02:30:29,439 --> 02:30:33,359
है कि मेरे स्वागत के बदले वे मम और
2093
02:30:33,359 --> 02:30:36,359
लक्ष्मणा को मेरे साथ विदा कर दे मम के
2094
02:30:36,359 --> 02:30:40,120
साथ लक्ष्मणा को भी बलराम जी यह विनती है
2095
02:30:40,120 --> 02:30:45,040
या चुनौती भाषा और भाव से तो इसे चुनौती
2096
02:30:45,040 --> 02:30:49,120
ही समझना चाहिए तो साम हमारा अपराधी है
2097
02:30:49,120 --> 02:30:51,680
उसे दन दिए बिना नहीं छोड़ेंगे और
2098
02:30:51,680 --> 02:30:55,479
लक्ष्मणा द्वारका के चौकट पर पैर धरे ऐसा
2099
02:30:55,479 --> 02:30:58,279
तो स्वपन में भी नहीं हो सकता
2100
02:30:58,279 --> 02:31:00,880
दुर्योधन स्वप्न में ना होने वाली बात को
2101
02:31:00,880 --> 02:31:05,040
भी साक्षात करने की शक्ति बलराम में है और
2102
02:31:05,040 --> 02:31:09,640
जरास के डर से मथुरा छोड़कर भागे हुए
2103
02:31:09,640 --> 02:31:12,760
बलराम की इस धमकी का उत्तर देने की शक्ति
2104
02:31:12,760 --> 02:31:18,359
सहस को में भी है चलो भाजे
2105
02:31:22,690 --> 02:31:23,660
[संगीत]
2106
02:31:23,660 --> 02:31:25,500
[प्रशंसा]
2107
02:31:25,500 --> 02:31:29,010
[संगीत]
2108
02:31:35,410 --> 02:31:41,439
[संगीत]
2109
02:31:45,420 --> 02:31:51,450
[संगीत]
2110
02:31:53,680 --> 02:31:57,319
स्वामी आप बलराम जी को जाकर मनाइए नहीं तो
2111
02:31:57,319 --> 02:31:59,840
हस्तिनापुर को यमुना में डूबा ही समझिए
2112
02:31:59,840 --> 02:32:02,399
नाथ और लक्ष्मणा को ले जाकर उन्हे सौप
2113
02:32:02,399 --> 02:32:03,140
कीजिए
2114
02:32:03,140 --> 02:32:06,200
[संगीत]
2115
02:32:07,640 --> 02:32:10,680
नाथ नारायण
2116
02:32:10,680 --> 02:32:14,439
नारायण बधाई देने आया हूं महादेव जी हलदर
2117
02:32:14,439 --> 02:32:17,319
जी ने हल से हस्तिनापुर को हिला
2118
02:32:17,319 --> 02:32:20,800
दिया इसमें बधाई देने की कौन सी बात है
2119
02:32:20,800 --> 02:32:25,120
देवर्ष वे मन पर रख ले तो पल भर में पूरी
2120
02:32:25,120 --> 02:32:29,399
वसुंधरा को हिला दे दादी जी दादी जी बलराम
2121
02:32:29,399 --> 02:32:31,600
दादा जीी और श्याम काका के रथ आते दिखाई
2122
02:32:31,600 --> 02:32:33,920
दे रहे हैं तुझे अपनी काकी का मुंह देखने
2123
02:32:33,920 --> 02:32:38,479
की बड़ी इच्छा थी ना महादेवी अनीर जी काकी
2124
02:32:38,479 --> 02:32:41,359
दादी का ही मुंह देखते रहेंगे यह किसी और
2125
02:32:41,359 --> 02:32:44,240
का भी देखेंगे यादवों में एक यही तो
2126
02:32:44,240 --> 02:32:46,960
कुमारे रह गए हैं दादी जी मैं कृष्ण दार
2127
02:32:46,960 --> 02:32:49,680
जी को समाचार देता
2128
02:32:50,040 --> 02:32:54,520
हूं नारद जी इस कामदेव के पुत्र अनिरुद्ध
2129
02:32:54,520 --> 02:32:58,720
का रूप देखते हुए मुझे तो डर बना रहता है
2130
02:32:58,720 --> 02:33:01,720
कि कहीं कोई देवांगना इसका हरण करके यदु
2131
02:33:01,720 --> 02:33:04,000
कुल में उल्टी गंगा न बहा
2132
02:33:04,000 --> 02:33:07,680
दे किंतु पृथ्वी पर भी देवांग नाओ से
2133
02:33:07,680 --> 02:33:10,880
बढ़कर कन्याए है
2134
02:33:13,510 --> 02:33:15,160
[संगीत]
2135
02:33:15,160 --> 02:33:18,160
महादेवी
2136
02:33:25,670 --> 02:33:37,439
[संगीत]
2137
02:33:38,200 --> 02:33:41,560
महादेवी महादेवी अनिरुद्ध जी का कहीं पता
