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1
00:00:02,090 --> 00:00:10,900
[संगीत]
2
00:00:12,320 --> 00:00:20,000
हमें आपसे कुछ बात करनी है।
3
00:00:16,080 --> 00:00:22,860
>> कोई बात नहीं करनी मुझे।
4
00:00:20,000 --> 00:00:24,000
>> जाओ यहां से।
5
00:00:22,860 --> 00:00:27,119
[संगीत]
6
00:00:24,000 --> 00:00:29,519
>> हम जानते हैं कि आप हमसे नाराज हैं। पर
7
00:00:27,119 --> 00:00:31,920
हमें आपसे बात नहीं करनी।
8
00:00:29,519 --> 00:00:33,050
हम अपना हक मांगने आए हैं।
9
00:00:31,920 --> 00:00:34,960
>> हक?
10
00:00:33,050 --> 00:00:38,160
[संगीत]
11
00:00:34,960 --> 00:00:40,640
>> अब कौन सा हक बाकी है तुम्हारा इस घर में?
12
00:00:38,160 --> 00:00:43,680
>> हमने सुना है कि माथुर परिवार में जब कोई
13
00:00:40,640 --> 00:00:47,680
बहू पहली बार अपना तीज का व्रत रखती है तो
14
00:00:43,680 --> 00:00:49,280
घर के मुखिया उसे तोहफा देते हैं।
15
00:00:47,680 --> 00:00:51,440
>> ओ
16
00:00:49,280 --> 00:00:54,320
तो तोहफे का लालच तुम्हें यहां खींच लाया
17
00:00:51,440 --> 00:00:55,840
है। हम
18
00:00:54,320 --> 00:00:59,800
>> तुम्हें
19
00:00:55,840 --> 00:00:59,800
तोहफा चाहिए ना?
20
00:01:03,610 --> 00:01:06,730
[संगीत]
21
00:01:07,680 --> 00:01:11,439
ये सब चाहिए ना तुम्हें?
22
00:01:08,880 --> 00:01:14,080
>> इसीलिए तुमने शादी की है ना एक अमीर घर
23
00:01:11,439 --> 00:01:16,880
में। अच्छे से पता है मुझे तुम जैसे दो
24
00:01:14,080 --> 00:01:22,020
कौड़ी के लोगों की सोच। अरे जो भी चाहिए
25
00:01:16,880 --> 00:01:24,080
उठाओ। और दफा हो जाओ मेरे कमरे से।
26
00:01:22,020 --> 00:01:26,799
[संगीत]
27
00:01:24,080 --> 00:01:28,799
आपका हम पर गुस्सा जायज है। एक पिता का
28
00:01:26,799 --> 00:01:32,320
यही तो सपना होता है कि वो अपनी मर्जी के
29
00:01:28,799 --> 00:01:34,479
मुताबिक अपने बेटे की शादी करा सके।
30
00:01:32,320 --> 00:01:36,479
और हमारी वजह से आपका यह सपना पूरा नहीं
31
00:01:34,479 --> 00:01:38,159
हो पाया।
32
00:01:36,479 --> 00:01:41,119
पर
33
00:01:38,159 --> 00:01:44,079
आप हमारी गलती की सजा आंटी जी को मत दीजिए
34
00:01:41,119 --> 00:01:47,759
ना। हमें यह पैसा, धन दौलत कुछ भी नहीं
35
00:01:44,079 --> 00:01:51,320
चाहिए। अगर हमें सचमुच कुछ चाहिए तो वो है
36
00:01:47,759 --> 00:01:51,320
इस घर की खुशियां।
37
00:01:51,680 --> 00:01:57,600
इसलिए हम आपसे विनती करते हैं। आप प्लीज
38
00:01:55,200 --> 00:01:59,200
नीचे चलिए और अपने हाथों से आंटी जी का
39
00:01:57,600 --> 00:02:01,759
व्रत खुलवाइए।
40
00:01:59,200 --> 00:02:04,719
>> जितनी छोटी औकात
41
00:02:01,759 --> 00:02:07,600
उतनी बड़ी बात है।
42
00:02:04,719 --> 00:02:11,560
तुम्हें क्या लगता है कि तुम्हारी नौटंकी
43
00:02:07,600 --> 00:02:11,560
देखकर पिघल जाऊंगा मैं?
44
00:02:11,840 --> 00:02:15,360
तुम्हें पद्मा ने भेजा है ना?
45
00:02:14,480 --> 00:02:17,680
>> नहीं वो।
46
00:02:15,360 --> 00:02:19,840
>> जो भी हो।
47
00:02:17,680 --> 00:02:23,920
जिसके दिल में अपने पति के लिए कोई इज्जत
48
00:02:19,840 --> 00:02:25,599
नहीं उसका व्रत कभी नहीं खुलवाऊंगा।
49
00:02:23,920 --> 00:02:27,599
>> मां
50
00:02:25,599 --> 00:02:29,040
जब पापा के मन में आपके लिए कोई कदर ही
51
00:02:27,599 --> 00:02:31,680
नहीं है तो ऐसे इंसान के लिए आप क्यों
52
00:02:29,040 --> 00:02:35,120
अपनी जान देना चाहती हैं?