2138
02:33:41,560 --> 02:33:44,279
नहीं है शन कक्ष में उनका पलंग भी नहीं है
2139
02:33:44,279 --> 02:33:49,200
क्या कहा अनिरुद्ध नहीं और पल भी
2140
02:33:49,200 --> 02:33:55,000
[संगीत]
2141
02:33:55,000 --> 02:33:59,080
नहीं सुना आपने शाम को आप छुड़ा ले आए तो
2142
02:33:59,080 --> 02:34:01,560
अनिरुद्ध का पलंग समेत कोई हरण कर ले गया
2143
02:34:01,560 --> 02:34:03,880
अनि का
2144
02:34:03,880 --> 02:34:07,840
हरण चिंता मत करो देवी यदु कुल के वंशज का
2145
02:34:07,840 --> 02:34:10,600
हरण करना सहज हो सकता है किंतु उसे छुपाकर
2146
02:34:10,600 --> 02:34:16,160
रोक रखना कठिन है महाराज बासर की जय हो
2147
02:34:16,160 --> 02:34:20,399
दया निधान राजकुमारी उषा के महल में कोई
2148
02:34:20,399 --> 02:34:24,680
पुरुष प्रवेश कर चुका है पुरुष असंभव
2149
02:34:24,680 --> 02:34:28,720
मैंने अपने कानों से भनक सुनी है अन्नदाता
2150
02:34:28,720 --> 02:34:34,479
हम अपनी आंखों से देखेंगे आओ हमारे
2151
02:34:34,800 --> 02:34:38,479
साथ आकाश पाताल एक कर दिया गया किंतु
2152
02:34:38,479 --> 02:34:40,840
अनिरुद्ध जी का कहीं पता नहीं चला प्रभु
2153
02:34:40,840 --> 02:34:44,640
नारायण नारायण पता कैसे चलेगा नारायण की
2154
02:34:44,640 --> 02:34:47,120
इच्छा बिना भला कुछ हो सकता
2155
02:34:47,120 --> 02:34:50,880
लीजिए त्रिभुवन के समाचार केंद्र आ गए
2156
02:34:50,880 --> 02:34:54,800
भैया इनसे पूछे मुझसे क्या पूछना है प्रभु
2157
02:34:54,800 --> 02:34:58,200
और आपके होते हुए मैं कह भी कैसे सकता हूं
2158
02:34:58,200 --> 02:35:00,279
कि अनिरुद्ध जी को बाणासुर ने बंदी बना
2159
02:35:00,279 --> 02:35:04,240
रखा है बाणासुर कुछ बोलिए ना प्रभु आप
2160
02:35:04,240 --> 02:35:07,200
अपने भक्त राजा बली के पुत्र को मारना ना
2161
02:35:07,200 --> 02:35:10,760
चाहते हो तो ना सही किंतु द्वारिका में
2162
02:35:10,760 --> 02:35:13,359
अपने पौत्र और पौत्र वधु के स्वागत के लिए
2163
02:35:13,359 --> 02:35:16,680
तो कुछ कीजिए नारद जी बात क्या है स्पष्ट
2164
02:35:16,680 --> 02:35:20,720
कहिए भाभी जी ये भक्त और ये भगवान दोनों
2165
02:35:20,720 --> 02:35:23,279
ही हमें चक्कर में डाल रहे हैं चक्कर में
2166
02:35:23,279 --> 02:35:26,520
तो स्वयं चक्रधारी पड़ गए हैं देवी देव
2167
02:35:26,520 --> 02:35:29,120
कन्याओं का हरण करना तो यादव कुल की रीत
2168
02:35:29,120 --> 02:35:32,399
है ही किंतु यादव कुमार अनिरुद्ध का हरण
2169
02:35:32,399 --> 02:35:36,080
करके बाणासुर की कन्या उषा ले गई ये नई और
2170
02:35:36,080 --> 02:35:38,920
उल्टी रीत चल पड़ी सेना तैयार करवाओ सात
2171
02:35:38,920 --> 02:35:42,319
की जी द्वारकाधीश का अपमान करने वाले को
2172
02:35:42,319 --> 02:35:45,080
दंद दिए बिना मैं नहीं रहूंगा किंतु भैया
2173
02:35:45,080 --> 02:35:46,560
ये मेरी आज्ञा है
2174
02:35:46,560 --> 02:35:49,640
उस हजार हाथ वाले बासर को हलधर का एक ही
2175
02:35:49,640 --> 02:35:54,399
हल और कन्हैया का एक ही चक्र ू चता दे जो
2176
02:35:54,399 --> 02:35:55,800
आज्ञा
2177
02:35:55,800 --> 02:35:59,640
भैया नारद जी पधारे और कुछ गड़बड़ ना हो
2178
02:35:59,640 --> 02:36:02,680
ऐसा कभी हो सकता
2179
02:36:02,800 --> 02:36:08,160
है युद्ध की चुनौती बासर को युद्ध की
2180
02:36:08,160 --> 02:36:12,200
चुनौती सहस बा को य की चुनाव
2181
02:36:12,200 --> 02:36:16,760
की आज बलराम और कृष् को पता लगेगा
2182
02:36:16,760 --> 02:36:20,720
पासर से टक्कर लेना स्वयं भगवान शंकर से
2183
02:36:20,720 --> 02:36:22,800
टक्कर
2184
02:36:22,800 --> 02:36:25,439
लेनार
2185
02:36:25,439 --> 02:36:27,600
शकर
2186
02:36:27,600 --> 02:36:30,600
शंकर
2187
02:36:32,490 --> 02:36:42,379
[संगीत]
2188
02:36:44,880 --> 02:36:47,880
शंकर
2189
02:36:53,150 --> 02:36:57,579
[संगीत]
2190
02:37:01,319 --> 02:37:03,600
ये सब क्या होने जा रहा है संग्राम होने
2191
02:37:03,600 --> 02:37:06,319
जा रहा है बलराम श्री कृष्ण ने मेरे भक्त
2192
02:37:06,319 --> 02:37:09,820
बाणासुर को ललकारा है भगवान से भगवान का
2193
02:37:09,820 --> 02:37:11,760
[संगीत]
2194
02:37:11,760 --> 02:37:16,680
संग्राम देवराज इंद्र कहां च और शंकर जी
2195
02:37:16,680 --> 02:37:20,840
का युद्ध देख नाथ ये ये क्या होने जा रहा
2196
02:37:20,840 --> 02:37:24,120
है कृष्ण और शंकर जी का युद्ध होने जा रहा
2197
02:37:24,120 --> 02:37:27,439
है पर्वतों
2198
02:37:28,600 --> 02:37:32,279
है त्राहि त्राहि
2199
02:37:32,279 --> 02:37:36,040
बोलो पर्वतो त्राहि त्राहि बोलो धरातल
2200
02:37:36,040 --> 02:37:40,279
आंखें अब खोलो संग्राम आज दो भगवानों का
2201
02:37:40,279 --> 02:37:44,880
है होने वाला संग्राम आज दो भगवानों का है
2202
02:37:44,880 --> 02:37:49,680
होने वाला दिशाओ है घटाओ है समुद्रों
2203
02:37:49,680 --> 02:37:51,399
है
2204
02:37:51,399 --> 02:37:53,270
डोलो पर्वतो
2205
02:37:53,270 --> 02:38:06,240
[संगीत]
2206
02:38:06,240 --> 02:38:10,680
है एक और चक्रधारी है कृष्ण
2207
02:38:10,680 --> 02:38:16,000
मुरारी दूसरी ओर है शंकर प्रलयंकारी
2208
02:38:16,000 --> 02:38:19,359
एक और चक्रधारी है कृष्ण
2209
02:38:19,359 --> 02:38:23,960
मुरारी दूसरी ओर है शंकर प्रलयंकारी
2210
02:38:23,960 --> 02:38:27,880
मुठ भेड़ भयंकर होगी आज दोनों
2211
02:38:27,880 --> 02:38:32,279
में मुठ भेड़ भयंकर होगी आज दोनों
2212
02:38:32,279 --> 02:38:37,240
में गंगाधर से जूझ आज गिरधारी आज गिरधारी
2213
02:38:37,240 --> 02:38:39,880
पर्वतों
2214
02:38:41,040 --> 02:38:44,720
है ही ही
2215
02:38:44,720 --> 02:38:48,640
बोलो पर्वतो त्राहि त्राहि बोलो धरातल
2216
02:38:48,640 --> 02:38:52,880
आंखें अब खोलो संग्राम आज दो भगवानों का
2217
02:38:52,880 --> 02:38:57,479
है होने वाला संग्राम आज दो भगवानों का है
2218
02:38:57,479 --> 02:39:02,319
होने वाला दिशाओ है घटाओ है समुद्रों
2219
02:39:02,319 --> 02:39:04,000
है
2220
02:39:04,000 --> 02:39:07,640
डोलो पर्वतो
2221
02:39:14,640 --> 02:39:17,640
है
2222
02:39:23,570 --> 02:39:30,160
[संगीत]
2223
02:39:30,160 --> 02:39:33,439
आंखों में भरकर अग्नि भुटिया
2224
02:39:33,439 --> 02:39:37,760
ताने दो प्रभु चले भूकंप धरा पर
2225
02:39:37,760 --> 02:39:41,920
लाने आंखों में भरकर अग्नि बरकटिया
2226
02:39:41,920 --> 02:39:47,279
ताने दो प्रभु चले भूकंप धरा पर ला
2227
02:39:47,279 --> 02:39:50,560
मंदिरो आज है दिग दिगंत के
2228
02:39:50,560 --> 02:39:54,840
चीख मंदिरो आज है दिग दिगंत के
2229
02:39:54,840 --> 02:39:59,040