53
00:02:31,680 --> 00:02:38,959
>> तू नहीं समझेगा प्रेम। पति पत्नी के
54
00:02:35,120 --> 00:02:41,599
रिश्ते में धूप छांव आती जाती रहती।
55
00:02:38,959 --> 00:02:44,160
इसका मतलब यह तो नहीं ना कि मैं अपना
56
00:02:41,599 --> 00:02:48,160
पत्नी धर्म भूल जाऊं?
57
00:02:44,160 --> 00:02:50,959
नहीं प्रेम। जब तक तेरे पापा नहीं आ जाते
58
00:02:48,160 --> 00:02:53,519
मैं अपना व्रत नहीं खोलूंगी।
59
00:02:50,959 --> 00:02:58,920
>> आप जानते हैं ना पापा के लिए उनके अहंकार
60
00:02:53,519 --> 00:02:58,920
से बड़ा कुछ नहीं है। वो नहीं आएंगे मां।
61
00:03:09,390 --> 00:03:16,159
[संगीत]
62
00:03:14,879 --> 00:03:18,560
आप भाग गए।
63
00:03:16,159 --> 00:03:21,840
>> इतने साल बीत गए तुम्हें मेरे साथ रहते
64
00:03:18,560 --> 00:03:26,840
रहते। पर तुम्हें आज तक यह समझ में नहीं
65
00:03:21,840 --> 00:03:26,840
आया कि मुझे मनाना कितना आसान है।
66
00:03:27,120 --> 00:03:34,959
इस लड़की ने हाथ जोड़कर मुझे मनाया। अंकल
67
00:03:30,959 --> 00:03:37,920
जी समाज में इज्जत रखने के लिए ही आपने
68
00:03:34,959 --> 00:03:40,640
मुझ जैसी लड़की को अपनी घर की बहू बनाया।
69
00:03:37,920 --> 00:03:43,200
जरा आप ही सोचिए उस समाज में आपकी क्या
70
00:03:40,640 --> 00:03:45,760
इज्जत रह जाएगी अगर आप अपने हाथों से अपनी
71
00:03:43,200 --> 00:03:47,920
पत्नी का व्रत नहीं खुलवाएंगे। अगर आप
72
00:03:45,760 --> 00:03:50,640
उनकी तेज पूजा में शामिल नहीं होंगे। क्या
73
00:03:47,920 --> 00:03:52,239
सोचेंगे सब लोग? इसीलिए हम आपसे विनती कर
74
00:03:50,640 --> 00:03:55,440
रहे हैं।
75
00:03:52,239 --> 00:03:58,560
इस परिवार की मान सम्मान के लिए, इज्जत के
76
00:03:55,440 --> 00:04:01,599
लिए आप प्लीज हमारे साथ चले और आंटी जी का
77
00:03:58,560 --> 00:04:04,480
व्रत खुलवाइए।
78
00:04:01,599 --> 00:04:07,360
यही हमारे लिए सबसे बड़ा तोहफा होगा।
79
00:04:04,480 --> 00:04:11,840
>> अगर ऐसे ही तुमने मुझसे रिक्वेस्ट की होती
80
00:04:07,360 --> 00:04:16,959
ना तो मैं खुद ब खुद चला आता यहां।
81
00:04:11,840 --> 00:04:19,919
लेकिन नहीं तुम्हारा ईगो बहुत बड़ा है।
82
00:04:16,959 --> 00:04:23,799
काश तुम्हारे अंदर भी इस लड़की की तरह
83
00:04:19,919 --> 00:04:23,799
थोड़ी सी भी अकल होती।
84
00:04:26,070 --> 00:04:30,880
[प्रशंसा]
85
00:04:28,160 --> 00:04:33,199
अरे अब जो भाई साहब आ ही गए हैं तो फिर
86
00:04:30,880 --> 00:04:36,199
देरी किस बात में? चलो पूजा शुरू करते
87
00:04:33,199 --> 00:04:36,199
हैं।
88
00:04:37,500 --> 00:04:50,080
[संगीत]
89
00:04:48,000 --> 00:05:00,940
[प्रशंसा]
90
00:04:50,080 --> 00:05:00,940
[संगीत]
91
00:05:09,360 --> 00:05:12,900
धन तन
92
00:05:11,440 --> 00:05:16,150
तन
93
00:05:12,900 --> 00:05:16,150
[संगीत]
94
00:05:16,800 --> 00:05:20,680
तन धन तन
95
00:05:22,960 --> 00:05:25,650
[संगीत]
96
00:05:24,240 --> 00:05:28,770
आ
97
00:05:25,650 --> 00:05:28,770
[संगीत]
98
00:05:31,250 --> 00:05:38,389
[संगीत]
99
00:05:40,610 --> 00:05:45,960
[संगीत]
100
00:05:42,160 --> 00:05:45,960
ये क्या कर रही हो?