चीख कैलाश चला द्वारिका से है टकराने आज
2230
02:39:59,040 --> 02:40:00,590
टकराने पर्वतो
2231
02:40:00,590 --> 02:40:03,560
[संगीत]
2232
02:40:03,560 --> 02:40:07,279
है त्राहि त्राहि
2233
02:40:07,279 --> 02:40:11,120
बोलो पर्वतो त्राहि त्राहि बोलो धरातल
2234
02:40:11,120 --> 02:40:15,279
आंखें अब खोलो संग्राम आज दो भगवानों का
2235
02:40:15,279 --> 02:40:20,000
है होने वाला संग्राम आज दो भगवानों का है
2236
02:40:20,000 --> 02:40:24,840
होने वाला दिशाओ है घटाओ है समुद्रों
2237
02:40:24,840 --> 02:40:26,560
है
2238
02:40:26,560 --> 02:40:30,200
डोलो पर्वतो
2239
02:40:30,830 --> 02:40:43,400
[संगीत]
2240
02:40:44,520 --> 02:40:46,240
है
2241
02:40:46,240 --> 02:40:49,899
[संगीत]
2242
02:40:53,140 --> 02:40:55,580
[प्रशंसा]
2243
02:40:55,580 --> 02:40:58,639
[संगीत]
2244
02:41:01,360 --> 02:41:02,840
[प्रशंसा]
2245
02:41:02,840 --> 02:41:14,439
[संगीत]
2246
02:41:14,439 --> 02:41:17,439
आ
2247
02:41:17,700 --> 02:41:21,179
[संगीत]
2248
02:41:27,240 --> 02:41:27,920
[संगीत]
2249
02:41:27,920 --> 02:41:32,470
[प्रशंसा]
2250
02:41:32,470 --> 02:41:40,920
[संगीत]
2251
02:41:40,920 --> 02:41:46,319
थू तेरे हजार हाथ कट गए अब सावधान न हो जा
2252
02:41:46,319 --> 02:41:53,510
चिंता नहीं क् बासर की ये बुझाए कभी शेष
2253
02:41:53,510 --> 02:41:56,040
[संगीत]
2254
02:41:56,040 --> 02:41:57,980
[प्रशंसा]
2255
02:41:57,980 --> 02:42:01,750
[संगीत]
2256
02:42:02,439 --> 02:42:07,520
हैमन जी बाना थू सावधान सावधान
2257
02:42:07,520 --> 02:42:12,990
[संगीत]
2258
02:42:12,990 --> 02:42:14,359
[प्रशंसा]
2259
02:42:14,359 --> 02:42:17,359
कृष्ण
2260
02:42:22,960 --> 02:42:26,170
[संगीत]
2261
02:42:26,170 --> 02:42:29,580
[प्रशंसा]
2262
02:42:29,580 --> 02:42:44,359
[संगीत]
2263
02:42:44,359 --> 02:42:46,240
हा
2264
02:42:46,240 --> 02:42:49,410
[संगीत]
2265
02:42:51,910 --> 02:42:55,360
[संगीत]
2266
02:42:55,360 --> 02:42:57,640
[प्रशंसा]
2267
02:42:57,640 --> 02:43:05,850
[संगीत]
2268
02:43:12,380 --> 02:43:14,279
[संगीत]
2269
02:43:14,279 --> 02:43:17,279
श
2270
02:43:19,200 --> 02:43:22,379
[संगीत]
2271
02:43:25,710 --> 02:43:28,790
[संगीत]
2272
02:43:44,279 --> 02:43:47,279
हे
2273
02:43:51,710 --> 02:43:54,880
[संगीत]
2274
02:44:14,200 --> 02:44:17,200
हा
2275
02:44:23,680 --> 02:44:26,920
[प्रशंसा]
2276
02:44:26,920 --> 02:44:30,200
इस लय को रोकिए ब्रह्मा जी स्वामी को
2277
02:44:30,200 --> 02:44:34,960
समझाइए नारायण भगवान का क्रोध शांत कीजिए
2278
02:44:38,359 --> 02:44:42,080
विधाता ब्रह्मांड टूट कर गिर जाएगा पृथ्वी
2279
02:44:42,080 --> 02:44:45,399
रसातल में सस जाएगी ब्रह्मा जी इन दोनों
2280
02:44:45,399 --> 02:44:47,470
को टकराने से आप ही रोक
2281
02:44:47,470 --> 02:44:53,049
[संगीत]
2282
02:44:53,560 --> 02:44:57,760
सकते रोकना ही है तो तुरंत रोकि वरना कहीं
2283
02:44:57,760 --> 02:45:01,399
त्रिशूल और चक्र टकरा गए रोकने के लिए भी
2284
02:45:01,399 --> 02:45:04,120
कोई नहीं बच
2285
02:45:14,080 --> 02:45:17,080
पाएगा
2286
02:45:18,760 --> 02:45:22,359
शांत भगवन शांत जिस बाणासुर के कारण आप
2287
02:45:22,359 --> 02:45:25,120