101
00:05:47,759 --> 00:05:56,880
>> अरे आपन पति परमेश्वर को पैर छुवत और का?
102
00:05:52,639 --> 00:05:59,520
मैं कोई परमेश्वर थोड़ी हूं। वैसे भी मेरे
103
00:05:56,880 --> 00:06:02,560
लिए पति पत्नी के रिश्ते में दोनों बराबर
104
00:05:59,520 --> 00:06:06,080
हैं। बस दोनों के दिल में प्यार होना
105
00:06:02,560 --> 00:06:08,639
चाहिए। इज्जत होनी चाहिए।
106
00:06:06,080 --> 00:06:10,560
एक दूसरे पे भरोसा होना चाहिए। इतना मेरे
107
00:06:08,639 --> 00:06:13,919
लिए काफी है।
108
00:06:10,560 --> 00:06:17,039
>> इतनी इज्जत है आप और मेहरारू खाते तो तुम
109
00:06:13,919 --> 00:06:20,000
ही छू लोका फिर। हो जाए बराबरी।
110
00:06:17,039 --> 00:06:22,560
>> पता है चाची। दिव्या अगर कुछ ऐसा करेगी ना
111
00:06:20,000 --> 00:06:24,319
तो मैं यह भी करने से पीछे नहीं हटूंगी।
112
00:06:22,560 --> 00:06:26,400
>> बस
113
00:06:24,319 --> 00:06:28,160
यही देखना बाकी रह गया था इस घर में। अरे
114
00:06:26,400 --> 00:06:31,160
पत्नियों का फर्ज होता है पतियों के पांव
115
00:06:28,160 --> 00:06:31,160
छूना।
116
00:06:31,199 --> 00:06:34,639
पर इसका मतलब यह नहीं कि हम भी उनकी आरती
117
00:06:33,759 --> 00:06:36,850
उतारते फिरे।
118
00:06:34,639 --> 00:06:38,479
>> पर इसमें गलत क्या है पापा?
119
00:06:36,850 --> 00:06:40,240
[प्रशंसा]
120
00:06:38,479 --> 00:06:42,800
और वैसे भी हमारे शास्त्रों में भी तो
121
00:06:40,240 --> 00:06:47,639
लिखा है कि जिस घर में औरत की पूजा नहीं
122
00:06:42,800 --> 00:06:47,639
होती, वह देवता का वास नहीं होता।
123
00:06:49,740 --> 00:06:55,389
[संगीत]
124
00:07:06,240 --> 00:07:14,160
अरे हम पूजा ना करो कम से कम हम पेट पूजा
125
00:07:10,720 --> 00:07:16,160
तो करा ही दो कल से भूखे हैं हम पेट में
126
00:07:14,160 --> 00:07:17,759
छोड़ दो
127
00:07:16,160 --> 00:07:22,240
>> ये लो ये लो
128
00:07:17,759 --> 00:07:25,840
>> आप तो रहने दो कल तो चाकू लेके गला रेतन
129
00:07:22,240 --> 00:07:28,639
खाते रहवत है और आज बड़ा प्यारो मत रहो अरे
130
00:07:25,840 --> 00:07:32,080
मीठा ना खुद ही खा ले मालिनी
131
00:07:28,639 --> 00:07:36,000
>> हे चाची जी
132
00:07:32,080 --> 00:07:38,240
>> प्रेम तू भी ना कुछ भी कहता रहता है माना
133
00:07:36,000 --> 00:07:40,400
आजकल लड़कियों को बराबर का हक मिल गया है
134
00:07:38,240 --> 00:07:44,080
लेकिन ये सारी बातें ना भाई साहब के सामने
135
00:07:40,400 --> 00:07:49,240
मत किया कर चल भाई साहब को तो मना नहीं
136
00:07:44,080 --> 00:07:49,240
सकते तेरी चाची को मनाते हैं आजा
137
00:07:55,599 --> 00:08:02,400
ये तो तपस्या के डीएनए रिपोर्ट्स हैं।
138
00:08:00,319 --> 00:08:06,840
अब सब साफ हो जाएगा कि तपस्या सच में
139
00:08:02,400 --> 00:08:06,840
नेत्रा चाची की बेटी है या नहीं।
140
00:08:08,220 --> 00:08:11,369
[संगीत]
141
00:08:13,360 --> 00:08:18,800
ये रिपोर्ट तो नेगेटिव है।
142
00:08:16,000 --> 00:08:22,039
इसका मतलब तपस्या नेत्रा चाची की बेटी
143
00:08:18,800 --> 00:08:22,039
नहीं है।
144
00:08:22,560 --> 00:08:28,000
तो फिर आंटी जी को ऐसा क्यों लगता है कि
145
00:08:25,120 --> 00:08:30,639
तपस्या नेत्रा चाची की बेटी है? ऐसे कैसे
146
00:08:28,000 --> 00:08:33,599
हो सकता है?
147
00:08:30,639 --> 00:08:36,880
यदि ब्रह्म मुहूर्त की शुभ बेला में उसकी
148
00:08:33,599 --> 00:08:39,760
पुत्री इसे स्पर्श करेगी तो यह अपने आप ही
149
00:08:36,880 --> 00:08:43,000
उसे चुन लेगी।
150
00:08:39,760 --> 00:08:43,000
वो अंगूठी
151
00:08:47,839 --> 00:08:53,160
अब ये अंगूठी ही हमें सच तक पहुंचा सकती
152
00:08:50,160 --> 00:08:53,160
है।
153
00:08:53,920 --> 00:08:59,440
रंग मुहूर्त तो शुरू हो चुका है।
154
00:08:56,640 --> 00:09:02,959
स्वर्णमीन ने कहा था कि यह अंगूठी नेत्रा
155
00:08:59,440 --> 00:09:06,839
चाची की बेटी को चुनेगी।
156
00:09:02,959 --> 00:09:06,839
तपस्या है कहां?
157
00:09:10,790 --> 00:09:15,800
[संगीत]
158
00:09:12,800 --> 00:09:15,800
तपस्या
159
00:09:16,000 --> 00:09:22,240
तुम इस वक्त घर लौट रही हो। कहां थी तुम?
160
00:09:19,120 --> 00:09:26,839
तुम होती कौन है मुझसे सवाल पूछने वाली?
161
00:09:22,240 --> 00:09:26,839
जाओ और जाकर अपना काम करो।
162
00:09:27,490 --> 00:09:30,100
[हंसी]
163
00:09:29,820 --> 00:09:35,840
[संगीत]
164
00:09:30,100 --> 00:09:35,840
[प्रशंसा]
165
00:09:43,250 --> 00:09:51,839
[प्रशंसा]
166
00:09:47,600 --> 00:09:56,000
सोने से कम नहीं पर खो जाए तो गम नहीं।
167
00:09:51,839 --> 00:10:02,760
कहां से लाई तुम ये नकली सोने की अंगूठी?
168
00:09:56,000 --> 00:10:02,760
खैर मुझे क्या? अपनी अमानत अपने पास रखो।
169
00:10:07,600 --> 00:10:13,279
स्वर्ण मी ने तो कहा था कि ये अंगूठी
170
00:10:09,760 --> 00:10:17,399
नेत्रा चाची की बेटी जरूर पहन पाएगी।
171
00:10:13,279 --> 00:10:17,399
लेकिन ऐसा कुछ हुआ ही नहीं।
172
00:10:18,000 --> 00:10:23,760
डीएनए रिपोर्ट्स भी नेगेटिव आए। इसका मतलब
173
00:10:20,880 --> 00:10:28,200
तपस्या नेत्रा चाची की बेटी है ही नहीं।
174
00:10:23,760 --> 00:10:28,200
तू कौन है नेत्रा चाची की बेटी?
175
00:10:41,470 --> 00:10:44,539
[संगीत]
176
00:10:45,440 --> 00:10:50,720
ओ रे
177
00:10:48,079 --> 00:10:54,839
ओ रे
178
00:10:50,720 --> 00:10:54,839
ओ रे रे
179
00:11:01,839 --> 00:11:07,680
पर ये दिव्य अंगूठी है। यदि ब्रह्म
180
00:11:04,720 --> 00:11:10,720
मुहूर्त की शुभ बेला में उसकी पुत्री इसे
181
00:11:07,680 --> 00:11:12,340
स्पर्श करेगी तो ये अपने आप ही उसे चुन
182
00:11:10,720 --> 00:11:15,839
लेगी।
183
00:11:12,340 --> 00:11:18,160
[संगीत]
184
00:11:15,839 --> 00:11:20,560
>> ये कैसे हो सकता है?
185
00:11:18,160 --> 00:11:26,040
ये अंगूठी तो सिर्फ नेता चाची की बेटी पहन
186
00:11:20,560 --> 00:11:26,040
सकती है। तो फिर इसने हमें क्यों चुना?
187
00:11:28,720 --> 00:11:36,120
कहीं इसका मतलब थे चाची के साथ हमारा कोई
188
00:11:37,440 --> 00:11:42,600
हमारे साथ वो अजीबोगरीब घटनाओं का घटना
189
00:11:43,150 --> 00:11:46,250
[संगीत]
190
00:11:51,680 --> 00:11:56,640
हमारा वो रूप
191
00:11:54,320 --> 00:12:01,040
सब कुछ जो हो रहा है सब कुछ देता चाची से
192
00:11:56,640 --> 00:12:04,399
जुड़ा हुआ है। पर क्यों और कैसे?
193
00:12:01,040 --> 00:12:08,440
क्या है हमारा सच?
194
00:12:04,399 --> 00:12:08,440
आखिर कौन है हम?