दोनों युद्ध कर रहे हैं उसका अभिमान तो
2288
02:45:25,120 --> 02:45:28,160
नष्ट हो गया अब इन दोनों वजर को टकराने से
2289
02:45:28,160 --> 02:45:31,600
रोकिए त्रिभुवन को प्रलय से बचाइए हम सब
2290
02:45:31,600 --> 02:45:33,280
पर दया कीजिए देवाधि
2291
02:45:33,280 --> 02:45:36,629
[संगीत]
2292
02:45:39,319 --> 02:45:43,960
देव बलराम जी आप दोनों भाइयों की विजय हो
2293
02:45:43,960 --> 02:45:48,640
हम आप मानते प्रभु अखंड ज्योति
2294
02:45:48,640 --> 02:45:52,200
परमात्मा सहस्त्र बुझाओ का बल पाकर मैं
2295
02:45:52,200 --> 02:45:54,080
अभिमान में अंधा हो
2296
02:45:54,080 --> 02:45:58,680
गया आपने मेरी बुझाए काट करर मेरे ज्ञान
2297
02:45:58,680 --> 02:46:02,000
चक्षु खोल दिए अब अपनी शरण में ले लो
2298
02:46:02,000 --> 02:46:06,920
प्रभु नारायण नारायण धन्य है प्रभु की
2299
02:46:06,920 --> 02:46:10,800
लीला देखते ही देखते बाणासुर का गर्व खंडन
2300
02:46:10,800 --> 02:46:13,720
भी हो गया भगवान त्रिलोचन का वचन भी रह
2301
02:46:13,720 --> 02:46:19,080
गया और उष को दया ससुर भी मिल गए और बिना
2302
02:46:19,080 --> 02:46:21,680
दक्षिणा पुरोहित जी भी मिल गए धन्य हो
2303
02:46:21,680 --> 02:46:23,440
प्रभु
2304
02:46:23,440 --> 02:46:40,299
[संगीत]
2305
02:46:40,439 --> 02:46:46,439
धन्य कौन अर्जुन कब आए दो एक पहले मैं भी
2306
02:46:46,439 --> 02:46:50,760
आया हूं श्री कृष्ण ओ सम्राट
2307
02:46:50,760 --> 02:46:53,359
दुर्योधन मुझे बड़ा आनंद हो रहा है आप
2308
02:46:53,359 --> 02:46:56,160
दोनों को एक साथ यहां आए देखकर एक साथ
2309
02:46:56,160 --> 02:47:00,240
नहीं पहले मैं आया हूं यह विनती करने के
2310
02:47:00,240 --> 02:47:03,160
युद्ध में आप हमारी सहायता करें मैं भी
2311
02:47:03,160 --> 02:47:06,279
यही विनती करने आया हूं भगवन कि आप हमारी
2312
02:47:06,279 --> 02:47:11,000
सहायता करें तुम दोनों जानते हो कि मैं
2313
02:47:11,000 --> 02:47:15,160
शांति चाहता हूं और फिर मेरे लिए कौर
2314
02:47:15,160 --> 02:47:19,880
पांडव दोनों समान है दोनों संबंधी हैं तो
2315
02:47:19,880 --> 02:47:22,840
जो पहले आया हो उसके पक्ष में यादव सेना
2316
02:47:22,840 --> 02:47:24,200
सहित आप
2317
02:47:24,200 --> 02:47:28,920
रहे मेरी दृष्टि पहले अर्जुन पर पड़ी है
2318
02:47:28,920 --> 02:47:31,800
इसलिए इनका भी अधिकार हो
2319
02:47:31,800 --> 02:47:35,479
गया अब यह समस्या सुलझाने का केवल एक ही
2320
02:47:35,479 --> 02:47:36,760
उपाय हो सकता
2321
02:47:36,760 --> 02:47:43,439
है और वह यह है कि एक और यादव सेना रहे और
2322
02:47:43,439 --> 02:47:46,399
दूसरी और मैं के केला नि
2323
02:47:46,399 --> 02:47:49,080
शस्त्र क्योंकि इस युद्ध में शस्त्र ना
2324
02:47:49,080 --> 02:47:52,560
उठाने की मैंने प्रतिज्ञा की है तो फिर
2325
02:47:52,560 --> 02:47:57,080
हमारी ओर यादव सेना रहे और हम श्री कृष्ण
2326
02:47:57,080 --> 02:47:59,080
को ही पाकर संतोष कर
2327
02:47:59,080 --> 02:48:03,840
लेंगे चलो निर्णय हो
2328
02:48:04,520 --> 02:48:08,720
गया मैं बहुत प्रसन्न हो
2329
02:48:12,920 --> 02:48:16,960
गया कर पांडो होने वाले महाभारत युद्ध के
2330
02:48:16,960 --> 02:48:20,160
जिस निर्णय से तुम्ह संतोष हुआ है वो
2331
02:48:20,160 --> 02:48:23,760
निर्णय संतोष जनक नहीं विनाशकारी है धरती
2332
02:48:23,760 --> 02:48:26,319
के टुकड़े के लिए मुझे तो यह युद्ध ही थक
2333
02:48:26,319 --> 02:48:29,399
लगता है आप जानते हैं
2334
02:48:29,399 --> 02:48:32,960
भैया कि शांति के लिए मैंने कितना प्रयास
2335
02:48:32,960 --> 02:48:33,720
किया
2336
02:48:33,720 --> 02:48:37,080
है परंतु जहां अभिमानी और महत्वाकांक्षी
2337
02:48:37,080 --> 02:48:40,680
प्रवृत्तियां सीमा लांग लग जाती है वहां
2338
02:48:40,680 --> 02:48:43,800
युद्ध अनिवार्य हो जाता है भैया पर यह तो
2339
02:48:43,800 --> 02:48:47,840
सोचो ये युद्ध कौन किससे करेगा काका भतीजे
2340
02:48:47,840 --> 02:48:52,120
से मामा भांजे से बाप बेटे से भाई भाई से
2341
02:48:52,120 --> 02:48:57,359
और मित्र मित्र से इसमें पापी कम और पुण्य
2342
02:48:57,359 --> 02:49:00,560
आत्मा अधिक मरेंगे कन्हैया इस नर संघार
2343
02:49:00,560 --> 02:49:04,840
में यादव भाग नहीं ले सकते तुम भी नहीं
2344
02:49:04,840 --> 02:49:08,040
अर्जुन को मैंने वचन दिया है कि मैं
2345
02:49:08,040 --> 02:49:11,520
शस्त्र धारण नहीं करूंगा उससे विनाश लीला
2346
02:49:11,520 --> 02:49:14,439
में कोई अंतर नहीं पड़ सकता युद्ध भूमि
2347
02:49:14,439 --> 02:49:16,800
में तुम्हारा जाना ही आग में घी पड़ने के
2348
02:49:16,800 --> 02:49:17,840
समान
2349
02:49:17,840 --> 02:49:21,640
होगा शांति दूत केशव को मैं संग्राम में
2350
02:49:21,640 --> 02:49:24,359
नहीं देख सकता मैं तुम्हें नहीं जाने
2351
02:49:24,359 --> 02:49:27,359
दूंगा यह तो पांडवों के प्रति विश्वासघात
2352
02:49:27,359 --> 02:49:28,200
होगा
2353
02:49:28,200 --> 02:49:32,680
भैया मेरा जाना अनिवार्य है नहीं तुम नहीं
2354
02:49:32,680 --> 02:49:37,359
जा सकते यह मेरी आज्ञा है परंतु मैं अपना
2355
02:49:37,359 --> 02:49:39,720
वचन भंग कैसे कर सकता हूं
2356
02:49:39,720 --> 02:49:43,000
भैया तो तुम्हें द्वारकाधीश की आज्ञा भंग
2357
02:49:43,000 --> 02:49:45,880
करनी होगी अपने भाई के साथ विश्वास घात
2358
02:49:45,880 --> 02:49:49,359
करना होगा भैया तुमने प्रतिज्ञा की है कि
2359
02:49:49,359 --> 02:49:51,239
मेरी इच्छा या आज्ञा के विरुद्ध कुछ नहीं
2360
02:49:51,239 --> 02:49:55,680
करोगे मैं इसके साथी हो नाथ किंतु उस
2361
02:49:55,680 --> 02:49:57,960
प्रतिज्ञा में द्वारकाधीश की आज्ञा नहीं
2362
02:49:57,960 --> 02:50:00,800
थी भाई का प्रेम
2363
02:50:00,800 --> 02:50:03,120
था मैं पूछती
2364
02:50:03,120 --> 02:50:07,920
हूं भाइयों का वो प्रेम उनका एक
2365
02:50:07,920 --> 02:50:13,080
थे एक निष्ठा एक संकल्प आज कहां है कहां
2366
02:50:13,080 --> 02:50:16,840
गया भत्र प्रेम का वो अनुपम उदार जो संसार
2367
02:50:16,840 --> 02:50:21,239
के सामने रखना चाहते थे आज भाई को भाई ऐसी
2368
02:50:21,239 --> 02:50:24,640
आज्ञा ही क्यों करना चाहता है जिससे वचन
2369
02:50:24,640 --> 02:50:29,319
भंग हो बताइए ना बोलिए
2370
02:50:29,319 --> 02:50:33,319
इसलिए कि अकारण कौरव पांडव और यादवों के
2371
02:50:33,319 --> 02:50:36,680
लहू की नदी बहते हुए हजारों कुल वधु की
2372
02:50:36,680 --> 02:50:40,399
मांग उजड़ हुए और लाखों होनहार बच्चों को
2373
02:50:40,399 --> 02:50:44,080
अनाथ होते हुए मैं नहीं देख सकता कभी नहीं
2374
02:50:44,080 --> 02:50:46,640