195
00:12:09,440 --> 00:12:16,240
अगर हमें उस काली शक्ति को हराना है तो
196
00:12:12,959 --> 00:12:18,160
हमें हमारे सच तक पहुंचना ही होगा।
197
00:12:16,240 --> 00:12:21,600
हमें
198
00:12:18,160 --> 00:12:25,200
हमें जानना ही होगा कि हम कौन हैं।
199
00:12:21,600 --> 00:12:28,600
इस रहस्य को सुलझाना ही होगा।
200
00:12:25,200 --> 00:12:28,600
पर कैसे
201
00:12:29,920 --> 00:12:37,600
[संगीत]
202
00:12:34,240 --> 00:12:39,760
बाबा ये अंगूठी नेत्रा चाची की है। हमें
203
00:12:37,600 --> 00:12:42,800
कहा गया था कि सिर्फ उनकी बेटी ही इसे पहन
204
00:12:39,760 --> 00:12:45,120
सकती है।
205
00:12:42,800 --> 00:12:47,440
फिर पता नहीं कैसे ये हमारी उंगली में है
206
00:12:45,120 --> 00:12:50,000
और हम इसे निकालने की कोशिश कर रहे हैं तो
207
00:12:47,440 --> 00:12:52,000
निकल भी नहीं रही। हमें समझ नहीं आ रहा कि
208
00:12:50,000 --> 00:12:54,560
क्या रिश्ता है हमारा इस अंगूठी से और
209
00:12:52,000 --> 00:12:57,519
नेत्रा चाची से। मुझे भी यह ज्ञात नहीं कि
210
00:12:54,560 --> 00:13:00,800
तुम्हारा उनसे क्या संबंध है और क्या है
211
00:12:57,519 --> 00:13:03,600
तुम्हारे अतीत का सच। परंतु जब तुम यहां
212
00:13:00,800 --> 00:13:05,920
नहीं थी मैं तुम्हारे सभी प्रश्नों का
213
00:13:03,600 --> 00:13:08,720
उत्तर ढूंढने का प्रयास कर रहा था।
214
00:13:05,920 --> 00:13:11,720
>> तो क्या आपको कुछ पता चला हमारे बारे में
215
00:13:08,720 --> 00:13:11,720
बाबा?
216
00:13:13,910 --> 00:13:25,590
[संगीत]
217
00:13:31,440 --> 00:13:37,680
दिव्या बेटी यह मोहिनियों का प्राचीन
218
00:13:34,399 --> 00:13:40,800
ग्रंथ है।
219
00:13:37,680 --> 00:13:45,120
इस ग्रंथ में मोहिनियों के रहस्य, उनके
220
00:13:40,800 --> 00:13:48,160
सेवक सेविकाएं और उनके समर्थक, उनके सहायक
221
00:13:45,120 --> 00:13:51,120
महाकाल के भक्तों के बारे में विस्तार से
222
00:13:48,160 --> 00:13:52,720
जानकारी दी गई। पर इस ग्रंथ का हमसे क्या
223
00:13:51,120 --> 00:13:55,680
संबंध?
224
00:13:52,720 --> 00:13:56,240
क्या हम अपनी जिंदगी का सच इससे जान
225
00:13:55,680 --> 00:13:58,880
पाएंगे?
226
00:13:56,240 --> 00:14:01,519
>> तुम्हारा प्रश्न विचारणीय है। परंतु कोई
227
00:13:58,880 --> 00:14:04,519
ना कोई संबंध इस प्राचीन ग्रंथ से अवश्य
228
00:14:01,519 --> 00:14:04,519
होगा।
229
00:14:07,120 --> 00:14:10,680
>> ये देखो बेटे।
230
00:14:13,490 --> 00:14:19,279
[संगीत]
231
00:14:16,320 --> 00:14:23,120
बाबा यह तो वही कुंडल है जो हमने उस दिन
232
00:14:19,279 --> 00:14:28,000
उस रहस्यमई तस्वीर में देखा था।
233
00:14:23,120 --> 00:14:31,279
>> यह कोई साधारण कुंडल नहीं यह कुंडल है
234
00:14:28,000 --> 00:14:32,800
कर्ण मोहिनी का।
235
00:14:31,279 --> 00:14:34,959
>> कर्ण मोहिनी
236
00:14:32,800 --> 00:14:38,320
>> हां बेटी।
237
00:14:34,959 --> 00:14:42,000
मोहिनियों के इस प्राचीन ग्रंथ के अनुसार
238
00:14:38,320 --> 00:14:45,360
कर्ण मोहिनी वह मोहिनी है जिसने भक्ति का
239
00:14:42,000 --> 00:14:48,399
मार्ग छोड़कर शैतानों की तपस्या की और उस
240
00:14:45,360 --> 00:14:50,880
तपस्या से उसने अनेकों काली सिद्धियां
241
00:14:48,399 --> 00:14:54,320
प्राप्त की। उन सभी काली शक्तियों की
242
00:14:50,880 --> 00:14:57,279
सिद्धियां उस मायावी कुंडल में केंद्रित
243
00:14:54,320 --> 00:15:00,800
है। तो यह मान कर चलो दिव्या बेटी कि यह
244
00:14:57,279 --> 00:15:03,920
मायावी कुंडल ही उस कर्ण मोहिनी की सबसे
245
00:15:00,800 --> 00:15:06,639
बड़ी शक्ति है।
246
00:15:03,920 --> 00:15:09,920
और उस कुंडल को ढूंढ के लाना होगा। केवल
247
00:15:06,639 --> 00:15:11,680
वो कुंडल ही बचा सकता है तुझे अपनों का
248
00:15:09,920 --> 00:15:14,320
अंत करने से।
249
00:15:11,680 --> 00:15:17,760
>> बाबा हमारे पापा के रूप में जो काली शक्ति
250
00:15:14,320 --> 00:15:21,680
हमसे मिलने आई थी वो भी इसी कुंडल को पाना
251
00:15:17,760 --> 00:15:26,000
चाहती थी। हां दिव्या बेटी इसका अर्थ यह
252
00:15:21,680 --> 00:15:30,240
है किसी भी कीमत पर वह काली शक्ति उस
253
00:15:26,000 --> 00:15:33,600
मायावी कुंडल को प्राप्त करना चाहती है।
254
00:15:30,240 --> 00:15:38,639
यदि दुर्भाग्य से वह मायावी कुंडल उस काली
255
00:15:33,600 --> 00:15:45,079
शक्ति के हाथ लग गया तो धर्म, आस्था,
256
00:15:38,639 --> 00:15:45,079
प्रेम और सत्य का नामोनिशान मिट जाएगा।
257
00:15:45,600 --> 00:15:50,639
तो तो हम अगर उस कुंडल को नष्ट कर देंगे
258
00:15:48,639 --> 00:15:54,079
तो क्या वो काली शक्ति भी नष्ट हो जाएगी?
259
00:15:50,639 --> 00:15:58,399
>> उस काली शक्ति को हराने का एकमात्र यही
260
00:15:54,079 --> 00:16:03,880
उपाय है। परंतु उस मायावी कुंडल को इतनी
261
00:15:58,399 --> 00:16:03,880
आसानी से नष्ट नहीं किया जा सकता।
262
00:16:04,720 --> 00:16:10,800
त्र्यंबकम यजामहे
263
00:16:08,240 --> 00:16:13,140
पुष्टि वर्धनम
264
00:16:10,800 --> 00:16:17,680
>> एक उपाय है।
265
00:16:13,140 --> 00:16:21,199
[संगीत]
266
00:16:17,680 --> 00:16:23,839
मोहिनियों के प्राचीन ग्रंथ के अनुसार इस
267
00:16:21,199 --> 00:16:28,639
पवित्र नीले पत्थर से नष्ट किया जा सकता
268
00:16:23,839 --> 00:16:31,959
है। उस पापमई कुंडल को
269
00:16:28,639 --> 00:16:31,959
लो बेटी
270
00:16:39,600 --> 00:16:45,680
>> तुम्हें अति शीघ्र उस काली शक्ति के पास
271
00:16:42,240 --> 00:16:48,959
जाना होगा। इस पवित्र नीले पत्थर से उस
272
00:16:45,680 --> 00:16:51,759
मायावी कुंडल को नष्ट करना होगा।
273
00:16:48,959 --> 00:16:54,079
>> और बाबा हम एक बार पहले भी उस कुंडल तक
274
00:16:51,759 --> 00:16:57,440
पहुंच चुके थे। पर जब हमने उसे छूने की
275
00:16:54,079 --> 00:17:00,160
कोशिश की, तो हम उस तस्वीर से बाहर आ गए।
276
00:16:57,440 --> 00:17:01,759
और दोबारा जब हम उस रहस्यमय तस्वीर के
277
00:17:00,160 --> 00:17:04,079
अंदर जाने की कोशिश कर रहे हैं तब तक नहीं
278
00:17:01,759 --> 00:17:06,160
जा पाए। और जब हम उस कुंडल तक पहुंच ही
279
00:17:04,079 --> 00:17:10,480
नहीं पाएंगे, तो उसे बाहर कैसे निकालेंगे?