देख सकता
2375
02:51:03,920 --> 02:51:06,600
केशव मैं तुम्हारे वचन
2376
02:51:06,600 --> 02:51:09,840
में बाधक नहीं
2377
02:51:09,840 --> 02:51:14,840
बनूंगा मैं अब देश के कोने कोने में
2378
02:51:14,840 --> 02:51:15,960
यात्रा
2379
02:51:15,960 --> 02:51:21,080
करूंगा तीर्थों का जल माथे
2380
02:51:21,080 --> 02:51:24,000
चढ़ूंगा मैं आज
2381
02:51:24,000 --> 02:51:29,279
ही द्वारका छोड़कर जा रहा हूं
2382
02:51:29,279 --> 02:51:33,040
नाथ मैं ही द्वारका में रहकर क्या
2383
02:51:33,040 --> 02:51:36,080
करूंगी आपके पल चिन्हो पर
2384
02:51:36,080 --> 02:51:39,840
चलकर मैं भी आप ही में विलीन हो
2385
02:51:39,840 --> 02:51:42,840
जाऊंगी
2386
02:51:43,040 --> 02:51:46,040
भाभी भैया
2387
02:51:46,040 --> 02:51:48,880
आपका पुरुष मेरा बल
2388
02:51:48,880 --> 02:51:52,760
था आपका स्नेह मेरा सहारा
2389
02:51:52,760 --> 02:51:56,160
था आपकी ममता का बंधन ही मेरे सुख का
2390
02:51:56,160 --> 02:52:00,239
साम्राज्य था भैया क्या उसे आप तोड़
2391
02:52:00,239 --> 02:52:02,000
देंगे
2392
02:52:02,000 --> 02:52:06,680
भैया लक्ष्य के अंतिम चरण में आप मेरा साथ
2393
02:52:06,680 --> 02:52:08,439
छोड़ देंगे
2394
02:52:08,439 --> 02:52:10,359
भैया
2395
02:52:10,359 --> 02:52:13,479
कन्हैया विधि के विधान को कोई नहीं तोड़
2396
02:52:13,479 --> 02:52:17,920
सकता जब तक हमारा तुम्हारा संजोग था मैंने
2397
02:52:17,920 --> 02:52:19,840
साथ
2398
02:52:19,840 --> 02:52:24,120
दिया अब मेरी यही इच्छा है भाई की सुख
2399
02:52:24,120 --> 02:52:28,359
सुविधा के लिए संसार का हर एक भाई अपने
2400
02:52:28,359 --> 02:52:31,720
सुखों को त्याग कर एक उदाहरण
2401
02:52:31,720 --> 02:52:35,040
बने चलो
2402
02:52:35,120 --> 02:52:38,120
देवी
2403
02:52:38,120 --> 02:52:40,120
भैया
2404
02:52:40,120 --> 02:52:43,120
भया
2405
02:52:43,439 --> 02:52:46,439
भया
2406
02:52:48,439 --> 02:52:51,960
जहां संयोग है वही भी योग है
2407
02:52:51,960 --> 02:52:54,920
कन्हैया दुख मत
2408
02:52:54,920 --> 02:52:57,439
करना
2409
02:52:57,439 --> 02:53:03,880
भाभी आपके वासुदेव को अब कौन
2410
02:53:04,120 --> 02:53:06,920
टेगा इसके सुख दुख
2411
02:53:06,920 --> 02:53:10,800
को अब कौन
2412
02:53:11,520 --> 02:53:13,359
समझेगा
2413
02:53:13,359 --> 02:53:16,840
वासुदेव रुक्मिणी सत्य भामा सत्या ज भवत
2414
02:53:16,840 --> 02:53:20,080
आदि को धीर देते
2415
02:53:20,080 --> 02:53:31,030
[संगीत]
2416
02:53:32,880 --> 02:53:34,680
रहना
2417
02:53:34,680 --> 02:53:39,319
भावी बड़ी प्रबल
2418
02:53:39,800 --> 02:53:45,950
होती इस पर ना किसी का जोर
2419
02:53:45,950 --> 02:53:49,560
[संगीत]
2420
02:53:49,560 --> 02:53:51,319
चले
2421
02:53:51,319 --> 02:53:56,200
इसीलिए हो विवश
2422
02:53:57,040 --> 02:53:59,560
द्वारकाधीश युद्ध
2423
02:53:59,560 --> 02:54:03,319
की ओर
2424
02:54:03,840 --> 02:54:06,680
चले क्या
2425
02:54:06,680 --> 02:54:08,800
करते
2426
02:54:08,800 --> 02:54:10,960
गोविंद
2427
02:54:10,960 --> 02:54:13,279
महाभारत
2428
02:54:13,279 --> 02:54:19,520
था देश के भाग
2429
02:54:20,880 --> 02:54:26,160
में कूद पड़े कौरव
2430
02:54:26,160 --> 02:54:30,640