280
00:17:06,160 --> 00:17:14,319
>> तू मात्र अपना कर्म कर बेटी। तेरा आगे का
281
00:17:10,480 --> 00:17:19,039
मार्ग महाकाल स्वयं प्रशस्त करेंगे। जा
282
00:17:14,319 --> 00:17:25,400
बेटी जा विलंब ना कर। नष्ट कर उस मायावी
283
00:17:19,039 --> 00:17:25,400
कुंडल को। महाकाल की शक्ति तेरे साथ है।
284
00:17:32,400 --> 00:17:39,280
काली छाया डराया ना माया।
285
00:17:36,080 --> 00:17:44,480
कैसे आ गई को बुलाया।
286
00:17:39,280 --> 00:17:48,880
खून पीबे आई रही ले गंगाजल हम थोर।
287
00:17:44,480 --> 00:17:51,280
भाग भूतनी जल्दी से मत रहो हम थोर। भूत
288
00:17:48,880 --> 00:17:52,880
प्रेत का पता नहीं पर लगता है एक ओझा पहले
289
00:17:51,280 --> 00:17:56,160
से ही है हमारे घर में
290
00:17:52,880 --> 00:18:01,200
>> जब जान की लाले पड़े हो भाई साहब तो ओजती
291
00:17:56,160 --> 00:18:04,799
कराई पड़त है जब गंगाजल की पड़े फुहार तो
292
00:18:01,200 --> 00:18:07,760
काली छाया की होए हार
293
00:18:04,799 --> 00:18:10,720
>> हार कर भी जीतने वाले को रानी कर्ण मोहिनी
294
00:18:07,760 --> 00:18:15,080
कहते हैं। अब पता नहीं कौन सी नई योजना
295
00:18:10,720 --> 00:18:15,080
बना रही है रानी करण मोहिनी।
296
00:18:16,480 --> 00:18:21,320
अरे रुको फ़ गीला हो रहा है।
297
00:18:20,320 --> 00:18:23,520
हेलो
298
00:18:21,320 --> 00:18:26,520
[संगीत]
299
00:18:23,520 --> 00:18:26,520
क्या?
300
00:18:36,620 --> 00:18:41,280
[संगीत]
301
00:18:38,880 --> 00:18:43,840
कैसी रहस्यमय तस्वीर है। पिछली बार तो
302
00:18:41,280 --> 00:18:45,840
छूते ही उस पार पहुंच गए थे। और इस बार
303
00:18:43,840 --> 00:18:47,440
इतनी कोशिशों के बावजूद भी कुछ नहीं हो
304
00:18:45,840 --> 00:18:49,840
रहा।
305
00:18:47,440 --> 00:18:53,720
कैसे नष्ट करें हम उस काली शक्तियों वाले
306
00:18:49,840 --> 00:18:53,720
मायावी कुंडल को?
307
00:18:56,000 --> 00:19:01,799
लगता है हमारे पास सिर्फ एक ही रास्ता है।
308
00:19:02,200 --> 00:19:05,549
[संगीत]
309
00:19:18,480 --> 00:19:23,320
इसे जला देंगे तो अपने आप नष्ट हो जाएगा।
310
00:19:32,000 --> 00:19:36,080
>> हो क्या गया तुम्हें? ये मेरे दादा जी की
311
00:19:33,919 --> 00:19:41,000
लगाई हुई पेंटिंग थी। और तुम इसे जलाने की
312
00:19:36,080 --> 00:19:41,000
कोशिश कर रही थी। प्रेम सुनो हम तुम्हें
313
00:19:42,000 --> 00:19:46,320
>> आज तुमने हाथ पार कर दिए दिव्या तुम्हारी
314
00:19:44,559 --> 00:19:47,120
हिम्मत भी कैसे हुई इस पेंटिंग को छूने की
315
00:19:46,320 --> 00:19:48,640
भी
316
00:19:47,120 --> 00:19:50,880
>> प्रेम हम तुम्हें सब समझा
317
00:19:48,640 --> 00:19:54,240
>> मुझे कुछ नहीं समझना दादा जी से जुड़ी हुई
318
00:19:50,880 --> 00:19:55,760
हर चीज को हम अपनी विरासत मानते हैं उनकी
319
00:19:54,240 --> 00:19:57,679
छोड़ी हुई हर चीज को हम महाकाल का
320
00:19:55,760 --> 00:20:00,799
आशीर्वाद समझ कर पूछते हैं
321
00:19:57,679 --> 00:20:01,919
>> प्लीज मेरे दादाजी की चीजों से दूर रहना
322
00:20:00,799 --> 00:20:05,120
तुम हा मां
323
00:20:01,919 --> 00:20:07,440
>> प्रेम तुम समझने की कोशिश करो ये ये जो
324
00:20:05,120 --> 00:20:09,280
तस्वीर है एक रास्ता काली शक्तियों तक
325
00:20:07,440 --> 00:20:11,440
पहुंचने का। इसलिए हमें इसे नष्ट करना
326
00:20:09,280 --> 00:20:14,720
होगा ताकि घर में काली शक्तियां ना आए।
327
00:20:11,440 --> 00:20:19,280
>> काली शक्ति काली शक्तियां मायावन में है।
328
00:20:14,720 --> 00:20:22,559
ये घर मेरे दादाजी का है। सबसे पवित्र जगह
329
00:20:19,280 --> 00:20:25,679
तुम्हें पता भी है मेरे दादाजी कौन थे?
330
00:20:22,559 --> 00:20:27,360
महाकाल के सबसे बड़े भक्त और ऐसी पवित्र
331
00:20:25,679 --> 00:20:27,919
आत्मा पर तुम ये घटिया काली शक्तियों का
332
00:20:27,360 --> 00:20:29,760
आरोप लगा रही है।
333
00:20:27,919 --> 00:20:31,360
>> प्रेम हम वो सब नहीं जानते। हमें तुम्हें
334
00:20:29,760 --> 00:20:33,120
और तुम्हारे परिवार को इन काली शक्तियों
335
00:20:31,360 --> 00:20:36,159
से बचाना है। और उसके लिए हमें ये तस्वीर
336
00:20:33,120 --> 00:20:38,400
नष्ट करना ही होगा। प्रेम तुम भूल गए कल
337
00:20:36,159 --> 00:20:40,640
क्या हुआ था?
338
00:20:38,400 --> 00:20:42,960
कल जो कुछ भी हुआ था सिर्फ काली शक्तियों
339
00:20:40,640 --> 00:20:44,880
की वजह से हुआ था।
340
00:20:42,960 --> 00:20:48,880
एक्चुअली मैं ही बेवकूफ हूं जो तुम्हारी
341
00:20:44,880 --> 00:20:52,480
ये बिना सर पैर की बातें सुन रहा हो।
342
00:20:48,880 --> 00:20:55,120
>> हे महाकाल अब हम कैसे समझाएं प्रेम को कि
343
00:20:52,480 --> 00:20:59,480
इस तस्वीर में वो कुंडल है जिसे अगर नष्ट
344
00:20:55,120 --> 00:20:59,480
नहीं किया तो सब कुछ खत्म हो जाएगा।
345
00:21:01,440 --> 00:21:05,709
[संगीत]
346
00:21:07,360 --> 00:21:15,200
हे कालों के काल महाकाल दिव्या की सहायता
347
00:21:10,960 --> 00:21:18,320
कीजिए उसे राह दिखाइए ताकि वो काली
348
00:21:15,200 --> 00:21:19,840
शक्तियों से भरी उस मायावी कुंडल को नष्ट
349
00:21:18,320 --> 00:21:21,600
कर सके
350
00:21:19,840 --> 00:21:22,400
>> प्रेम सॉरी पर हम तुम्हें इसे नहीं ले
351
00:21:21,600 --> 00:21:24,159
जाने दे सकते
352
00:21:22,400 --> 00:21:26,080
>> दिव्या मेरे सब्र का इंतहान मत दो
353
00:21:24,159 --> 00:21:27,919
>> इम्तहान महाकाल हमारा ले रहा है प्रेम जो
354
00:21:26,080 --> 00:21:31,600
तुम समझ नहीं रहे हमारे बात को हमें इसे
355
00:21:27,919 --> 00:21:31,600
नष्ट करना ही होगा
356
00:21:32,000 --> 00:21:43,919
हाय हाय हाय
357
00:21:36,480 --> 00:21:50,480
हाय हाय हाय हाय हाय हाय हाय हाय हाय हाय
358
00:21:43,919 --> 00:21:54,000
हाय हाय हाय हाय हाय हाय हाय हाय
359
00:21:50,480 --> 00:21:54,000
हाय महादेव
360
00:21:55,290 --> 00:21:58,799
[संगीत]
361
00:22:02,920 --> 00:22:06,170
[संगीत]
362
00:22:08,640 --> 00:22:14,559
हे महाकाल
363
00:22:11,120 --> 00:22:18,159
मानवा ऐसा प्रतीत हो रहा है कि हमारी
364
00:22:14,559 --> 00:22:22,280
दिव्य बेटी उस मायावी कुंडल के निकट
365
00:22:18,159 --> 00:22:22,280
पहुंचने ही वाली है।
366
00:22:27,840 --> 00:22:30,890
[संगीत]
367
00:22:51,210 --> 00:22:55,180
[संगीत]
368
00:22:57,520 --> 00:23:00,520
महेश्वराय
369
00:23:03,060 --> 00:23:08,559
[संगीत]
370
00:23:06,159 --> 00:23:13,360
ये कौन सी शक्ति है रानी कर्ण मोहिनी
371
00:23:08,559 --> 00:23:13,360
जिसका प्रभाव आपके मायावा पर पड़ रहा है
372
00:23:22,610 --> 00:23:25,880
[संगीत]
373
00:23:28,380 --> 00:23:31,449
[संगीत]
374
00:23:33,600 --> 00:23:37,320
ये लाल आसमान
375
00:23:38,080 --> 00:23:44,880
चंद्रमा के प्रकाश का
376
00:23:41,440 --> 00:23:45,919
मेरे कर्ण को स्पर्श करना इसका तो एक ही
377
00:23:44,880 --> 00:23:48,320
अर्थ हो सकता है।
378
00:23:45,919 --> 00:23:51,799
>> मेरा मायावी
379
00:23:48,320 --> 00:23:51,799
हो चुका है।
380
00:23:51,920 --> 00:23:55,270
[हंसी]
381
00:23:54,980 --> 00:23:59,000
[प्रशंसा]
382
00:23:55,270 --> 00:23:59,000
[संगीत]41836
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