पांडव एक दिवस
2431
02:54:31,040 --> 02:54:33,070
धधकती आग
2432
02:54:33,070 --> 02:54:36,920
[संगीत]
2433
02:54:36,920 --> 02:54:42,720
में भगवान कृष्ण को अपना वचन
2434
02:54:42,720 --> 02:54:45,760
निभाना प
2435
02:54:45,760 --> 02:54:50,640
दो भिन्न दिशा में भाइयों को
2436
02:54:50,640 --> 02:54:52,439
जाना
2437
02:54:52,439 --> 02:54:58,080
पड़ा भगवान कृष्ण को अपना वचन
2438
02:54:58,080 --> 02:54:59,880
निभाना
2439
02:54:59,880 --> 02:55:05,760
पड़ा दो भिन्न दिशा में भाइयों को
2440
02:55:05,760 --> 02:55:07,439
जाना
2441
02:55:07,439 --> 02:55:14,960
पड़ा हे बद्रीनाथ जय जय भन करो
2442
02:55:14,960 --> 02:55:16,720
भगन
2443
02:55:16,720 --> 02:55:18,720
केदारनाथ जय
2444
02:55:18,720 --> 02:55:23,479
जय कल्याण करो
2445
02:55:28,870 --> 02:55:35,479
[संगीत]
2446
02:55:35,479 --> 02:55:39,359
भगवन काशी विश्वेश्वर
2447
02:55:39,359 --> 02:55:43,200
जय उद्धार करो
2448
02:55:43,200 --> 02:55:51,580
भगवन हे रामेश्वर जय जय बेड़ा पार करो
2449
02:55:51,580 --> 02:55:54,659
[संगीत]
2450
02:55:58,359 --> 02:56:03,880
भगवान क्या हुआ रण में क्या
2451
02:56:04,000 --> 02:56:09,479
बतलाए लाखों दुल्हन हुई
2452
02:56:09,920 --> 02:56:16,120
विधवा क्या हुआ रण में क्या बतलाए
2453
02:56:16,239 --> 02:56:20,720
लाखों दुलहन हुई
2454
02:56:20,800 --> 02:56:26,439
विधवा जब बेटों की चिताय जली
2455
02:56:26,439 --> 02:56:35,359
तो जब बेटों की ताए जली तो रोई कोटि कोटि
2456
02:56:35,359 --> 02:56:41,160
माताएं चुपचाप प्रभु को यह भी दुख
2457
02:56:41,160 --> 02:56:43,080
उठाना
2458
02:56:43,080 --> 02:56:48,840
पड़ा दो भिन्न दिशा में भाइयों को
2459
02:56:48,840 --> 02:56:56,439
जाना पड़ा हे मत सावतार जय जय ओम शांति
2460
02:56:56,439 --> 02:57:03,479
शांति शांति हे कुर मावतार जय जय ओम शांति
2461
02:57:03,479 --> 02:57:10,279
शांति शांति दरा अवतार जय जय ओम शांति
2462
02:57:10,279 --> 02:57:16,880
शांति शांति नरसिंहा अवतार जय जय ओम शांति
2463
02:57:16,880 --> 02:57:22,760
शांति शांति हे वामना अवतार जय जय ओम
2464
02:57:22,760 --> 02:57:28,720
शांति शांति शांति हे प्रभु परशुराम जय जय
2465
02:57:28,720 --> 02:57:34,080
ओम शांति शांति शांति हे रघुकुल के राम जय
2466
02:57:34,080 --> 02:57:37,050
जय ओम शांति शांति
2467
02:57:37,050 --> 02:57:43,000
[संगीत]
2468
02:57:43,000 --> 02:57:44,880
शांति
2469
02:57:44,880 --> 02:57:51,040
[संगीत]
2470
02:57:54,479 --> 02:57:57,359
उगा शांति
2471
02:57:57,359 --> 02:58:01,880
का सूर्य धरा
2472
02:58:01,880 --> 02:58:04,880
पर
2473
02:58:04,880 --> 02:58:08,920
प्रग पुण्य
2474
02:58:10,120 --> 02:58:15,439
प्रकाश जगी धर्म की
2475
02:58:15,439 --> 02:58:18,600
ज्योति जगत
2476
02:58:18,600 --> 02:58:24,319
में हुआ पाप का
2477
02:58:24,319 --> 02:58:30,720
नाश सत्य हुआ सपना हलधर
2478
02:58:30,720 --> 02:58:34,150
का हुआ हर का
2479
02:58:34,150 --> 02:58:35,960
[संगीत]
2480
02:58:35,960 --> 02:58:42,560
काम जय जय जय श्री कृष्ण
2481
02:58:42,920 --> 02:58:44,760
जनार्दन
2482
02:58:44,760 --> 02:58:48,640
जय श्री
2483
02:58:50,520 --> 02:58:53,520
बलराम
258111
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